गीत अच्छा है पर जाति सूचक संबोधन उचित नहीं है क्योंकि नाई नाइन नौकर नहीं होते जीजा फूफा की तरह नेंगी होते हैं जैसे बामहन को आप लोग पंडित पुरोहित आदि कह कर सम्मान पूर्वक संबोधन देते हैं उसी प्रकार नाई को ठाकुर ठकुराइन कह देते तो ये गीत पुरातन अप्रचलित से सम सामयिक और नाई समाज के लिए प्रिय और हितकारी हो जाता
बहुत सुन्दर गीत
बहुत बहुत धन्यवाद आपका दीदी 🙏❤️
Bahut sundar git hai
@@ShakuntalaDevi-jl6ch धन्यवाद आपका 🙏
❤@@kiranmall259
@@Gkwithsatendra 🙏
Very nice song bahan🎉
Thank you 🙏
Nice song v
धन्यवाद 🙏
Bahut sunder geet sister 👌👌
धन्यवाद आपका 🙏
बहुत सुन्दर गीत बहन
धन्यवाद 🙏
Nice ❤ Song 🌼💕😘🥰🥰
धन्यवाद जी 🙏
Nice song
Thank you so much 🙏❤️
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 😍
धन्यवाद आपका दीदी 🙏😍
Escrinshart
गीत अच्छा है पर जाति सूचक संबोधन उचित नहीं है क्योंकि नाई नाइन नौकर नहीं होते जीजा फूफा की तरह नेंगी होते हैं जैसे बामहन को आप लोग पंडित पुरोहित आदि कह कर सम्मान पूर्वक संबोधन देते हैं उसी प्रकार नाई को ठाकुर ठकुराइन कह देते तो ये गीत पुरातन अप्रचलित से सम सामयिक और नाई समाज के लिए प्रिय और हितकारी हो जाता
Bahut bahut badhai ho
Dhanyawad