धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@@Dailylifetalkparamshantiधर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@@vr6952धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
ye suvvar kane waloo ka jaga hai kyaa ?? usiliye bahut gandhaa badhboo aathaa hai kyaa ye white bldg ?? kya isko toilet jaisaa use kar sakthaa hai ?? hmmmm...kuch achaa kaam karsakthey hai naa ye logg...
@@atpt5धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@@stallionspirit1576धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
धर्म का अर्थ ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना 1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है। भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं. अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब. जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
BAHUT HI ACHHA INFORMATIVE VIDEO. AAJ BHARAT KA HAR AK HINDU GARV MEHSUS KAR RAHA HAI HINDU HONE KA, YEH SAB HUA MODIJI AMITJI AUR YOGIJI KI WAZAH SE JINHONE TUSTIKARAN NAHI HINDUTVA KO BAHUT AGE BADHAYA HAI. TINO KO KOTI KOTI VANDAN AUR DHANYAVAD.
भारत को अपनी खोई हुई पहचान वापस मिल रही है वो सनातन वैदिक काल की ओर अग्रसर हो रहा है, सत्य सनातन धर्म की जय 🚩🚩सनातन ही शाश्वत सत्य है 🚩🚩🏹🏹जय श्री राम 🙏🚩 🔱 ॐ नमः शिवाय 🙏 🚩जय श्री कृष्ण 🙏🚩
हिन्दू अबतक छोटा शिशु था जो धीरे धीरे आंखें खोल जागने लगा है ओर जल्द ही बालक ओर फिर युवा होने वाला है अब वो दिन दूर नहीं जब हिन्दू युवा हो जाएगा ओर भारत अखंड भारत बन जाएगा जय हिन्द आदि अनादि अनन्त अटल अमिट सत्य शाश्वत सनातन धर्म की जय हो जय हो सनातन संस्कृति की वन्दे मातरम्
अब जिन्नो की नहीं देवताओं की पूजा होगी. जय राम जी की 🚩
धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
जय श्री राम जय जय हो ❤❤❤
Jaishreeram❤❤❤❤
Har har mhadev 🌺🌺🌺🌺
Jai Ho Ram ji
Jai jai shree Ram ❤❤❤
ताजमहल वासना का चिन्ह है जबकि राम मंदिर एक पवित्र अलौकिक मंदिर है !
Nop ye mandir tha...shiv kaa
@@Dailylifetalkparamshanti ryt it was a shiva temple Tejomahalya.
❤️
@@Dailylifetalkparamshantiधर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@@vr6952धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
प्रभु श्रीराम नवमी की हार्दिक शुभकामनाएं🚩🙏 जय श्रीराम
Jai sri Ram
हिंदुस्तान का सबसे प्राचीन धर्म सनातनी है और प्रभु राम सबके आदर्श है जय श्री राम
धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
JAI SHRI RAM
Vandematram jai bharat hind
Jai shree Ram jai shree Ram jai shree Ram jai shree Ram HAR HAR MAHADEV 🕉️🕉️🕉️🕉️
Jai siyaram ki jai 🎉
JAI SHREE RAM❤❤❤❤❤
हिंदू को हिंदुत्व की परिभाषा समझाने के लिए धन्यावाद मोदीजी 🙏🇮🇳
*अल्पसंख्यक का दर्जा किसी सम्प्रदाय को नहीं दिव्यांग और थर्ड जेंडर को मिलना चाहिए*
*ब्रह्माण्डगुरु बीरेंद्र सिंह*
जय श्री राम भारत जल्द विश्व गुरु बनेगा
अगर हिन्दू अंदर बनाता रहेगा अंत में पूरी दुनिया मंदिर आयेगा
जय श्री राम 🚩🙏🏻
Jai shree ram har har mahadev ghar ghar modi yogi Jai hind ❤️🇮🇳🙏
Jai ho
भारत हिंदू संस्तृति का जनक है भारत के आदर्श है प्रभु श्री राम
Not only hindu ese m or log offend hoskte h...hume ise bharat sanskriti kehna chiye...
@@atpt5 offend ki wajah se..sach bolnaa..chor de kyaa...
ye suvvar kane waloo ka jaga hai kyaa ?? usiliye bahut gandhaa badhboo aathaa hai kyaa ye white bldg ?? kya isko toilet jaisaa use kar sakthaa hai ?? hmmmm...kuch achaa kaam karsakthey hai naa ye logg...
@@atpt5धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
@@stallionspirit1576धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
जय श्री राम राज्यम् 🎉
जय श्री राम ❤❤ हर मंदीर में जन सैलाब आता है भक्तो का जय श्री राम ❤
श्री अयोध्या श्री जय श्री राम
हमारी संस्कृति ताजमहल नहीं प्रभू श्रीराम,श्री कृष्ण,शिव हैं।❤
राम है तो भारत है, शिव है तो जगत है। जय शिव-राम।
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की आमदनी भी ताजमहल से ज्यादा है। और राम मंदिर के बाद तो उत्तर प्रदेश की आर्थिक स्थिति महानगरो से कहीं ज्यादा अच्छी हो जाएगी।
ताजमहल वी भारत के पैसे से भारत के कारीगरों ने बनाया था कोई मुगलों ने नही बनाया
मगर बनवानेवाले तो मुगल ही थे
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी 🙏
धन्यवाद आपको🙏
Bahut bahut bahut khusi Hui ye dekhkar bata nahi sakta Jay Shriram ram ram ram ram❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤Ram
Jai Shree ram
जय हो, जय श्रीराम....
Jai ho Jai shree Ram Jai Bharat
अभी हिन्दू समाज को ज्ञान आया है, समाधि देखना सनातन धर्म नहीं है
जय जय श्री राम
Jai Shree Ram 🧡🙏🚩
Jai Shri Ram 🙏 har har mahadev 🙏🙏
Mann khus kar diya bhaijii
🚩जय श्री राम 🙏🙏🏻🙏🙏💌💌💌💌💌💌💌💌💌💌💌💌💌💌
Jai Shree Ram 🙏 Har Har Mahadev 🙏
जय श्री राम राम
नमस्ते बहूतही बठीया अभिनंदनीय तथा शुभेच्छा धन्यवाद 🎉🎉🎉
🙏🙏 Jai Shree Ram.
*👏🌿राधे राधे🌿 👏*
जय श्री राम 🙏🏾
सियावर रामचंद्र की जय 🙏🏻🚩
JAI sri RAM
😍😍😍
Jai shree Ram 🙏🙏🙏
जय श्री राम मन कि शांती भगवान कि भक्ती प्रेम समर्पण और मोह माया से मुक्ति मिलता है
Jai Jai Shri Ram 🙏
जै श्री राम🙏
Jai jai shree Ram 🚩🚩
Jai Bharat 🚩
Jai shree Ram 🚩🚩🚩🚩🚩
Jai Shree Ram 🙏🙏❤️❤️😎😎
🌺🙏Jay Shiyaram 🙏🌺
यह तो होना ही था नेहरू मुस्लिम खान दान राज खत्म हुआ है ताज महल से ज्यादा यात्री तो अमृतसर और वैष्णों देवी आते है
धर्म का अर्थ
ड्यूटी यानी कर्तव्य,दायत्व,जिम्मेदारी,अच्छे कर्म,अपना फर्ज, सत्य बाते आदि । धर्म जो धारने योग्य हो वह धर्म है।उदाहरण के लिए कहते है ना
1. जैसे ये राजा या शासक का धर्म है प्रजा का अच्छे से ध्यान रखें और अपने राज्य देश की दुश्मन देश से सुरक्षित रखे। 2 जैसे प्रजा का धर्म है दायत्व है जिम्मेदारी है अपने देश के हित में काम करे ग़द्दारी नहीं करे। 3 जैसे पिता का धर्म अपने परिवार के बच्चों का लालन पालन करे और बच्चों का धर्म आप अपने माता पिता की सेवा करे। पूजा अर्चना पद्धति भगवान से जुड़ना का माध्यम है व्यक्ति का।कहने का अर्थ ईसाई धर्म,मुस्लिम धर्म,सिख धर्म,बौद्ध धर्म आदि नहीं होते है केवल पंथ है विचार धारा है जबकि धर्म केवल एक ही होता है वह जो अपने कर्तव्य निभाने को कहता है अच्छा कर्म करने को कहता है।दूसरा होता है अधर्म वह होता हैं जो हर कार्य गलत करता है जो मानवता के खिलाफ करता है वह अधर्म है जैसे इस्लामी आतंकवाद जो केवल अपनी विचारधारा दूसरों पर थोपता है जबरदस्ती जो इनके द्वारा बनाये भगवान को माने नहीं तो जान से मार देता है जो पहले राक्षस करते थे कि कोई भगवान नहीं है हमारी पूजा मरो।इस्लाम वाले कहते हैं सभी का मालिक एक है लेकिन जो एक है वह केवल अल्लाह हैं उसकी इबादत करो किसी ओर की नहीं अगर किसी ओर की तो मार दिए जाओगे।धर्म और अधर्म की लड़ाई शुरू से ही चली आ रही है जो दो अलग अलग विचार धारा हैं।हिंदु देवी देवताओं के सभी के पास हथियार रखते थे क्योंकि धर्म की रक्षा के लिए शान्ति की स्थापना के लिए अधर्म आंतकवाद राक्षशो को मारना जरूरी है इससे पुण्य भी मिलता है इनका वध करना मारना जरूरी नहीं तो अधर्म की जीत हो जाती है इसलिए हिंदुओ को धर्म की रक्षा खुद की रक्षा देश की रक्षा स्त्री की रक्षा के लिए किसी की हत्या या वध करने पर पाप नहीं लगता पूण्य मिलता है तभी राम कृष्ण सभी ने मानवता की रक्षा के हथियार उठाया था ये काम कश्मीरी हिंदु करते तो उनका पलायन नहीं होता क्योंकि गीता में श्री कृष्ण ने कहा अत्याचार सहना भी वह खुद ही पाप का भागी हो जाता है। तभी अर्जुन ने हथियार उठाया था। कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए न तो सेना, पुलिस, सरकार, सुप्रीम कोर्ट कोई काम नहीं आता है खुद की रक्षा खुद को हिंदु समाज को करनी चाहिए नपुंसक नहीं बनना चाहिए। जब हम धर्म की रक्षा करेंगे धर्म हमारी रक्षा करेगा गीता में श्री कृष्ण जी ने कहा। अगर हम पाकिस्तान में हिंदु धर्म को मानने वाले ज्यादा होते तो हिंदुओ न पलायन करना पड़ता और न ही मरना पड़ता क्योंकि हमने धर्म की रक्षा नहीं की इसलिए अधर्म इस्लामी आतंकवाद ज्यादा हो गया ऐसा ही कश्मीर में हुआ। नहीं तो हिंदु ज्यादा होते तो देश के टुकड़े नहीं होते इसलिए धर्म की रक्षा करो हिंदु समाज धर्म की रक्षा करो। पाकिस्तान 35 % हिंदु थे अब 1 % बचे हैं बहुत बुरी स्थिति है दलित हिंदुओ का जबरदस्ती से उनकी लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं बंधुआ मजदूरी करवाते हैं। पाकिस्तान में अमीर हिंदु बहुत थे अम्बानी, टाटा जैसे लाहौर, करांची, ढाका आदि में सबको कारोबार छोड़कर जान बचाकर भागना पड़ा।लोगतन्त्र में भी जिस पंथ जाति मजहब की संख्या ज्यादा होती है वही राज करता है इसलिए रुपये पैसों से ज्यादा जरूरी जनसंख्या वृद्धि है।इसलिए अमीर हिंदुओ का कारोबार भी हिंदुओ की वजह से ही सुरक्षित है।
भगवान हमेशा इंसान मानव के रूप में जन्म लेकर लोगों को जीवन कैसे जीना चाहिए सुख दुख में कैसे काम करना चाहिए आदि सिखाने के लिए मानव रूप में जन्म लेते हैं.
अतिथि देवो भव का अर्थ हिंदु समाज नहीं समझ सका और अतिथि दानवों भव का स्वागत करके इस्लामी आतंकवाद मुगल बाबर तैमूर आदि आते गये।इसलिए भारत में देवता रूपी लोगों का स्वागत करो और दानवों को भारत की सीमा से बाहर करो। यह बात कोई कथा वाचक भागवत कथा में नहीं करता उनको सिर्फ कथा से रुपये कमाने है धर्म से नहीं मतलब.
जय हो सत्य सनातन हिंदु धर्म संस्कृति की 🚩🚩🚩
Jai shree Ram bhaiyao Jai Hindu dharm
जय श्री राम
❤❤❤❤
❤ जय श्री राम ❤जय श्री कृष्ण ❤
BAHUT HI ACHHA INFORMATIVE VIDEO. AAJ BHARAT KA HAR AK HINDU GARV MEHSUS KAR RAHA HAI HINDU HONE KA, YEH SAB HUA MODIJI AMITJI AUR YOGIJI KI WAZAH SE JINHONE TUSTIKARAN NAHI HINDUTVA KO BAHUT AGE BADHAYA HAI.
TINO KO KOTI KOTI VANDAN AUR DHANYAVAD.
🙏🙏💐जय श्री राम💐🕉🕉
Jai Shri ram🎉🎉🎉🎉🎉
Ye sab dekhkar bahut achha lga rha hai
Jai shree ram. Sanatan dharm ki jai ho. ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jay shree ram jay sanatan dharam 🌹🙏🙏🙏🙏🌹
Jai shree Ram 🙏🚩
जय श्रीराम
Jai jai shrri raam prabhu
जय श्री राम जय हिंद
Baht sahi
राम मंदिर 🙏🚩🚩
अयोध्या धाम 🙏🚩🚩
जय जय श्री राम 🙏🚩🚩
Jai Sriram Jai sanatan
Jai ho 🙏
Jai Shree Ram🙏
Us din ka intezar hain, jab Taj Mahal main Mahadev birajman hoga. 🙏🙏. Har Har Mahadev
BJP government hoga toh 100 persent hoga
@@AjaySingh10903 BJP Govt 2029 ka election mein bhi Jeet jayega ..
@@alokeshchatterjee2534 haan bhai jaroor jitenge lekin uske liye hindon ko ek hona hoga
अंतर बस इतना है कि ताजमहल बनाने वालों मजदूरों के हाथ काट दिए गए थे और राम मंदिर बनाने वाले मजदूरों पर फूल बरसाए गए थे❤❤❤ thanks modi ji
जय सिया राम 🙏🙏🚩🚩
भारत को अपनी खोई हुई पहचान वापस मिल रही है वो सनातन वैदिक काल की ओर अग्रसर हो रहा है,
सत्य सनातन धर्म की जय 🚩🚩सनातन ही शाश्वत सत्य है 🚩🚩🏹🏹जय श्री राम 🙏🚩
🔱 ॐ नमः शिवाय 🙏
🚩जय श्री कृष्ण 🙏🚩
Jay Shree Ram 🚩
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤🎉❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉waaao🎉🎉modiji🎉🎉🎉🎉
हिन्दू अबतक छोटा शिशु था जो धीरे धीरे आंखें खोल जागने लगा है ओर जल्द ही बालक ओर फिर युवा होने वाला है
अब वो दिन दूर नहीं जब हिन्दू युवा हो जाएगा
ओर भारत अखंड भारत बन जाएगा
जय हिन्द
आदि अनादि अनन्त अटल अमिट सत्य शाश्वत सनातन धर्म की जय हो
जय हो सनातन संस्कृति की
वन्दे मातरम्
Jai shiya ram
Jai Hind Jai Hindustan Jai shree Ram
जय जय श्री राम 🚩🚩🚩🙏🙏
Jai sanatan dharm 🕉️💯👍
Jai shree Ram bharat or sanatan aise hi badhte or phalte or pulte rhe ❤
Jay Sri ram 🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Shree Ram
Jai Sri ram 🙏🏻
Kon kon Hindu hain🚩🚩
Jai Sree Ram 🙏🕉️🇮🇳💪🚩
जागो हिन्दू जागो🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤for Taj Mahal
RAM LALA ❤😊
Jay shree ram 🌹 🙏🚩
Har har Mahadev
Tejomahal ha Shiva mandir Jai ho mahakaal Jai shree ram
Good news
राम जी भारत की आत्मा है