ये मंच उन कवियों को देना चाहिए जो महावीर के इस मंच की मर्यादा को बनाए रखते हुए जैन धर्म की पताका को और ऊंचाइयां दे कवि सब अच्छे है लेकिन ये मंच महावीर का मंच है इसका ध्यान आयोजकों को सदैव रखना चाहिए जैन समाज ही इस देश मैं सर्वाधिक कवि सम्मेलन करता है और उनकी ही बात नहीं होती हर जगह मुनाफा ढूंढ लेने वाले जैन यहां घाटे का सौदा करते है
ये मंच उन कवियों को देना चाहिए जो महावीर के इस मंच की मर्यादा को बनाए रखते हुए जैन धर्म की पताका को और ऊंचाइयां दे कवि सब अच्छे है लेकिन ये मंच महावीर का मंच है इसका ध्यान आयोजकों को सदैव रखना चाहिए
जैन समाज ही इस देश मैं सर्वाधिक कवि सम्मेलन करता है और उनकी ही बात नहीं होती
हर जगह मुनाफा ढूंढ लेने वाले जैन यहां घाटे का सौदा करते है
आयोजक कुछ तो विचार करें, पंचकल्याणक भगवान बनने की विधि है, जैन धर्म को कितने गर्त में गिराओगे, बहुत ही शर्म की बात है।
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😮😮😮😮ैैैैटं
जैन मंच लेकिन कोई जैन कविता नही सिर्फ फूहड़ ता कविता है ही नहीं -