गुरुजी, आज मैंने कुम्भ स्नान किया। फिर मैं आगरा ताज महल, फिर अयोध्या, फिर हरिद्वार और अंत में काशीधाम जाऊंगा। मैं अपने परिवार के साथ बस से यात्रा कर रहा हूं।
आप श्री को सादर प्रणाम 2083 ही नही 2082 के भी निर्णय अवश्य कीजियेगा जैसा की आप जानते हैं 2081 में जो सनातन धर्म और ज्योतिष की किरकिरी हुई है 82=83 में ना होने पाए
चर्चा कर के सभी को सर्कुलर भेज सकते हैं , विशेष कर दीपावली को लेकर, क्योंकि इस बार भी 20=21 का असमंजस भारी है हम सभी कर्मकांडी ब्राह्मण आप पंचांग कर्ताओं के निर्णय के अधीन हैं, और समाज में हम कर्मकांडी ब्राह्मणों को इस दुविधा के कारण लज्जित और अपमानित होना पड़ता है इस लिए निवेदन है की 2082 की दीपावली के निर्णय के विषय में चर्चा अवश्य ही कीजिएगा तो बड़ी कृपा होगी
गुरु जी प्रणाम।
गुरुजी, आज मैंने कुम्भ स्नान किया। फिर मैं आगरा ताज महल, फिर अयोध्या, फिर हरिद्वार और अंत में काशीधाम जाऊंगा। मैं अपने परिवार के साथ बस से यात्रा कर रहा हूं।
ठीक है जी
पूज्य स्कन्द पुराण के मूल श्लोक में गुरु ग्रह मेष राशि में आने पर ही प्रयाग में पूर्ण कुंभ योग होता। है तो बताए क्या सही है शास्त्र प्रमाण दे
आप श्री को सादर प्रणाम
2083 ही नही 2082 के भी निर्णय अवश्य कीजियेगा
जैसा की आप जानते हैं 2081 में जो सनातन धर्म और ज्योतिष की किरकिरी हुई है 82=83 में ना होने पाए
२०८२ के पंचांग छप चुके है अब कुछ संभव नहीं है बैठक ही २०८३ को लेकर है तो उसमें २०८२ की चर्चा कैसे होगी।
चर्चा कर के सभी को सर्कुलर भेज सकते हैं , विशेष कर दीपावली को लेकर, क्योंकि इस बार भी 20=21 का असमंजस भारी है
हम सभी कर्मकांडी ब्राह्मण आप पंचांग कर्ताओं के निर्णय के अधीन हैं, और समाज में हम कर्मकांडी ब्राह्मणों को इस दुविधा के कारण लज्जित और अपमानित होना पड़ता है इस लिए निवेदन है की 2082 की दीपावली के निर्णय के विषय में चर्चा अवश्य ही कीजिएगा तो बड़ी कृपा होगी