लहसुन की खेती की जानकरी हिंदी| खाद | उर्वरक डालने का समय | DAP NPK का उपयोग
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- เผยแพร่เมื่อ 8 ก.พ. 2025
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लहसुन की खेती में खाद प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह फसल की वृद्धि और उत्पादन को सीधे प्रभावित करता है। यहाँ लहसुन की खेती में खाद प्रबंधन के कुछ प्रमुख पहलू दिए गए हैं:
1. भूमि की तैयारी:
लहसुन की खेती के लिए मिट्टी को अच्छे से तैयार करना आवश्यक है। मिट्टी को खोदकर और समतल करके अच्छी निस्पंदन क्षमता सुनिश्चित करें।
2. आवश्यक पोषक तत्व:
रासायनिक खाद:
नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P) और पोटाश (K) का संतुलित उपयोग करें।
सामान्यत: 20-30 किलोग्राम N, 40-50 किलोग्राम P, और 30-40 किलोग्राम K प्रति हेक्टेयर का उपयोग किया जाता है।
ऑर्गेनिक खाद:
अच्छी गुणवत्ता की सड़ी हुई गोबर की खाद (वर्मी कम्पोस्ट) का उपयोग करें। यह मिट्टी की संरचना में सुधार करता है और पोषक तत्व प्रदान करता है।
3. खाद का समय और मात्रा:
भूमि की तैयारी के समय अच्छी तरह से खाद मिलाएँ।
पौधों के विकास के दौरान नाइट्रोजन की मात्रा को बढ़ाते हुए दो-तीन बार खाद दें।
4. पोषक तत्वों की कमी:
लहसुन की फसल में अक्सर पोटाश की कमी देखी जाती है, जिससे फसल कमजोर हो सकती है। इस कमी को दूर करने के लिए पोटाश का उचित उपयोग करें।
5. पोषण का संतुलन:
खाद का संतुलित उपयोग करने से फसल की गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ता है। अत्यधिक नाइट्रोजन का उपयोग न करें, क्योंकि यह पत्तियों की वृद्धि को बढ़ाता है, लेकिन कंद के विकास को प्रभावित कर सकता है।
6. जल प्रबंधन:
खाद के प्रभाव को बढ़ाने के लिए उचित जल प्रबंधन भी आवश्यक है। मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन जलभराव से बचें।
निष्कर्ष:
लहसुन की खेती में खाद प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए, उचित संतुलन और समय पर खाद का उपयोग करें। इससे न केवल फसल का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि गुणवत्ता भी सुधरेगी।
Sandarr jankari he
धन्यवाद
जोरदार जानकारी
धन्यवाद
Informative Video ❤
Thanks 🙂
ओर गेंहू में भी यही करना चाहिए क्या
Asa nhi he pani dete he to khad upar hoga vo vese bhi niche hi jayega or jyada deep me khad chla gya to jad nhi le payegi