क्योंकि यह कानून भूमि मालिकों से भूमि छीनकर भू माफियाओं को देने के पक्षधरों के लिए बनाया गया है। किसी भी अन्य किते के स्वामी को उसके किते से बेदखल करने का कानून नहीं है। कभी नहीं सुना कि अगर कोई प्रधानाध्यापक किसी स्कूल में प्रधानाध्यापक रहा और वो कानून या अदालत के फैसले से स्कूल का मालिक बन गया। कोई किसी विभाग का 12 वर्ष तक मुखिया रहा और कानून या अदालत द्वारा उस विभाग का मालिक बना दिया गया। कोई किसी कंपनी का किसी भी अहुदे से किसी कंपनी का सर्वे सर्वा रहा और 12 साल बाद उस कंपनी का मालिक कानून या अदालत द्वारा बना दिया गया। कभी नहीं। फिर यह अन्याय भुमि मालिक से क्यों। क्या भूमि मालिक या उसके पूर्वजों को वो भूमि मुफ्त में मिली थी। तब तो जहां पहले मालिक या सरकार को उसकी कीमत दे कर भू स्वामी को भूमि खरीदनी पड़ती है और ऊपर से स्टांप डिऊटी, रजिसट्रेशन फीस और अन्य खर्चों के साथ साथ रजिसट्रार और उसके स्टाफ़ को वसीका नवीस को भी रिश्वत देनी पड़ती है। फिर दाखिल खारिज के लिए भी सरकारी कर्मचारियों को धन से पूजना पड़ता है। देश की प्रगति में सबसे प्रमुख भूमिका निभाने वाले भू स्वामी को अगर किसी कारण वश कुछ साल तक अगर उस भूमि की काशत से अलग होना पड़े तो उसके हक़ से कमाई और अपनी आजीविका प्राप्त करने वाले के पक्ष में कानून की गिद्धों को भी मौका लग जाता है। शि: यह न्याय नहीं अन्याय है। नेता और एसी दफ़्तरों में बैठने वाले न्यायाधीश क्या जानें भू स्वामी की पीड़ा को। उपर से पूरी पुलिस प्रशासन और न्याय प्रणाली भ्रष्ट।
इसका का मतलब है कि Might is right,गरीब घूमता रहे,डंडे का पावर हो तो जबरजस्ती अपनी जमीन पर कब्जा करे,या पूरी जिन्दगी कोर्ट का चक्कर लगाए,SDM SHOULD BE POWERED TO THROUGH OUT THE mafia immediately, if not no use of this law,Jai Sri Ram !
भारत देश का कानून और यहां की विधि व्यवस्था सबसे निचले स्तर और वाहियात किस्म की है जिसमें अपराधियों वह माफियाओं को भरपूर छूट दी जाती है और पीड़ित व्यक्ति को सताया जाता है इस कानून के द्वारा।
गृहमंत्री अमित शाह जि.महाराष्ट्राचे गृहमंत्री ला.पञ.दिले पाच.वर्षे गेले शेतकर्याच्या सरकारी शेत सर्व्हे न 1.जुना.प.ह.60.आर.0.28.आर जौत केले छेञ एकरने वाढ केले तहसीलदारने सन 1998.मध्ये सरकारी शेत खाली करण्याचा आदेश दिले 500.रुपये दंड केले पण आजपर्यंत कुठलिच कार्यवाही नाही एशडिऔ.पो.स्टेशनला एशपि ग्रामीण पञ दिले आजपर्यंत कुठलिच कार्यवाही नाही
महोदय जी एक वीडियो ऐसी बनाई है पिछले समय में पिताजी की जमीन ज्यादा थी अब लड़कों के नाम में कम है 1980 में संशोधित कर बिना जानकारी के जमीन कम हो गई जबकि थोड़ी टुकड़ा जो बच्ची है डेढ़ एकड़ करीब वह हमारे पास खतौनी के रूप में तथा पिछली जो जमीन ज्यादा थी उसे पूरी बेनामी कर मालगुजार ने मिलकर स्टांप लिखकर दूसरों को बिक्री कर दिया
32 साल मुकदमे चला मेरा तीन बार डिग्री हो चुका है मैंने SDM तहसीलदार को कब्जा हटाने के लिए अप्लीकेशन भी दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है कोर्ट के चक्कर लगाते लगाते हम थक चुके हैं अब हमारे पास पैसे नहीं हैं 😢 अब मजबूरन मुझे अपने हाथ गंदे करने पड़ेंगे
Last 12yrs Limitations Act1963 Article (65) and Article (27) Extinguished right to property on Possession 12yrs residents Continues easily rights regarding clarification complaint regarding work in BNS cases results and submitted form with
कुछ लोग रास्ते पर कब्जा कर लेते हैं, रास्ते में आगे तक पेडिया बना देते हैं,या उंचा ढलान दार स्लैब डाल कर रास्ते में रुकावट पैदा कर देते हैं, इस का सेलूशन बताएं ।
जिसके पास अंग्रेजी शासन से पहले का कब्जा है अंग्रेजी शासन समाप्त होने के बाद जो ब्यवस्था बनी उस समय उॅच नीच का भेद भाव था और अब भी है जिसके कारण नीची जाती का असल खाते में नाम ही नहीं चढने देते क्योंकि अधिकारी तो वहि ठाकुर ब्राह्मण बनिया होते हैं हमारी जमीन का कोर्ट से फैसले के बाद भी भूमिधर घोषित नहीं किया गया कहने का मतलब की जब अंग्रेजी शासन के जानें के बाद जब भारत सरकार की ब्यवस्था बनी और गाॅव में पटवारी लेखपाल जा कर खेत का सर्वे कर के कागज तैयार होता था उस समय जो चमार खेत जोतता होता था उसका नाम न कागज में चढाकर बड़ी जाति के लोग अपना नाम चढवा लेते थे और बाद में उस नीची जाती से छिन लेते थे जिसके कारण सवर्णों के पास बहुत सारी जमीन होगयी और छोटी जातियों के पास कुछ भी नहीं बचा पहले आबादी कम थी जंगल पड़ा होता था जो जीतना जंगल काटकर खेत बना लेता था उतने का खेती हर होता था
जानकारी अच्छी है मैं आपसे पूछना चाहता हूं मेरे पिताजी ने अपनी सारी जमीन मेरे बड़े भाई के नाम कर दी है रजिस्ट्री और मेरे परदादा जी गोद गये हुए हैं यह जमीन दादा लाई में आती है या नहीं वकील साहब कह रहे हैं कि यह दादा लाई में नहीं आती है क्या मेरे बच्चे दावा कर सकते हैं
Tab to ye kanoon nahi tamasa h isiliye bharat m bhu mafiya ka raj h ayesa kanoon logo ko abad nahi barbad karta h sidhe sidhe ye kia jaata ki jiske paas sara kagaj h filhal 6 mahine k liye kabja dilati or jiske pas kagaj nahi h usko 6 mahine m kagaj dikhane ko kahti agar wo kagaj dikhata h to dono logo k kagaj kraas chek karati jiska sahi hota usi ko fir kabza deti sasan parsasan k paas suchna pahuchane par kiski mazal h jo santi bhang kare matra 6mahine m niptara
महोदय जी बताए कि सरकारी जमीन होगा तो क्या होगा आबादी जमीन होता कब्ज़ा धारी का और किसी व्यक्ति के द्वारा धोखे बाजी से पट्टा करा लेता है तो क्या करें कृपया बताए
Sir dada ji bade larke ke naam se jamin liya chote larke ka janam 12 saal baad hua chote larke ka kabja h 16 saal se dada aur bade larke expire ho gye toh chote larke ka jamin me adhikar hoga ya nhi please btaye sir
Pehle aek film aayi thi andha kanoon.aur aaj sabit bhi ho gya ki kanoon andha hi he.kal koi aesa bhi kanoon aayega ki koi aapki patni ko jabran kidnap kar lega aur court kahegi jiske kabje me patni he usi ki rahegi.😢
Ye to humare lie bahut e bura hua, Mere pitaji hume bin bulaye sopotti promoter ko bech dia tha jo 28 saal o se humare kabje me tha 10 saalo se case chal raha ha,ab kea hoga?🤔
Bharat desh me jajo ki manmarji jadh katam karo modi ji Yogi ji jiski jameen ki rajistiri hai wahi dakhil kharij hai wahi pareshan ho raha hai Yogi ji modi ji
सर, आज से 30 साल पहले मेरे दादा जी ने एक जमीन रजिस्ट्री करवाई थी, जो जमीन विक्रेता के पिता जी के नाम से पट्टा था, जमीन खतियान में गैरमाजरुआ ठिकेदार लिखा हैं।। 2013 से बिहार सरकार ने सभी पट्टे वाले जमीन का दाखिल खारिज रोक दिया है। अभी उस जमीन पर मेरा पक्का मकान हैं। मेरे पास उस जमीन का सिर्फ केवला है, और विक्रेता का जमाबंदी राशिद है तो सर्वे कैसे होगा। help
Jajo ki manmarji bilkul jadh katam karo jiski ki jameen hai Wahi pareshan hai.jajo ke pass kaun see kitaab kanoon hai hamari Rajitarad jameen dusare ko de de jaj hate Kaun hai modi ji Yogi ji sakate kanoon banao modi ji Yogi
श्रीमान जी आप से निवेदन है आप ऐसी वीडियो बनाएं जो जमीन जी मालिक का था उसने बैनामा कर दिया और बैनामा करने के बाद ही फिर उसे पर कब्जा कर लिया 10 साल बाद खरीदने वाले के नाम का आगे निकल रहा नाम से कागज उसका क्या सॉल्यूशन है
आप जो बता रहे हैं ना कानून महोदय वह कानून बिहार में लागू नहीं है एसडीओ 1 साल में एक बार ही कोर्ट लगता है. उसको कोई देखने वाला नहीं है। जब टाइटल सूट में यहां सिविल कोर्ट देखने के लिए नहीं तैयार होता है तो एसडीओ कोर्ट है।
इस देश में जमीन संबंधित कानून ही गलत है जमीन मालिक सड़क पर जिसका कुछ नहीं है वह जमीन पर यह अंधाकानून है
क्योंकि यह कानून भूमि मालिकों से भूमि छीनकर भू माफियाओं को देने के पक्षधरों के लिए बनाया गया है। किसी भी अन्य किते के स्वामी को उसके किते से बेदखल करने का कानून नहीं है। कभी नहीं सुना कि अगर कोई प्रधानाध्यापक किसी स्कूल में प्रधानाध्यापक रहा और वो कानून या अदालत के फैसले से स्कूल का मालिक बन गया। कोई किसी विभाग का 12 वर्ष तक मुखिया रहा और कानून या अदालत द्वारा उस विभाग का मालिक बना दिया गया। कोई किसी कंपनी का किसी भी अहुदे से किसी कंपनी का सर्वे सर्वा रहा और 12 साल बाद उस कंपनी का मालिक कानून या अदालत द्वारा बना दिया गया। कभी नहीं। फिर यह अन्याय भुमि मालिक से क्यों।
क्या भूमि मालिक या उसके पूर्वजों को वो भूमि मुफ्त में मिली थी। तब तो जहां पहले मालिक या सरकार को उसकी कीमत दे कर भू स्वामी को भूमि खरीदनी पड़ती है और ऊपर से स्टांप डिऊटी, रजिसट्रेशन फीस और अन्य खर्चों के साथ साथ रजिसट्रार और उसके स्टाफ़ को वसीका नवीस को भी रिश्वत देनी पड़ती है। फिर दाखिल खारिज के लिए भी सरकारी कर्मचारियों को धन से पूजना पड़ता है।
देश की प्रगति में सबसे प्रमुख भूमिका निभाने वाले भू स्वामी को अगर किसी कारण वश कुछ साल तक अगर उस भूमि की काशत से अलग होना पड़े तो उसके हक़ से कमाई और अपनी आजीविका प्राप्त करने वाले के पक्ष में कानून की गिद्धों को भी मौका लग जाता है।
शि: यह न्याय नहीं अन्याय है। नेता और एसी दफ़्तरों में बैठने वाले न्यायाधीश क्या जानें भू स्वामी की पीड़ा को। उपर से पूरी पुलिस प्रशासन और न्याय प्रणाली भ्रष्ट।
मालिक हो के भी कोर्ट के चक्कर ये कैसा कानून
भारत है जी
Mera bhi yahi Hal hai
वाह रे कानून,जिसकी लाठी उसकी भैंस
इसका का मतलब है कि Might is right,गरीब घूमता रहे,डंडे का पावर हो तो जबरजस्ती अपनी जमीन पर कब्जा करे,या पूरी जिन्दगी कोर्ट का चक्कर लगाए,SDM SHOULD BE POWERED TO THROUGH OUT THE mafia immediately, if not no use of this law,Jai Sri Ram !
तारीक पर तारीक यही हिंदुस्तान में होता रहेगा सब्जी लाने के पैसे नहीं कोर्ट का फेरा कैसे लगायेगा
भारत देश का कानून और यहां की विधि व्यवस्था सबसे निचले स्तर और वाहियात किस्म की है जिसमें अपराधियों वह माफियाओं को भरपूर छूट दी जाती है और पीड़ित व्यक्ति को सताया जाता है इस कानून के द्वारा।
जातवादी जज वकील फैसला करते ही नही है बहुजन समाज को चुसते है जय भीम
Kya chusa tera😮
महोदय जी जमीन का कागजात हमारे नाम से है कई सालों से दूसरा कोई कब्जा किया है इंटरनेट पर जमीन हमारे नाम से बोल रही है हम लोगों कब्जा नहीं मिल पा रहाहै
गृहमंत्री अमित शाह जि.महाराष्ट्राचे गृहमंत्री ला.पञ.दिले पाच.वर्षे गेले शेतकर्याच्या सरकारी शेत सर्व्हे न 1.जुना.प.ह.60.आर.0.28.आर जौत केले छेञ एकरने वाढ केले तहसीलदारने सन 1998.मध्ये सरकारी शेत खाली करण्याचा आदेश दिले 500.रुपये दंड केले पण आजपर्यंत कुठलिच कार्यवाही नाही एशडिऔ.पो.स्टेशनला एशपि ग्रामीण पञ दिले आजपर्यंत कुठलिच कार्यवाही नाही
एसडीएम❎
रिसवत खोर ✅ 👍
Riswat khore ke upper karwai karne ka koi kanoon nahi hai kya
@@vijaykumarpandey7180 bhaiya Ji Sab mile bhagat hai Garib Bechara Parshan Hota Hai 🙂
Yes 💯 ryt
महोदय जी एक वीडियो ऐसी बनाई है पिछले समय में पिताजी की जमीन ज्यादा थी अब लड़कों के नाम में कम है 1980 में संशोधित कर बिना जानकारी के जमीन कम हो गई जबकि थोड़ी टुकड़ा जो बच्ची है डेढ़ एकड़ करीब वह हमारे पास खतौनी के रूप में तथा पिछली जो जमीन ज्यादा थी उसे पूरी बेनामी कर मालगुजार ने मिलकर स्टांप लिखकर दूसरों को बिक्री कर दिया
इस के ऊपर वीडियो बनाओ महोदय
1¹¹¹¹¹
आज कल तो एस डी एम आफिसर को जो भी इंसान रुपए देंगे उसके पक्ष में फैसला देने का काम करते हैं।
32 साल मुकदमे चला मेरा तीन बार डिग्री हो चुका है मैंने SDM तहसीलदार को कब्जा हटाने के लिए अप्लीकेशन भी दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है कोर्ट के चक्कर लगाते लगाते हम थक चुके हैं अब हमारे पास पैसे नहीं हैं
😢 अब मजबूरन मुझे अपने हाथ गंदे करने पड़ेंगे
ये तो न्यायाधीश महोदय ने अन्याय कर दिए गरीबों की ज़मीन पोलिस रिश्वत लेकर कुछ भी लिख देगी
Sir apka baat sunke maja aagaya ab me jamin lene jaraha hu sabka jamin chin sakta hena
Last 12yrs Limitations Act1963 Article (65) and Article (27) Extinguished right to property on Possession 12yrs residents Continues easily rights regarding clarification complaint regarding work in BNS cases results and submitted form with
कुछ लोग रास्ते पर कब्जा कर लेते हैं, रास्ते में आगे तक पेडिया बना देते हैं,या उंचा ढलान दार स्लैब डाल कर रास्ते में रुकावट पैदा कर देते हैं, इस का सेलूशन बताएं ।
जिसके पास अंग्रेजी शासन से पहले का कब्जा है अंग्रेजी शासन समाप्त होने के बाद जो ब्यवस्था बनी उस समय उॅच नीच का भेद भाव था और अब भी है जिसके कारण नीची जाती का असल खाते में नाम ही नहीं चढने देते क्योंकि अधिकारी तो वहि ठाकुर ब्राह्मण बनिया होते हैं हमारी जमीन का कोर्ट से फैसले के बाद भी भूमिधर घोषित नहीं किया गया कहने का मतलब की जब अंग्रेजी शासन के जानें के बाद जब भारत सरकार की ब्यवस्था बनी और गाॅव में पटवारी लेखपाल जा कर खेत का सर्वे कर के कागज तैयार होता था उस समय जो चमार खेत जोतता होता था उसका नाम न कागज में चढाकर बड़ी जाति के लोग अपना नाम चढवा लेते थे और बाद में उस नीची जाती से छिन लेते थे जिसके कारण सवर्णों के पास बहुत सारी जमीन होगयी और छोटी जातियों के पास कुछ भी नहीं बचा पहले आबादी कम थी जंगल पड़ा होता था जो जीतना जंगल काटकर खेत बना लेता था उतने का खेती हर होता था
हकीकत जिसकी जमीन है वही कब्जा कर सकता दूसरा कर्जा करेगा तो हटा जाएगा हटा दिया जाएगा
बहुत शानदार तरीके से समझाय सर आपने
हीये तो गलीत है जो धबनग के हकमे फेसला देणा जय किसान
सर जी अगर पहले से कोर्ट में केस चल रहा हो तो तो क्या ये BNSS 164 कर सकते हैं ?
अगर मलिक की जमीन है तो दूसरा भैया के बराबर भाग कर रहा होगा जमीन का उसका नाम होगा तो वह भी हटा दिया जाएगा
जानकारी अच्छी है मैं आपसे पूछना चाहता हूं मेरे पिताजी ने अपनी सारी जमीन मेरे बड़े भाई के नाम कर दी है रजिस्ट्री और मेरे परदादा जी गोद गये हुए हैं यह जमीन दादा लाई में आती है या नहीं वकील साहब कह रहे हैं कि यह दादा लाई में नहीं आती है क्या मेरे बच्चे दावा कर सकते हैं
❤❤❤❤ sir rasta vivad par video banayo .sulahnama hone bavjood aropi roke raha h
Tab to ye kanoon nahi tamasa h isiliye bharat m bhu mafiya ka raj h ayesa kanoon logo ko abad nahi barbad karta h sidhe sidhe ye kia jaata ki jiske paas sara kagaj h filhal 6 mahine k liye kabja dilati or jiske pas kagaj nahi h usko 6 mahine m kagaj dikhane ko kahti agar wo kagaj dikhata h to dono logo k kagaj kraas chek karati jiska sahi hota usi ko fir kabza deti sasan parsasan k paas suchna pahuchane par kiski mazal h jo santi bhang kare matra 6mahine m niptara
अगर बंसाबली हिसेदारी से बही जमीन हो जमीन मालिक खरीदा हो तो छोटे भाई का हिस्सा होगा या nhi जबकि जमीन बड़े भाई के नाम से है
महोदय जी बताए कि सरकारी जमीन होगा तो क्या होगा आबादी जमीन होता कब्ज़ा धारी का और किसी व्यक्ति के द्वारा धोखे बाजी से पट्टा करा लेता है तो क्या करें कृपया बताए
Agar kisi nhi beka or dusra hi kabja h rajistri farji h yaha kya hoga bechan hi nhi hua h kya usko milegi jamin
Sir dada ji bade larke ke naam se jamin liya chote larke ka janam 12 saal baad hua chote larke ka kabja h 16 saal se dada aur bade larke expire ho gye toh chote larke ka jamin me adhikar hoga ya nhi please btaye sir
Police khoti mahiti deve to kaya hoga
❤😂🎉😢😮😅😊
Pehle aek film aayi thi andha kanoon.aur aaj sabit bhi ho gya ki kanoon andha hi he.kal koi aesa bhi kanoon aayega ki koi aapki patni ko jabran kidnap kar lega aur court kahegi jiske kabje me patni he usi ki rahegi.😢
सर मेरा दादा जी जमीन रजिस्ट्री खरीदें लेकीन दाखिल ख़ारिज नहीं करवाए।पेपर चोरी हो गया 1955 से 1960 के बीच खरीदा गया ऑन लाईन पेपर कैसे खोजे बताए
Moyna krwa lo rajistri office se
Ye to humare lie bahut e bura hua, Mere pitaji hume bin bulaye sopotti promoter ko bech dia tha jo 28 saal o se humare kabje me tha 10 saalo se case chal raha ha,ab kea hoga?🤔
Aage aage ki video bhejo kya hoga
Hl
Aap sabhi ke liye aur mere liye ek rasta hai bas aap suport kare aur mujhe riply de
Civil court ke decision ke baad bhi dosri party kbza nahi lene de rahi isme kya kre ?? Pls btaye
Kul milakar baat yahi hai ki jiski laathi uski bhains.Might is right.
Bharat desh me jajo ki manmarji jadh katam karo modi ji Yogi ji jiski jameen ki rajistiri hai wahi dakhil kharij hai wahi pareshan ho raha hai Yogi ji modi ji
सर, आज से 30 साल पहले मेरे दादा जी ने एक जमीन रजिस्ट्री करवाई थी, जो जमीन विक्रेता के पिता जी के नाम से पट्टा था, जमीन खतियान में गैरमाजरुआ ठिकेदार लिखा हैं।।
2013 से बिहार सरकार ने सभी पट्टे वाले जमीन का दाखिल खारिज रोक दिया है। अभी उस जमीन पर मेरा पक्का मकान हैं। मेरे पास उस जमीन का सिर्फ केवला है, और विक्रेता का जमाबंदी राशिद है तो सर्वे कैसे होगा। help
कैसा करे
Socail Helper 49 ko
हकीकत मालिक है वही कब्जा कर सकता है दूसरा का जगह पर हटा दिया जाएगा
कागजात के साथ जबरन धमकाकर कब्जा कर लिया गया हो और कब्जा करने वाला जिंदा ना रहे और उसके वारिस कब्जा कर बैठे हो तो क्या किया जा सकता हैं?
Aap school me gaye nahi isme hamlogo kee galti nahi hai kuchh nahi aata.
Jb civil court jana hi padega to sdm court ka kya matlab hai
Jamin par 1 din chala bhi na ho uske pash kagaj kaese aa gaya
Sdm ko power dina semjo serker n power apne pass ketli
Janeen per mera naam h kabja dabango kiye h kya kare
Bandobast jameen h return v h online rasid kat Raha hai magar dusare ke kabje me h kya kare sir
Same telies og house to do what do sir please
Pita ki mrityu ho gayi hai. Pira ke nam se do gata hai. 6 bhaiyon me dono gato par adhikar 1/6 ke hisab se hoga ya nahi.
Jajo ki manmarji bilkul jadh katam karo jiski ki jameen hai Wahi pareshan hai.jajo ke pass kaun see kitaab kanoon hai hamari Rajitarad jameen dusare ko de de jaj hate Kaun hai modi ji Yogi ji sakate kanoon banao modi ji Yogi
पुराना रसीद है नया रसीद नहीं कट रहा है
Pcc concerete gali kiya hua hi. Usko kisi n kbza kr liya hi 1-2 feet t isper kiya dhara lgega
Kaun.
श्रीमान जी आप से निवेदन है आप ऐसी वीडियो बनाएं जो जमीन जी मालिक का था उसने बैनामा कर दिया और बैनामा करने के बाद ही फिर उसे पर कब्जा कर लिया 10 साल बाद खरीदने वाले के नाम का आगे निकल रहा नाम से कागज उसका क्या सॉल्यूशन है
Sara bharastacharhe
Jamin ke kanoon me Sabse jyada faltu hai Kanoon ke naam par sirf dhong hota hai logo mazbur karta hai Kanoon markat karne me
Lucha adviser pikuliar jabab nakarain.
Ye galat Faisla hai
चौकीदार हमारे पास जमीन नहीं है
Is hisab se Garib aadami aur Garib ho Garib ho
Serker n judeseri power apne hatha m leli
आप जो बता रहे हैं ना कानून महोदय वह कानून बिहार में लागू नहीं है एसडीओ 1 साल में एक बार ही कोर्ट लगता है. उसको कोई देखने वाला नहीं है। जब टाइटल सूट में यहां सिविल कोर्ट देखने के लिए नहीं तैयार होता है तो एसडीओ कोर्ट है।
Ye to ganda se bhi maha ganda kanoon hai chhi
आप लोग इस तरह की विडियो बनाकर आम जनता को लूटने और गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है।
ऐसा नहीं होता यह सही वीडियो नहीं हैं।
Jayada guma fira kar jayada bolte ho
Fake news na dain.
Ek bat ko ek so bar bolte hai sarm nahi ati hai. Sunane bale pagal hai kya.
Faltu payo payo hai
Tum luchpani nahi chhodogay.