शम्भू सर आपकी पत्रकारिता को सलाम हैं चालक ब्राह्मण ने कुछ अनपढ़ OBC, SC, ST को लेकर अपनी विद्वता का परिचय करा रहा है यही कारण है कि सविधान खत्म करना चाहते हैं ताकि अपना वर्चस्व बनाए रखें।और यह लोग हमेशा मूर्ख बने रहे।
भीमराव अंबेडकर के संविधान का घोर उलंघन हो रहा है ! ईसका ईलाज सिर्फ और सिर्फ "तीन पूतली" को हटा दो,उखाड़ फेंको,ईस आदमी की शकल सूरत देखने से लगता है के अर्धपागल हैं !!। 😷🙄😳💀
शंभु सर आप को बहुत बहुत शुक्रिया जो ऐसी मंसिकता से पागल हैं और संविधान बदलने की बात करता हैं जनता के सामने लाने के लिये धन्यवाद जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान
आदरणीय पत्रकार महोदय जी,आप के प्रयास की जितनी भी तारीफ किया जाए कम है। आप देखें कुल्हाड़ी से उसके डंडे यानी बेट को निकालना बहुत कठिन है, जिससे पेड़ कटता है।
मैं इस ब्राह्मण से पूछना चाहता हूं कि काम के आधार पर जाति होती है जो ब्राह्मण आज के समय में अलग-अलग काम कर रहे हैं ओ कौन सी जाति में विलोम करेंगे जय भीम नमो बुद्धाय जय भीम आर्मी
Shambhu jee aap sc ke andar Jo dar betha h usko apne pure jeevan m nhi nikal skte jaise Sher ko dekhkar gadha ya anay pashu dar jate h asse hee general ko dekhkar sc ka dimag Kam nhi krta h
Vaisakhi lekar daudne wala ... Dono pairo wale se nhi Jeet sakta... Agar dalito ko permanant developement chaiye to khud ko grow up krke dono pairo wala banaiye..... Na ki Arakshan ki vaisakhi wala
मूर्खों का नेता बनकर सिंबल ऑफ नॉलेज द्वारा लिखित संविधान बदलने की बात महा मूर्ख ही कर सकता है । शंभू जी ऐसी माानसिकता हम लोगों तक पहुंचाने के लिये आपका शुक्रिया । आजकल आप भी अपनी निर्भीक पत्रकारिता से मजे लेने लगे हैं ।
ऐसे कुंठित लोगो से सिर्फ शम्भू सर आप ही भिड़ सकते है और सबक सिखा के बोलती बंद कर सकते है।आज के समय में आप जैसे कर्मठ निर्भीक साहसी पत्रकार की जरूरत है। सलाम है सर जी आप जैसे तेजस्वी पत्रकार को ❣️🙏
कोटि कोटि नमन बधाई व हार्दिक मंगल शुभकामनाएँ भाई शम्भूजी। नमो बुद्धाय बुध्दमय भारतवर्ष जय संविधान जय भीम जागो जागो अन्धभक्तों जागो मूलनिवासियों जागो बहुजनों ओबीसी मैनारिटी एससी एसटी के लोग जागो जागो अभी नहीं तो कभी नहीं जागो जागो
😢😢😢😢😢😢😢😢 सर जी नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत बाबासाहेब और उनका दिया हुआ संविधान ब्राह्मण तथा मानवादी लोगों के दिल में दिन रात कांटे की तरह चुप रहा है क्योंकि इनको एससी एसटी ओबीसी का शोषण करने की आजादी नहीं मिल पा रही है
Jay bheem Jo sanvidhan badlega usko bahan chod denge chahe Jo Sarkar ho chahe Jo bhi Sarkar ho Sarkar ke upar mein Nahin jaanta Jo sanvidhan ke bare mein galat karega uski man bahan ek karenge vaise to koi badal Nahin Sakta iski bahan choda jay bheem jay bheem jay mahakal jay Shri ram
संविधान मानते हैं इसलिए मैं खामोश हूं नहीं तो कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाऊंगा शंभू जी आप जैसे पत्रकारों पे गर्व है मुझे भाजपाई हिन्दुओं से निवेदन है, कि अपने बच्चों को भजन कीर्तन और होम-हवन में जरुर भेजें... चाहे इसके लिए स्कूल क्यों न छोड़ना पड़े.! नौकरी का क्या है...धर्म बचा रहेगा, तो आपके बच्चे गाय चराकर भी पेट भर लेंगे😊
मैं बहुत हैरान हूं इस देश का भला कैसे होगा ऐसे पाखंडी अंधविश्वासी कितना गुमराह किया गया है कि अपने ही समाज के लोग इतना भयंकर मतलब लेकर चल दिए हैं इनके अंधविश्वास इस देश का कल्याण कैसे होगा हद है
Murkh aadmi kisne kaha ki samvidhaan ambedkar ne likha hai. Samvidhaan copy paste kiya gya hai dusre desho se. Aur isko 389 members dwara accept kiya gya jisme ambedkar bhi the. Dusri baat samvidhaan likha hai bihari rayjada ne samjha. Pehle padh le sahi se kab tak aarakshan ke bal par chalega..
कुछ मित्र दिन-रात "जय मूलनिवासी" और "मूलनिवासी जिंदाबाद" की रट लगाते नहीं थकते। बिना यह जाने और समझे कि मूलनिवासी का मतलब क्या होता है? साथ ही भारत के 85 फीसदी लोगों को भारत के मूलनिवासी घोषित करके, शेष आबादी ब्राह्मण, वैश्य और क्षत्रिय को विदेशी बतलाते हैं। आश्चर्य कि इनमें से बहुत से खुद को तर्क के समर्थक महामानव बुद्ध के अनुयायी भी बतलाते हैं, लेकिन इनको व्यवहार में बुद्ध के तर्क के सिद्धांत से परहेज तर्क करने वाला इनको मूर्ख, गद्दार और मनुवादियों का एजेंट नजर आता है। मूलनिवासी का नारा देने वाले शीर्ष लोग एक विशेष तबके या विशेष मानसिकता के लोग हैं, जो खुद को बुद्धिजीवियों का शिरोमणि मानते हैं। सबसे बड़ा दुःख तो यह है कि इनका बाबा आंबेडकर या कांशीराम या अन्य किसी के मिशन या सामाजिक न्याय या संविधान के प्रावधानों से कोई सरोकार नहीं है। इनको वंचित वर्ग शूद्रों की समस्याओं से भी कोई मतलब नहीं है। इनका लक्ष्य येनकेन प्रकारेण सत्ता पर कब्जा करना है, जिसके लिये इनको नरेंद्र मोदी का प्रचार करने वाली और बामणों को आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करने वाली मायावती साक्षात देवी नजर आती हैं। इनको बाबा साहब और कांशीराम की संदिग्ध मौत की जांच की मांग करना तो दूर इस बारे में बात करना तक गवारा नहीं है। ऐसे लोग भारत की सत्ता पर कब्जा करने के सपने देखते हैं,
सच में इनका व्यवहार ब्राह्मणों से कई गुना अधिक दुराग्रही और तानाशाही है। इनके लिए वंचित वर्गों के महान लोग, जैसे ज्योतिराव फ़ूले, बिरसा मुंडा, पेरियार, बाबा साहब, कांशीराम आदि के विचार, काम और नाम केवल सत्ता पाने की सीढ़ी मात्र हैं। इनको इतनी सी बात समझ में नहीं आती कि आज भारत का प्रत्येक वह व्यक्ति भारत का मूलनिवासी है, जिसके पास मूलनिवास प्रमाण-पत्र है! ये लोग प्रायोजित और तथाकथित डीएनए को आधार बनाकर तर्क करते हैं, लेकिन हजारों सालों से बामणों और आर्य शासकों के यौनाचार के साथ-साथ विवाहेत्तर यौन सम्बंधों के कार्ब उटप्पन्न वर्णशंकर संतति के कड़वे सच पर विचार, चर्चा और तर्क नहीं करना चाहते। इनका मकसद केवल सत्ता है इनके लिए मूलनिवासी का अर्थ है। अर्थात लोगों को गुमराह करके वोट बैंक तैयार करना। इसलिए ये लोग सत्ता की खातिर वंचित वर्गों को मूलनिवासी के बहाने लगातार गुमराह कर रहे हैं। मूलनिवासी शब्द के बहाने ये लोग केवल खुद को अर्थात एक विशेष तबके को भारत के मूलवासी घोषित करना चाहते हैं। इनसे मेरा सीधा सवाल है कि यदि वास्तव में इनके पूर्वज भारत के मूलवासी थे तो मूलनिवासी जैसे हल्के शब्द को गढ़ने की क्या जरूरत है? अपने आप को भारत के मूलवासी अर्थात आदिवासी क्यों नहीं मानते? सारा संसार जानता है कि भारत के मूलवासी तो आदिवासी हैं। मूलनिवासी तो प्रत्येक देश के सभी नागरिक होते हैं। ईसाई, पारसी, यहूदी, आर्य-क्षत्रिय-शूद्र, अछूत, दलित, ओबीसी, घुमन्तु, विमुक्त, आदिवासी, हूँण, कुषाण, शक, मंगोल, मुगल, आर्य-ब्राह्मण और वैश्यों सहित सभी के वंशज जो भारत के नागरिक हैं, आज कानूनी तौर पर भारत के मूलनिवासी हैं, जय भीम। नमो बुद्धाय। जय भारत। जय संविधान। नर-नारी सब एक सामान।
शंभू जैसे पत्रकार के लिए कोटि कोटि वंदन नमस्कार आप जैसे पत्रकार देश के संविधान की रक्षा करने वाले स्तंभ हैं नहीं तो मनुवादी लोग तो चाहते ही हैं चाहते ही हैं कि हम ब्राह्मणवादी व्यवस्था से देश को फिर से गुलाम बना
मनुवादी का दर्द बोल रहा है जो संविधान को जल्द से जल्द खत्म करना चाहता हैं। बड़ी अफसोस की बात है उसका भी SC ST OBC के लोग ही साथ दे रहे हैं चाहे अनपढ़ हों या पढ़ा लिखा।
आज से जान लिजिये की जो कौन अपनी इतिहास नहीं जानती वह अपने भभिष्य का निर्माण कभी नहीं कर सकती। हमारे अoजाo/अoजoजाoबहुत ही सुधार लायें है,जिसके आधार पर अब अoपिoवर्ग अग्रेतर की ऊंची उड़ान भर रहें हैं। शिक्षित बनों। संगठित रहों।संघर्ष करों।
कुछ मित्र दिन-रात "जय मूलनिवासी" और "मूलनिवासी जिंदाबाद" की रट लगाते नहीं थकते। बिना यह जाने और समझे कि मूलनिवासी का मतलब क्या होता है? साथ ही भारत के 85 फीसदी लोगों को भारत के मूलनिवासी घोषित करके, शेष आबादी ब्राह्मण, वैश्य और क्षत्रिय को विदेशी बतलाते हैं। आश्चर्य कि इनमें से बहुत से खुद को तर्क के समर्थक महामानव बुद्ध के अनुयायी भी बतलाते हैं, लेकिन इनको व्यवहार में बुद्ध के तर्क के सिद्धांत से परहेज तर्क करने वाला इनको मूर्ख, गद्दार और मनुवादियों का एजेंट नजर आता है। मूलनिवासी का नारा देने वाले शीर्ष लोग एक विशेष तबके या विशेष मानसिकता के लोग हैं, जो खुद को बुद्धिजीवियों का शिरोमणि मानते हैं। सबसे बड़ा दुःख तो यह है कि इनका बाबा आंबेडकर या कांशीराम या अन्य किसी के मिशन या सामाजिक न्याय या संविधान के प्रावधानों से कोई सरोकार नहीं है। इनको वंचित वर्ग शूद्रों की समस्याओं से भी कोई मतलब नहीं है। इनका लक्ष्य येनकेन प्रकारेण सत्ता पर कब्जा करना है, जिसके लिये इनको नरेंद्र मोदी का प्रचार करने वाली और बामणों को आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करने वाली मायावती साक्षात देवी नजर आती हैं। इनको बाबा साहब और कांशीराम की संदिग्ध मौत की जांच की मांग करना तो दूर इस बारे में बात करना तक गवारा नहीं है। ऐसे लोग भारत की सत्ता पर कब्जा करने के सपने देखते हैं,
सच में इनका व्यवहार ब्राह्मणों से कई गुना अधिक दुराग्रही और तानाशाही है। इनके लिए वंचित वर्गों के महान लोग, जैसे ज्योतिराव फ़ूले, बिरसा मुंडा, पेरियार, बाबा साहब, कांशीराम आदि के विचार, काम और नाम केवल सत्ता पाने की सीढ़ी मात्र हैं। इनको इतनी सी बात समझ में नहीं आती कि आज भारत का प्रत्येक वह व्यक्ति भारत का मूलनिवासी है, जिसके पास मूलनिवास प्रमाण-पत्र है! ये लोग प्रायोजित और तथाकथित डीएनए को आधार बनाकर तर्क करते हैं, लेकिन हजारों सालों से बामणों और आर्य शासकों के यौनाचार के साथ-साथ विवाहेत्तर यौन सम्बंधों के कार्ब उटप्पन्न वर्णशंकर संतति के कड़वे सच पर विचार, चर्चा और तर्क नहीं करना चाहते। इनका मकसद केवल सत्ता है इनके लिए मूलनिवासी का अर्थ है। अर्थात लोगों को गुमराह करके वोट बैंक तैयार करना। इसलिए ये लोग सत्ता की खातिर वंचित वर्गों को मूलनिवासी के बहाने लगातार गुमराह कर रहे हैं। मूलनिवासी शब्द के बहाने ये लोग केवल खुद को अर्थात एक विशेष तबके को भारत के मूलवासी घोषित करना चाहते हैं। इनसे मेरा सीधा सवाल है कि यदि वास्तव में इनके पूर्वज भारत के मूलवासी थे तो मूलनिवासी जैसे हल्के शब्द को गढ़ने की क्या जरूरत है? अपने आप को भारत के मूलवासी अर्थात आदिवासी क्यों नहीं मानते? सारा संसार जानता है कि भारत के मूलवासी तो आदिवासी हैं। मूलनिवासी तो प्रत्येक देश के सभी नागरिक होते हैं। ईसाई, पारसी, यहूदी, आर्य-क्षत्रिय-शूद्र, अछूत, दलित, ओबीसी, घुमन्तु, विमुक्त, आदिवासी, हूँण, कुषाण, शक, मंगोल, मुगल, आर्य-ब्राह्मण और वैश्यों सहित सभी के वंशज जो भारत के नागरिक हैं, आज कानूनी तौर पर भारत के मूलनिवासी हैं, जय भीम। नमो बुद्धाय। जय भारत। जय संविधान। नर-नारी सब एक सामान।
ब्राह्मणवादी मनुवादी जनरल वर्ग की ताकत असल में अनपढ़, ब्रेन वॉश किया हुआ एस सी, एस टी, ओ बी सी के युवा और बुजुर्ग ही हैं। ब्राह्मणों ने इस समाज पर राज करके इन सबकी मनोदशा पर भी राज किया है। दलित वर्ग के लोग ब्राह्मणों से मार पीठ, गाली ग्लोच, शौषण सेहन कर लेंगे लेकिन कभी मनुवादियों की पूंछ नहीं छोड़ेंगे। जिस दिन दलितों ने तलवे चाटने, गुलामी करना, मनुवादियों को नेता बनाना छोड़ देंगे ब्राह्मणवादी मनुवादी की दुर्दशा प्राचीन भारत के शूद्रों से भी बद्तर हो जायेगी। और ये बात ब्राह्मण मनुवादी समाज भली भांति जानता है, इसलिए वो जानते है दलितों को कैसे ब्रेन वॉश करके गुलाम बनाए रखना है। सबसे बड़ा हथियार उनके पास सनातन/ हिंदू धर्म ही है, जिसमे वो देवी देवताओं का डर भी दिखा देते है और दलितों को सनातन धर्म का अनुयायी भी बना देते है। ओ बी सी वालों को वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण समाज बहुत ही चालाकी से ऊपर करके दलित वर्ग से बाहर करेगा और दलितों के ही खिलाफ़ लड़ा देंगे। ओ बी सी समाज को भी मनुवादी विचारधारा से ग्रसित किया जा चुका है। और अब ओबीसी वर्ग के लोग खुद को सनातनी बताने में ज़्यादा खुशहाल महसूस करते है। हालांकि उनकी दुर्दशा केवल संविधान ने ही सुधारी है। ये वो लोग भूल गए हैं। एस सी, एस टी, ओबीसी जब तक एक होके ब्राह्मणों के राज से बगावत नहीं करेंगे, गुलामी का दौर यूंही चलता रहेगा। दलित आज भी ब्राह्मणों का गुलाम है, इस वास्तविकता से मुंह नहीं छुपा सकते। जय भीम
शंभू जी यह मनु वादियां की सोच है किस संविधान न बचे लेकिन देश और विश्व के लिए हमारा संविधान इतना अच्छा है किसी की तुलना आज भी कोई देश नहीं कर सकता जय भीम नमो बुद्धाय
बेरोजगारी के लिए सरकार नही जिम्मेदार है इसके लिए भी नेहरू जिम्मेदार है। वाह रे अंधभक्त इसी लिए सरकार पांच किलो राशन देती हैं शिक्षा और रोजगार से दूर रहो 200 रू में झंडा ढोए । आपकी बेबाक पत्रकारिता को सलाम 🇮🇳🇮🇳🙏🙏
इस वीडियो से आज यह पता चला कि एक अल्प ज्ञानी ब्राह्मण कितने लोगों को और किस हद तक आम लोगों को बेवकूफ बना सकता है , ब्राह्मण अपने एजेंडा में कामयाब होता दिख रहा है।।
@Gulshan Gulshan काहे के स्वर्ण बे तुम ??? सोने की भौसरी से पैदा हुवे क्या जो सवर्ण हो गये ??? घर घर जाकर चून भीख मांगकर खाने वाले स्वर्ण हैं, तो जो चून भीख में देते होगे वो तो डायमंड होते होगे,
शंभू सर ऐसे लोगों को सुनकर मजा आ गया ऐसे ऐसे लोग ओबीसी sc-st में पड़े हुए हैं यह जानते ही नहीं है कि हमारे अधिकार संविधान से सुरक्षित है या हिंदू राष्ट्र से सुरक्षित है
शंभूजी आप जैसे 10-20 पत्रकार हो जायें... तो कार्फा कुछ अच्छा होसकता है..... इस देश में.. वाह क्या हिम्मत है आपमें... आपको डर नही लगाता है -- ऐसे मूर्खों और जाहीत लोगों से बात करनमें... I
mujhe maloom hain kitna budhhi bal hai tum brahmano k pass tabhi to SCSTOBC general exam mein category k seat par beat kar hain tumara rishtedaar dronacharya unka aang9tha kaata aa raha consipirancy saakish chal karna jhoot bolna, chori karna hi tumara buddhi bal hain
@@gyandeep4831 Munna apne baap se Pucho kisne thodi muft ki roti Bakar bakar bahut aata apne dram pe baat aate hi chudi bahen saari pahen kar kahi jagule ki taraf chale jaate ho tum dab
शंभु जी आपको कोटी कोटी सलाम. कैसे कैसे लोगो को बरदास करते हो आप. आप मे जो धैर्य है ओ कीसिमे भी नहीं है.आपकी पत्रकरिता बेमिसाल है. जयभीम जय माता रमाई. जय संविधान.
शम्भू सर आपकी पत्रकारिता को सलाम हैं चालक ब्राह्मण ने कुछ अनपढ़ OBC, SC, ST को लेकर अपनी विद्वता का परिचय करा रहा है यही कारण है कि सविधान खत्म करना चाहते हैं ताकि अपना वर्चस्व बनाए रखें।और यह लोग हमेशा मूर्ख बने रहे।
Ise patrkar ko Dil se sukariya ❤❤
Jay bhim Jay sabhidhan 📘🖊️💙💙💙💙💙💙💙💙
भीमराव अंबेडकर के संविधान का घोर उलंघन हो रहा है ! ईसका ईलाज सिर्फ और सिर्फ "तीन पूतली" को हटा दो,उखाड़ फेंको,ईस आदमी की शकल सूरत देखने से लगता है के अर्धपागल हैं !!। 😷🙄😳💀
Absolutely right.
National DASTAK जिंदाबाद।
सत्यमेव जयते।
शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो।
Smvuviyainandvktokonhismjapaogeygobrhikaynge
Waah bhai waah is patrakaar ki tareef karne ke liye alfaaz nahin hain❤❤❤ great news reporte . Ambedkar ji ko sahi me manne vale
जय संविधान जय भीम जय नेशनल दस्तक जिन्दाबाद शंभु सर जिन्दाबाद
सचाईं को सामने लाने के लिए आप जैसे साहसी सोशल मीडिया को सलाम करते हैं।
Ek trfa kr rha h bhai
@@Enter934😊
🙏🙏✍️✍️🙏🙏💙💙👍👍👏👏👏👏
बाभन जैसा दिखाई नही देता है😅😅😅😅😅
बहुत ही साहस से आप ऐसे लोगो का सामना करते है और सवाल जवाब । धैर्यपूर्वक से सुनते भी है।
आप जैसे तेजस्वी पत्रकार को सलाम है शम्भू सर 🙏
Sir kon sa pagal jahiel anpad se bat kar rahi ho
सम्पत्ति बेचने वाले को पुरी सम्पत्ति विकने तक बहुत सम्मान मिलता है।
शम्भू सिंह जी आप को विषम परिस्थितियों में भी इस तरह की पत्रकारिता के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
है पंडित जी सठिया गए हैं पूर्व में हुए मानव पर अत्याचार से अवगत नहीं है जय हिंद जय भारत
Pandit sab per bhari hum achooto ka pani bhi nhi pite
Hum saaf hai salo
Bamboo ab nhi bachega
Jai parshuram Ram ki
गजब की पत्रकारिता किया आपने वाह सैल्यूट करता हूं आपको सर
आपको हाथ जोड़ के धन्यवाद माननीय शंभू जी 🙏 आप बहुत ही अच्छे इंसान हैं
Education is very important 😊😊
शम्भू सर के निर्भीक पत्रकारिता के लिए बहुत बहुत शुक्रिया।
भाई जी आप समाज के लिए लगे रहो आप के बच्चो का भला होगा आप को दिल से सैल्यूट
Very nice video
Pagle wo samaj ke liye nhi khud ke liye lga h 5 lack kamata hoga you tube se ye sb bolkr
सम्भू कुमार जी आप इसी तरह से चर्चा करते रहिये ताकि लोगों को पता चल सके कि संविधान के साथ क्या होने वाला है
Yah brama ke konse angse payda huva
झूठा है।
Iska blood kaun sa color ka hai
55555555555555555555
शंभु सर आप को बहुत बहुत शुक्रिया जो ऐसी मंसिकता से पागल हैं और संविधान बदलने की बात करता हैं जनता के सामने लाने के लिये धन्यवाद जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान
Shambhu jija ji
अभी देश में बहुत से पागल हैं शंभू जी जय भीम
Brahman PE sara dosh kyu
Sambhu jee
बहुत दुखी की बात है कि एक मनुवादी का साथ अपने OBC, ST, SC के लोग ही दे रहें हैं। ऐसी पत्रकारिता के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।।
Bhai mere Jo khud Ko Hindu kahate Hain vah sab atke CST to hai
Shambhu ji Salam hai aapki patrkarita ko
Selyut. Shabhu. Sar
Ye. Pandit. Jo. Shambhu. Sar. Se. Bahas. Kartahe. Vo. Chutiya. He
Tu. Kya. Ghanta. Badlega. Tere. Shath. Khada. Vo. Bhi. Anpadh. He.
क्या बोलू समझ मे नही आता ऐसे लोगो का इंटरव्यू को देखके ऐसा लगता अपना आँख कान नोच लू ।जय भीम शम्भू जी
Ab ham logo ko hi sangathit hona padega jay bheem
शंभु अपने अपने समाज को जागरूक करने के लिए धन्यवाद जय भुतनाथ जय मां भारती ॐ नमः बुद्धाय
आदरणीय पत्रकार महोदय जी,आप के प्रयास की जितनी भी तारीफ किया जाए कम है। आप देखें कुल्हाड़ी से उसके डंडे यानी बेट को निकालना बहुत कठिन है, जिससे पेड़ कटता है।
लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त करें
Thanks
Shambhu bhai man
U
शिक्षा बहुत जरूरी है obc, sc, st के लिए |
शंभू जी ऐसे पत्रकारिकता के लिए बहुत-बहुत बधाई
शंभू जी के पत्रकारिता को दिल से सैल्यूट करता हूं सर आप से निवेदन है कि आप इसी तरीके से एससी एसटी ओबीसी के लोगों को जागरुक करते रहिए
आपका बहुत बहुत शुक्रिया सर हमें जागरूक करने के लिए। The Great Shambhu Sir
मैं इस ब्राह्मण से पूछना चाहता हूं कि काम के आधार पर जाति होती है जो ब्राह्मण आज के समय में अलग-अलग काम कर रहे हैं ओ कौन सी जाति में विलोम करेंगे जय भीम नमो बुद्धाय जय भीम आर्मी
Shambhu jee aap sc ke andar Jo dar betha h usko apne pure jeevan m nhi nikal skte jaise Sher ko dekhkar gadha ya anay pashu dar jate h asse hee general ko dekhkar sc ka dimag Kam nhi krta h
@@shashisaraswat8853 जैसे तुम्हारा दिमाग काम नही कर रहा है अनपढ़, आज राष्ट्रपति प्रधानमंत्री तक बन गए SC ST OBC पर तुम्हारे घुटने से ऊपर दिमाग नही आया
Bikari
असली मलाई खा रहे फिर भी रो रहे ब्राह्मण
Vaisakhi lekar daudne wala ... Dono pairo wale se nhi Jeet sakta... Agar dalito ko permanant developement chaiye to khud ko grow up krke dono pairo wala banaiye..... Na ki Arakshan ki vaisakhi wala
अगर इस देश संविधान नही होता, तो ये तो जिने ही नही देते, क्या सोच रखते हे ये 🙏जय संविधान 🙏
नमो बुद्धाय जय भीम, जय संव🎉🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙👍💯💪💪💪
देश को रसातल में पहुंचा कर ही चैन लेगा। शंभू भाई दमदार पत्रकारिता।
जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी जय संविधान
शंभू सर आप को पत्रकारिता के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद
मूर्खों का नेता बनकर सिंबल ऑफ नॉलेज द्वारा लिखित संविधान बदलने की बात महा मूर्ख ही कर सकता है । शंभू जी ऐसी माानसिकता हम लोगों तक पहुंचाने के लिये आपका शुक्रिया । आजकल आप भी अपनी निर्भीक पत्रकारिता से मजे लेने लगे हैं ।
सोडिएम घट् गया है... इस नेता का
कचरा मुक्त भारत ❤ सर्वे वैः सुखीनो सन्तु, सर्वे सन्तु नीरामया, सर्वे भद्राणी पर्यंत, मा कश्र्दि दुःख भाव भवेत❤❤❤ जय शंभुनाथ नमस्कार
शम्भू जी आपकी निष्पक्ष व निर्भीक पत्रकारिकता के लिए आपका दिल से शुक्रिया।
Sir ji ye pagel kaha se aa gya h jai bheem jaisamvidhan
@@anjukatariyaanju4017 😁👍
@@anjukatariyaanju4017 y
Shambhu ji Brahman pagal dikhta hai
@@majidsheikh5333 q1¹
ऐसे कुंठित लोगो से सिर्फ शम्भू सर आप ही भिड़ सकते है और सबक सिखा के बोलती बंद कर सकते है।आज के समय में आप जैसे कर्मठ निर्भीक साहसी पत्रकार की जरूरत है।
सलाम है सर जी आप जैसे तेजस्वी पत्रकार को ❣️🙏
Aap kise bat kar rahe sambhu si
Sahi bat h me to itna nhi jhel sakta me hota to isi mic 🎤 se is baklol barahman ka sr fod deta 🤣
sambhu aap abhi aur parrayi karo tab brahman se bahas karno
sambhu aap abhi aur parrayi karo tab brahman se bahas karno
कोटि कोटि नमन बधाई व हार्दिक मंगल शुभकामनाएँ भाई शम्भूजी। नमो बुद्धाय बुध्दमय भारतवर्ष जय संविधान जय भीम जागो जागो अन्धभक्तों जागो मूलनिवासियों जागो बहुजनों ओबीसी मैनारिटी एससी एसटी के लोग जागो जागो अभी नहीं तो कभी नहीं जागो जागो
Hindu yuva achyut ki soch ko parast kaarne gav gav se sidhh ho jaye .
😢😢😢😢😢😢😢😢
सर जी नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत बाबासाहेब और उनका दिया हुआ संविधान ब्राह्मण तथा मानवादी लोगों के दिल में दिन रात कांटे की तरह चुप रहा है क्योंकि इनको एससी एसटी ओबीसी का शोषण करने की आजादी नहीं मिल पा रही है
जो युवा भाई ने बोला पिताजी पर मजबूरी थी ओ नहीं पढ़ाई कर पाए हम बता रहे हैं पिताजी मजबूर नहीं थे जाति व्यवस्था मजबूर कर दी थी
Shambhuji very good job
To bhimrav bhimta kyu majboor nahin hua
@@rajeshmishra6063 wo tera baap tha isliye
@@rajeshmishra6063kyoki tab tere baap angrezo ka raaj tha jaha par unke pita British army me naukri karte the
हम बाबा साहेब के सविधान के पक्ष में है
मजा आ गया
हिंदू राष्ट्र की पोल खोल दी
बहुत अच्छे पत्रकार महोदय
जय भीम
Good news from you soon best you
Lp
Watch science Journey unhone pure hindu dharm ki pole khol di.
@@Ashish_vlogging mafiveer Savarkar . Angrezo ki pention pe palne wala Savarkar.
Bhai ye pandit murk hai shwidhan he Vedant se liya gaya essi koi change nhi kar sakte
Shmbhu ase logo. Ka.intfyu jrur liya kre
दिल से सलाम शंभू जी आपका हमेशा st sc obc मुस्लिम समाज कर्जदार होगा
🙏👍
शभू जी आप जैसे पत्राकार के वजह से ही संबिधान बचा हुआ है जय भीम जय संबिधान पंडित गोबर खाया अभी पंडित
शम्भु सर इस देश को आप जैसे पत्रकार की आवश्यकता है जो समाज के आखों पर बंधी पट्टी हटा सके।
जय भीम जय संविधान नमो बुधाय नमः
शंभू भैया सेल्यूट निर्भीक और साहसी पत्रकारिता को salute
शंभू भाई साहब बार-बार शुक्रिया ऐसे मीडिया वाले चाहिए ताकि जनता ताकि फॉरवर्ड वाले झुक जाएं
पागल हो गया है जय भीम जय संविधान
Sambhu aakhiri kiran hai sarkari ration par jivan yapan karne wali kaum ka
Shambhu jee aase chutiyon se kya bat kar rahe hai
@@rajeshmishra6063 chal be brahmte...
शभू जी आप जैसे पत्रकार के वजह से ही संबिधान बचा हुआ है
जय भीम जय संबिधान
ji bilkul
Mari hui kitab hai
@@rajeshmishra6063 abe saale tum jaise hram khor log mare huye ho gober ke jno
@@rajeshmishra6063anpadh....😂😂🤣
सुंदर आहे
श्री मान शम्भू भाई जी आपने ब्राह्मण समाज के दूषित मानसिकता एवं गंदी सोच रखने वाले के साथ बहस की इसके लिए आपको साधुवाद जय भीम नमो बुद्धाय🙏💕
Jai bghvaan parshuram ji ki
Sanvidhan ke sath Jo galat karega uski bharpai jarur milegi jay sanvidhan jay mahakal
Jay bheem Jo sanvidhan badlega usko bahan chod denge chahe Jo Sarkar ho chahe Jo bhi Sarkar ho Sarkar ke upar mein Nahin jaanta Jo sanvidhan ke bare mein galat karega uski man bahan ek karenge vaise to koi badal Nahin Sakta iski bahan choda jay bheem jay bheem jay mahakal jay Shri ram
Jai shree Sitaram 🙏🏻🙏🏻♥️
शंभू कुमार पत्रकारिता के लिए धन्यवाद देता हूंदिल से
संभू जी हम आपका बहुत आभार हैं ऐसी मानसिकता सब तक पहुंचाने के लिए जय संविधान
Science Journey channel dekho bro
Bhim Rao Ambedkar me hatho Ka deya Pani kyo Nahi piya that pandit ki me??????
शम्भु भईया प्रणाम आपको,आप एक ईमानदार एवं साहसी पत्रकार हैं
इस देश को शंभू सर जैसे महान पत्रकारों की जरूरत है।
Ye brahman was phirse Lana chahte hai sir
Jai bhim
@Gulshan Gulshan ram ek myth hai . Ek katha matra .
@@pravinbagda1485 Jay sri ram 🏹🏹🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🏹🚩🔱🏹🚩🚩🚩🚩🔱🔱🚩🏹🔱🏹🏹🏹🏹🔱🔱🚩🚩🏹
☝️
जियो मेरे शेर मैं विकास दीक्षित जी आपके साथ हूँ जय श्री परशुराम जी जय हो ब्राह्मण समाज
संविधान मानते हैं इसलिए मैं खामोश हूं नहीं तो कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाऊंगा शंभू जी आप जैसे पत्रकारों पे गर्व है मुझे भाजपाई हिन्दुओं से निवेदन है, कि अपने बच्चों को भजन कीर्तन और होम-हवन में जरुर भेजें... चाहे इसके लिए स्कूल क्यों न छोड़ना पड़े.!
नौकरी का क्या है...धर्म बचा रहेगा, तो आपके बच्चे गाय चराकर भी पेट भर लेंगे😊
Bamn देश को खत्म करके रहेंगे
Sahi bole..sambidhaan khatam hoga to in fwdo ko jyada nuksan hai.. bahujan logo ka utpat kar denge
Right sir
You are right sir jai bhim
जय भिम नमो बुद्धाय सर 🙏🙏🙏
Jay भीम जय संविधान नमो बुद्धाय
10 reservation Brahman ko do
चुप शुद्र
संभुजी ऐसे घटिया किस्म के लोंगो के विचारों को बाहर लाने के लिये आपका धन्यवाद।
शंभु जी आपकी पत्रकारिता से सहमत हूं❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
न्यायालय ने स्वयंम संज्ञान लेकर इसका दिमाग ठिक करना चाहिए
ऐसे पाखंडी को देश द्रोह घोषित कर देना चाहिए जो संविधान को बदलने की बात करे
जय भीम जय भारत जय संविधान
Yes
ऐसी पत्रकारिता करने के लिए कोटि कोटि प्रणाम सम्भू सर
जय भीम जय भारत 🙏🙏🙏🙏🙏
ʙᴀᴅʜᴀᴍᴀɴ ꜱᴀʙꜱᴇ ɢʜᴀᴛɪᴋ ʜᴀɪ
No bheem Raju chutki
Only jai shree ram
He is a zero mm
श्री शम्भू जी आप बहुजनों को जागरूक करतें रहें यहीं आपका कर्म , कर्तव्य ही देश का बहुजन हमेशा याद करेगा।
आपका संघर्ष सदा याद किया जाता रहेगा।
धन्यवाद।
इनकी मानसिकता सभी के सामने उजागर करने के लिए धन्यवाद!
मैं बहुत हैरान हूं इस देश का भला कैसे होगा ऐसे पाखंडी अंधविश्वासी कितना गुमराह किया गया है कि अपने ही समाज के लोग इतना भयंकर मतलब लेकर चल दिए हैं इनके अंधविश्वास इस देश का कल्याण कैसे होगा हद है
किसी का बाप, बाबा साहेब के द्वारा लिखा गया संविधान को बदल नही सकता है (जय भीम)
You are write bhaiya ji
Bhai 70 time bdla gya h wo bhi kisiki beti ne badla h
@@surajmishra4430 bewakoof sansodhan hue h na ki pura constitution change hua
Tera baap बदल सकताहै क्या
Murkh aadmi kisne kaha ki samvidhaan ambedkar ne likha hai. Samvidhaan copy paste kiya gya hai dusre desho se. Aur isko 389 members dwara accept kiya gya jisme ambedkar bhi the. Dusri baat samvidhaan likha hai bihari rayjada ne samjha. Pehle padh le sahi se kab tak aarakshan ke bal par chalega..
Shambhu Bhai aapko salute hai❤
शंभू जी आप अद्भुत है। समाज को जगाते रहिए धन्यवाद।
हमारे देश में धार्मिक स्थलों के लिए जितना संघर्ष करते हैं अगर उतना शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए करें तो देश की तस्वीर ही बदल जाएगी। जय भीम जय संविधान।
आयातित एंटीनाधारी लोग ही संविधान को आयातित बोलता है।
जय भीम जय भारत
Tum bhuke nange log sarkari ration lene tak ko hi sanghars samajhte ho
Vo ho jayega to netavo ko vote kon dega
धर्म नही बिजनेस कहो बामणों का,
@@baliyanjat4432 sahi baat
ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਲੱਗੇ ਰਹੋ ਪੱਤਰਕਾਰ ਜੀ। ਇਸੇ ਤਰਾ ਹੀ ਦੌੜ ਲਗਾਇਆ ਕਰੋ ਅਜਿਹੇ ਘਟੀਆਂ ਸੋਚ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਜੋ ਸਿਰਫ਼ ਹਿੰਦੂ ਰਾਜ ਹੀ ਹੋਣਾ ਲੋਚਦੇ ਹਨ।
भारतकेब्राह्मणोनेभारतके पचासीप्रतिसतसमूचीनारीजातब ऐससी ऐसटी ओबीसीकेलोगौंकोधर्मकाभयदिखाकरपङाईपर रोकलगायेरखेथे बोतोभलाहो साबित्रीबाईमहात्माफूलेका इन्होनेभारतकेसभीसूद्रबनारीसभीसिक्छादिलानेकाकामकिया जय साबित्रीबाईजयहोमहात्माफूले जयभीम सम्भूजी नमोबुध्धाय।
शम्भू जी आप जैसे पत्रकार की समाज में जरूरत है
इसके लिए बधाई आप को
यए तो अल्पज्ञ है शम्भू जी कहा समय बर्बाद कर रहे ,,
RIP sambhu 🙏🙏🙏🙏
Bahut jyada jarurat hai aap jaisa patrakar ki
@@rajeshmishra6063 abe brahma k muh me kisne diya tha?
@@sunnydayal7672 tumhari bahan ne 😀😀😀😀😀
शम्भू आप की पत्रकारिता बहुत महान है आप जैसे पत्रकारों की देश को जरूरत है जय संविधान
Asap ki patrkarita ko saloot
शंभू जी आपको बहुत-बहुत कोटि कोटि प्रणाम जय भीम जय संविधान
Sambhu Kumar sir apke nirbhik patrakarita ko Dil se salam👍🙏
Sambhu ji n msg cament bnd kr diya dar gye ki unke media m sirf chune huye log hi msg kare sirf ye to pachkaar hai
@@markushtappo9466😅😅
Azad mind great reporters jindabad jindabad jindabad 🎉❤vote 🗳 for only asp jindabad jindabad jindabad 😂❤🎉❤
स्वतंत्र पत्रकारिता करने वाले शंभू कुमार जी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
पूर्व में जो गोबर मारते थे आज वही लोग गोबर में विज्ञान खोज रहे हैं
शम्भू जी,ऐसे बेवाकुफों को ज्यादा महत्व न देवें। ऐसे पागल सिर्फ पागलखाने में न होकर सड़कों पर भी मिल जाते हैं
He is completely Insane.
Ye inssan chutiyapa ki seema paar kar gya h ...sala is yug me bhi manuvadita chahta h. ....in manuvadiyo se jyada hinsak kon hi hoga 😂😂
बोहोत सच कहा भैया तूमने !!। 😜😷
ऐसे चंद लोगोनो भारत का संविधान खतरे मे आ गया है कितने अंधभक्त है सोचने की बात है
@@baldevkumar1720 BAHUT,,JALTE,,HAA,,,
ये बहुत ही सोचने वाली बात है की आज भी ऐसी मानसिकता के लोग है इस देश में पत्रकार को दिल से सलाम🙏
कुछ मित्र दिन-रात "जय मूलनिवासी" और "मूलनिवासी जिंदाबाद" की रट लगाते नहीं थकते। बिना यह जाने और समझे कि मूलनिवासी का मतलब क्या होता है? साथ ही भारत के 85 फीसदी लोगों को भारत के मूलनिवासी घोषित करके, शेष आबादी ब्राह्मण, वैश्य और क्षत्रिय को विदेशी बतलाते हैं। आश्चर्य कि इनमें से बहुत से खुद को तर्क के समर्थक महामानव बुद्ध के अनुयायी भी बतलाते हैं, लेकिन इनको व्यवहार में बुद्ध के तर्क के सिद्धांत से परहेज
तर्क करने वाला इनको मूर्ख, गद्दार और मनुवादियों का एजेंट नजर आता है। मूलनिवासी का नारा देने वाले शीर्ष लोग एक विशेष तबके या विशेष मानसिकता के लोग हैं, जो खुद को बुद्धिजीवियों का शिरोमणि मानते हैं। सबसे बड़ा दुःख तो यह है कि इनका बाबा आंबेडकर या कांशीराम या अन्य किसी के मिशन या सामाजिक न्याय या संविधान के प्रावधानों से कोई सरोकार नहीं है। इनको वंचित वर्ग शूद्रों की समस्याओं से भी कोई मतलब नहीं है। इनका लक्ष्य येनकेन प्रकारेण सत्ता पर कब्जा करना है, जिसके लिये इनको नरेंद्र मोदी का प्रचार करने वाली और बामणों को आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करने वाली मायावती साक्षात देवी नजर आती हैं।
इनको बाबा साहब और कांशीराम की संदिग्ध मौत की जांच की मांग करना तो दूर इस बारे में बात करना तक गवारा नहीं है। ऐसे लोग भारत की सत्ता पर कब्जा करने के सपने देखते हैं,
सच में इनका व्यवहार ब्राह्मणों से कई गुना अधिक दुराग्रही और तानाशाही है। इनके लिए वंचित वर्गों के महान लोग, जैसे ज्योतिराव फ़ूले, बिरसा मुंडा, पेरियार, बाबा साहब, कांशीराम आदि के विचार, काम और नाम केवल सत्ता पाने की सीढ़ी मात्र हैं। इनको इतनी सी बात समझ में नहीं आती कि आज भारत का प्रत्येक वह व्यक्ति भारत का मूलनिवासी है, जिसके पास मूलनिवास प्रमाण-पत्र है! ये लोग प्रायोजित और तथाकथित डीएनए को आधार बनाकर तर्क करते हैं, लेकिन हजारों सालों से बामणों और आर्य शासकों के यौनाचार के साथ-साथ विवाहेत्तर यौन सम्बंधों के कार्ब उटप्पन्न वर्णशंकर संतति के कड़वे सच पर विचार, चर्चा और तर्क नहीं करना चाहते। इनका मकसद केवल सत्ता है
इनके लिए मूलनिवासी का अर्थ है। अर्थात लोगों को गुमराह करके वोट बैंक तैयार करना। इसलिए ये लोग सत्ता की खातिर वंचित वर्गों को मूलनिवासी के बहाने लगातार गुमराह कर रहे हैं। मूलनिवासी शब्द के बहाने ये लोग केवल खुद को अर्थात एक विशेष तबके को भारत के मूलवासी घोषित करना चाहते हैं। इनसे मेरा सीधा सवाल है कि यदि वास्तव में इनके पूर्वज भारत के मूलवासी थे तो मूलनिवासी जैसे हल्के शब्द को गढ़ने की क्या जरूरत है? अपने आप को भारत के मूलवासी अर्थात आदिवासी क्यों नहीं मानते? सारा संसार जानता है कि भारत के मूलवासी तो आदिवासी हैं। मूलनिवासी तो प्रत्येक देश के सभी नागरिक होते हैं। ईसाई, पारसी, यहूदी, आर्य-क्षत्रिय-शूद्र, अछूत, दलित, ओबीसी, घुमन्तु, विमुक्त, आदिवासी, हूँण, कुषाण, शक, मंगोल, मुगल, आर्य-ब्राह्मण और वैश्यों सहित सभी के वंशज जो भारत के नागरिक हैं, आज कानूनी तौर पर भारत के मूलनिवासी हैं,
जय भीम। नमो बुद्धाय।
जय भारत। जय संविधान।
नर-नारी सब एक सामान।
Jay.bhim.jay.bharat
बाबासाहेब को सत सत नमन जो दुनिया के सबसे बड़े विद्वान माने जाते है और इतने अच्छे संविधान का निर्माण किया।
Jai bhim manubadi chamcha se sawdhsn
Bo pagal h sir
Constitution churaya thA
पत्रकार संभू जी आप को शत-शत नमन ऐसे पत्रकारिता पर
देश द्रोही
शंभू जैसे पत्रकार के लिए कोटि कोटि वंदन नमस्कार आप जैसे पत्रकार देश के संविधान की रक्षा करने वाले स्तंभ हैं नहीं तो मनुवादी लोग तो चाहते ही हैं चाहते ही हैं कि हम ब्राह्मणवादी व्यवस्था से देश को फिर से गुलाम बना
मनुवादी का दर्द बोल रहा है जो संविधान को जल्द से जल्द खत्म करना चाहता हैं। बड़ी अफसोस की बात है उसका भी SC ST OBC के लोग ही साथ दे रहे हैं चाहे अनपढ़ हों या पढ़ा लिखा।
@Gulshan Gulshan tumhare baap dadao ne to soshan kar ke aapna pet palte the
आज से जान लिजिये की जो कौन अपनी इतिहास नहीं जानती वह अपने भभिष्य का निर्माण कभी नहीं कर सकती। हमारे अoजाo/अoजoजाoबहुत ही सुधार लायें है,जिसके आधार पर अब अoपिoवर्ग
अग्रेतर की ऊंची उड़ान भर रहें हैं।
शिक्षित बनों। संगठित रहों।संघर्ष करों।
ये पढे लिखे मानसिक गुलाम हैं, इसलिये ये अपनी आनेवली पिढी को ज्यादा गुलाम (पेशवा के समय जो स्थिती थी) वैसे गुलाम बनणे के लिये मजबूर करणे वाली है.
कुछ मित्र दिन-रात "जय मूलनिवासी" और "मूलनिवासी जिंदाबाद" की रट लगाते नहीं थकते। बिना यह जाने और समझे कि मूलनिवासी का मतलब क्या होता है? साथ ही भारत के 85 फीसदी लोगों को भारत के मूलनिवासी घोषित करके, शेष आबादी ब्राह्मण, वैश्य और क्षत्रिय को विदेशी बतलाते हैं। आश्चर्य कि इनमें से बहुत से खुद को तर्क के समर्थक महामानव बुद्ध के अनुयायी भी बतलाते हैं, लेकिन इनको व्यवहार में बुद्ध के तर्क के सिद्धांत से परहेज
तर्क करने वाला इनको मूर्ख, गद्दार और मनुवादियों का एजेंट नजर आता है। मूलनिवासी का नारा देने वाले शीर्ष लोग एक विशेष तबके या विशेष मानसिकता के लोग हैं, जो खुद को बुद्धिजीवियों का शिरोमणि मानते हैं। सबसे बड़ा दुःख तो यह है कि इनका बाबा आंबेडकर या कांशीराम या अन्य किसी के मिशन या सामाजिक न्याय या संविधान के प्रावधानों से कोई सरोकार नहीं है। इनको वंचित वर्ग शूद्रों की समस्याओं से भी कोई मतलब नहीं है। इनका लक्ष्य येनकेन प्रकारेण सत्ता पर कब्जा करना है, जिसके लिये इनको नरेंद्र मोदी का प्रचार करने वाली और बामणों को आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करने वाली मायावती साक्षात देवी नजर आती हैं।
इनको बाबा साहब और कांशीराम की संदिग्ध मौत की जांच की मांग करना तो दूर इस बारे में बात करना तक गवारा नहीं है। ऐसे लोग भारत की सत्ता पर कब्जा करने के सपने देखते हैं,
सच में इनका व्यवहार ब्राह्मणों से कई गुना अधिक दुराग्रही और तानाशाही है। इनके लिए वंचित वर्गों के महान लोग, जैसे ज्योतिराव फ़ूले, बिरसा मुंडा, पेरियार, बाबा साहब, कांशीराम आदि के विचार, काम और नाम केवल सत्ता पाने की सीढ़ी मात्र हैं। इनको इतनी सी बात समझ में नहीं आती कि आज भारत का प्रत्येक वह व्यक्ति भारत का मूलनिवासी है, जिसके पास मूलनिवास प्रमाण-पत्र है! ये लोग प्रायोजित और तथाकथित डीएनए को आधार बनाकर तर्क करते हैं, लेकिन हजारों सालों से बामणों और आर्य शासकों के यौनाचार के साथ-साथ विवाहेत्तर यौन सम्बंधों के कार्ब उटप्पन्न वर्णशंकर संतति के कड़वे सच पर विचार, चर्चा और तर्क नहीं करना चाहते। इनका मकसद केवल सत्ता है
इनके लिए मूलनिवासी का अर्थ है। अर्थात लोगों को गुमराह करके वोट बैंक तैयार करना। इसलिए ये लोग सत्ता की खातिर वंचित वर्गों को मूलनिवासी के बहाने लगातार गुमराह कर रहे हैं। मूलनिवासी शब्द के बहाने ये लोग केवल खुद को अर्थात एक विशेष तबके को भारत के मूलवासी घोषित करना चाहते हैं। इनसे मेरा सीधा सवाल है कि यदि वास्तव में इनके पूर्वज भारत के मूलवासी थे तो मूलनिवासी जैसे हल्के शब्द को गढ़ने की क्या जरूरत है? अपने आप को भारत के मूलवासी अर्थात आदिवासी क्यों नहीं मानते? सारा संसार जानता है कि भारत के मूलवासी तो आदिवासी हैं। मूलनिवासी तो प्रत्येक देश के सभी नागरिक होते हैं। ईसाई, पारसी, यहूदी, आर्य-क्षत्रिय-शूद्र, अछूत, दलित, ओबीसी, घुमन्तु, विमुक्त, आदिवासी, हूँण, कुषाण, शक, मंगोल, मुगल, आर्य-ब्राह्मण और वैश्यों सहित सभी के वंशज जो भारत के नागरिक हैं, आज कानूनी तौर पर भारत के मूलनिवासी हैं,
जय भीम। नमो बुद्धाय।
जय भारत। जय संविधान।
नर-नारी सब एक सामान।
ब्राह्मणवादी मनुवादी जनरल वर्ग की ताकत असल में अनपढ़, ब्रेन वॉश किया हुआ एस सी, एस टी, ओ बी सी के युवा और बुजुर्ग ही हैं। ब्राह्मणों ने इस समाज पर राज करके इन सबकी मनोदशा पर भी राज किया है। दलित वर्ग के लोग ब्राह्मणों से मार पीठ, गाली ग्लोच, शौषण सेहन कर लेंगे लेकिन कभी मनुवादियों की पूंछ नहीं छोड़ेंगे। जिस दिन दलितों ने तलवे चाटने, गुलामी करना, मनुवादियों को नेता बनाना छोड़ देंगे ब्राह्मणवादी मनुवादी की दुर्दशा प्राचीन भारत के शूद्रों से भी बद्तर हो जायेगी। और ये बात ब्राह्मण मनुवादी समाज भली भांति जानता है, इसलिए वो जानते है दलितों को कैसे ब्रेन वॉश करके गुलाम बनाए रखना है। सबसे बड़ा हथियार उनके पास सनातन/ हिंदू धर्म ही है, जिसमे वो देवी देवताओं का डर भी दिखा देते है और दलितों को सनातन धर्म का अनुयायी भी बना देते है। ओ बी सी वालों को वर्ण व्यवस्था में ब्राह्मण समाज बहुत ही चालाकी से ऊपर करके दलित वर्ग से बाहर करेगा और दलितों के ही खिलाफ़ लड़ा देंगे। ओ बी सी समाज को भी मनुवादी विचारधारा से ग्रसित किया जा चुका है। और अब ओबीसी वर्ग के लोग खुद को सनातनी बताने में ज़्यादा खुशहाल महसूस करते है। हालांकि उनकी दुर्दशा केवल संविधान ने ही सुधारी है। ये वो लोग भूल गए हैं। एस सी, एस टी, ओबीसी जब तक एक होके ब्राह्मणों के राज से बगावत नहीं करेंगे, गुलामी का दौर यूंही चलता रहेगा। दलित आज भी ब्राह्मणों का गुलाम है, इस वास्तविकता से मुंह नहीं छुपा सकते। जय भीम
शंभू जी यह मनु वादियां की सोच है किस संविधान न बचे लेकिन देश और विश्व के लिए हमारा संविधान इतना अच्छा है किसी की तुलना आज भी कोई देश नहीं कर सकता जय भीम नमो बुद्धाय
बहुत बहुत धन्यवाद आपका शंभू भईया जो मनुवादियों को अच्छे से वॉट लगाते हैं।
बेरोजगारी के लिए सरकार नही जिम्मेदार है इसके लिए भी नेहरू जिम्मेदार है।
वाह रे अंधभक्त इसी लिए सरकार पांच
किलो राशन देती हैं शिक्षा और रोजगार से दूर रहो 200 रू में झंडा ढोए ।
आपकी बेबाक पत्रकारिता को सलाम 🇮🇳🇮🇳🙏🙏
मनुवादी विचारधारा के लोगों के बहकावे में आने से हमारे बहुजन माईनोरिटी समाज को कोई रोक नही सकता क्योकि अन्धविशवास कूट कूट कर भरा हुआ है दिमाग में।
शंभू जी सादर प्रणाम कर रहा हूं पागल को समझाना अच्छी बात नहीं है शंभू जी इनका ही खाकर इनका ही करने वाला है
श्री शंम्भू कुमार सिंह जी आपकी मेहनत सच्ची पात्रकारिता के लिए तहे दिल से शुक्रिया जय भीम 🙏🙏🙏💐💐💐
अधजल गगरी छलकत जाए। जो संविधान को बुरा कहता है उसको देशद्रोह का सजा मिलना चाहिए कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो
Kitno pe deshdroh chalao ge babua. Sanwidhan me amendment hota hai.
@@lawnorder2709 good
वाह वाह वाह शंभु कुमार जिंदाबाद किसान एकता जिंदाबाद मानसिकता दिख जाती है👍🏻 ओवैसी जिंदाबाद सविधान बचाओ
Ashok ji ish kharam khor ko Bali dena hoga.
@@lawnorder2709 sabko dal denge encounter kara denge yogi
थैन्क्यू शम्भूजी इस मनुवादी को धूलचटाने के लिये ।
कितना पढ़ा है। पंडित इनका। बाप कहा से आया
पड़ित जी। से पूछे शंकर जी का पिता। का नाम बतादे तो मे। एक कड़ोड़ रुपया। देगे सही बताया गे। तो
Manuvadi ne fad di iski........ Uske samne bol nhi paya........
@@narayanprasad9464 tumhare Mummy ke pichhwade se aaya
@@narayanprasad9464 sarkari ration par jinda rahane wali kaum ke pas paisa bhi hota hai 8 th wonder of the world
शंभु सिंह सर कोटि कोटा प्रणाम आप महान है कैसे कैसे माहा मूर,,, से पाला पढ़ गया धन है आप जय भीम जय भीम जय भीम
इस वीडियो से आज यह पता चला कि एक अल्प ज्ञानी ब्राह्मण कितने लोगों को और किस हद तक आम लोगों को बेवकूफ बना सकता है , ब्राह्मण अपने एजेंडा में कामयाब होता दिख रहा है।।
इनकी मानसिकता सबके सामने लाने के लिए सुक्रिया।
@Gulshan Gulshan काहे के स्वर्ण बे तुम ???
सोने की भौसरी से पैदा हुवे क्या जो सवर्ण हो गये ???
घर घर जाकर चून भीख मांगकर खाने वाले स्वर्ण हैं, तो जो चून भीख में देते होगे वो तो डायमंड होते होगे,
Ye kucch pata nhi hai murkh hai isse puchho muglo ke pahle kaun tha
Hahaha
😆😆😆😆
Aisi mansikta bale logo ko sabke samne laane ke liye aapka Dil se dhanyawad sir 🙏🌹
शंभू सर ऐसे लोगों को सुनकर मजा आ गया ऐसे ऐसे लोग ओबीसी sc-st में पड़े हुए हैं यह जानते ही नहीं है कि हमारे अधिकार संविधान से सुरक्षित है या हिंदू राष्ट्र से सुरक्षित है
Good
यह एक बुद्धिहीन इंसान है l
शंभूजी आप जैसे 10-20 पत्रकार हो जायें... तो कार्फा कुछ अच्छा होसकता है..... इस देश में.. वाह क्या हिम्मत है आपमें... आपको डर नही लगाता है -- ऐसे मूर्खों और जाहीत लोगों से बात करनमें... I
बड़े भाई आप जैसे पत्रकार की वजह से हमारा सविधान बच्चा हुआ
हमारे देश को शम्भू कुमार जैसा निष्पक्ष पत्रकार चाहिए जो लोगो तक सही जानकारी दे सके शम्भू कुमार के लिये तह दिल से धन्यवाद जय भीम जय संबिधान
Sambhu kumar kaa bhasarh
शंभूकुमार बen hona chahiye
Khud Sai 10 log ko bol Kai khud hi video bana diya , waha rai channel 😆
JAI shree ram, RSS ,BJP ☺️💪💪
हर किसी के हितों की रक्षा हो ऐसा विधान है,✍️✍️🙏🙏 सबको जोड़कर रखे ऐसा भारत का संविधान हैं, 🇨🇮🇨🇮🙏🙏✍️✍️
मजा आ गया
ऐसे लोगो का पोल खोलना ही पड़ेगा
जय भीम जय संविधान
💁ब्राहमण भीख मांगता है तो सरकारी पदें पर नियुक्ति लेकर सबसे ज़्यादा मलाई क्यों खाता आ रहा है?
Kyu ki in logo socha aisi h bhai shab bina aarachan k khate aa rahe h
Aarakshan se nahin baitha hai apni buddhi ke bal per baitha hai sarkari naukariyon mein
ha to tumare baap dada bhi angrejo se arakshan lekar muft ki rotiya todete the yehi tum logo ki soch thi
mujhe maloom hain kitna budhhi bal hai tum brahmano k pass tabhi to SCSTOBC general exam mein category k seat par beat kar hain tumara rishtedaar dronacharya unka aang9tha kaata aa raha consipirancy saakish chal karna jhoot bolna, chori karna hi tumara buddhi bal hain
@@gyandeep4831 Munna apne baap se Pucho kisne thodi muft ki roti Bakar bakar bahut aata apne dram pe baat aate hi chudi bahen saari pahen kar kahi jagule ki taraf chale jaate ho tum dab
शम्भू सर आपका बहुत बहुत शुक्रिया जो आप सोए हुए लोगों को जगाने का काम कर रहे हैं जय भीम जय भारत जय संविधान
जो संविधान को नहीं मानते वह ना माने आज हम लोग जो भी है यह संविधान की देन है इसलिए हमारे लिए सबसे पहले संविधान
Very good. Is shambhu ko jabardast zawab diya. Yeh shambhu brahman ke hamesha khilaf rahta hai
संभु सर एसे नीच आदमी से किउ बात कर रहे है
शंभु जी आपको कोटी कोटी सलाम. कैसे कैसे लोगो को बरदास करते हो आप. आप मे जो धैर्य है ओ कीसिमे भी नहीं है.आपकी पत्रकरिता बेमिसाल है.
जयभीम जय माता रमाई.
जय संविधान.
Jay bheem sambhu he mnu bade ko tkkar Dene ke obc bhe vev kuph h Jo eske sath lge h