मौन रहना एक साधना है...!! satsang , Meditation ,....ll
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 3 ก.ค. 2024
- - साधना अकेले में, मंदिर में, हिमालय पर या किसी सिद्ध पुरुष के साथ बैठकर की जानी चाहिए।
संतों तथा मुनियों ने कहा कि मनुष्य को अकेले साधना करने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि भीड़ में लोग बाधा डालने लगते है।
बहुत सुंदर वाणी गुरु जी ❤❤
ओशो जी के लेक्चर सुनकर मैं एक निष्कर्ष पर पहुंचा हूं कि ओशो जी एक निर्गुण भक्ति के उपासक हैं और भीतर के एकांत आकाश और भीतर के प्रकाश पर बल देते हैं जिसका अर्थ आत्म भक्ति या आत्मज्ञान है । ओशो जी और अन्य निर्गुण उपासकों में एक अंतर है की अन्य निर्गुण भक्तों ने कभी सगुण भक्ति को अपशब्द नही कहे बस उन्होंने निर्गुण भक्ति के माध्यम से जन को जागृत किया जबकि ओशो का ज्ञान कुछ कुछ गौतम बुद्ध की भांति आत्मज्ञान अथवा ध्यान पर केंद्रित है।
म्यूजिक मत डालिए, प्रवचन सुनने में बहुत दिक्कत होती है
Badi. Mahatvapurn. Baate. Guruji. Ka. Osho. Naman
Lajabab ❤❤❤❤❤❤❤
बहुत ही अनूठा और दिशादर्शक मार्गदर्शन ।बहुत बहुत धन्यवाद
Osho ji prawachan Mai roj sunti hu mujhe bahut accha lagta hai ❤😅
Jain hoo guru dev bhaut bhaut dhanyawad Rajat ji inn anmol vachno ke liye🙏
Sadguru naman
Don't add music...osho ki awaz hi kafi hai...itni Madhur
28 वर्षों से गुरुजी को सुन रहा हूं
Jay ho osho❤❤❤❤❤❤
इतना सुंदर दृष्टिकोण देने के लिए शुक्रिया ❤
सत्य वचन एकांत ही अपने से मिलने का समय प्रणाम बाबा🏵️🙏
❤Osho❤Mahaan Speaker The ab To Sab Unko Sunke उनकी ही नकल करते हैं जिनको ओशो के बारे में नहीं पता वो नकल करने वालो के Fans Ban जाते Hain
Love you osho ❤
Osho is a great 🙏👍🌟🌻❤️
बहुत बहुत सुंदर बाणी
🙏🏻🌼Shree Sadgurudev Bhagwan Osho ji aapki Sadaa hee Jai ho🌼🙏🏻🙂
Osho