किस्सा श्रवण कुमार 1 Sharavan Kumar 1 KPS MS
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- เผยแพร่เมื่อ 30 ก.ย. 2024
- किस्सा-श्रवण कुमार,
गायक-कर्मपाल शर्मा व मंजु शर्मा,
रचयिता-हरे राम बैंसले, श्री जयसिंह, कर्मपाल शर्मा
🔹Tittle :- किस्सा श्रवण कुमार 1
🔹Singer :- कर्मपाल शर्मा व मंजु शर्मा,
🔹Music :-
🔹Editor :-
🔹writer :-
#गाथा
#भजन
#रागनी
#गाना
#कहानी
#इतिहास
1. एक हांडी दो पेट बणा दिए कर दिए जुल्म कमाल तनै,
गलती कर दो माफ मेरी कुछ करा नहीं पिया ख्याल मनै।
2. तीर्थ धाम करूउंगा मेरे मन में लगा उम्याहा,
माता-पिता की सेवा करके कर ले तू मन का चाहा।
3. तीर्थ धाम चलूं थारे संग में दिल करता भरतार मेरा,
घर में रहणा तेरा जरूरी न्यू नाटे दिलदार तेरा।
4. क्यूं कावड़ तार खड़ा होग्य ना बात समझ मैं आई,
पहलम कर दे दो मेरा फेर ज्यागी कांवड ठाई।।
5. मुझ दुःखिया पै तीर चला कै, के मिलग्या तनै शिकारी,
मनै मृग जाण कै तीर मार दिया होणी मत मारी।।
6. श्रवण बेटा बोलो ना, बोलो ना मुंह खोलो ना,
क्यूं आया सै घणी वार मैं, हम बैठे सैं इन्तजार मैं।।
7. बोल पड़ै नै श्रवण बैटा क्यूं होरा तू लाचार,
श्रवण थारा पूत रहा ना छोड़ गया संसार।।
8. रै बेटे की सुण कै खा कै गिरै रै पछाड़।।