जय श्री गणेश जी जय माता दी जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम हर हर महादेव उमापतेय नमः स्वाहा देवाधिदेव महादेव💐🎉❤💐🎉❤💐🎉❤
पूज्य मिश्रा जी की विद्वता को प्रणाम है परन्तु मोरारी बापूजी को खुश करने के लिए ही आपने श्मशान विवाह के समर्थन में शास्त्रों का भाव बदल कर अपनी विद्वता के प्रभाव से पूज्य बापूजी का अनावश्यक समर्थन किया है
भाई जी मुझेराजेश्वरानंद सरस्वती जीने महुआगुजरात मेबताया किि बापू ने अपने नवविवाहित जोडे को शाम को काशी विश्वनाथ का और मणिकप्णिका मे चिता का दर्शन कराया बापू ने फेरे नही लगवाये वह जोडा विवाहित था परिवार द्वारा. ा बापू काआशीर्वाद लेने आया था तो चिता का दर्शन करने मे धर्म चला गया क्या कैसा तिल का ताड बनता है बापू ने श्मशान मे विवाह कराया क्या आपने देखा है कोई बीडियो है मै मुसलमान नही हू परिवार वाला हूं काशी मे मरणम मंगलम यत्र बिभूतिश्च बिभूषणम काशी मे चिता दर्शन पाप नही विवाह कराना मरघट मे घोर पाप है बापू नही भगवान हो मै समर्थन नही खुलकर बिरोध करूगा बापू मुझे भोजन नही देते
Apne man baap ke Charanon Mein Pranam karo aur kisi ke Charanon Mein Pranam karne ki avashyakta nahin hai bahut se Sant dhongi Pakhandi Aur Bhagwan ko Gali Dene Wale ho gaye hain
Jay Siyaram bapu Jay Siyaram Shri Mishra ji Anand a Gaya संतों की वाणी से ही ईश्वर स्मरण हो जाता है संतों की वाणी ही निराली होती है आनंद स्वरूप होती है जय सियाराम
अद्भुत बहु सुन्दरम । अग्नि के तात्विक विवेचन तथा काम का प्रभाव बहुत सुन्दर भाव है तथा जीवन का यथार्थ भाव आपने बताया है आचार्य प्रवर मानस का आधार और अपना भाव सुन्दर रुप से भाव को रखा
श्मशान और चिताग्नि सत्य के दर्शन जरूर कराते हैं परन्तु इसका मतलब यह तो नहीं कि शास्त्रीय आज्ञा और शास्त्रीय मर्यादा का उल्लंघन करके मन मुखी सिद्धांत बनाकर शास्त्रो की शव यात्रा निकाली जाऐ!
आदरणीय मीना जी मुझे बताया गया कि बापू ने काशी कथा के दौरान अपने शिष्य नव विवाहित जोडे को मणिकर्णिका मे चिता का दर्शन मात्र कराया था उसे पर मैने विचार रखे थे दूर से दर्शन तो अपने संबंधी की चिता काभी हो सकता है सनातन मे महिला का श्मशान जाना भी निषिद्ध है कितु काशी मे नही यथा रात्रि मेमुर्दा जलाना निषेध है पर काशी मे नही शास्त्र बिरुद्ध मै कभी बात नही करता फिरभी अनवधानता वश हुआ हो तो क्षमा करें
अग्नि के अनेकों प्रकार है परन्तु श्मशान अग्नि अर्थात चिताग्नि से विवाह संस्कार नहीं किया जा सकता!यज्ञाग्नि से चिता नहीं जलाई जा सकती और श्मशान की चिताग्नि से हवन और विवाह नहीं किया जा सकता शास्त्रो में सभी अग्नियो का अपना अलग अलग महत्व है!
मान्यवर चिताग्नि मेविवाह कासमर्थन मैने नही किया घोर शास्त्र बिरुद्ध है मुझे बताया गया कि विवाह के कई सप्ताह बाद बापू ने जोडे को अपनी काशी कथा के दौरान मणिकर्णिका मे चिता का दर्शन और प्रणाम कराया था उस पर मैने विचार रखे थे मै यह भी नही कह रहा कि यही सही है शास्त्र बिरुद्ध मै एक कदम नही रख सकता
Gajab hai pahle akele murari bapu the abto puri teem khadi kardi galti swikar kar aage achchha karna chahiye tha par sanatan ko or doosit karne ka prayash hi kya aapne
कथा वक्ता का कथा कहते समय वक्ता का रोम रोम रोमांचित हो जाय तो समझना चाहिए कि वक्ता डूब कर बोल रहा है नहीं तो क्या कहूं मगन ध्यान रस दण्ड जुग पुनि मन बाहर कीन्ह,, फिर शंकर जी कथा सुनाना शुरू किया
भाई जी बापू ने एकबार नवविवाहित जोडे को काशी मे चिता के दर्शन कराये थे यह सही था कि गलत जहां राम तंह काम नहि यह दोहा तुलसी का नही किसी अन्य कवि का है लोग तुलसी से जोडते है
कभी कभी अपने अनुसार की गई व्याख्या हानिकारक ही होता है शास्त्रों के इतर जा कर व्याख्या करना विद्वता पर भी सवाल खड़ा करता है। हालांकि मैं इस योग्य नहीं कि आपसे तर्क या आपकी विद्वता पर प्रश्न करूँ किंतु सनातन धर्म मे जो वर्जित है उसको तर्क देकर सही साबित करना भी गलत ही है
मिश्रा जी !! प्रत्येक कर्म में अलग अलग अग्नि का नाम और स्वभाव है" विवाह कन्या दान पूर्व " योजक "नाम की अग्नि है लाजा होम के बाद "गार्हपत्याग्नि" है " आप बापू का अशास्त्रीय चिताग्नि विवाह का समर्थन करते दिख रहे हैं " अमर कोष में अग्नि के 27 नाम हैं " उस के बीच का लेलो फिर ।।
आदरणीय क्रष्ण गोपाल जी मेरे मित्रस्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती थे उन्होंने बताया कि बापू ने काशीमे कथा के बाद अपने एक विवाहित जोडे को मणिक्रणिका घाट मे चिता का दर्शन कराया था उसपर मैने विचार रखे थे बाद मे लोगो ने कहना शुरू किया कि बापू ने चिता के फेरे लगवाये थे यह झूठ है मणिकर्णिका महादेव के मै हमेशा दर्शन करता हू वहां हमेशा चिता जलती मिलेगी काशी महाश्मशान है
जय श्री गणेश जी जय माता दी जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम हर हर महादेव उमापतेय नमः स्वाहा देवाधिदेव महादेव💐🎉❤💐🎉❤💐🎉❤
पूज्य मिश्रा जी की विद्वता को प्रणाम है परन्तु मोरारी बापूजी को खुश करने के लिए ही आपने श्मशान विवाह के समर्थन में शास्त्रों का भाव बदल कर अपनी विद्वता के प्रभाव से पूज्य बापूजी का अनावश्यक समर्थन किया है
क्या मिश्रा जी अपने परिवार के लोगों का विवाह चिता भूमि में करेंगें?
विद्वत्ता का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
भाई जी मुझेराजेश्वरानंद सरस्वती जीने महुआगुजरात मेबताया किि बापू ने अपने नवविवाहित जोडे को शाम को काशी विश्वनाथ का और मणिकप्णिका मे चिता का दर्शन कराया बापू ने फेरे नही लगवाये वह जोडा विवाहित था परिवार द्वारा. ा बापू काआशीर्वाद लेने आया था तो चिता का दर्शन करने मे धर्म चला गया क्या कैसा तिल का ताड बनता है
बापू ने श्मशान मे विवाह कराया क्या आपने देखा है कोई बीडियो है मै मुसलमान नही हू
परिवार वाला हूं काशी मे मरणम मंगलम यत्र बिभूतिश्च बिभूषणम काशी मे चिता दर्शन पाप नही विवाह कराना मरघट मे घोर पाप है बापू नही भगवान हो मै समर्थन नही खुलकर बिरोध करूगा बापू मुझे भोजन नही देते
Vidwan hokar ki bhi murkhta Ki Baat Karta Hai Nalayak aadami hai Mishra Ji ko Ghanta Nahin Aata Hai Baba ji ka
समर्थन ही करना था तो अलग मंच से, बापू के समक्ष तो....!!!
मिश्रा जी को प्रणाम. ...,.
शास्त्रो कि शव यात्रा में बापू के साथ मिश्रा जी भी जय हो
चलिये क्षमा करे
@@yagyeshmishra656 🙏🏻
भारत देश के जंतुओं का भाग्य क्या कहूँ इस भारतवर्ष में हरि बार बार जन्म लेते हैं और धीरज के साथ तत्व उपदेश देके उनको कृतार्थ करते है । श्रीमद्भागवत)
Jai shri siyaram jai shri ayodhya dham ke aap ki awaaz bohut madur hai Aanand aa gaya Jai shri siyaram jai shri ayodhya dham ke ❤❤
बहुत सुंदर प्रस्तुति
🙏🙏🙏🙏🙏
Jay ramtaritra manash Rachit gosoamey Tulsi das ji Mahraj ji pvan jay yentety
पूज्य बापूजी केचरणो मे अनंत प्रणाम पूज्य मिश्रजी नेबापूजी केभाव को समझ कर बहुत सुन्दर बिचार प्रस्तुत किऐ बहुत बहुत धन्यावाद ❤🙏🙏❤
सादर जय सियाराम
Apne man baap ke Charanon Mein Pranam karo aur kisi ke Charanon Mein Pranam karne ki avashyakta nahin hai bahut se Sant dhongi Pakhandi Aur Bhagwan ko Gali Dene Wale ho gaye hain
गुरु चरणों में नमन 🙏 बहुत ही सुन्दर व्याख्या 🙏
सादर जय श्री सीताराम
બહુ રત્ના વસુંધરા...બુદ્ધ પુરુષો ને વંદન🙏🙏
Jay Siyaram bapu Jay Siyaram Shri Mishra ji Anand a Gaya संतों की वाणी से ही ईश्वर स्मरण हो जाता है संतों की वाणी ही निराली होती है आनंद स्वरूप होती है जय सियाराम
सादर जय सियाराम
सादर शत् शत् नमन् वास्तविकता से परिचय है
🙏🙏🙏
@@yagyeshmishra656 सादर नमन
सादर सप्रेम हरिस्मरण भाई जी
आदरणीय आचार्य प्रवर मिश्र जी कोटि कोटि नमन, वंदन, प्रणाम, चरण स्पर्श... जय जय श्री सीताराम.. हनुमान... हर हर महादेव
सादर सप्रेम हरिस्मरण भाई जी जय जय श्री सीताराम
सादर सप्रेम हरि स्मरण भाई जी जय जय श्री सीताराम
जय जय श्री राम जय धन्यवाद धन्यवाद 🙏
जय श्री राम।
इतने ज्ञानी एवं महान संत श्री मिश्र जी अभी तक अज्ञात क्यों रहे है उनके ज्ञान की भारत को बहुत आवश्यकता है।
Bevkufi ki baten Karta Hai Kahe ka vidwan
Babaji Ka Ghanta Gyani Kahe ke gane utpatang baten Karte Hain bevkufi Ki baten Karte Hain
अद्भुत बहु सुन्दरम । अग्नि के तात्विक विवेचन तथा काम का प्रभाव बहुत सुन्दर भाव है तथा जीवन का यथार्थ भाव आपने बताया है आचार्य प्रवर मानस का आधार और अपना भाव सुन्दर रुप से भाव को रखा
आपकी सह्रदयता सादर नमन
V very very extraordinary analysis quite logical
Ram krapa jay ppar hoi tey Tash prchlita howey
🎉abhinandan and vandan
Mishra ji aapki vidwatata ko🙏🙏🙏
Jai baba goswami tulsidas
🎉Sita ram 🎉Sita ram 🎉Sita ram 🎉Sita ram 🎉Sita ram 🎉Sita ram 🎉Sita ram 🎉.
जय सियाराम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
श्मशान और चिताग्नि सत्य के दर्शन जरूर कराते हैं परन्तु इसका मतलब यह तो नहीं कि शास्त्रीय आज्ञा और शास्त्रीय मर्यादा का उल्लंघन करके मन मुखी सिद्धांत बनाकर शास्त्रो की शव यात्रा निकाली जाऐ!
आदरणीय मीना जी मुझे बताया गया कि बापू ने काशी कथा के दौरान अपने शिष्य नव विवाहित जोडे को मणिकर्णिका मे चिता का दर्शन मात्र कराया था उसे पर मैने विचार रखे थे दूर से दर्शन तो अपने संबंधी की चिता काभी हो सकता है सनातन मे महिला का श्मशान जाना भी निषिद्ध है कितु काशी मे नही यथा रात्रि मेमुर्दा जलाना निषेध है पर काशी मे नही शास्त्र बिरुद्ध मै कभी बात नही करता फिरभी अनवधानता वश हुआ हो तो क्षमा करें
Saty hi kaha aapne
मिश्रा जी को बार बार दंडवत जय जय सियाराम
सादर जय श्री सीताराम भाई जी
इति सिध्धम बड़े भईया
हर हर महादेव
🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Ho Shri babuji Maharaj ki Shri Krishna Ji Maharaj
जय जय श्री राम इसके महान संत को कोटि कोटि प्रणाम करता हूं
सादर जय श्री सीताराम
Jai shri ram🙏🙏🙏
सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम
जय जय श्री राम जय श्री राम सीताराम सीताराम कहिए 🙏🪔
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, जय श्री सीता राम ।🙏🙏🌹🌹🙏🙏🚩🚩🚩
🙏🙏🙏
Jai Sri Ram
Jai Sita ram🎉
मैथानी जी सादर जय सियाराम
ज्ञान अच्छा हैं किंतु दिशा पूरा सनातन के खिलाफ है
जय सीयाराम बापु।
जय श्री राम लला
जय जय सियाराम
धन्य है आप ।नमन सादर।
सादर हरिस्मरण जय सियाराम
Manikarnika Harishchandra Varanasi Kashi Darshan Jay Siyaram Sitaram Vivah har har Mahadev
जयश्री सीताराम
काश अंग्रेजी का बीच-बीच में प्रयोग नहीं करते तो और अच्छा लगता।
श्री राम जय राम जय जय राम
જય શ્રી સીતારામ બાપુ ડાયાભાઇ પટેલ મોરબી ગુજરાત
जय सियाराम भाई जी
मणिकर्णिका घाट पर विवाहोत्सव का समर्थन विद्वत्ता का अतिरेक है।ऐसी ठकुरसोहाती ने शास्त्रीय मर्यादाओं का बहुत ही बड़ा नुक़सान किया है।
Jai Shiya Ram
जयसियारान
सादर जय सियाराम
❤श्री राम जय राम जय जय राम❤
जय जय सियाराम
Ok jasriram
जय सियाराम
सादर जय सियाराम
Jai Shri Ram bapu ji 🌺🌹💐🌼🌷🌼🙏🙏💕💕💕💕💕💕💕💕🙏🙏
जय जय सियाराम
ram naam saty hai
सत्य ही साक्षात राम है
जय जय जय जय ऊऊ 🌴🚩
Jay shiya ram bapu
Jai siya Ram bapu
🎉Jai siyaram
सादर जय श्री सीताराम
अग्नि के अनेकों प्रकार है परन्तु श्मशान अग्नि अर्थात चिताग्नि से विवाह संस्कार नहीं किया जा सकता!यज्ञाग्नि से चिता नहीं जलाई जा सकती और श्मशान की चिताग्नि से हवन और विवाह नहीं किया जा सकता शास्त्रो में सभी अग्नियो का अपना अलग अलग महत्व है!
मान्यवर चिताग्नि मेविवाह कासमर्थन मैने नही किया घोर शास्त्र बिरुद्ध है मुझे बताया गया कि विवाह के कई सप्ताह बाद बापू ने जोडे को अपनी काशी कथा के दौरान मणिकर्णिका मे चिता का दर्शन और प्रणाम कराया था उस पर मैने विचार रखे थे मै यह भी नही कह रहा कि यही सही है शास्त्र बिरुद्ध मै एक कदम नही रख सकता
🎉 Jay Sadhguru 🎉. Jay Jay shree Ram 🎉
पाण्डित्यप्रदर्शन का दुर्भाग्यपूर्ण दुष्प्रयास ।
कवि न होउ नहि चतुर कहावउ मति अनुरूप राम गुण गावउ आपका मुल्यांकन शिरोधार्य
HARE KRISHNA PRABHU
Beautiful 🙏🏻
Thank you 🙌
What a pravchan
इसका अर्थ यह है कि विषय से मुक्त होने के लिए सत्संग करने के बदले श्वमसान में विवाह किया जाए।
क्या इसे विद्वता का दुरुपयोग नहीं कहना चाहिए?
हां 👍
🎉jay sadhguru 🎉. Jay jay shree ram 🎉.
Jay siyaram🙏🙏
सादर जय श्री सीताराम
Gajab hai pahle akele murari bapu the abto puri teem khadi kardi galti swikar kar aage achchha karna chahiye tha par sanatan ko or doosit karne ka prayash hi kya aapne
Jay sri ram
જયસીયારામ
आदर सहित जय श्री सीताराम
Pronam
जय जय श्री सीताराम
कथा वक्ता का कथा कहते समय वक्ता का रोम रोम रोमांचित हो जाय तो समझना चाहिए कि वक्ता डूब कर बोल रहा है नहीं तो क्या कहूं
मगन ध्यान रस दण्ड जुग पुनि मन बाहर कीन्ह,, फिर शंकर जी कथा सुनाना शुरू किया
बापू. के यहां कथा नही हो रही टेबल पर खडे होकर कथा नही होती मेरे भाई जी किसी एक बिंदु पर विचार रखना था क्षमा सहित निवेदन
Advitiya
मेरा भारत महान
🙏🙏
🙏
🙏
🙏
उदाहरण के लिए यरूशलेम जाना पड़ा आचार्य जी को। ईसाइयत सवार है, और कुछ नहीं।
Rawan bhi shreshtha bidwan tha par Hanuman jee ne uske kutarkon ko swikar nahi kya
खरीदे हुए विद्वानों से अपनी मुर्खता को सही साबित करने का प्रयास।
Mishra jee ke andar jo bhi bidwatta hai bo poori ki poori murari bapu chaplusi me laga dee
Kya yaha nischala nand sarswati jee se bhi shreshth hai byarth ke is prakar ke chapluson ko aktrit kar bhram felana band hona hi chahiye
Inme ak bhi swatantrata bidwan nahi hai sab chaplusi bale hai or murari bapu ke liye shreshtha pragat karne bale hai
लेकिन मिश्रा जी ने काला टीका क्यो लगाए हैं?
Murkh insan achhe se dekh
क्षमा प्रभु,चितागनी से हमारे सनातन धर्म में शुभ प्रयोजन नहीं है।
आप सत्य कह रहे है
क्या मतलब निकला समझ में नहीं आया क्या काम को बढ़ावा दिया है जरा कोई कथाकार भावार्थ किजिए। जहं काम तंह राम नहीं। क्या इस चौपाई को झूठ साबित किया है
भाई जी बापू ने एकबार नवविवाहित जोडे को काशी मे चिता के दर्शन कराये थे यह सही था कि गलत जहां राम तंह काम नहि यह दोहा तुलसी का नही किसी अन्य कवि का है लोग तुलसी से जोडते है
Itni bhi pratishtha ke liye chaplusi thik nahi hai
That's not true. विषयों में फंसा आदमी कैसे विषयों से मुक्त रहेगा।। मिश्रा जी गलत बात कह रहे हैं।।
आप घोर पाप कर रहेहैं। चौपाई के अर्थ को अनर्थ में क्योंबदल रहे हैं।
कभी कभी अपने अनुसार की गई व्याख्या हानिकारक ही होता है शास्त्रों के इतर जा कर व्याख्या करना विद्वता पर भी सवाल खड़ा करता है। हालांकि मैं इस योग्य नहीं कि आपसे तर्क या आपकी विद्वता पर प्रश्न करूँ किंतु सनातन धर्म मे जो वर्जित है उसको तर्क देकर सही साबित करना भी गलत ही है
ये क्या समझ रहा है कि मुर इसको सुन रहा है,अरे अंदर से हस रहा है तेरे ऊपर।।
हंसिहहि कूर कुटिल कुबिचारी
गोस्वामी तुलसीक्रत मानस
जैसे मुरारी जी, वैसे ही उनका कथा वाचक। घोर कल्युग है भाई, भगवान बचये इन कालनेमि सनातन धोंगियोएं से
दो चार चौपाई रट कर केवल सनातन धर्म की चिता जला रहे हैं ।
मिश्रा जी !! प्रत्येक कर्म में अलग अलग अग्नि का नाम और स्वभाव है" विवाह कन्या दान पूर्व " योजक "नाम की अग्नि है लाजा होम के बाद "गार्हपत्याग्नि" है " आप बापू का अशास्त्रीय चिताग्नि विवाह का समर्थन करते दिख रहे हैं " अमर कोष में अग्नि के 27 नाम हैं " उस के बीच का लेलो फिर ।।
आदरणीय क्रष्ण गोपाल जी मेरे मित्रस्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती थे उन्होंने बताया कि बापू ने काशीमे कथा के बाद अपने एक विवाहित जोडे को मणिक्रणिका घाट मे चिता का दर्शन कराया था उसपर मैने विचार रखे थे बाद मे लोगो ने कहना शुरू किया कि बापू ने चिता के फेरे लगवाये थे यह झूठ है मणिकर्णिका महादेव के मै हमेशा दर्शन करता हू वहां हमेशा चिता जलती मिलेगी काशी महाश्मशान है
गलत है सम्पूर्ण गलत है " मृत्यु सत्य नहीं जीवन ही सत्य है ।
आपकी बात से सहमत हू
Jai siya ram bapu
jay shree ram
जय जय सियाराम