यह विश्व विद्यापीठ नष्ट नहीं होते तो भारत ही नहीं तो सम्पूर्ण दुनिया की स्थिति कुछ अलग ही होती । शायद कोई युद्ध ना होता, कोई भूखा ना होता, कोई बेसहारा ना होता, कोई बेरोजगार ना होता, अशांति नहीं होती। हर एक इंसान खुश होता।
चाणक्य ने.यहॉं किताबे लिखी...इस बात की जरूरतही क्यों है? इतने सारे विद्वान छोडकर यह काल्पनिक नामसे क्यों क्रेडिट.लेना.चाहते हो, यह पुरी तरह गलत.धारणा है *राज साहब ठाकरेजां ने राज्यपाल कोश्यारी के होश्यारी पर व्यंग.करते अभी अभी.कहॉं.की, ना.तो रामदासजी ने कभी कहॉं की मै.शिवाजी का गुरू हूँ ना छत्रपती शिवबाजी ने कभी.लिखा की मै रामदास स्वामीजी का शिष्य हूँ...फिर भी यह झुठ सदियों से भारत पर थोपा जा रहा है,चाणक्य भी ऐसाही कँरेक्टर बनाया.गया होगा
Thanks for efforts for disclosing truth about historical facts...the thought tree upskilling..for share market learners and digital market learners at GOPALPURA BYPASS JAIPUR RAJASTHAN INDIA DIRECTOR SHRAWAN YADAV.
Takshashila 700 B.c me bani thi or gotam buthe ka janm 563 B.c me hua dha to bhai kya gotam buthe ke janm se pehe le hi takshashila ban gai thi 😂 bhai jay bhim balo baba sahib ne padne ke lie bola dha na ki buthe ne kya banaya or kya nhi banaya ( jay hind) 🇮🇳
Nahi us me किसी भी धर्म का कोई भी सबूत नहीं मिला है ये तो वो लोग बोलते है जिन लोगों ने भीम राव आंबेडकर के साथ अपना धर्म बदल लिया था अभी असली बौद्ध तिब्बत me रहते है वो इस का दावा नहीं करते है ये लोग west है jese किसी के pash आज के samya me किसी के pash थोड़ा pesa a जाता है तो वो दिखावा करने lag जाता है west hi ये लोग भी नए नए बौद्ध बने है ना
भगवान भरत के बेटे तक्ष और षुष्कल की नगरी को साष्टांग नमन.और माता शारदा पिठ के चरणो मे साष्टांग नमन लाखो सालो से शास्त्र और शस्त्र वैदिक संस्कृती का अध्ययन होता था.चाणक्य पणिनी,सुक्षृत,23 प्रकार के विद्याये पढाई जाती थी. गर्व है भगवान राम के वंशज है.
हमारे देश भारत में पूरे विश्व से शिक्षा प्राप्त करने लोग आते थे और हर तरह की शिक्षा प्राप्त करने की व्यवस्था थी । शास्त्र विज्ञान, शस्त्र विज्ञान , राजनीति ,योग , चिकित्सा विज्ञान सब प्रकार की शिक्षा दी जाती थी ।
बौद्ध धम्म गुरुओ नें ही भारत को मुफ्त मे पढ़ना लिखना सिखाया है 🙏 ऐस धम्मो सनंततो 🙏 तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशीला विश्वविद्यालय इसका प्रमाण है 🙏 नमो बुद्धाय
तक्षशिला के स्वर्णदिन बुद्ध जन्म से पहले 200 साल से ही थे ,राजा अशोकने बुद्ध के 300 साल बाद सारे भारतवर्ष मे बुद्ध धर्म का प्रसार किया था और इसी लिए तक्षशिला मे स्तूप ,स्तंभ मिलने लगे।
Bhuddh to bad me aaya he..but inke pahle prabhu Shree ram .. yogesvar shree krishna...kitne rushio maharshio aur Mahatmao huae...ye mat samji ki ye sab buddh ne kiya he..fir bhi ham Buddh ko ham bahot aader he.jay bhim aur namo buddhay vale kuchh aejanda chala rahe he aur sab apne name par karna chahte he to ye bhul jana...aesa ho nahi shakta. Jamare shayro se badhkar is duniya me kio shatra nahi je ko hamare shatro ki coper to thik but 1 pratishat bhi comper nahi kar shakte je. Sanatan sanskuti bahot badi sabhyata he jo pura jagat..vishva . brahmand.. sursty ki rachna..vichar sanskar samavisht he aur vigyan...tantra mantra sabhi prakar ki vidhya ka aaviskar huae he...jin logo ko kuchj guan hi nahi he vo jyadatar balvas karte rahte he sociyal midiya ke pletform par aur bahot giani..jankar hone ka bate karta rahte he. Ve bhul jate he ki hamare purvaj bhi hindu hi the kabhi na kabhi but aaj vo hamare devi devtao ko gali galoch karte rahte he aur apne bufdjavichar ko sarva shreshtha mante rahte he.
Taxilla was present even before Buddha was born. And educational institute is not a religious place. It is a cntre of knowledge and learning. They taught Vedic knowledge and shashtra there. Buddhism is a philosophy not a subject of science. Ayurveda, architecture,Vedic maths, metallurgy, vimanika are vedic subject . Plus earlier buddhists were majority of brahmins,kshatriyas. And Budhism wasn't separate religion as there is no concept of religion here.
@@shobhitraj5591 Bhai Buddhist civilisation kya hota hai? Buddhism is a philosophy and it is one of Indian School of thoughts. Mere school me Saraswati mata ki 2 pratimaye thi, to kya mera school Hindu school ho gya, University 1 shiksha ka mandir hota hai. Accha yeh btao wahan pr jo shashtra padhayen jate the woh to Vedic hi the na. Mahatma Buddha ne koi maths, architecture,physics aur chemistry, shilp kala, sangeet to nhi sikhaya tha logo ko. Yeh sb to Vedic sanskriti ka hi hissa hai na. Ayurved aur Samved jo chikitsa bhi to pahye jate the.
@@shobhitraj5591 Buddhism is not science. AND TAKSHILA was a Gurukul. And Neethi Shaastra and yudh shastra was taught. And Budda Neve taught Yudh.. and gurukul was covered by "Om"...
चाणक्य फर्जी पात्र है जिसे मौर्य साम्राज्य में षड्यंत्र के तहत फिट किया जा रहा है । ताकि विदेशी आक्रंता यहूदी युरेशियन यह कह सके की ब्राह्मणों के बिना कोई काम नहीं हो सकता । अक्रान्ताओ के इतिहास को हम मानने से इंकार करते है । हम हमारा सही इतिहास लिखेंगे जिसमे यह चाणक्य,ब्राह्मण,राम,वेद सब फर्जी काल्पनिक गन्दगी को बाहर फेंक देंगे ।
🇮🇳💕1947 में आजादी के बाद भारत(India) और मन्दिर (Temple) तथा पाकिस्तान और मस्जिद वाले देश में संसद ही (खेत/खलियान/भुमि/पर्वत/बाग/नदी/समुद्र) की स्वामी हैं लेकिन संविधान का अतिक्रमण होने पर केवल क्षत्रिय(Army) ही स्वामी (मालिक) हैं और UNO भी इसे मान्यता देता हैं | गर्व से कहो में क्षत्रिय और भारतीय (Indian) हूँ |💕🇮🇳❤💘🇮🇳💖💜👌
सुंदर माहिती... बौद्ध संस्कृती नष्ट करून समाजाला अशिक्षीत ठेवणाऱ्या ब्राह्मणी कटकारस्थानाला महात्मा फुले यांनी पुन्हा 1300 वर्षा नंतर विद्यापीठ स्थापन करून कसे उत्तर दिले? *व्हिडियो नक्की पहा व इतरांना शेअर करा*
@@stunningfacts4672 सनातन संस्कृती ही विकृती आहे,माणसां माणसांत भेद निर्माण करून मानवी इतिहासाला गाडून टाकण्याचे काम केले,सनातन संस्कृती नेमकी आणि नक्की कुणाच्या इशाऱ्यावर व कुणाच्या विकासा साठी व का निर्माण केली ? ते अभ्यासपूर्ण सांगावे,ज्याला नष्ट करावयाचे असते त्याला जतन करण्यांत कुणाचा फायदा होतो ते आम्हा अजाण नास्तिकांना सांगावे,,,, देवांच्या पुराणकथा हास्यास्पद असून त्या केवळ भारतातील विक्षीप्त व हेतू पुरस्सर भेदभाव पेरणाऱ्या भयानक हृदय असलेल्या व भयंकर खराब डोकी असलेल्या सडक्या विचारांच्या तकलादू लोकांनी बहुजनांना धमकावून,धाकात ठेवून त्यांच्यावर अव्याहत धार्मिक गुलामी लादण्या साठी निर्माण केली आहे
Megasthenes says Indians were divided into seven castes, with Brahmins, the smallest in number, being engaged by others to perform sacrifices, and Kshatriyas, among others. But he doesn’t have a word for the Vaish, probably because the economy didn’t have much trade or banking at the time (he says that lending was unknown in India). He divides the rest of the castes into peasants, herdsmen, artisans, administrators and councillors.
Philosophers, Farmers, Herders, Artisans, Military, Overseers, Councillors and Assessors ye sat bhago me banta that smjha koi brahmin, kshtriya nhi bola usne jake padhle uski Indica
गलत भाई , हम हिन्दू लोगो को कोई कुछ नहीं बोल ते पर वेदिक सनातनी पाखंडी अपनी करतूत से बाज नहीं आते, वे भारत की बुद्धिस्ट prosper university में अपना पाखंड मिलाते है, इन यूनिवर्सिटी से उनका कुछ लेना देना नहीं, जबरदस्ती ये लोग बुद्धिस्ट history में अपने आप को जबरदस्ती सेट करते है... अब वेदिक सनातनी zut प्रचार करेंगे तो उनको जवाब तो देना ही पड़ेगा पर इसका मतलब ये नहीं हम हिन्दू के खिलाफ है
@@JAMBUDIP_LIVE You are liars. In takhlija Shaastras Also taught. And Budda Never told about Shastra. Buddism is not science..It's a phylosophy. Takshila was there before Bhagvan budda Born.. And it's was gurukuls. Gurukuls are pride of Sanatan Dharm since millions years..And buddism is not source of Gurukuls. Sanatan Dharm is source of Gurukuls.. Yahan Sanatana Dharm ja sarva nash karne ka prayas hai.. Aacharya Chanakya Sahi kehete the.. Bahar ke shatru ko mithane se pehle, Ander se saaf Karo.. By the Jab Takshila kaam kar raha tha, na buddism tha, na Hinduism. Na koi religion tha.. What Takshila was teaching read about it first..
Chankya naam ka koi Brahman itihaas main nahi milta . aur takshila main sirf bodho ko he siksha milti thi. Jismain Ayurveda ki siksha di jaati thi . aur Brahman naam ka koi bhi Yahan nahi padhte the .65 both university thi jinhe brabamano me baad main nast kar di . chandgupt Morya ke guru kotlya the Jo ki bodh The
भारत मे घुसपेठी आर्य नही आते तो भारत की सिक्छा अभी भी बरकरार होती और देश विदेश के लोग आज भी आते और सोने की चिड़िया कहि जाती नमो बुद्धाय जय भीम जय मूलनीवासी जय संबिधान
Namo Buddhaye Jai Bhim Jai Bharat sathio keep it up and up for the mission AMBEDKARBAAD Evm jaativaad and colleagiam system Hatao brahmano ko Satta se baghao SAMVIDHAAN OF INDIA KO laagu karvao 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Satish Mishra ji do you know none of the archelogical and scientific evidence is available about Vedic period Sindh valley which is older then so called Vedic civilisation is of copper age , budhist remain स्क्रिटूर are everywhere but nothing was found of so called Vedic age। Because it never existed । Vedic is nothing but myth it is breaking now i have no faith in Hinduism it's all philosophy and other materials are drawn copied and pasted as Vedic।have you gone through vivid description of megshtnies AAnd other foregein
बंधु , आपकी कल्चर के नाम बस मनुस्मृति ही है , बाकी तो ऋषि मुनियों और विचारकों की देन है। दूसरे हिन्दू शब्द ही प्रथम बार बाल गंगाधर तिलक द्वारा 19 वीं सदी प्रयोग किया गया । हिन्दू कोई धर्म नही ये तो भारत की परंपरा है । ऐसा सर्वोच्च न्यायालय का भी मत है। हिन्दू फ़ारसी भाषा का शब्द है जो इस उप महाद्वीप के वासियों हेतु प्रयुक्त हुआ।👍
🙏Namo Buddhay 🙏
यह विश्व विद्यापीठ नष्ट नहीं होते तो भारत ही नहीं तो सम्पूर्ण दुनिया की स्थिति कुछ अलग ही होती । शायद कोई युद्ध ना होता, कोई भूखा ना होता, कोई बेसहारा ना होता, कोई बेरोजगार ना होता, अशांति नहीं होती। हर एक इंसान खुश होता।
बिल्कुल सही कहॉं,अलग ऐवंम सत्य कहॉं
चाणक्य ने.यहॉं किताबे लिखी...इस बात की जरूरतही क्यों है? इतने सारे विद्वान छोडकर यह काल्पनिक नामसे क्यों क्रेडिट.लेना.चाहते हो, यह पुरी तरह गलत.धारणा है
*राज साहब ठाकरेजां ने राज्यपाल कोश्यारी के होश्यारी पर व्यंग.करते अभी अभी.कहॉं.की, ना.तो रामदासजी ने कभी कहॉं की मै.शिवाजी का गुरू हूँ ना छत्रपती शिवबाजी ने कभी.लिखा की मै रामदास स्वामीजी का शिष्य हूँ...फिर भी यह झुठ सदियों से भारत पर थोपा जा रहा है,चाणक्य भी ऐसाही कँरेक्टर बनाया.गया होगा
🙌 I agree
युद्ध to होनाही था मेरेभाई क्या आपकी युनिव्हर्सिटी उसे रोक सक्ती थी नही
@@vinayakwarang1383 करता वजह थी युद्ध करणे की जरा तपशीलवार बताये
चाहे हम किसी भी धर्म के हों हर भारतीय को अपनी धरोहरों पे गर्व है।
विशेष जानकारी के लिए धन्यवाद । साधुवाद नमो बुद्धाय ।
Ffufffff😂_ff😂ffffff🎉🎉f.😂😂. 😂? 😂। 😂, . 😂. 😂. 😂. 😂। 😂। 😂. 😂? t😂. t. 😅।tttttttttttt😂 t 😂🎉shirts 🎉🎉 🎉🎉 🎉 🎉 🎉 🎉 😂 🎉 ?🎉😂😂😂
Thanks for efforts for disclosing truth about historical facts...the thought tree upskilling..for share market learners and digital market learners at GOPALPURA BYPASS JAIPUR RAJASTHAN INDIA DIRECTOR SHRAWAN YADAV.
नालंदा विश्व विद्यालय भी बहुत बड़ा था
नमो बुद्धाय
तक्षशिला बौद्ध युनिव्हर्सिटी ठी
वहा भगवान बुद्ध की बहुत सारी मूर्तिया मिली है
Takshashila 700 B.c me bani thi or gotam buthe ka janm 563 B.c me hua dha to bhai kya gotam buthe ke janm se pehe le hi takshashila ban gai thi 😂 bhai jay bhim balo baba sahib ne padne ke lie bola dha na ki buthe ne kya banaya or kya nhi banaya ( jay hind) 🇮🇳
Nahi us me किसी भी धर्म का कोई भी सबूत नहीं मिला है
ये तो वो लोग बोलते है जिन लोगों ने भीम राव आंबेडकर के साथ अपना धर्म बदल लिया था
अभी असली बौद्ध तिब्बत me रहते है वो इस का दावा नहीं करते है
ये लोग west है jese किसी के pash आज के samya me किसी के pash थोड़ा pesa a जाता है तो वो दिखावा करने lag जाता है west hi ये लोग भी नए नए बौद्ध बने है ना
आगे ये भी बोल नालंदा ब्राह्मणों ने जला दिया
Jaybhim namo budhhay bohot achha information di thank mam ❤❤❤
देखिए एसे ज्ञान की पवित्र भूमि में।
आज वहां कैसे इंसानों का निवास है दुःख की बात है।
Great work
Yahi hai bharat ki real sanskriti..... Namo budhaye
India must regain her glory. Akhand Bharat Mata ki joy.
भगवान भरत के बेटे तक्ष और षुष्कल की नगरी को साष्टांग नमन.और माता शारदा पिठ के चरणो मे साष्टांग नमन लाखो सालो से शास्त्र और शस्त्र वैदिक संस्कृती का अध्ययन होता था.चाणक्य पणिनी,सुक्षृत,23 प्रकार के विद्याये पढाई जाती थी. गर्व है भगवान राम के वंशज है.
धन्यवाद साहेब आपने तकशिला कि जैसे ऐतिहासिक धरोहर को उजागर काय जयभीम जय महाराष्ट्र जय भारत
Very nice good videos Jay bhim jai bauddh Jay Bharat Jay Samvidhan Jay Bharat Jay vigyan Jai Samrat Ashoka Jay Bharat
तक्षिशिला और नांलदा विद्यापिठ यह बौध्द भारत भूमिका सच्ची education की निशाणी(symbol of education/knowledge ) कहलाती है.नमो बुद्धाय ,जय भिम.
Tya गौतम बुद्ध यांच्या जन्माच्या आधीपासून होत्या
@@vinayakwarang1383 Kay बेवकूफ है क्या बे गंधे तो फिर तक्षशिला मै गौतम बुद्ध मुर्तिया और उनका ज्ञान क्यों देता जाता था...
@@vinayakwarang1383 stupid its were built after BUDDAS death'
@@vinayakwarang1383 gaya bhi hai kabhi takshila lodu jake dekh le buddist stupa or staute milenge waha tuje
namo budhaye jai Samrat ashok mahan Maurya
हमारे देश भारत में पूरे विश्व से शिक्षा प्राप्त करने लोग आते थे और हर तरह की शिक्षा प्राप्त करने की व्यवस्था थी । शास्त्र विज्ञान, शस्त्र विज्ञान , राजनीति ,योग , चिकित्सा विज्ञान सब प्रकार की शिक्षा दी जाती थी ।
Namo budhay namo chankyay
भारत बुद्धका देश है जय मुलनीवासी
Buddh se pahle tha kyo ki Budd ke Sishya Jeevak yahi se siksha liye the.
Namo Budhhai Jai Bhim Jai sambidhan
Ati uttam jankari thanks
धन्यवाद, बहुत अच्छा
नमो बुध्दाय जयभीम
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बौद्ध धम्म गुरुओ नें ही भारत को मुफ्त मे पढ़ना लिखना सिखाया है 🙏 ऐस धम्मो सनंततो 🙏 तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशीला विश्वविद्यालय इसका प्रमाण है 🙏 नमो बुद्धाय
खुपच महत्वाची माहिती दिली आहे धन्यवाद
🙏
Namo Buddhay Jai Bhim Jai Sanvidhan 🙏🙏🙏☸️☸️☸️🇪🇺🇪🇺🇪🇺🇮🇳🇮🇳🇮🇳🕯🕯🕯✍️✍️✍️
जय भीम👍👍👍नमो बुद्धाय🌷🌷🌷☸☸☸🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जय भीम जय छत्रपति शिवराय जय ❤ नमो बूध्दाय नमः जय ❤
बोहोत खूब ।।।।। धन्यवाद 🙏
तक्षशिला के स्वर्णदिन बुद्ध जन्म से पहले 200 साल से ही थे ,राजा अशोकने बुद्ध के 300 साल बाद सारे भारतवर्ष मे बुद्ध धर्म का प्रसार किया था और इसी लिए तक्षशिला मे स्तूप ,स्तंभ मिलने लगे।
Namobuddhay namodhammay namosanghay
बहुत-बहुत साधुवाद
Namo Buddhay
जय श्रीराम🙏
🙏👍
Namo Buddhay Jay Bhim
Namo buddhay 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌺🌺🌺🌺🌺
Namo budhhay
Namo.... Bhudhaye.....Jai....Bhim
Mahan dharohar ko dil se naman
Namo buddhya 🙏🙏🙏🙇♀️🙇♀️🙇♀️🌷🌷🌷
Ashoka The Great !
छान 💯👍🚩💞
Thank you mamm ji
Jai Bhim namo buddy
नालंदा ताक्षशिल करके आजकी परिस्थिती नाही बदलेगा.हमारे विमान थे. सर्जन ताजे आजका बोलो.मयत भैस को दसशेर दूध..बौद्धके बिना जगमे कुछ नाही था.
Namo Buddaya.
Bohot aatsa gyan diya aapne
I like Awaz india
Very nice information. Dhrohar ko jatan karna chahiye.
Nice.
Jai bheem namo buddha🙏🙏🙏🙏
भारत बुद्ध का देश है, अब बुद्ध को भुलाया जा रहा है, नमो बुद्धा
Bhuddh to bad me aaya he..but inke pahle prabhu Shree ram .. yogesvar shree krishna...kitne rushio maharshio aur Mahatmao huae...ye mat samji ki ye sab buddh ne kiya he..fir bhi ham Buddh ko ham bahot aader he.jay bhim aur namo buddhay vale kuchh aejanda chala rahe he aur sab apne name par karna chahte he to ye bhul jana...aesa ho nahi shakta. Jamare shayro se badhkar is duniya me kio shatra nahi je ko hamare shatro ki coper to thik but 1 pratishat bhi comper nahi kar shakte je. Sanatan sanskuti bahot badi sabhyata he jo pura jagat..vishva . brahmand.. sursty ki rachna..vichar sanskar samavisht he aur vigyan...tantra mantra sabhi prakar ki vidhya ka aaviskar huae he...jin logo ko kuchj guan hi nahi he vo jyadatar balvas karte rahte he sociyal midiya ke pletform par aur bahot giani..jankar hone ka bate karta rahte he. Ve bhul jate he ki hamare purvaj bhi hindu hi the kabhi na kabhi but aaj vo hamare devi devtao ko gali galoch karte rahte he aur apne bufdjavichar ko sarva shreshtha mante rahte he.
नमो बुद्धाय 🙏
Namo Buddhay Jai Bhim
Really right sir
🌶 कभी भारत 'विश्व गुरू' था अब 'नारा' बचाये रखे हैं, विश्वविद्यालय नहीं ।
Jai Bhim Jai Bharat Namo Budhhay
Namo budday
Baba saaheb ka banaya hua bharat ka savidhan amar rahe baba saaheb amar rahe baba saaheb amar rahe💪🏻✍🏻✍🏻 power is savidhan
Taxilla was present even before Buddha was born. And educational institute is not a religious place. It is a cntre of knowledge and learning. They taught Vedic knowledge and shashtra there. Buddhism is a philosophy not a subject of science. Ayurveda, architecture,Vedic maths, metallurgy, vimanika are vedic subject . Plus earlier buddhists were majority of brahmins,kshatriyas. And Budhism wasn't separate religion as there is no concept of religion here.
Vo ek Buddhist University thi,vahan pe shirf aur shirf buddhist civilization ke Swades milen hain.
@@shobhitraj5591 Bhai Buddhist civilisation kya hota hai? Buddhism is a philosophy and it is one of Indian School of thoughts. Mere school me Saraswati mata ki 2 pratimaye thi, to kya mera school Hindu school ho gya, University 1 shiksha ka mandir hota hai. Accha yeh btao wahan pr jo shashtra padhayen jate the woh to Vedic hi the na. Mahatma Buddha ne koi maths, architecture,physics aur chemistry, shilp kala, sangeet to nhi sikhaya tha logo ko. Yeh sb to Vedic sanskriti ka hi hissa hai na. Ayurved aur Samved jo chikitsa bhi to pahye jate the.
you are right. It way a Gurukuls where Neethi Shastra and yudhahhastra was taught.
@@shobhitraj5591 Buddhism is not science. AND TAKSHILA was a Gurukul. And Neethi Shaastra and yudh shastra was taught. And Budda Neve taught Yudh.. and gurukul was covered by "Om"...
@@premamyname4300 गुरुकुल 🤔.
भाई taxila में बस buddhist संस्कृति के archaology के प्रूफ मिले न कि किसी काल्पनिक वेदिक संस्कृति के.. मतलब कुछ
Namo budhhaya 🙏. Mene Jatak kathao me takshila ka nam suna hai.
Jay
Bhim
Great job samta awaj
👍👍👍👍👍 dhanyavad
BUDDHA ❤🙏❤🙏❤🙏
Jaankari Ke Liye Dhanyawad
तक्षशिला विश्वविद्यालय एक बुद्धिस्ट विश्वविद्यालय था लेकिन आज कल टीबी सीरियल मे चन्द्रगुप्त मौर्य मे उसको ब्राह्मण से जोडकर दिखाया जा रहा है
चाणक्य नामक एक काल्पनिक पात्र फर्जी पात्र है जो 20वीं शदी में बौद्ध साहित्य में घुसाया गया है ।
Right
चाणक्य फर्जी पात्र है जिसे मौर्य साम्राज्य में षड्यंत्र के तहत फिट किया जा रहा है ।
ताकि विदेशी आक्रंता यहूदी युरेशियन यह कह सके की ब्राह्मणों के बिना कोई काम नहीं हो सकता ।
अक्रान्ताओ के इतिहास को हम मानने से इंकार करते है ।
हम हमारा सही इतिहास लिखेंगे जिसमे यह चाणक्य,ब्राह्मण,राम,वेद सब फर्जी काल्पनिक गन्दगी को बाहर फेंक देंगे ।
कोरेगाव भीमा की लडाई वास्तव में सबसे बडा झूठ है
जिनका इतिहास में कोई अस्तित्व नही वे ऐसी झुठी कहानिया तय्यार कर फैलाते है
Ish desh ke barbadi ke aik hi Karan hai "Brahman'....
Namo Buddhai jai bhim
🇮🇳💕1947 में आजादी के बाद भारत(India) और मन्दिर (Temple) तथा पाकिस्तान और मस्जिद वाले देश में संसद ही (खेत/खलियान/भुमि/पर्वत/बाग/नदी/समुद्र) की स्वामी हैं लेकिन संविधान का अतिक्रमण होने पर केवल क्षत्रिय(Army) ही स्वामी (मालिक) हैं और UNO भी इसे मान्यता देता हैं | गर्व से कहो में क्षत्रिय और भारतीय (Indian) हूँ |💕🇮🇳❤💘🇮🇳💖💜👌
Jay bhim...🙏🙏🙏
Very nice
नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी
बहुत ही बेहतरीन जानकारी
Jai budh jai bheem
Good
🙏
Wah
साधु साधु साधु I
Buddh Dharm hi ek Aisa Dharm hai jo kisi murk bhi gyani ban jate hai sirf unka bichar Dhara asha hona chahiye
सुंदर माहिती... बौद्ध संस्कृती नष्ट करून समाजाला अशिक्षीत ठेवणाऱ्या ब्राह्मणी कटकारस्थानाला महात्मा फुले यांनी पुन्हा 1300 वर्षा नंतर विद्यापीठ स्थापन करून कसे उत्तर दिले?
*व्हिडियो नक्की पहा व इतरांना शेअर करा*
Tujya budhha chya agodar sanatn dharm hota murkha
Bauudh sanksriti ne sanatan sanksirti nasht keli nastik kuthle
@@stunningfacts4672 सनातन संस्कृती ही विकृती आहे,माणसां माणसांत भेद निर्माण करून मानवी इतिहासाला गाडून टाकण्याचे काम केले,सनातन संस्कृती नेमकी आणि नक्की कुणाच्या इशाऱ्यावर व कुणाच्या विकासा साठी व का निर्माण केली ? ते अभ्यासपूर्ण सांगावे,ज्याला नष्ट करावयाचे असते त्याला जतन करण्यांत कुणाचा फायदा होतो ते आम्हा अजाण नास्तिकांना सांगावे,,,, देवांच्या पुराणकथा हास्यास्पद असून त्या केवळ भारतातील विक्षीप्त व हेतू पुरस्सर भेदभाव पेरणाऱ्या भयानक हृदय असलेल्या व भयंकर खराब डोकी असलेल्या सडक्या विचारांच्या तकलादू लोकांनी बहुजनांना धमकावून,धाकात ठेवून त्यांच्यावर अव्याहत धार्मिक गुलामी लादण्या साठी निर्माण केली आहे
@@stunningfacts4672 त्यांच्या आधी मूलनिवासी होते ,महामुर्खा..😜
@@sureshingle3459 Khup chhan
Jay bhim namo budhay Jay mulniwasi Jay savidhan
Bahut achhi jankaari di.
चाणक्य किरदार काल्पनिक है।
Yes. You are Right.
Your Grandfather wrote Arthshahstra and Chanakya niti.
Megasthenes says Indians were divided into seven castes, with Brahmins, the smallest in number, being engaged by others to perform sacrifices, and Kshatriyas, among others. But he doesn’t have a word for the Vaish, probably because the economy didn’t have much trade or banking at the time (he says that lending was unknown in India). He divides the rest of the castes into peasants, herdsmen, artisans, administrators and councillors.
Philosophers, Farmers, Herders, Artisans, Military, Overseers, Councillors and Assessors ye sat bhago me banta that smjha koi brahmin, kshtriya nhi bola usne jake padhle uski Indica
नोट कास्ट Caste बट क्लास (वर्ग) में विभाजित था | 😂
नालंदा ,बिक्रमशिला और तक्षशिला तीनो बोद्ध केन्द्र थी
भारत माता की जय।।।
तक्षशिला सबसे हे पहला हिंदू पाठशाला बुद्ध से नहीं से जुड़ा नहीं है गौतम बुद्ध की पैदा होने से पहले भी था तक्षशिला
चाहे हिंदुओं की हो या बौद्धों की , हर भारतीय को गर्व है। कोई हिन्दू इसमें गलत नही बोल सकता पर बौद्ध लोग हिन्दू लोग को गरियाने में ही व्यस्त हैं।
Par aisa kyo h bhaiji
गलत भाई , हम हिन्दू लोगो को कोई कुछ नहीं बोल ते
पर वेदिक सनातनी पाखंडी अपनी करतूत से बाज नहीं आते, वे भारत की बुद्धिस्ट prosper university में अपना पाखंड मिलाते है, इन यूनिवर्सिटी से उनका कुछ लेना देना नहीं, जबरदस्ती ये लोग बुद्धिस्ट history में अपने आप को जबरदस्ती सेट करते है...
अब वेदिक सनातनी zut प्रचार करेंगे तो उनको जवाब तो देना ही पड़ेगा पर इसका मतलब ये नहीं हम हिन्दू के खिलाफ है
@@JAMBUDIP_LIVE भाई पाली भाषा में तक्षशिला कैसे लिखेंगे ? मैंने सुना है पाली भाषा में (क्षा ) शब्द नहीं होता है 🙏
@@sandeepkol2776
पाली में तकसिला है..
@@JAMBUDIP_LIVE You are liars. In takhlija Shaastras Also taught. And Budda Never told about Shastra.
Buddism is not science..It's a phylosophy. Takshila was there before Bhagvan budda Born..
And it's was gurukuls. Gurukuls are pride of Sanatan Dharm since millions years..And buddism is not source of Gurukuls. Sanatan Dharm is source of Gurukuls..
Yahan Sanatana Dharm ja sarva nash karne ka prayas hai..
Aacharya Chanakya Sahi kehete the..
Bahar ke shatru ko mithane se pehle, Ander se saaf Karo..
By the Jab Takshila kaam kar raha tha, na buddism tha, na Hinduism. Na koi religion tha..
What Takshila was teaching read about it first..
Thanks for the Information
Chankya naam ka koi Brahman itihaas main nahi milta . aur takshila main sirf bodho ko he siksha milti thi. Jismain Ayurveda ki siksha di jaati thi . aur Brahman naam ka koi bhi Yahan nahi padhte the .65 both university thi jinhe brabamano me baad main nast kar di . chandgupt Morya ke guru kotlya the Jo ki bodh The
भाई पाली भाषा में तक्षशिला कैसे लिखेंगे ?
@@sandeepkol2776 bhai sanskrit ki to koi lipi thi nhi to kitabe kaise likhi are kol bhai Pali bhasa me Taksila naam h or lipi dhamm h
🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳
Jay shree ram
🤣🤣🤣
जय भारत माता ईसे राम के सिवा कुछ नहीं आता
Bodh nahee....ye Sanatan Dharm ki Viraasat hai. 🙏
Jai Budh.jai.bhim.jai.bharat
Jaibhim Namobuddhya.
भारत मे घुसपेठी आर्य नही आते तो भारत की सिक्छा अभी भी बरकरार होती और देश विदेश के लोग आज भी आते और सोने की चिड़िया कहि जाती नमो बुद्धाय जय भीम जय मूलनीवासी जय संबिधान
Arya nahi the ghuspeti vo sabse dyani the pagal aur iss taksh shila me upnishad padhya jata tha nako tumhare nastk ghatiya buddha dhamma ka faltu gyan
भारतीय युनिव्हर्सिटी ब्राह्मना नी नाही नष्ट केली त्याला विदेशी जिमेदर आहेत
thanx 😊
Takshila University gautam buddha ke birth se Pehle ki University Hai. Toh ye buddhist University baad mein bni hogi.
Namo Buddhaye Jai Bhim Jai Bharat sathio keep it up and up for the mission AMBEDKARBAAD Evm jaativaad and colleagiam system Hatao brahmano ko Satta se baghao SAMVIDHAAN OF INDIA KO laagu karvao 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Satish Mishra ji do you know none of the archelogical and scientific evidence is available about Vedic period Sindh valley which is older then so called Vedic civilisation is of copper age , budhist remain स्क्रिटूर are everywhere but nothing was found of so called Vedic age। Because it never existed । Vedic is nothing but myth it is breaking now i have no faith in Hinduism it's all philosophy and other materials are drawn copied and pasted as Vedic।have you gone through vivid description of megshtnies AAnd other foregein
Bhagavan bahubali ko gyan prapt hua tha. Jain dharam ka pahle thirathankat adinath bhagvan ke putra the🙏
Hindu culture is a great culture 🚩🚩🚩
Not really most things relies on lies
@@nowwhat6716 How what lies
बंधु , आपकी कल्चर के नाम बस मनुस्मृति ही है ,
बाकी तो ऋषि मुनियों और विचारकों की देन है।
दूसरे हिन्दू शब्द ही प्रथम बार बाल गंगाधर तिलक द्वारा 19 वीं सदी प्रयोग किया गया । हिन्दू कोई धर्म नही ये तो भारत की परंपरा है । ऐसा सर्वोच्च न्यायालय का भी मत है। हिन्दू फ़ारसी भाषा का शब्द है जो इस उप महाद्वीप के वासियों हेतु प्रयुक्त हुआ।👍
@@sukhnandansone2618 Bhud... sanskriti
Bhud.... Culture
Ek movie banana chahiye