आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया, फार्मूला घर हो,राज्य हो या देश बर्बाद होना स्वाभाविक है। भारतीय राजनीति में यह आम बात है जो सरकारें विकास का काम पर कम,खुद के विकास पर ज्यादा ध्यान देती हैं,एक तरफ देश गर्त में और राजनेताओं की संपत्तियां अकूत रूप से बढ़ी है। आपने बहुत सटीक विश्लेषण किया है धन्यवाद।
आदरणीय विजय सरदाना जी नमस्ते। मान्यवर ऐसा नहीं लगता कि देश की समस्याएं किसी भी तरीके से कम होगी क्योंकि चारों तरफ नेताओं में जनता को फ्री सेवाएं देने की प्रतिस्पर्धा लगी हुई है। एसी वातावरण में किसान की समस्याएं बहुत पीछे रह जाती हैं। दिल्ली में एक नेता ने तो हर मौलवी और हर हर पुजारी को 18000 पर महीना सैलरी देने की बात कही है अब दूसरे नेता इन सभी को पेंशन देने की बात करेंगे और सरकारी नौकर का दर्जा देने की बात करेंगे जरा सोचिए तो कैसे किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है? मान्यवर समाधान की बात बहुत दूर समस्याओं पर भी नहीं सोचा जा सकता? मान्यवर अब उपयुक्त समय है कि आप जैसे व्यक्तियों को धोखेबाज नौटंकी ड्रामेबाज भ्रष्टाचार और झूठे नेताओं को वोट न देने के लिए जनता को आवेदन करना चाहिए। पहले ऐसे नेताओं का समाज से अंत होना बहुत जरूरी है। आज समाज में भी नैतिक मूल्य खत्म होने जा रहे हैं। धन्यवाद सुखबीर सिंह के ई एम डब्ल्यू ए एल
लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा से पूरा देश परेशान है। किसी भी राजनीतिक दल में इच्छाशक्ति नहीं है कि मुफ्त की सरकारी योजनाएँ बंद कर दी जाएँ। मुझे लगता है कि अब टैक्सपेयर को एकजुट होकर सरकार पर एक प्रेशर ग्रुप की तरह काम करना होगा कि उनके टैक्स का पैसा सिर्फ विकास कार्यों में खर्च हो अन्यथा वे सामूहिक रूप से टैक्स भरना बंद कर देंगे।
सुधार करने की इच्छा किसी भी पार्टी में नहीं अपने पास अपराधी प्रवृत्ति के लोग सबके पास है अंग्रेजी समय से चल रही सुविधाएं आज भी है कर्मचारी आचार संहिता में आता है लेकिन नेता लोग नहीं आते
अगर 80 करोड लोगो को मुफ्त राशन 5 साल से दिया जा रहा है, तो सरकारी खरीद भी बढ रही है। सरकारी गोदाम भी खाली नही हो रहे है। अगर सरकार अनाज नहीं बांटती तो क्या सरकार किसान से अनाज खरीद पाती?
I am from madhya pradesh. St present condition of farmers are far better than last 75 yrs. Farmers are in better economic conditions. I think farmers must change types of crops.
कांग्रेस सरकार ने Food Security Bill पास किया था आते लोग फ्री का राशन दुकानों में बेच देते हैं किसानों के लिए तीन किसान बिल बनाए थे उनका क्या हाल किया गया
Supreme court ne Manmohan government ko b anaj bantne ko kaha tha kyu ki anaj godowns me kharab ho raha tha lekin Manmohan Singh government ne mana kar diya k hm nai kar sakte lekin present government me Covid me anaj bantna shuru kar diya jo vo continue kar rahe hai
All state governments & central government should study and follow the demands put forth by learned farmer leader late Shri.Sharad Joshi.Also time to time at that time whatever he has analysed and brought to the notice of then government should be followed which is still relevant
Sir ji,when the centre enacted the three farm laws the all the state government Assembly passed the resolutions against the farm laws that Agricultural is a state subject and centre has no power to mKe laws but now state governments ask the centre govt to fox M.S.P. it is very astonishing the political parties are playing politics in the name of kisans
I always look up your videos for update! Our government has no idea how people are suffering these days. I feel for people with disabilities not getting the help they deserve. Thank you Mrs Linda, imagine investing $1000 and receiving $5,300.
सर जी अमृत काल चल रहा है मोदी जी ने किसान की आमदनी दोगुनी कर दी हर आदमी खुशहाल है विश्व की तीसरी बड़ी अर्थ व्यवस्था बनने जा रहा है भारत आप कैसी बाते कर रहे हो आज लगता है फंड नहीं पहुंचा टाइम से
Hello Vijay Sir I always view your video and contents. Always you are giving ideas points that is fine , is it alone responsibility of GOI , when the JUDICIARY does not have spine or backbone or courage to warn these fake farmers listen to government. Let me tell you even if GOI comes with GOLDEN Plan for farmers with good reforms our opposition and JUDICIARY which is always been part of the problem never been solution and is biggest weakness or curse we have. During Last farmers agitation the same GUTTER SUPEME QUOTA COURT( See this is the respect or words i have with JDUCIIARY) formed a committee and the militant farmers rejected and I saw the leftist evil lawyer DUSHYANT DAVE gave a damn to SUPRMEE COURT suggestion and did not appear and the worst part is the same SUPREME COURT demonstrated its disability or forwardness by not making the committee report public. Now which GOI or agencies can talk to these agitating violent farmers and the UGLY part is JUDICIARY is blind surrendered to these fake farmers and not ordering Punjab government to end road rail block , is this the way a JUDICIARY should function like a mute spectator. ?
आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया, फार्मूला घर हो,राज्य हो या देश बर्बाद होना स्वाभाविक है। भारतीय राजनीति में यह आम बात है जो सरकारें विकास का काम पर कम,खुद के विकास पर ज्यादा ध्यान देती हैं,एक तरफ देश गर्त में और राजनेताओं की संपत्तियां अकूत रूप से बढ़ी है।
आपने बहुत सटीक विश्लेषण किया है धन्यवाद।
आदरणीय विजय सरदाना जी नमस्ते। मान्यवर ऐसा नहीं लगता कि देश की समस्याएं किसी भी तरीके से कम होगी क्योंकि चारों तरफ नेताओं में जनता को फ्री सेवाएं देने की प्रतिस्पर्धा लगी हुई है। एसी वातावरण में किसान की समस्याएं बहुत पीछे रह जाती हैं। दिल्ली में एक नेता ने तो हर मौलवी और हर हर पुजारी को 18000 पर महीना सैलरी देने की बात कही है अब दूसरे नेता इन सभी को पेंशन देने की बात करेंगे और सरकारी नौकर का दर्जा देने की बात करेंगे जरा सोचिए तो कैसे किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है? मान्यवर समाधान की बात बहुत दूर समस्याओं पर भी नहीं सोचा जा सकता? मान्यवर अब उपयुक्त समय है कि आप जैसे व्यक्तियों को धोखेबाज नौटंकी ड्रामेबाज भ्रष्टाचार और झूठे नेताओं को वोट न देने के लिए जनता को आवेदन करना चाहिए। पहले ऐसे नेताओं का समाज से अंत होना बहुत जरूरी है। आज समाज में भी नैतिक मूल्य खत्म होने जा रहे हैं। धन्यवाद सुखबीर सिंह के ई एम डब्ल्यू ए एल
भारतमे खाली पंजाब और हरयानाके किसानोंको प्राब्लेम है, बाकी राज्योंमे नहीं है। ऐसा क्यों, इसका विवरण होना चाहिए।
लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा से पूरा देश परेशान है। किसी भी राजनीतिक दल में इच्छाशक्ति नहीं है कि मुफ्त की सरकारी योजनाएँ बंद कर दी जाएँ। मुझे लगता है कि अब टैक्सपेयर को एकजुट होकर सरकार पर एक प्रेशर ग्रुप की तरह काम करना होगा कि उनके टैक्स का पैसा सिर्फ विकास कार्यों में खर्च हो अन्यथा वे सामूहिक रूप से टैक्स भरना बंद कर देंगे।
🙏🙏🙏🙏 excellent analysis
पंजाब के इलावा किसान अनदोलन कही नही दिखता।हरियाणा महाराष्ट्र के चुनाव से पता चलता है।सभी किसान अनदोलन कारी नही है।
A very logical presentation of facts on an important issue by Sardhana ji
👍🤣🌹❤️👌👌🙏🙏
सरकार को मुफ्त राशन का सरकारी मुल्य खाता मे राशि देना चाहिए,
Iss desh ka kuch ho nhi sakta 🙏
U r wright sir
सुधार करने की इच्छा किसी भी पार्टी में नहीं अपने पास अपराधी प्रवृत्ति के लोग सबके पास है अंग्रेजी समय से चल रही सुविधाएं आज भी है कर्मचारी आचार संहिता में आता है लेकिन नेता लोग नहीं आते
Perfect analysis. But there are several other issues also
राम राम जी
Hum भारतीय लोग बिना ठोकर खाए नही सीधे रास्ते पर नही आते
Central crop plan is not acceptable to state Govts while demand for unlimited MSP is an easy route although not a solution.
क्या किसन केवल अपना ही हित देखते हैं,देश हित क्या ?
Reform in agriculture are need of the hour.Earlier it I don.better it would be.
अगर 80 करोड लोगो को मुफ्त राशन 5 साल से दिया जा रहा है, तो सरकारी खरीद भी बढ रही है। सरकारी गोदाम भी खाली नही हो रहे है। अगर सरकार अनाज नहीं बांटती तो क्या सरकार किसान से अनाज खरीद पाती?
Aap kisi se kuch khareedo aur free main usi ko De do tab dekhana ghata Kiska hua
I am from madhya pradesh. St present condition of farmers are far better than last 75 yrs. Farmers are in better economic conditions. I think farmers must change types of crops.
कांग्रेस सरकार ने Food Security Bill पास किया था
आते लोग फ्री का राशन दुकानों में बेच देते हैं
किसानों के लिए तीन किसान बिल बनाए थे उनका क्या हाल किया गया
🙏🙏🙏🌹💐
Free कुछ भी नही देना चाहिये. काम दो
देश में 10 करोड़ से ज्यादा लोग नहीं हैं जिनको राशन की जरूरत है राशन का उपयोग जानवरों को खिलाने और बाजार में आधे दाम पर बेचने में हो रहा है
Stop subsidy,
Kisano kai naam per gundagardi ho rahi
Supreme court ne Manmohan government ko b anaj bantne ko kaha tha kyu ki anaj godowns me kharab ho raha tha lekin Manmohan Singh government ne mana kar diya k hm nai kar sakte lekin present government me Covid me anaj bantna shuru kar diya jo vo continue kar rahe hai
Kya 5 saal pehle theek thi un 80 crore logo ki arthik position? 70 saal tK kaha se khaya piya un logo ne.
सरदाना जी अगर किसानोने फसल बोना कम कर दिया तो ?
MSP is not solution for farmer's present condition
All state governments & central government should study and follow the demands put forth by learned farmer leader late Shri.Sharad Joshi.Also time to time at that time whatever he has analysed and brought to the notice of then government should be followed which is still relevant
First close the pension to mp- s and mla' s that running to crores, if they want then take thier contribution and according thier pension claims
पेपर लीक की समस्या
Asli chig hai galat distribution kyonki 40 kr galat log fayada utha rahey hai
टैक्स का भार बहुत ज्यादा है
टैक्स पर टैक्स
फिर टैक्स
बार बार टैक्स ने मिडल क्लास मर गया
Kabhi nahi, pardafash karega kaun sab to chor hai. Ek chor dusre chor ko pakadwayega kya ?
Baap bada na maiya sabse bada rupiya kya sir ji
Sir ji,when the centre enacted the three farm laws the all the state government Assembly passed the resolutions against the farm laws that Agricultural is a state subject and centre has no power to mKe laws but now state governments ask the centre govt to fox M.S.P. it is very astonishing the political parties are playing politics in the name of kisans
Honest tax payers are treated like?!
First grow more foods and keep them maintained, stored.
I always look up your videos for update! Our government has no idea how people are suffering these days. I feel for people with disabilities not getting the help they deserve.
Thank you Mrs Linda, imagine investing $1000 and receiving $5,300.
I'm surprised that this name is being mentioned here, I stumbled upon one of her clients testimonies on CNBC news last week...
Trader Linda strategy has normalised winning trades for me also. and it's a huge milestone for me looking back to how it all started
please educate me, I've come across this name before, Now i'm interested
Please is there any link or information about her, how can I reach her?
SHE'S MOSTLY ON TELEGRAMS USING THE
USERNAME.
Have some courage to address the main problem
No
What is FPO? Please make a episode on this subject .
Central govt krishi mantralay desh ke har jile me krishi farm khole to bahut sundar hoga
मुफ्त राशन से कई लोगों ने खेती करना छोड़ दिया है l सरकार को इस पर विचार करना चाहिए l
Ration ke bajay rojgar dene Lage to kaisa rahega
Delhi me surang wala arbo rs ka Ghar Kisha hai
Feck hai to safe hai
सर जी अमृत काल चल रहा है मोदी जी ने किसान की आमदनी दोगुनी कर दी हर आदमी खुशहाल है विश्व की तीसरी बड़ी अर्थ व्यवस्था बनने जा रहा है भारत आप कैसी बाते कर रहे हो आज लगता है फंड नहीं पहुंचा टाइम से
आपकी आत्मा अभी भी AAP के साथ है l
झूठ की गारन्टी पर देश चल रहा है?
Hello Vijay Sir I always view your video and contents. Always you are giving ideas points that is fine , is it alone responsibility of GOI , when the JUDICIARY does not have spine or backbone or courage to warn these fake farmers listen to government. Let me tell you even if GOI comes with GOLDEN Plan for farmers with good reforms our opposition and JUDICIARY which is always been part of the problem never been solution and is biggest weakness or curse we have. During Last farmers agitation the same GUTTER SUPEME QUOTA COURT( See this is the respect or words i have with JDUCIIARY) formed a committee and the militant farmers rejected and I saw the leftist evil lawyer DUSHYANT DAVE gave a damn to SUPRMEE COURT suggestion and did not appear and the worst part is the same SUPREME COURT demonstrated its disability or forwardness by not making the committee report public. Now which GOI or agencies can talk to these agitating violent farmers and the UGLY part is JUDICIARY is blind surrendered to these fake farmers and not ordering Punjab government to end road rail block , is this the way a JUDICIARY should function like a mute spectator. ?