आपकी जानकारी अधूरी है। कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के लगभग तीस उनके द्वारा स्थापित गांव में अभी भी निवास कर रहे हैं। उस गांव का रेवन्यू रिकार्ड में दर्ज नाम कृपाराम की ढ़ाणी है तथा चारण समाज में उसे लिछमणपुरा के नाम से भी जाना जाता है। उक्त गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से एक चतुर दान जी खिड़िया भी थे जो सन् 1975 ई.में वाणिज्यिक कर विभाग से वरिष्ठ लिपिक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उदयवीर जी शर्मा को कृपाराम जी खिड़िया की वंश परम्परा एवं कृतित्व के सम्बन्ध में उन्होंने ही आवश्यक जानकारियाँ उपलब्ध करवाई थीं। उनके बेटे एवं पोते अभी भी विद्यमान हैं। यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि उन्हीं की रैयत में से जाट जाति के परिवार के एक सदस्य गोविन्द सिंह डोटासरा वर्तमान में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। माधव सिंह पालावत
@@bhagwatisingh9087 आप सालासर के पास स्थित लक्ष्मणगढ़ तहसील जिला सीकर के गांव कृपाराम की ढ़ाणी में जाकर सत्यापन कर लीजिए, वहाँ कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के लगभग तीस परिवार आपको मिलेंगे। आपकी जानकारी के लिए यह भी उल्लेखनीय है कि राजस्थान पुलिस में IG के पद पर कार्यरत स्व. मधुसूदन सिंह जी पालावत कृपाराम की ढ़ाणी के ही भानजे थे। माधव सिंह पालावत
कृपाराम जी खिड़िया के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के सम्बन्ध में आपके सारगर्भित एवं प्रभावशाली वीडियो के प्रस्तुतीकरण के लिए हार्दिक अभिनन्दन एवं कोटिशः शुभकामनाएँ! Comments A के सुधी टिप्पणीकार को संभवतः कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के सम्बन्ध में पर्याप्त जानकारी का अभाव है। कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के लगभग तीस परिवार उनके गांव कृपाराम जी की ढ़ाणी जिसे लिछमणपुरा भी कहते हैं, वर्तमान में निवास कर रहे हैं। माधव सिंह पालावत
वाह कविराज गिरधरदान सा।
किरपारामजी खिड़िया अर संबंधित ठावकी जाणकारी सारु घणा-घणा साधुवाद सा।।
बहुत ही सुन्दर ऐतिहासिक जानकारी 🙏🏻💐
Vah sha , ap ki prastuti or abhyas tathyan par sabutike sath hoti hai. Jay mataji
बहुत उम्दा संदेश और सामाजिक सरोकारों के अनुभव की श्रृंखला है सा
हुकम सर
जय हो करनळ,किनीयाणी,🌺🌹🙏🤲🥭🍎🥥⛈️🦜🦚🌲🌴☘️👣🐚🐂🐇🌳🐍🔔🌞🔱🪔🙋🌙🚩🌳🌳🌳🌳🌳,
Ati sundar dada hkm 🌹🌹🙏
Bahut Sundar Baji Sahab
अति सुन्दर हुक्म
बहुत उत्तम जानकारी
Aabhar hkm
हुकुम सिंध में भी चारणों का बहुत पुराना इतिहास हैं कृपया इस पर एक वीडियो जरूर बनाये जय माता जी री 🙏
कृपारामजी रो वँश फुसादानजी तक चलीयो अब फुसादानजी रै दतक पुत्र है फुसादानजी भी विद्ववान थे।1988,89,90 मे मै देखीया हा।
बहुत महत्वपूर्ण जानकारी के लिए धन्यवाद सा
आपकी जानकारी अधूरी है। कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के लगभग तीस उनके द्वारा स्थापित गांव में अभी भी निवास कर रहे हैं। उस गांव का रेवन्यू रिकार्ड में दर्ज नाम कृपाराम की ढ़ाणी है तथा चारण समाज में उसे लिछमणपुरा के नाम से भी जाना जाता है।
उक्त गांव के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से एक चतुर दान जी खिड़िया भी थे जो सन् 1975 ई.में वाणिज्यिक कर विभाग से वरिष्ठ लिपिक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उदयवीर जी शर्मा को कृपाराम जी खिड़िया की वंश परम्परा एवं कृतित्व के सम्बन्ध में उन्होंने ही आवश्यक जानकारियाँ उपलब्ध करवाई थीं। उनके बेटे एवं पोते अभी भी विद्यमान हैं।
यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि उन्हीं की रैयत में से जाट जाति के परिवार के एक सदस्य गोविन्द सिंह डोटासरा वर्तमान में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
माधव सिंह पालावत
कृपाराम जी के वंशज आज की कृपा राम जी की ढाणी में निवास करते हैं आपका कथन सत्य नहीं है
@@bhagwatisingh9087 आप सालासर के पास स्थित लक्ष्मणगढ़ तहसील जिला सीकर के गांव कृपाराम की ढ़ाणी में जाकर सत्यापन कर लीजिए, वहाँ कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के लगभग तीस परिवार आपको मिलेंगे। आपकी जानकारी के लिए यह भी उल्लेखनीय है कि राजस्थान पुलिस में IG के पद पर कार्यरत स्व. मधुसूदन सिंह जी पालावत कृपाराम की ढ़ाणी के ही भानजे थे।
माधव सिंह पालावत
ATI sundar rachna hukum 🙏
कृपाराम जी खिड़िया के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के सम्बन्ध में आपके सारगर्भित एवं प्रभावशाली वीडियो के प्रस्तुतीकरण के लिए हार्दिक अभिनन्दन एवं कोटिशः शुभकामनाएँ!
Comments A के सुधी टिप्पणीकार को संभवतः कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के सम्बन्ध में पर्याप्त जानकारी का अभाव है। कृपाराम जी खिड़िया के वंशजों के लगभग तीस परिवार उनके गांव कृपाराम जी की ढ़ाणी जिसे लिछमणपुरा भी कहते हैं, वर्तमान में निवास कर रहे हैं।
माधव सिंह पालावत
बहुत सुंदर जानकारी हुकम
चारणत्व की ताकत के आगे राज़ सेना भी कमजोर है।।
Bhagavan minkha n amar ni kar sake pan Charan kar sake
आभार सर
Ati sundar jankari sa