बहुत अनुकरणीय सोच एवं सुझाव हैं दिदा जी आपके परन्तु समस्या यह नहीं है कि शराब पिलानी पड़ेगी समस्या यह है कि सम्बंधित पिता या पारिवारिक सदस्य जब किसी शादी में पाता हैं तो वह भी यही देख के जाता है कि कौन सी ब्रांड होगी और आपने यह अवश्य देखा होगा की मेहंदी में वहीं ज्यादा भीड होती है जहां कोई अच्छा पैसा वाला है कारण ज्ञात है । परन्तु उसके बराबर में कोई विवाह है जो सामान्य है तो वहां सिर्फ न्योता देना है इसलिए जाते हैं कुरीति तब समाप्त होगी जब हम खुद कहीं भी येसोच के न जाएं कि क्या खाना है क्या पीना है बल्कि ये सोच के जाए कि हम भी सम्बंधित भाई के मांगलिक कार्य का हिस्सा बनकर मंगल की ओर हैं।
आपने बहुत अच्छा सुझाव दिया यही होना चाहिए पहले जमाने में शादी विवाह में मीट माँस का दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं रहता था इस चीज को लोग अशुद्ध मानते थे 🙏🙏🙏
बहुत सुंदर सुझाव दिया है। आपने pr बहुत कठिन काम है sir ye सब बंद करवाना क्योंकि दिखावा बहुत jada हो गया है। इस कारण गरीब ही पीसता है l मजबूरन गरीबों को पिसना पड़ रहा है इस दिखावे की दुनिया में।
राणा जी समय के साथ साथ चलना भी जरूरी है, जिस दौर की आप बात कर रहे हैं उस समय बहुत ही ज्यादा गरीबी थी उस समय लोग केवल दाल और चावल की पार्टी करते थे,शादी में केवल दाल और चावल बनता था वह भी ढंग का नहीं होता था और गरीब आदमी वह दाल चावल भी नहीं खिला पता था यह स्थिति थी उस समय। समय के साथ परिवर्तन होना भी बहुत जरूरी है और परिवर्तन ही विकास का मूल मंत्र है हां इतनी गुजारिश मैं भी जनता से करूंगा की शादी जैसे शुभ कार्य मे मांस मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नही होना चाहिए तभी हम उस कार्य को शुभ फलदाई मानेंगे इतना शुभ कार्य होता है और सैकड़ो पशुओं की जान लेकर पार्टी करी जाती है जब हम शुभ कार्य में उन बेजान पशुओं को मार कर खाते हैं और पार्टी मनाते हैं तो मुझे नहीं लग रहा है की उन जोड़ों का और उन खाने वालों के लिए कोई शुभ होता होगा उन पशुओं की आत्मा क्या बोलती होगी जिनकी जान चली जाती है मेरी भी समाज से गुजारिश है कि कम से कम मांस मछली और पशुओं को मार कर खाना बंद कर दो अगर मदिरा पीनी ही है तो उसके साथ सात्विक भोजन/पकवान का सेवन किया जाए।🙏
बहुत सुंदर बड़े भाई राम सिंह जी मे अपने गांव में बहुत कोशिश करता रहता हूं मगर मेरे गांव में एक भी युवक मेरे साथ नहीं जो इस कुरिति को बंद कराने का प्रयास मे हो
सही कहा भाई जी पुरानी रीती रिवाज अच्छा था अब जमाना बदल गया 🙏🇦🇹
बहुत सुन्दर बोला भाईजी आपने
राम राम राणा जी 🙏आपकअति उत्तम विचार मेहंदी रात में मीट और शराब बंद होनी चाहिए
बहुत सुन्दर राणा जी 🙏,यही समाज का दस्तूर था और होना भी चाहिए आपको बार प्रणाम
बहुत सुंदर बड़े भाई
राणा जी आपने बहुत सजाओ दिया बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया
सही बात है भैया जी 👏👏👌
राणा जी आपका बहुत ही बढिया सुझाव है ।
बहुत अच्छा सुझाव है राणा भाई जी पर ऐसा कौन करेगा जमाना बहुत बुरा है🙏🙏🙏👍👍
बहुत सुन्दर सुझाव राणा जी बहुत बहुत बधाई व हार्दिक शुभकामनाएं आपको❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
बहुत अच्छा है ऐसा होना चाहिए
सही बात है भैया जी अच्छे विचारहैं बहुत सुंदर
वहुत सुंदर बिचार और परुरती हार्दिक शुभकामनाएं ❤❤
बहुत अनुकरणीय सोच एवं सुझाव हैं दिदा जी आपके परन्तु समस्या यह नहीं है कि शराब पिलानी पड़ेगी समस्या यह है कि सम्बंधित पिता या पारिवारिक सदस्य जब किसी शादी में पाता हैं तो वह भी यही देख के जाता है कि कौन सी ब्रांड होगी और आपने यह अवश्य देखा होगा की मेहंदी में वहीं ज्यादा भीड होती है जहां कोई अच्छा पैसा वाला है कारण ज्ञात है । परन्तु उसके बराबर में कोई विवाह है जो सामान्य है तो वहां सिर्फ न्योता देना है इसलिए जाते हैं कुरीति तब समाप्त होगी जब हम खुद कहीं भी येसोच के न जाएं कि क्या खाना है क्या पीना है बल्कि ये सोच के जाए कि हम भी सम्बंधित भाई के मांगलिक कार्य का हिस्सा बनकर मंगल की ओर हैं।
बहुत ही सुन्दर है यह अनोखी बात कही राणा जी आप ने
बहुत सुन्दर सुझाव राणा जी बहुत बहुत बधाई व हार्दिक सुभकामनाये ❤❤❤🎉🎉🎉
आपने बहुत अच्छा सुझाव दिया यही होना चाहिए पहले जमाने में शादी विवाह में मीट माँस का दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं रहता था इस चीज को लोग अशुद्ध मानते थे 🙏🙏🙏
Bahut Sundar Rana ji
बहुत सुंदर विचार मामा जी
Subedar ram singh sahab well done
Sub kha hav h
भाई साहब ये बात आपने बिल्कुल सही कही है ऐसा ही होना चाहिए
बहुत सुंदर
बहुत ही बढ़िया सुझाव
बहुत अच्छा राणा जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद समाज में कुर्ती खत्म होनी चाहिए सभी लोगों की सहमति होनी चाहिए जय जय जय बद्री विशाल जय हो
बहुत सुन्दर बात
Rana ji Sai bahat
Badi bhai jii
Namaskar
❤❤❤ बहुत सुंदर
Bahut badiya bat rana ji...... ❤❤❤❤❤❤
Bahut badiya bat boli hai rana ji
Bhut Sundar
Bhut badiya Bhai ji bahi ji phle wali hi rewaj nekalo na whi sadi achi lagti hai please 🙏🙏
Bahut achchi baat kahi Bhai ji aapne
बहुत अच्छा सर जी
Bahut acche vichar hai aapki
waha kya soch hai😅
बहुत सुंदर सुझाव दिया है। आपने pr बहुत कठिन काम है sir ye सब बंद करवाना क्योंकि दिखावा बहुत jada हो गया है। इस कारण गरीब ही पीसता है l मजबूरन गरीबों को पिसना पड़ रहा है इस दिखावे की दुनिया में।
Sahi baat bhai ji
बहुत सुंदर बात है 🙏
भाई साहब ने बहुत ही अच्छी बात बोल रहे हैं भाई जी यह सब बन्द करवा दो
Very good advice!
Bhut sundar post bhai ji Mera bhi yhi manna hai bhut bhut dhniywad bhai ji❤
बहुत ही अच्छी पहल, इस बद्धे रिवाज को देख कर हमें शर्म आती है। इन कुरीतियों को जितनी जल्दी हो सके बंद कर देनी चाहिए।
Jai hind shab bahut achaa bichaar deyaa apne🙏
❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👌👌👌👌
राणा जी समय के साथ साथ चलना भी जरूरी है, जिस दौर की आप बात कर रहे हैं उस समय बहुत ही ज्यादा गरीबी थी उस समय लोग केवल दाल और चावल की पार्टी करते थे,शादी में केवल दाल और चावल बनता था वह भी ढंग का नहीं होता था और गरीब आदमी वह दाल चावल भी नहीं खिला पता था यह स्थिति थी उस समय। समय के साथ परिवर्तन होना भी बहुत जरूरी है और परिवर्तन ही विकास का मूल मंत्र है हां इतनी गुजारिश मैं भी जनता से करूंगा की शादी जैसे शुभ कार्य मे मांस मदिरा का सेवन बिल्कुल भी नही होना चाहिए तभी हम उस कार्य को शुभ फलदाई मानेंगे इतना शुभ कार्य होता है और सैकड़ो पशुओं की जान लेकर पार्टी करी जाती है जब हम शुभ कार्य में उन बेजान पशुओं को मार कर खाते हैं और पार्टी मनाते हैं तो मुझे नहीं लग रहा है की उन जोड़ों का और उन खाने वालों के लिए कोई शुभ होता होगा उन पशुओं की आत्मा क्या बोलती होगी जिनकी जान चली जाती है मेरी भी समाज से गुजारिश है कि कम से कम मांस मछली और पशुओं को मार कर खाना बंद कर दो अगर मदिरा पीनी ही है तो उसके साथ सात्विक भोजन/पकवान का सेवन किया जाए।🙏
जी बिल्कुल सही कहा आपने
Yes.theek.baat.hai.
Good
Sahi baat
❤❤❤❤❤❤❤❤
Bahut acchi baten Kahi achcha
Bahut sundar 👌👌👌👌
Nice
Jab aap kadam uthao to piche se ham bhi lagi
🙏🙏🙏
😊😊😊🥰🥰❤️
❤❤❤❤❤
बहुत सुंदर बड़े भाई राम सिंह जी मे अपने गांव में बहुत कोशिश करता रहता हूं मगर मेरे गांव में एक भी युवक मेरे साथ नहीं जो इस कुरिति को बंद कराने का प्रयास मे हो
❤❤❤❤😅😅😂😂
बहुत सुंदर