Lamiya को आप gateway of shekhawati भी बोल सकते ह इसी गांव से शेखावतो ने 600 से भी ज्यादा गांव बसाए जब अफगान दिल्ली में 700 साल तक राज कायम कर चुके थे। चौहान सरदार सबसे शक्तिशाली सरदार हुए । वो भी अफगानियो से लोहा लिए पर वो भी कामखानी मुस्लिम हो गए दिल्ली हरियाणा होते हुए झुंझुनूं सीकर तक कामखानी ही कामखानी हो गए! इन्हीं की रियासत कायम हो चुकी थी तब shekhawat हि थे जिन्होंने इनको नारनौल हिसार तक समेट दिया फिर कभी ये मुस्लिम राजस्थान में अपनी रियासत कायम नही कर पाए धन्यवाद ratan singh shekhawat ji मेरे एक ही आग्रह पर आप लामिया पधारे हमरा पूरा गांव इस सराहनीय कार्य के लिए बहुत आभारी रहेगा🙏
लामिया का इतिहास बहुत अच्छा बताया। लामिया गांव के बढा पाना मे अंतिम जागिर दार ठाकुर साहब नारायण सिंह जी ही थे ।ठाकुर साहब नारायण सिंह जी कि जागिर खालसा हुए तब 1955 कलेक्टर साहब के जरिए राज पत्र जारी किया गया था। आथुना पाना के अंतिम जागिर दार ठाकुर साहब किशोर सिंह जी थे। उन महान आत्मा को नमन करता हूं सा।
अगर कोई राजा देश आजादी के पहले था तो उसे मान समान के साथ उनको राजा ही बोला जाएगा। अलग किस को जागिर दार बनाए। सच यही है कि एक राजा कि स्टोरी है। इसको कोई ठुकरा नही सकता।
@@dharmendrasinghshekhawat4989 आप मैं जो कमी है उसको छुपाने की कोशिश मत करो झूठ को हमेशा चिल्ला चिल्ला के सच साबित मत करो जो झूठ है वह झूठ है जो सत्य है वह सत्य रहेगा चाहे कितने भी कुछ कर लो सच का सामना करने की ताकत रखो
Such a pleasure to see the vlog with very interesting, important, and authentic information about the heritage of this historical village Lamiya. So many thanks for your valuable efforts to making the video. Regards. .....
Awesome job by @gyan darpan, Beautiful video and great efforts for making the video , keep up the good work 👍 All the best team and keep doing such great job 👏
खाटू श्याम जी गढ़ के मालिक कोई सेठ साहूकार है जो ट्रस्ट बनाकर खरीद लिए थे,आज वो एक धर्मशाला में तब्दील हो चुका है,गढ़ बिका उस समय लामिया गढ़ के भुर सिंह जी ऑनर थे,
@@veeram_dev_arya8187 करतार सिंह जी बात हुई थी, वे कह रहे थे कि गढ़ में कुछ चित्र आदि लगवाकर आपको सूचित करते हैं | जैसे उनका फोन आयेगा हम आकर वीडियो बना देंगे |
अर्जुन सिंह जी द्वारा, पाला जी की देवली का जीर्णोद्वार करवाना उनके ह्रदय में चारण राजपूत सनातन संबंध के प्रति सम्मान के बारे में बताता है। इस कार्य के लिए में उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।
Right from the Dravidian culture representing the South Indian buildings to the Rajput representing the Havelis and Mahals of Rajasthan - India embraces all.
लामिया गांव का इतिहास पहली बार देखने को मिला है,जो पूरे गांव की जानकारी दी गई है,इसमें दो जागीदार थे,जिन्हें देश आजाद हुआ तब के राजस्व रिकार्ड के अनुसार सरकारी दस्तावेजों के आधार पर इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में दिखाया गया है,यदि किसी के पास सरकारी दस्तावेजों के आधार पर जागीरदार होने के सरकारी कागज है तो यहां उनके फोटो दिखाने चाहिए।अब आज के परिवेश में सभी तो ठाकुर साहब है,अपनी अपनी जमीनों के जागीदार भी है,ये एक लामिया गांव जो काफी समय से गुमनाम सा हो गया था,आने वाली पीढ़ियों के लिए सही और सटीक जानकारी देता हुआ वीडियो है। मै उन सभी का शुक्र गुजार हू,जिन्होंने रतन सिंह जी को बुलाया और पूरे गांव के इतिहास को जिंदा कर दिया,सभी गांव के लोगो का भी शुक्रिया जिन्होंने सही जानकारी देकर इसे बहुत अच्छा बनवाने में सहयोग किया।धन्यवाद।
जानकारी अगर पूरी दी जाती तो शायद हमें भी अच्छा लगता है हमें भी गौरव महसूस होता लेकिन आधा अधूरा ज्ञान और अहम और ड्रेस भावना रखकर यह वीडियो बनाया गया जिससे सभी परिवार जनों को एक आघात पहुंचा है मैं आपसे निवेदन करता हूं कि भविष्य में ऐसा आधा अधूरा ज्ञान लेकर वीडियो ना बनाएं ताकि ताकि लोगों की भावना को ठेस न लगे
@@fojilifestory7127 बिना वजह बताए टिपणी करना अच्छा नहीं है,इसमें आधी अधूरी क्या जानकारी लगी है,उसे सप्ष्ट लिखो, आधी बात मुंह में और आधी को बिना सोचे समझे दूसरे के बहकावे में आकर लिखना,कोई बुद्धिमता में नही आता है,तुमने अभी एक पक्ष को जाना है,दूसरे पक्ष से तो टच भी नही हुए हो, और जो व्यक्ति एक पक्ष सुनकर बिना सोचे समझे दूसरे को बुरा बताता है उसे लोग अज्ञानी या नासमझ कहते हैं।
@@gopalSingh-kp1bb यही बात मैं आपको समझाना चाहता हूं कि आधा अधूरा ज्ञान मत लिखो जिससे कि लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे और रही बात आजादी के बाद के सरकारी दस्तावेज की तो आप बताओ कि कहां दिखाना और किस को दिखाना है अगर दिखा दिया तो आप सार्वजनिक रूप से माफी मांगोगे यह लिखो पहले और रही बात दूसरे पक्ष की बात तो 8 अगस्त को आकर मीटिंग कर लो उसमें रख बता दो अपने बात
हर कोई जागीरदार कहलाना चाहते है पर गढ़ की मरम्मत पर एक रुपया खर्च नहीं करते | फिर आजादी के बाद कौन से जागीरदार रह गये ? सब बराबर है | इतिहास भूतकाल का बताया जाता है वर्तमान का नहीं | वर्तमान में भी स्वघोषित जागीरदारों में कोई ऐसा नहीं जिसकी उपलब्धि बखान की जा सके | दूसरा हम आपके बडवा या भाट नहीं जो गीत गाते फिरें | इस गढ़ से रायसल जी व लाडाजी का इतिहास जुड़ा है उन्हीं का इतिहास बताने लायक है जो बता दिया गया |
@@gyandarpan महिमा तो आप उसी परिवार की करोगे जो आपको पैसा दिया है राजपूतों का इतिहास हमेशा गौरवपूर्ण रहा है लेकिन आपने इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है सिर्फ सिर्फ एक परिवार को फायदा दिलाने के लिए जो आपकी छवि को खराब दिखा रही है हम आपका आदर और सम्मान करते हैं लेकिन वह लेकिन वे सोशल मीडिया के द्वारा झूठी अफवाह फैलाकर मालिकाना हक जताना चाहते हैं और उसे बेचना चाहते हैं चाहे आप अनजाने में ही सही आप उनका साथ दे रहे हो जो कि एक राजपूत के लिए शर्म की बात है अतः आपसे निवेदन है कि कि उनकी झूठी अफवाह में ना आकर ऐसे वीडियो ना बनाएं ताकि समाज और परिवार को बदनाम कर सके और और उस संपत्ति को ना विक्रय कर सके जो हमारी पूर्वजों की संपत्ति है अंत में मैं आपसे यही अनुरोध कर सकता हूं कि आपको सच का अभी तक पता नहीं है जिस दिन आपको सच का पता चल जाएगा आप भी उनका साथ छोड़ दोगे
ये जो अफवाह फैला रहे हो की लामिया में देश आजाद हुआ तब दो ही नही और भी जागीरदार थे तो,अगर तुम लोगो के पास देश आजाद हुआ उस समय के जागीरदार होने के कोई सरकार द्वारा प्रदत्त दस्तावेज है तो दिखने चाहिए,मौखिक जगीदार नही बन सकते हो,आज देश आजाद हो चुका है,आज सभी तो ठाकुर साहब है और अपनी अपनी जमीन के जागीरदार है,ये जो मन घड़ंत आरोप लगा रहे हो ,पैसा देकर बनाने के झूठे आरोप लगा रहे हो ये ठीक नही है,संवैधानिक प्रक्रिया को चुनौती देना भी एक अपराध की श्रेणी में ही आता है,इसलिए बिना सोचे समझे दुसरो के बहकावे में आकर डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर कॉमेंट देने से पहले सोच लिया करो ,कभी कभी बहुत भारी पड़ जाता है,ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म राजा रायसल जी द्वारा बसाए गए गांव लामिया का इतिहास बता रही हैं,ये कोई व्यक्तिगत या पारिवारिक कार्यक्रम का वीडियो नही है, रतन सिंह जी को बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद जिन्होंने अपना कीमती समय निकालकर लामिया के इतिहास को जिंदा किया।
@@fojilifestory7127 इसमें जो लिखे हो गढ़ बेचने की बात लिखे हो ये कोई छोटी बात नही है ,झूंठा और मन घड़ंत आरोप लगा रहे हो,किसी की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना और मानसिक हराश मेंट करने की श्रेणी में आता है, ऐसे आरोप लगाना बंद करदो, वर्ना कानूनी कार्यवाही के चक्कर में बर्बाद हो जागोगे,पूरी जानकारी और होश में रहकर ही किसी पर टिपणी किया करो,अभी बचपना है,सुधार कर लो।
@@gopalSingh-kp1bb तो एक बार गांव में आकर सभी एक जगह बैठकर यह समस्या का समाधान कर लो और रही बात कानूनी कार्रवाई की तो इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने मे बातों पर भी कार्रवाई हो सकती है क्योंकि माइक पकड़कर आपने ही इतिहास के बारे में बताया है जो आधा आधा सच है तो बेहतर इसी में होगा कि सभी परिवार जने एक जगह बैठकर इसी समस्या का समाधान कर ले ताकि भविष्य में हमें और हमारे समाज को कोई बदनाम ना कर सके अगर आपको मंजूर है तो हमारे पर्सनल मोबाइल पर मैसेज कर देना
Lamiya को आप gateway of shekhawati भी बोल सकते ह
इसी गांव से शेखावतो ने 600 से भी ज्यादा गांव बसाए जब अफगान दिल्ली में 700 साल तक राज कायम कर चुके थे। चौहान सरदार सबसे शक्तिशाली सरदार हुए । वो भी अफगानियो से लोहा लिए पर वो भी कामखानी मुस्लिम हो गए दिल्ली हरियाणा होते हुए झुंझुनूं सीकर तक कामखानी ही कामखानी हो गए! इन्हीं की रियासत कायम हो चुकी थी तब shekhawat हि थे जिन्होंने इनको नारनौल हिसार तक समेट दिया
फिर कभी ये मुस्लिम राजस्थान में अपनी रियासत कायम नही कर पाए
धन्यवाद ratan singh shekhawat ji
मेरे एक ही आग्रह पर आप लामिया पधारे
हमरा पूरा गांव इस सराहनीय कार्य के लिए बहुत आभारी रहेगा🙏
लामिया के सभी ग्रामवासियों का कवरेज में सहयोग व जानकारी देने के लिये हम आभार व्यक्त करते हैं।
@@gyandarpan 🙏
Jankari ke liye dhanyvad
Thanks sar bhahut hi sandar jankari di sa ratan singh ji hukum bhahut bhahut thanks
लामिया का इतिहास बहुत अच्छा बताया। लामिया गांव के बढा पाना मे अंतिम जागिर दार ठाकुर साहब नारायण सिंह जी ही थे ।ठाकुर साहब नारायण सिंह जी कि जागिर खालसा हुए तब 1955 कलेक्टर साहब के जरिए राज पत्र जारी किया गया था। आथुना पाना के अंतिम जागिर दार ठाकुर साहब किशोर सिंह जी थे। उन महान आत्मा को नमन करता हूं सा।
कसम से हद है कहीं तो ऐसी जगह छोड़ो जहां पर आप सच बोल सको
अगर कोई राजा देश आजादी के पहले था तो उसे मान समान के साथ उनको राजा ही बोला जाएगा। अलग किस को जागिर दार बनाए। सच यही है कि एक राजा कि स्टोरी है। इसको कोई ठुकरा नही सकता।
@@dharmendrasinghshekhawat4989 आप मैं जो कमी है उसको छुपाने की कोशिश मत करो झूठ को हमेशा चिल्ला चिल्ला के सच साबित मत करो जो झूठ है वह झूठ है जो सत्य है वह सत्य रहेगा चाहे कितने भी कुछ कर लो सच का सामना करने की ताकत रखो
धन्यवाद साहब
Such a pleasure to see the vlog with very interesting, important, and authentic information about the heritage of this historical village Lamiya.
So many thanks for your valuable efforts to making the video.
Regards. .....
Thanks banna
@@gyandarpan
Regards. ....
bhut dhanyawad sa...
Jankari stik h thank you
Lamiya fourt ke bare me jankari achi lgi
Bahut achhi jankari ❤
😢 bahut hi Sundar hai dhanyvad
Bahut hi Sundar
sir please asi hi video app up,jammu,gujrat,bihar,mp ...k rajputo gaon ka video banye
V,nice
Very nice sir ji
Very good Thakur saab
🙏🙏
👌👌💐
😎😎😎👍👍👍👍super
Nyc 😍
Awesome job by @gyan darpan, Beautiful video and great efforts for making the video , keep up the good work 👍 All the best team and keep doing such great job 👏
Thank you so much 😀
Good
👍👍👍👍👍👍👍
श्रीमान जी मे आपके सभी वीडियो देखता हूँ
कृपया आप सती रूप कवर पर भी वीडियो बनावो
Please .Lonar fort hai kya ji
Nice
Thanks
Esi jankari lvera bavri kile jodhpur ke bare me btave
Good effort kakosa
Lvera bavri fort ke bare me etihasik jankari Deve
Khatushyamji gadh ka bhi banao sir
गढ़ के मालिक कौन है
@@gyandarpan sir ye to nhi pta
खाटू श्याम जी गढ़ के मालिक कोई सेठ साहूकार है जो ट्रस्ट बनाकर खरीद लिए थे,आज वो एक धर्मशाला में तब्दील हो चुका है,गढ़ बिका उस समय लामिया गढ़ के भुर सिंह जी ऑनर थे,
Bhur singh ji ke contact no. Do sir
@@haritagevillageraithaljaip4079 चकरम मत पढ़ना यह रायता फैलाने वाले हैं
Bajawa rawat ka jhunjhunu, clean of kachwaha kumbhawato ka details par parkash dale.
mere masosa ka h ab yeh garh ram singh lamiya
Sir aap ka channel kis category me aata hai TH-cam me......... please tell me ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
हुक्म थे जानकारी देवो म्हाने सगळा लोगाँ ने भोत पसंद आवे है। थे एक बार शयामगढ़ और सुरेरा के बारे में भी वीडियो बनाओ सा ।
सुरेरा पर जल्द बनायेंगे
@@gyandarpan हुक्म सुरेरा आपणो गाँव है।
@@veeram_dev_arya8187 करतार सिंह जी बात हुई थी, वे कह रहे थे कि गढ़ में कुछ चित्र आदि लगवाकर आपको सूचित करते हैं | जैसे उनका फोन आयेगा हम आकर वीडियो बना देंगे |
@@gyandarpan 🙏 घणो आभार सा
@@gyandarpan वहां जाने से पहले संपूर्ण जानकारी ले लेना है कहीं ऐसा ना हो कि वहां जाकर भी रायता फैला दो
Mai Aaj ramnavami ko Naman karta hun Bishan Singh Ji Shekhawat ko Aao Gaon Chale sat sat Naman
अर्जुन सिंह जी द्वारा, पाला जी की देवली का जीर्णोद्वार करवाना उनके ह्रदय में चारण राजपूत सनातन संबंध के प्रति सम्मान के बारे में बताता है। इस कार्य के लिए में उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं।
JAI MAA BHAWANI
Jay rajputana
Right from the Dravidian culture representing the South Indian buildings to the Rajput representing the Havelis and Mahals of Rajasthan - India embraces all.
Mahàraja Dayal ji ka killa 🙏 .........1884.
लामिया गांव का इतिहास पहली बार देखने को मिला है,जो पूरे गांव की जानकारी दी गई है,इसमें दो जागीदार थे,जिन्हें देश आजाद हुआ तब के राजस्व रिकार्ड के अनुसार सरकारी दस्तावेजों के आधार पर इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म में दिखाया गया है,यदि किसी के पास सरकारी दस्तावेजों के आधार पर जागीरदार होने के सरकारी कागज है तो यहां उनके फोटो दिखाने चाहिए।अब आज के परिवेश में सभी तो ठाकुर साहब है,अपनी अपनी जमीनों के जागीदार भी है,ये एक लामिया गांव जो काफी समय से गुमनाम सा हो गया था,आने वाली पीढ़ियों के लिए सही और सटीक जानकारी देता हुआ वीडियो है। मै उन सभी का शुक्र गुजार हू,जिन्होंने रतन सिंह जी को बुलाया और पूरे गांव के इतिहास को जिंदा कर दिया,सभी गांव के लोगो का भी शुक्रिया जिन्होंने सही जानकारी देकर इसे बहुत अच्छा बनवाने में सहयोग किया।धन्यवाद।
जानकारी अगर पूरी दी जाती तो शायद हमें भी अच्छा लगता है हमें भी गौरव महसूस होता लेकिन आधा अधूरा ज्ञान और अहम और ड्रेस भावना रखकर यह वीडियो बनाया गया जिससे सभी परिवार जनों को एक आघात पहुंचा है मैं आपसे निवेदन करता हूं कि भविष्य में ऐसा आधा अधूरा ज्ञान लेकर वीडियो ना बनाएं ताकि ताकि लोगों की भावना को ठेस न लगे
@@fojilifestory7127 बिना वजह बताए टिपणी करना अच्छा नहीं है,इसमें आधी अधूरी क्या जानकारी लगी है,उसे सप्ष्ट लिखो, आधी बात मुंह में और आधी को बिना सोचे समझे दूसरे के बहकावे में आकर लिखना,कोई बुद्धिमता में नही आता है,तुमने अभी एक पक्ष को जाना है,दूसरे पक्ष से तो टच भी नही हुए हो, और जो व्यक्ति एक पक्ष सुनकर बिना सोचे समझे दूसरे को बुरा बताता है उसे लोग अज्ञानी या नासमझ कहते हैं।
@@gopalSingh-kp1bb यही बात मैं आपको समझाना चाहता हूं कि आधा अधूरा ज्ञान मत लिखो जिससे कि लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे और रही बात आजादी के बाद के सरकारी दस्तावेज की तो आप बताओ कि कहां दिखाना और किस को दिखाना है अगर दिखा दिया तो आप सार्वजनिक रूप से माफी मांगोगे यह लिखो पहले और रही बात दूसरे पक्ष की बात तो 8 अगस्त को आकर मीटिंग कर लो उसमें रख बता दो अपने बात
Mera gav sabse best lamiya
Phone no. Hkm aapke
किस काम के लिए बात करनी है वह काम लिखें और अपना मोबाइल नंबर लिखें हम सम्पर्क कर लेंगे |
Lamiya gadh ki history es me wrong ha
क्या गलत है? बताएं।
क्या गलत है,बताओ ताकि पता चले कि आप क्या चाहते हैं
@@gopalSingh-kp1bb आपको बताना चाहते लेकिन आप मानते हो नहीं
Gaave ka itaash pura batana the bas ek pariwar ko hi bata diva baaki bhi bhai they jo jaagidaar rahy
हर कोई जागीरदार कहलाना चाहते है पर गढ़ की मरम्मत पर एक रुपया खर्च नहीं करते | फिर आजादी के बाद कौन से जागीरदार रह गये ? सब बराबर है | इतिहास भूतकाल का बताया जाता है वर्तमान का नहीं | वर्तमान में भी स्वघोषित जागीरदारों में कोई ऐसा नहीं जिसकी उपलब्धि बखान की जा सके | दूसरा हम आपके बडवा या भाट नहीं जो गीत गाते फिरें | इस गढ़ से रायसल जी व लाडाजी का इतिहास जुड़ा है उन्हीं का इतिहास बताने लायक है जो बता दिया गया |
@@gyandarpan महिमा तो आप उसी परिवार की करोगे जो आपको पैसा दिया है राजपूतों का इतिहास हमेशा गौरवपूर्ण रहा है लेकिन आपने इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया है सिर्फ सिर्फ एक परिवार को फायदा दिलाने के लिए जो आपकी छवि को खराब दिखा रही है हम आपका आदर और सम्मान करते हैं लेकिन वह लेकिन वे सोशल मीडिया के द्वारा झूठी अफवाह फैलाकर मालिकाना हक जताना चाहते हैं और उसे बेचना चाहते हैं चाहे आप अनजाने में ही सही आप उनका साथ दे रहे हो जो कि एक राजपूत के लिए शर्म की बात है अतः आपसे निवेदन है कि कि उनकी झूठी अफवाह में ना आकर ऐसे वीडियो ना बनाएं ताकि समाज और परिवार को बदनाम कर सके और और उस संपत्ति को ना विक्रय कर सके जो हमारी पूर्वजों की संपत्ति है अंत में मैं आपसे यही अनुरोध कर सकता हूं कि आपको सच का अभी तक पता नहीं है जिस दिन आपको सच का पता चल जाएगा आप भी उनका साथ छोड़ दोगे
ये जो अफवाह फैला रहे हो की लामिया में देश आजाद हुआ तब दो ही नही और भी जागीरदार थे तो,अगर तुम लोगो के पास देश आजाद हुआ उस समय के जागीरदार होने के कोई सरकार द्वारा प्रदत्त दस्तावेज है तो दिखने चाहिए,मौखिक जगीदार नही बन सकते हो,आज देश आजाद हो चुका है,आज सभी तो ठाकुर साहब है और अपनी अपनी जमीन के जागीरदार है,ये जो मन घड़ंत आरोप लगा रहे हो ,पैसा देकर बनाने के झूठे आरोप लगा रहे हो ये ठीक नही है,संवैधानिक प्रक्रिया को चुनौती देना भी एक अपराध की श्रेणी में ही आता है,इसलिए बिना सोचे समझे दुसरो के बहकावे में आकर डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर कॉमेंट देने से पहले सोच लिया करो ,कभी कभी बहुत भारी पड़ जाता है,ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म राजा रायसल जी द्वारा बसाए गए गांव लामिया का इतिहास बता रही हैं,ये कोई व्यक्तिगत या पारिवारिक कार्यक्रम का वीडियो नही है, रतन सिंह जी को बहुत बहुत बधाई एवं धन्यवाद जिन्होंने अपना कीमती समय निकालकर लामिया के इतिहास को जिंदा किया।
@@fojilifestory7127 इसमें जो लिखे हो गढ़ बेचने की बात लिखे हो ये कोई छोटी बात नही है ,झूंठा और मन घड़ंत आरोप लगा रहे हो,किसी की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाना और मानसिक हराश मेंट करने की श्रेणी में आता है, ऐसे आरोप लगाना बंद करदो, वर्ना कानूनी कार्यवाही के चक्कर में बर्बाद हो जागोगे,पूरी जानकारी और होश में रहकर ही किसी पर टिपणी किया करो,अभी बचपना है,सुधार कर लो।
@@gopalSingh-kp1bb तो एक बार गांव में आकर सभी एक जगह बैठकर यह समस्या का समाधान कर लो और रही बात कानूनी कार्रवाई की तो इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने मे बातों पर भी कार्रवाई हो सकती है क्योंकि माइक पकड़कर आपने ही इतिहास के बारे में बताया है जो आधा आधा सच है तो बेहतर इसी में होगा कि सभी परिवार जने एक जगह बैठकर इसी समस्या का समाधान कर ले ताकि भविष्य में हमें और हमारे समाज को कोई बदनाम ना कर सके अगर आपको मंजूर है तो हमारे पर्सनल मोबाइल पर मैसेज कर देना
Jankari ke liye dhanyvad