Sarokar : शहरीकरण बनाम पर्यावरण | Urbanisation vs Environment

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  • เผยแพร่เมื่อ 12 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 190

  • @jiteshyadav205
    @jiteshyadav205 6 ปีที่แล้ว +15

    Durga prasaad mishra ji sidha sidha jawab dene ke bajay wo duniya bhar ke gyan de rahe hai.

  • @chetankumar3964
    @chetankumar3964 6 ปีที่แล้ว +20

    गांवों से शहरों में गये लोगो की शुरुआती ज़िन्दगी बहुत ही बदतर होती है।
    परन्तु मूलभूत सुविधाओं के अभाव में शहर जाना पड़ता है।।
    यदि ये सुविधाएं और रोजगार के पर्याप्त अवसर गावों में ही मिले तो हम एक बेहतर भारत का निर्माण कर सकते है।
    साथ ही GDP में भी ग्रामीण प्रतिशत बढ़ सकता है।।

  • @mpscguide2136
    @mpscguide2136 6 ปีที่แล้ว +2

    Anchor se request hai ki kripaya guests ko apne mudde rakhne ke liye jyada waqt diya jaye...they are giving valuable opinion which is helpful to aspirants of civil services... Nice debate..thank you rstv

    • @SarokarNGO
      @SarokarNGO 5 ปีที่แล้ว

      This is the anchor predominately excuse and no ways to the guest

  • @bjornarya
    @bjornarya 6 ปีที่แล้ว +7

    disappointed by interruption of Mr. Anil Sood by Mr. Shyam Sundar, most of us agree with Mr. Anil Sood majority of people do not want to go to cities but are forced to because of lack of employment and facilities. My parents came to Delhi for same reason

  • @akankshapatel9266
    @akankshapatel9266 6 ปีที่แล้ว +74

    अगर सरकार गांव में ही सारी सुविधाये उपलब्ध कराने की कोशिस करे तो शहरीकरण और पर्यावरण में तालमेल बिठाया जा सकता है.............

    • @ramratan3061
      @ramratan3061 6 ปีที่แล้ว +4

      AKANKSHA PATEL isi ke lie Dr. Kalam ne PURA(provide urban amenities to rural areas) ka sujhav dia tha jisse urbanisation kam hoga or villages me hi logo ko shahro wali sabhi suvidhae prapt hogi or environmental degradation ko kam kia ja sakta hai

    • @Satetp
      @Satetp 6 ปีที่แล้ว +2

      Sahi kaha , ek gaon ko dusare gaon se metro se joda joya 😂 😂 😂

    • @vikasati96
      @vikasati96 6 ปีที่แล้ว

      S P 👍

    • @rohankuamr3760
      @rohankuamr3760 6 ปีที่แล้ว +1

      Are you IAS aspirants?????

    • @akankshapatel9266
      @akankshapatel9266 6 ปีที่แล้ว

      +Babulal Kumar hanji

  • @shivnandankumar3671
    @shivnandankumar3671 6 ปีที่แล้ว +8

    Shyam shundar sir a big salute to u,especially for Mai bhi Bharat

  • @devendrarajput8744
    @devendrarajput8744 6 ปีที่แล้ว

    भारत की आत्मा गाँवों में बसती है, भारत सरकार और प्रादेशिक सरकारों को ग्रामीण विकास और किसानों की आय वृद्धि पर ध्यान देने की जरूरत है।मजबूत जनसंख्या नीति और पर्यावरण संरक्षण की सख्त जरूरत है, जनसंख्या का बढ़ता आकार पर्यावरण पर लगातार बोझ साबित हो रहा है।भारत का भौगोलिक आकार जनसंख्या के इतने बडे आकार को समाहित करने में सक्षम नहीं है।

  • @Dhruv_at_MHA
    @Dhruv_at_MHA 4 ปีที่แล้ว

    I can't explain...abt this.... It's Gr8 for us....
    Thanks a lot @rstv🙏🏻🙏🏻🙏🏻

  • @chandrikaprasad6930
    @chandrikaprasad6930 6 ปีที่แล้ว +1

    Thanks rstv , India ko peechhe karne me reach logon ki bahut badi bhumika wrna garib tao sadko se tahailiyan utha liya karte hai saheb

    • @devendrarajput8744
      @devendrarajput8744 6 ปีที่แล้ว

      Chandrika Prasad अच्छी सोच,युवा सोच।

  • @AnanyaAwasthi
    @AnanyaAwasthi 6 ปีที่แล้ว +13

    The anchor did not give equal opportunity to all the panellists, he mainly focused on the secretary, which is inadvisable​.

    • @Satetp
      @Satetp 6 ปีที่แล้ว

      Ananya Awasthi third panelist also spoke more but within given time he has to cover more points

    • @aakashlakhlan6234
      @aakashlakhlan6234 6 ปีที่แล้ว

      Ananya Awasthi i also feel this

  • @vihuraj1135
    @vihuraj1135 6 ปีที่แล้ว +10

    We people are becoming greedy day by day only to full fill our needs.we are talking about sustainable development but how this S.D.possible❤️we are cutting trees rapidly .we need to save environment for our generation rather than saving money in banks..
    Because if good environment exist then the survival of human beings will exist
    👍In short JAGO INSANO 👍JAGO

  • @nidhisingh-k3i
    @nidhisingh-k3i 6 ปีที่แล้ว +1

    Love u rajyasabha tv

  • @shubhamks3376
    @shubhamks3376 5 ปีที่แล้ว

    We have to promote the people to work hard to make their village sustainable.
    Government has to provide them their basic needs like EDUCATION, HEALTH, SANITATION AND BETTER OPPORTUNITIES

  • @moosaiqbal7651
    @moosaiqbal7651 6 ปีที่แล้ว +4

    One more program for Delhi...media is obsessed with Delhi...and forgets the rest of India ...
    By the way nice discussion...thanks RSTV !

  • @jaybarde9920
    @jaybarde9920 6 ปีที่แล้ว +1

    shyam sundar sir Mai bhi bhaarat series was awesome ND gathering ND conversation idea was brilliant how a community can cope with their problems... your show was simply fabulous sir nd this topic is also Imp. as well as ur work was superb

  • @rohankuamr3760
    @rohankuamr3760 6 ปีที่แล้ว +18

    This topic is related to GS PAPER 1 under related to urbanisation and related to its issues

    • @Satetp
      @Satetp 6 ปีที่แล้ว +1

      Babulal Kumar this year in mains question will come

    • @rohankuamr3760
      @rohankuamr3760 6 ปีที่แล้ว

      You can not predict that what question will be come in this mains examination. But you must have to cover your syllabus in a holistic manner. I am a ias aspirant preparing for 2019 examination.
      I have a broad idea to clear this exam in first attempts.

    • @ankitvishwakarma-ry3vz
      @ankitvishwakarma-ry3vz 6 ปีที่แล้ว

      Babulal Kumar
      Babu 3 paper environment conservation & case study me bhi

    • @informedbeing3937
      @informedbeing3937 6 ปีที่แล้ว

      Babulal Kumar from where you are bro?
      I also preparing for same & also have broad idea about crack it in very first attempt

    • @rohankuamr3760
      @rohankuamr3760 6 ปีที่แล้ว

      Pandurang Shelke I am from jharakhand and you.

  • @ArunNavghare-q7y
    @ArunNavghare-q7y 10 หลายเดือนก่อน

    Very important topic❤

  • @Sps_hexa
    @Sps_hexa 6 ปีที่แล้ว +6

    लोग शहरों में क्यों आते हैं इसका प्रमुख कारण यह है कि उन्हें गांव में वह मूलभूत सुविधाएं नहीं प्राप्त हो पाती जिनकी वह अपेक्षा करते हैं। भारत सरकार की मूर्खता का ही परिचायक है कि यह जानते हुए भी कि भारतीय समाज की 70% आबादी गांव में रहती है भारत सरकार ने शुरुआत स्मार्ट सिटी से की नाकी स्मार्ट विलेज से अब समय है की स्मार्ट विलेज को बनाने की दिशा में काम किया जाए हमने जो भी शहरीकरण किया है उस शहरीकरण का जो आधार हमने रखा है वह आधार पश्चिमी देशों से चुराया हुआ है या कॉपी किया गया है हर राष्ट्र का अपना चरित्र होता है और राष्ट्र का विकास या राष्ट्र का शहरीकरण राष्ट्र का हम जो भी आर्थिक गति प्रदान करना चाहे वह आर्थिक गति उस राष्ट्र के चरित्र के अनुसार होनी चाहिए हम अमेरिका के डेवलपमेंट प्लान को भारत में implement नहीं कर सकते हो क्योंकि वहां का इतिहास कुछ और है वहां की भौगोलिक स्थिति और वहां के लोगों की संस्कृती कुछ और है। लोग कहते हैं कि जब शहरीकरण होता है तो आर्थिक विकास बड़ी ही तेजी से होता है लेकिन यह उस शोध का परिणाम है जो शोध विदेशों में हुआ है। हम जितना अधिक शहरीकरण करेंगे गांव की दशा और पर्यावरण की दशा उतनी ही बदतर होती जाएगी शहरीकरण ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए एक लालच की तरह होता है वह गांव से पलायन करने के लिए मजबूर हो जाते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि शहरों में जो सुविधाएं मिल रही है वह एक गांव में नहीं मिल सकती। अब दिल्ली में भारत सरकार कॉलोनी बनाने जा रही है उसमें करोड़ों रुपए खर्च होंगे अगर उन्हीं रुपयों का इस्तेमाल भारत सरकार दिल्ली में पेयजल की समस्या को जलभराव की समस्या को एवं पर्यावरण की समस्या को दूर करने के लिए करे तो कितना अच्छा हो लेकिन भारत में कॉपी पेस्ट की परंपरा चल पड़ी है और विद्यार्थी वर्ग से लेकर बुद्धिजीवी वर्ग तक हर कोई कॉपी पेस्ट करते हैं क्योंकि यह किसी भी चीज को इंप्लीमेंट करने का सबसे आसान तरीका होता है हमारे अंदर नवम मुखी कार्य करने की क्षमता का लगातार हास होता जा रहा है। जब बेटे के एग्जाम में किसी बच्चे को प्रोजेक्ट बनाना होता है और प्रोजेक्ट रिपोर्ट देनी होती है तो वह इंटरनेट पर लिखी सारे आर्टिकल्स को कॉपी पेस्ट करके रिपोर्ट तैयार कर देता है वही विद्यार्थी बाद में सिविल इंजीनियर बनता है ऐसे विद्यार्थी से हम क्या आशा कर सकते हैं इसमें उसकी गलती नहीं है वास्तव में इसके लिए हमारा एजुकेशन सिस्टम जिम्मेवार है।

  • @aditya9765
    @aditya9765 6 ปีที่แล้ว

    देश में आज जितनी समस्याएं हो रही हैं,इनमे से अधिकतर समस्याओ की जड़ अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि है।परन्तु इस मुद्दे में क्यों बहस नही किया जा रहा है राजनैतिक दलों के द्वारा?

  • @madhunjaysingh
    @madhunjaysingh 3 ปีที่แล้ว

    There was a one point that developing small towns will help to reduce burden on big cities, should be considered as a solution.
    People shouldn't restrict themselves to their village only because you learn many new things and get an idea and perspective of outer world.

  • @sharadkumar4798
    @sharadkumar4798 6 ปีที่แล้ว

    बहुत बहुत धन्यवाद सर

  • @sushmitarai4487
    @sushmitarai4487 6 ปีที่แล้ว

    We should now strive for a balanced approch towards developmental activities. Giving environmental quality foremost importance. Otherwise we will be heading towards an unrecoverable and irreversible state of our
    environment. Sustenance of environment on its own is very crucial.

  • @MultiMoti123
    @MultiMoti123 6 ปีที่แล้ว +4

    Jansankya ki niti effective honi chahiye
    One child policy honi chahiye

  • @happyujjwal
    @happyujjwal 6 ปีที่แล้ว +2

    Awesome video..I like all videos specially vishesh my fvrt show.

  • @ravindrakasana1438
    @ravindrakasana1438 6 ปีที่แล้ว +1

    Thank a lot 🙏

    • @SarokarNGO
      @SarokarNGO 5 ปีที่แล้ว

      yes you are right

  • @informal2928
    @informal2928 6 ปีที่แล้ว +3

    Dhynabaad 🙏👍

  • @ravik.4406
    @ravik.4406 6 ปีที่แล้ว +1

    मिश्रा जी, २०५० तक ५०% से ज़्यादा शहरीकरण हो जाएगा but ये बताइए रोज़गार भी शहर ५०% से ज़्यादा देंगे या फिर आज की तरह ५०% से ज़्यादा लोगों ka पालन कृषि ही करेगी

  • @chandanikumarikumari4188
    @chandanikumarikumari4188 6 ปีที่แล้ว

    Thanks for details news

  • @anchalmalik534
    @anchalmalik534 6 ปีที่แล้ว +2

    thanks a lot sir

  • @venkateshmallela2878
    @venkateshmallela2878 6 ปีที่แล้ว +3

    plz made this programme videos in english....it will help people from other languages......atleast give sub-titles

  • @ranjeetbharti8393
    @ranjeetbharti8393 6 ปีที่แล้ว +1

    Thank you sir

  • @ravee786
    @ravee786 6 ปีที่แล้ว +8

    Bengaluru once garden city of India, is now garbage city of India.Thanks to urbanisation and software industry.

  • @aakashlakhlan6234
    @aakashlakhlan6234 6 ปีที่แล้ว

    शहरों मे आना आज‌ पसंद कम‌ मजबूरी ‌अधिक है। अगर रोजगार व अन्य ‌बुनियादी सुविधाएं ‌गांवों व छोटे शहरों मे उपलब्ध ‌हो तो‌ शहरों पर दबाव ‌नहीं बढ़ेगा।

  • @pravindukare8633
    @pravindukare8633 6 ปีที่แล้ว

    urbanization and environment are important but any planning will be long term and sustainable with administration and citizens equal responsibility for that's implementation on ground level

  • @rishabh_tiwari
    @rishabh_tiwari 6 ปีที่แล้ว +7

    Anil Sood Ko bolne to diya hota... disappointed with discussion and host.

  • @AmitUpadhyay1998
    @AmitUpadhyay1998 3 ปีที่แล้ว

    जिस दिन भगवान रूष्ट हो जाएंगे पूरा संसार तबाह हो जाएगा।

  • @binay8377
    @binay8377 6 ปีที่แล้ว +2

    Vikash se vinash hoga to aise vikash ka koi zarurat nehi

  • @sushilmaurya4548
    @sushilmaurya4548 6 ปีที่แล้ว +1

    सरकार विकास नहीं विनाश की ओर बढ़ रही है

  • @BongGenx
    @BongGenx 6 ปีที่แล้ว +1

    the best way to be free from pollution shift mars b4 2050

  • @abhidwij212
    @abhidwij212 6 ปีที่แล้ว +2

    दिल्ली के बाहर मांगरभानी के जंगल को हरयाणा सरकार संरक्षित वन क्षेत्र का दर्जा देने से बच रही है। इस तरह वो अतिक्रमण और अवैध खनन को बढ़ावा दे रही है

  • @mayankaranya
    @mayankaranya 5 ปีที่แล้ว +1

    If we had adopted Gandhian model of economy then this problem won't ever arise .
    These slums pollution and everything attributes to the wrong idea of development by then planning commission and Nehru .

  • @missionips7826
    @missionips7826 6 ปีที่แล้ว

    Good debate! Nice work

  • @mohdrehankhan3635
    @mohdrehankhan3635 6 ปีที่แล้ว

    Hence proved that... People participation or democratic practice is crital

  • @onlyncert5018
    @onlyncert5018 3 ปีที่แล้ว

    Kindly anchor ji ap experts ko unke views ko rakhne ki time dijiye ap to unke views par rok lagarahehe

  • @RakeshKumar-sc7ec
    @RakeshKumar-sc7ec 6 ปีที่แล้ว

    Look at the attitude of the secretary!!

  • @mansijain3842
    @mansijain3842 6 ปีที่แล้ว

    Hmara bharat desh gavo m bsta h
    Agar desh ko viksit krna h to shuruaat gavo se honi chahiye gav m Itni unnat facilities sarkar ko logo ko provide krani chahiye ki log migrate ho hi na.
    Aur sabse jyada jarurat janta m awareness ki h, sarkar nadi pari yojnao ke antargat nadiyo ki saf safai krayegi pr aas pass rhne valo ki duty honi chahiye ki vo nadiyo ko ganda hi na kre.... Sirf sarkar akeli kuch ni kr sakti janta ko support sarkar ki takat h.... Aur Hmari Jo ministries h Jo jankalyan m work kr rhi h unme transperency Aur accountability honi chahiye
    TABHI Hm sustainable development kr sakte h

  • @devanshias4799
    @devanshias4799 6 ปีที่แล้ว

    Amrita Rai is best Anchor for this programme

  • @AmitUpadhyay1998
    @AmitUpadhyay1998 3 ปีที่แล้ว

    शहरीकरण पे रोक लगाना चाहिए।

  • @bhanupratapkushwaha
    @bhanupratapkushwaha 6 ปีที่แล้ว

    Why not country and town planning commission works as the corporate company? In that they can a develops RACI matrix where first they searches for stakeholders and after that they defines the Individual persons role and responsibility, RACI Matrix(Responsibility, Accountability, Consulting and Inform). Any state planning commission don't have the working standard operation procedure (SOP) to develop master plan, where they can take care every aspect of sustainable development.

  • @avinash1354
    @avinash1354 6 ปีที่แล้ว +3

    Why Development v/S Environment?
    Why not Development with Environment?

  • @AbhishekYadav-fw9lg
    @AbhishekYadav-fw9lg 6 ปีที่แล้ว

    Ham prakirti Ko jitna nuksan phuchayenge utna hi prakirti Apne se dur hame Karti jayega. Ham sabhi Bhartiya prakirtik ke pujak h bhachhak nhi. Ham prakirti ke Bina nhi ji sakte es liye ham sab Ko prakirtik ki rachha kare aur ham use se utna hi kuchh le jitni jarurat ho aawsykta se adhik nhi.

  • @nosom7
    @nosom7 6 ปีที่แล้ว

    We need dedicated cycling routes for reducing pollution. And low tax on cycles and its accessories. Also we have to encourage people to use electric vehicle's.

  • @AnkitRaj-fu7oy
    @AnkitRaj-fu7oy 6 ปีที่แล้ว +1

    Population aur education ki kami hi harmful environment ka reason hai..... environment ko swaksh rakho tavi hamra generation bright hoga....

  • @niranjansahoo8717
    @niranjansahoo8717 6 ปีที่แล้ว

    If facilities of town like education, Health, communication , source of income and development are given to village,then there is reduction of expansion of town and reduction of pollution.

  • @aspirant8996
    @aspirant8996 6 ปีที่แล้ว

    grameen : waste in nearby area(close to home), waste water(near the house) it implies that he will reduce his waste production. shahri: waste in rivers far from house it implies no priority to waste reduction.

  • @zero2hEro145
    @zero2hEro145 6 ปีที่แล้ว

    Gorakhpur mein 2 saal phele roads ke dividers pr gamlo me paudhe lagaye gye .... Pr aaj khaali gamle latke huye dikhte hai .
    Govt. Funding karti hai ped paudha lagane ko pr unka rakh rakhaaw karne ki koi jimmedari nhi lena chahta .

  • @shubhamsaini2129
    @shubhamsaini2129 6 ปีที่แล้ว

    Jb tk jansankhya ko km krne k liye skhat kanun nhi lagu hota tb tk kuch bhi nahi sudhar ho skta Siva nuksan ke.

  • @snsaspirantcse
    @snsaspirantcse 6 ปีที่แล้ว +2

    Sir primary sector ka GDP me to 17.5 %about contribute karta hai par employment me to primary sector 50%se to adhik hai

  • @naveenpratap9287
    @naveenpratap9287 6 ปีที่แล้ว +3

    मिश्र जी सवालों के जवाब देने की बजाए इधर उधर की बातें ज्यादा कर रहे है।

  • @SagarYadav-yf3ci
    @SagarYadav-yf3ci 4 ปีที่แล้ว

    Good

  • @ABPathakODubey
    @ABPathakODubey 6 ปีที่แล้ว

    really,
    first govt in its first year says we will plant 100 lakh trees
    in its last year to show its growth of development govt says we will cut all the 100 lakh trees including extra trees also and give CAMPA fund for re growing of plants so what type of development we are pursuing

  • @babli658
    @babli658 6 ปีที่แล้ว

    Delhi vashiyon ko agr ye jimmedari de di Jaye ki har ghr or har apparent ko kmse km itna space rakhe ki 2 tree lagana necessary kr di Jaye..to kuchh had tk problem solve ho skti h

    • @babli658
      @babli658 6 ปีที่แล้ว

      Or urbanization vs environment ho skta h..ye aam logo ki responsibility h to unhe khud aage aana hoga to jyada problem creat nhi hoga

  • @satyaramsciencelab
    @satyaramsciencelab 6 ปีที่แล้ว

    Save Trees Save Future

  • @Unknownman-j7x
    @Unknownman-j7x ปีที่แล้ว

    फयाज जी ✌️✌️✌️

  • @rohanshinde6507
    @rohanshinde6507 6 ปีที่แล้ว

    Anil sood ko bolne ka moka diya hota to or accha discussion hota👍

  • @anuminhas6530
    @anuminhas6530 5 ปีที่แล้ว

    Jab Tak jansankhya par rok nahin lagti tab Tak kuch bhi Kar lo kuch nahin hone wala

  • @anuradhatripathi2578
    @anuradhatripathi2578 6 ปีที่แล้ว +1

    Learning from a mistake is a good thing, but are not these mistakes too costly to afford at all possible level, be it economical, ecological even at the political level. We are not the only country in the world to suffer from the issue of Urbanization, there are many countries who have excelled at it now. Why can't there development & integration model be studied before making our own? Rather than spending millions of rupees and then simply saying that we are learning!

    • @Satetp
      @Satetp 6 ปีที่แล้ว +1

      anuradha tripathi
      No doubt environmental Study and integrated model are important before implementing any scheme but for any development such as metro project, housing , either trees should be cut down or we should stop the urbanization along with development.
      Balance b/w both is most challenging task for urban planner.

    • @anuradhatripathi2578
      @anuradhatripathi2578 6 ปีที่แล้ว

      That's exactly is the direction of my statement that how the balance can be maintained also difficult problems needs more effort,obviously much more than what is being done now. It's not easy neither breating P.M is!

  • @be_independent1329
    @be_independent1329 6 ปีที่แล้ว +3

    andhi behari aur goongi janta ko aise hi neta milenge jo unki tarah hi andhe gunge aur bahre honge, to agar acchi zindagi jina hai to ab iss ghatiya janta ko hi badal do
    ghatiya janta , desh ko ghatiya neta deti hai aur ghatiya neta hi ghatiya faisalo se samaj aur desh kko ghatiya banaa dete hai.
    desh me graduation tak strict and quality EDUCATION ko COMPULSORY karo for every citizen and government should provide for those whose family annual income is lower than 3 lakh.

  • @AnishKumar-ds9hy
    @AnishKumar-ds9hy 6 ปีที่แล้ว +1

    सरकार को सारे जिला में एक अधिकारी नियुक्त कर बेकार और खाली जमीन पता कर सारे स्कूल के बच्चो द्वारा हर सन्डे को TREE लगाने का अभियान चलाना चाहिए।

  • @saritayadav7861
    @saritayadav7861 6 ปีที่แล้ว

    Very good sir

  • @vikasati96
    @vikasati96 6 ปีที่แล้ว

    👍👍

  • @gaurishankar7133
    @gaurishankar7133 5 ปีที่แล้ว

    Sir jansanhkya briddhi hard samsayayo ka karan hai

  • @ananyashukla5335
    @ananyashukla5335 6 ปีที่แล้ว

    Nice approach bt anchor is not letting to speak guests even he is giving suggestions more than the invited debators

  • @shwetashalini8906
    @shwetashalini8906 6 ปีที่แล้ว

    Mam ye new TV me kitne bje deti h

    • @Satetp
      @Satetp 6 ปีที่แล้ว +1

      Shweta Shalini 8:30 pm on every Saturday

  • @neerajtiwwari487
    @neerajtiwwari487 6 ปีที่แล้ว

    development must be trickle down to other cities,the only way out for de-congestion.

  • @poonam2735
    @poonam2735 6 ปีที่แล้ว +6

    Sir Plz explain this tpc in English too. Thank you sir

  • @ashitkumar5652
    @ashitkumar5652 5 ปีที่แล้ว +1

    Air tmhre chaha ghar se aayega us park me jiske charo taraf vertical colony bnaoge

  • @ABPathakODubey
    @ABPathakODubey 6 ปีที่แล้ว

    there is no voice of people although we are democratic nation

  • @rishabhmishra6680
    @rishabhmishra6680 6 ปีที่แล้ว

    Kuch tym diya kariye use jisse Pucha kariye question ....

  • @helostatus3029
    @helostatus3029 3 ปีที่แล้ว

    India jha ek or satanabel devlopment ke baat kr reha h wahi environment ko lekar kuch challange bhi bad rehe h . Ase me question ye h ki kya enviro. Ko bachane ke lye devlopment ko stay kar dena chaye .how bslance between enviro.s urbanigation devlopment. As a cvil cervant i rafer to some insentive for sastan growth.koi devlopment ho to environ .ko dhyan m rekhkar ho s eco friendly roof .agar khi koi infrastrure devloped karna ho to environ. Sastanblity jetne wildlife s tree cut kiye jate h utne hi us land lock areas m wapas add krne chaye . During the covid 19 all population understand the tree are most powerfull resource of oxygen . S most of awrrnes between all socitey. sabka sath sabka vikas🙋✌👍

  • @mnuwadiokabap9007
    @mnuwadiokabap9007 6 ปีที่แล้ว

    Sir ap pryavran ki bat krne aaye ho ya srkar ke kam ginwane jo kewl kagjo me h
    Mude pe bat Kyo nhi krte .

  • @rajatawasthi5697
    @rajatawasthi5697 6 ปีที่แล้ว

    👍

  • @satishkumarranjan3345
    @satishkumarranjan3345 6 ปีที่แล้ว +4

    reporter ap jada bolte hai aur jo invited guest hai unko bolne ka.mauka bhi nhi dete

  • @vivekkushwaha468
    @vivekkushwaha468 6 ปีที่แล้ว +2

    Anchor is trying to defend the act of gov to cut tree in the name of development.

  • @sourabhpandey7520
    @sourabhpandey7520 6 ปีที่แล้ว

    Nice.

  • @fithillboy1695
    @fithillboy1695 6 ปีที่แล้ว

    Govt employee ko slum mai rehna chayie .public ko rehna chayie achi jagh

  • @ankitsingh3607
    @ankitsingh3607 6 ปีที่แล้ว

    chetan kumar good

  • @rishabh_tiwari
    @rishabh_tiwari 6 ปีที่แล้ว

    Why was the question about population (asked by the guy in the audience) not answered?

  • @KULDEEP-le9kz
    @KULDEEP-le9kz 6 ปีที่แล้ว +3

    This fellew is speaking on behalf of honourable PM Not on the behalf of government of india. It can observed easily what he is propagating.

  • @aspirant8996
    @aspirant8996 6 ปีที่แล้ว +5

    anchor is biased toward development.

  • @Yashgaming-d6r
    @Yashgaming-d6r 4 ปีที่แล้ว +1

    Pehle mere gav me bahut aacha lagta tha but jabse creater machine aayi sab barbad ho gaya plant to gayab hii hoo gaye

  • @DILEEPKUMAR-uj7wc
    @DILEEPKUMAR-uj7wc 6 ปีที่แล้ว

    Amrita Singh and Qurbani Ali both are better anchor than Shyam Sundar
    Pls...unko hi lao

  • @Unknownman-j7x
    @Unknownman-j7x ปีที่แล้ว

    अभी शहर बड़ा लो बाद में आने वाली पीढ़ी कंकड़ पत्थर खायेगी अच्छी बात है

  • @shivshankar-xt9bh
    @shivshankar-xt9bh 6 ปีที่แล้ว

    Government must plantation by each people. highway build up and the big tree is cut .government not plants peple tree and other plant are take up. Van vibag is not working. Big tree is fall down storm.highway built and no tree is plant through highway . Taj express built government but no tree is plant.

  • @bhagvatnagre6427
    @bhagvatnagre6427 3 ปีที่แล้ว

    Population control act aur Uniform Civil code lagu Karna chaiye

  • @NewDelhiNatureSociety
    @NewDelhiNatureSociety 6 ปีที่แล้ว +2

    Pathetic anchoring. Unfortunate that the anchor doesn’t prioritise lives of millions of Delhi residents. Too bad that he is in favour of a more polluted Delhi. That’s why he is not letting the experts speak and only allowing the criminals of nbcc who have broken laws to speak more.

  • @sagarpatil1344
    @sagarpatil1344 6 ปีที่แล้ว

    Anchor sir plz short ,exact question kijye,har waqt question describe mat kareye.

  • @pramodrajpoot9207
    @pramodrajpoot9207 6 ปีที่แล้ว

    population control pr koi bat nhi hui jbki ek Bhai ne ye bat boli Jo hi main problem h

  • @ABPathakODubey
    @ABPathakODubey 6 ปีที่แล้ว

    due to policy issues and its implementation leads to degradation of environment else no development lead to degradation of environment

  • @mrinmoyghoshtopper9064
    @mrinmoyghoshtopper9064 5 ปีที่แล้ว

    Hame sahar nehi chaiye ....mera gaon mahan mujhe gaon chaiye