क्योंकि यह कानून भूमि मालिकों से भूमि छीनकर भू माफियाओं को देने के पक्षधरों के लिए बनाया गया है। किसी भी अन्य किते के स्वामी को उसके किते से बेदखल करने का कानून नहीं है। कभी नहीं सुना कि अगर कोई प्रधानाध्यापक किसी स्कूल में प्रधानाध्यापक रहा और वो कानून या अदालत के फैसले से स्कूल का मालिक बन गया। कोई किसी विभाग का 12 वर्ष तक मुखिया रहा और कानून या अदालत द्वारा उस विभाग का मालिक बना दिया गया। कोई किसी कंपनी का किसी भी अहुदे से किसी कंपनी का सर्वे सर्वा रहा और 12 साल बाद उस कंपनी का मालिक कानून या अदालत द्वारा बना दिया गया। कभी नहीं। फिर यह अन्याय भुमि मालिक से क्यों। क्या भूमि मालिक या उसके पूर्वजों को वो भूमि मुफ्त में मिली थी। तब तो जहां पहले मालिक या सरकार को उसकी कीमत दे कर भू स्वामी को भूमि खरीदनी पड़ती है और ऊपर से स्टांप डिऊटी, रजिसट्रेशन फीस और अन्य खर्चों के साथ साथ रजिसट्रार और उसके स्टाफ़ को वसीका नवीस को भी रिश्वत देनी पड़ती है। फिर दाखिल खारिज के लिए भी सरकारी कर्मचारियों को धन से पूजना पड़ता है। देश की प्रगति में सबसे प्रमुख भूमिका निभाने वाले भू स्वामी को अगर किसी कारण वश कुछ साल तक अगर उस भूमि की काशत से अलग होना पड़े तो उसके हक़ से कमाई और अपनी आजीविका प्राप्त करने वाले के पक्ष में कानून की गिद्धों को भी मौका लग जाता है। शि: यह न्याय नहीं अन्याय है। नेता और एसी दफ़्तरों में बैठने वाले न्यायाधीश क्या जानें भू स्वामी की पीड़ा को। उपर से पूरी पुलिस प्रशासन और न्याय प्रणाली भ्रष्ट।
इसका का मतलब है कि Might is right,गरीब घूमता रहे,डंडे का पावर हो तो जबरजस्ती अपनी जमीन पर कब्जा करे,या पूरी जिन्दगी कोर्ट का चक्कर लगाए,SDM SHOULD BE POWERED TO THROUGH OUT THE mafia immediately, if not no use of this law,Jai Sri Ram !
जिसके पास अंग्रेजी शासन से पहले का कब्जा है अंग्रेजी शासन समाप्त होने के बाद जो ब्यवस्था बनी उस समय उॅच नीच का भेद भाव था और अब भी है जिसके कारण नीची जाती का असल खाते में नाम ही नहीं चढने देते क्योंकि अधिकारी तो वहि ठाकुर ब्राह्मण बनिया होते हैं हमारी जमीन का कोर्ट से फैसले के बाद भी भूमिधर घोषित नहीं किया गया कहने का मतलब की जब अंग्रेजी शासन के जानें के बाद जब भारत सरकार की ब्यवस्था बनी और गाॅव में पटवारी लेखपाल जा कर खेत का सर्वे कर के कागज तैयार होता था उस समय जो चमार खेत जोतता होता था उसका नाम न कागज में चढाकर बड़ी जाति के लोग अपना नाम चढवा लेते थे और बाद में उस नीची जाती से छिन लेते थे जिसके कारण सवर्णों के पास बहुत सारी जमीन होगयी और छोटी जातियों के पास कुछ भी नहीं बचा पहले आबादी कम थी जंगल पड़ा होता था जो जीतना जंगल काटकर खेत बना लेता था उतने का खेती हर होता था
महोदय जी एक वीडियो ऐसी बनाई है पिछले समय में पिताजी की जमीन ज्यादा थी अब लड़कों के नाम में कम है 1980 में संशोधित कर बिना जानकारी के जमीन कम हो गई जबकि थोड़ी टुकड़ा जो बच्ची है डेढ़ एकड़ करीब वह हमारे पास खतौनी के रूप में तथा पिछली जो जमीन ज्यादा थी उसे पूरी बेनामी कर मालगुजार ने मिलकर स्टांप लिखकर दूसरों को बिक्री कर दिया
कुछ लोग रास्ते पर कब्जा कर लेते हैं, रास्ते में आगे तक पेडिया बना देते हैं,या उंचा ढलान दार स्लैब डाल कर रास्ते में रुकावट पैदा कर देते हैं, इस का सेलूशन बताएं ।
जानकारी अच्छी है मैं आपसे पूछना चाहता हूं मेरे पिताजी ने अपनी सारी जमीन मेरे बड़े भाई के नाम कर दी है रजिस्ट्री और मेरे परदादा जी गोद गये हुए हैं यह जमीन दादा लाई में आती है या नहीं वकील साहब कह रहे हैं कि यह दादा लाई में नहीं आती है क्या मेरे बच्चे दावा कर सकते हैं
Pehle aek film aayi thi andha kanoon.aur aaj sabit bhi ho gya ki kanoon andha hi he.kal koi aesa bhi kanoon aayega ki koi aapki patni ko jabran kidnap kar lega aur court kahegi jiske kabje me patni he usi ki rahegi.😢
Tab to ye kanoon nahi tamasa h isiliye bharat m bhu mafiya ka raj h ayesa kanoon logo ko abad nahi barbad karta h sidhe sidhe ye kia jaata ki jiske paas sara kagaj h filhal 6 mahine k liye kabja dilati or jiske pas kagaj nahi h usko 6 mahine m kagaj dikhane ko kahti agar wo kagaj dikhata h to dono logo k kagaj kraas chek karati jiska sahi hota usi ko fir kabza deti sasan parsasan k paas suchna pahuchane par kiski mazal h jo santi bhang kare matra 6mahine m niptara
Jajo ki manmarji bilkul jadh katam karo jiski ki jameen hai Wahi pareshan hai.jajo ke pass kaun see kitaab kanoon hai hamari Rajitarad jameen dusare ko de de jaj hate Kaun hai modi ji Yogi ji sakate kanoon banao modi ji Yogi
सर, आज से 30 साल पहले मेरे दादा जी ने एक जमीन रजिस्ट्री करवाई थी, जो जमीन विक्रेता के पिता जी के नाम से पट्टा था, जमीन खतियान में गैरमाजरुआ ठिकेदार लिखा हैं।। 2013 से बिहार सरकार ने सभी पट्टे वाले जमीन का दाखिल खारिज रोक दिया है। अभी उस जमीन पर मेरा पक्का मकान हैं। मेरे पास उस जमीन का सिर्फ केवला है, और विक्रेता का जमाबंदी राशिद है तो सर्वे कैसे होगा। help
Sir dada ji bade larke ke naam se jamin liya chote larke ka janam 12 saal baad hua chote larke ka kabja h 16 saal se dada aur bade larke expire ho gye toh chote larke ka jamin me adhikar hoga ya nhi please btaye sir
Bharat desh me jajo ki manmarji jadh katam karo modi ji Yogi ji jiski jameen ki rajistiri hai wahi dakhil kharij hai wahi pareshan ho raha hai Yogi ji modi ji
इस देश में जमीन संबंधित कानून ही गलत है जमीन मालिक सड़क पर जिसका कुछ नहीं है वह जमीन पर यह अंधाकानून है
क्योंकि यह कानून भूमि मालिकों से भूमि छीनकर भू माफियाओं को देने के पक्षधरों के लिए बनाया गया है। किसी भी अन्य किते के स्वामी को उसके किते से बेदखल करने का कानून नहीं है। कभी नहीं सुना कि अगर कोई प्रधानाध्यापक किसी स्कूल में प्रधानाध्यापक रहा और वो कानून या अदालत के फैसले से स्कूल का मालिक बन गया। कोई किसी विभाग का 12 वर्ष तक मुखिया रहा और कानून या अदालत द्वारा उस विभाग का मालिक बना दिया गया। कोई किसी कंपनी का किसी भी अहुदे से किसी कंपनी का सर्वे सर्वा रहा और 12 साल बाद उस कंपनी का मालिक कानून या अदालत द्वारा बना दिया गया। कभी नहीं। फिर यह अन्याय भुमि मालिक से क्यों।
क्या भूमि मालिक या उसके पूर्वजों को वो भूमि मुफ्त में मिली थी। तब तो जहां पहले मालिक या सरकार को उसकी कीमत दे कर भू स्वामी को भूमि खरीदनी पड़ती है और ऊपर से स्टांप डिऊटी, रजिसट्रेशन फीस और अन्य खर्चों के साथ साथ रजिसट्रार और उसके स्टाफ़ को वसीका नवीस को भी रिश्वत देनी पड़ती है। फिर दाखिल खारिज के लिए भी सरकारी कर्मचारियों को धन से पूजना पड़ता है।
देश की प्रगति में सबसे प्रमुख भूमिका निभाने वाले भू स्वामी को अगर किसी कारण वश कुछ साल तक अगर उस भूमि की काशत से अलग होना पड़े तो उसके हक़ से कमाई और अपनी आजीविका प्राप्त करने वाले के पक्ष में कानून की गिद्धों को भी मौका लग जाता है।
शि: यह न्याय नहीं अन्याय है। नेता और एसी दफ़्तरों में बैठने वाले न्यायाधीश क्या जानें भू स्वामी की पीड़ा को। उपर से पूरी पुलिस प्रशासन और न्याय प्रणाली भ्रष्ट।
जातवादी जज वकील फैसला करते ही नही है बहुजन समाज को चुसते है जय भीम
तारीक पर तारीक यही हिंदुस्तान में होता रहेगा सब्जी लाने के पैसे नहीं कोर्ट का फेरा कैसे लगायेगा
इसका का मतलब है कि Might is right,गरीब घूमता रहे,डंडे का पावर हो तो जबरजस्ती अपनी जमीन पर कब्जा करे,या पूरी जिन्दगी कोर्ट का चक्कर लगाए,SDM SHOULD BE POWERED TO THROUGH OUT THE mafia immediately, if not no use of this law,Jai Sri Ram !
वाह रे कानून,जिसकी लाठी उसकी भैंस
मालिक हो के भी कोर्ट के चक्कर ये कैसा कानून
भारत है जी
जिसके पास अंग्रेजी शासन से पहले का कब्जा है अंग्रेजी शासन समाप्त होने के बाद जो ब्यवस्था बनी उस समय उॅच नीच का भेद भाव था और अब भी है जिसके कारण नीची जाती का असल खाते में नाम ही नहीं चढने देते क्योंकि अधिकारी तो वहि ठाकुर ब्राह्मण बनिया होते हैं हमारी जमीन का कोर्ट से फैसले के बाद भी भूमिधर घोषित नहीं किया गया कहने का मतलब की जब अंग्रेजी शासन के जानें के बाद जब भारत सरकार की ब्यवस्था बनी और गाॅव में पटवारी लेखपाल जा कर खेत का सर्वे कर के कागज तैयार होता था उस समय जो चमार खेत जोतता होता था उसका नाम न कागज में चढाकर बड़ी जाति के लोग अपना नाम चढवा लेते थे और बाद में उस नीची जाती से छिन लेते थे जिसके कारण सवर्णों के पास बहुत सारी जमीन होगयी और छोटी जातियों के पास कुछ भी नहीं बचा पहले आबादी कम थी जंगल पड़ा होता था जो जीतना जंगल काटकर खेत बना लेता था उतने का खेती हर होता था
महोदय जी एक वीडियो ऐसी बनाई है पिछले समय में पिताजी की जमीन ज्यादा थी अब लड़कों के नाम में कम है 1980 में संशोधित कर बिना जानकारी के जमीन कम हो गई जबकि थोड़ी टुकड़ा जो बच्ची है डेढ़ एकड़ करीब वह हमारे पास खतौनी के रूप में तथा पिछली जो जमीन ज्यादा थी उसे पूरी बेनामी कर मालगुजार ने मिलकर स्टांप लिखकर दूसरों को बिक्री कर दिया
एसडीएम❎
रिसवत खोर ✅ 👍
Riswat khore ke upper karwai karne ka koi kanoon nahi hai kya
@@vijaykumarpandey7180 bhaiya Ji Sab mile bhagat hai Garib Bechara Parshan Hota Hai 🙂
कुछ लोग रास्ते पर कब्जा कर लेते हैं, रास्ते में आगे तक पेडिया बना देते हैं,या उंचा ढलान दार स्लैब डाल कर रास्ते में रुकावट पैदा कर देते हैं, इस का सेलूशन बताएं ।
अगर बंसाबली हिसेदारी से बही जमीन हो जमीन मालिक खरीदा हो तो छोटे भाई का हिस्सा होगा या nhi जबकि जमीन बड़े भाई के नाम से है
कागजात के साथ जबरन धमकाकर कब्जा कर लिया गया हो और कब्जा करने वाला जिंदा ना रहे और उसके वारिस कब्जा कर बैठे हो तो क्या किया जा सकता हैं?
जानकारी अच्छी है मैं आपसे पूछना चाहता हूं मेरे पिताजी ने अपनी सारी जमीन मेरे बड़े भाई के नाम कर दी है रजिस्ट्री और मेरे परदादा जी गोद गये हुए हैं यह जमीन दादा लाई में आती है या नहीं वकील साहब कह रहे हैं कि यह दादा लाई में नहीं आती है क्या मेरे बच्चे दावा कर सकते हैं
सर जी अगर पहले से कोर्ट में केस चल रहा हो तो तो क्या ये BNSS 164 कर सकते हैं ?
Nice 👍👍
Pehle aek film aayi thi andha kanoon.aur aaj sabit bhi ho gya ki kanoon andha hi he.kal koi aesa bhi kanoon aayega ki koi aapki patni ko jabran kidnap kar lega aur court kahegi jiske kabje me patni he usi ki rahegi.😢
Tab to ye kanoon nahi tamasa h isiliye bharat m bhu mafiya ka raj h ayesa kanoon logo ko abad nahi barbad karta h sidhe sidhe ye kia jaata ki jiske paas sara kagaj h filhal 6 mahine k liye kabja dilati or jiske pas kagaj nahi h usko 6 mahine m kagaj dikhane ko kahti agar wo kagaj dikhata h to dono logo k kagaj kraas chek karati jiska sahi hota usi ko fir kabza deti sasan parsasan k paas suchna pahuchane par kiski mazal h jo santi bhang kare matra 6mahine m niptara
बहुत शानदार तरीके से समझाय सर आपने
❤❤❤❤ sir rasta vivad par video banayo .sulahnama hone bavjood aropi roke raha h
हीये तो गलीत है जो धबनग के हकमे फेसला देणा जय किसान
Jb civil court jana hi padega to sdm court ka kya matlab hai
सर मेरा दादा जी जमीन रजिस्ट्री खरीदें लेकीन दाखिल ख़ारिज नहीं करवाए।पेपर चोरी हो गया 1955 से 1960 के बीच खरीदा गया ऑन लाईन पेपर कैसे खोजे बताए
Moyna krwa lo rajistri office se
Agar kisi nhi beka or dusra hi kabja h rajistri farji h yaha kya hoga bechan hi nhi hua h kya usko milegi jamin
Jajo ki manmarji bilkul jadh katam karo jiski ki jameen hai Wahi pareshan hai.jajo ke pass kaun see kitaab kanoon hai hamari Rajitarad jameen dusare ko de de jaj hate Kaun hai modi ji Yogi ji sakate kanoon banao modi ji Yogi
सर, आज से 30 साल पहले मेरे दादा जी ने एक जमीन रजिस्ट्री करवाई थी, जो जमीन विक्रेता के पिता जी के नाम से पट्टा था, जमीन खतियान में गैरमाजरुआ ठिकेदार लिखा हैं।।
2013 से बिहार सरकार ने सभी पट्टे वाले जमीन का दाखिल खारिज रोक दिया है। अभी उस जमीन पर मेरा पक्का मकान हैं। मेरे पास उस जमीन का सिर्फ केवला है, और विक्रेता का जमाबंदी राशिद है तो सर्वे कैसे होगा। help
कैसा करे
Bandobast jameen h return v h online rasid kat Raha hai magar dusare ke kabje me h kya kare sir
Sir dada ji bade larke ke naam se jamin liya chote larke ka janam 12 saal baad hua chote larke ka kabja h 16 saal se dada aur bade larke expire ho gye toh chote larke ka jamin me adhikar hoga ya nhi please btaye sir
Kul milakar baat yahi hai ki jiski laathi uski bhains.Might is right.
Police khoti mahiti deve to kaya hoga
Pita ki mrityu ho gayi hai. Pira ke nam se do gata hai. 6 bhaiyon me dono gato par adhikar 1/6 ke hisab se hoga ya nahi.
Bharat desh me jajo ki manmarji jadh katam karo modi ji Yogi ji jiski jameen ki rajistiri hai wahi dakhil kharij hai wahi pareshan ho raha hai Yogi ji modi ji
Hl
Same telies og house to do what do sir please
Socail Helper 49 ko
Lucha adviser pikuliar jabab nakarain.
Jamin par 1 din chala bhi na ho uske pash kagaj kaese aa gaya
Is hisab se Garib aadami aur Garib ho Garib ho
Aap school me gaye nahi isme hamlogo kee galti nahi hai kuchh nahi aata.
चौकीदार हमारे पास जमीन नहीं है
Sdm ko power dina semjo serker n power apne pass ketli
Sara bharastacharhe
❤😂🎉😢😮😅😊
पुराना रसीद है नया रसीद नहीं कट रहा है
आप लोग इस तरह की विडियो बनाकर आम जनता को लूटने और गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं जो किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है।
Aap sabhi ke liye aur mere liye ek rasta hai bas aap suport kare aur mujhe riply de
Ye to ganda se bhi maha ganda kanoon hai chhi
Serker n judeseri power apne hatha m leli
ऐसा नहीं होता यह सही वीडियो नहीं हैं।
Fake news na dain.
Ye galat Faisla hai
Ek bat ko ek so bar bolte hai sarm nahi ati hai. Sunane bale pagal hai kya.
Jayada guma fira kar jayada bolte ho
Tum luchpani nahi chhodogay.