👣👏🌹🙏Malik Mere Data sahib ne Diya Jagat Guru satgur Bhagwan Tatvdarshi Sant Rampal Ji Maharaj ke sharan Charan kamlo ki chakri👣🌹👏 sat ko pranam sat saheb 👏
🏵️👣🌹👏🌷🙏 Jagat Guru satguru Bhagwan Sant siromani Sri Sant Rampal Ji Maharaj Aap ki sada hi jai ho Bandichord satpurush satlok Dham parampita parmatma parmeshwar Ram sharan Charan kamlo me koti koti Dandvat pranam 👣👏🙏 Malik Sat ko pranam sat saheb 👏🙏🌹🙏
जाति भगवान ने नहीं बनाई ये मानव कृत है, जाति और धर्म की दीवारों से बाहर निकलें। क्योंकि हम सभी एक परमपिता परमेश्वर की संतान हैं। Living Being Is Our Race
🔅सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं
परमात्मा का विधान यह संसार समंझदा नाहीं, कहंदा शाम दोपहरे नूं। गरीब दास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।। संत गरीबदास जी ने बताया है कि मनुष्य जन्म प्राप्त करके जो व्यक्ति भक्ति नहीं करता, वह कुत्ते, गधे आदि-आदि की योनि में कष्ट उठाता है। कुत्ता रात्रि में आसमान की ओर मुख करके रोता है। इसलिए गरीबदास जी ने बताया है कि यह मानव शरीर का वक्त एक बार हाथ से निकल गया और भक्ति नहीं की तो इस समय (इस पहरे) को याद करके रोया करोगे।
सुख देने वाला भगवान वेद बताते हैं पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति से रोगियों के रोग नाश होते हैं और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को ये लाभ मिल भी रहे हैं।
पवित्र गीता जी को बोलने वाला काल (ब्रह्म-ज्योति निरंजन) है, न कि श्री कृष्ण जी। क्योंकि श्री कृष्ण जी ने पहले कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ तथा बाद में कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ। श्री कृष्ण जी काल नहीं हो सकते। उनके दर्शन मात्र को तो दूर-दूर क्षेत्र के स्त्री तथा पुरुष तड़फा करते थे। पशु-पक्षी भी उनको प्यार करते थे। गीता अध्याय 7 श्लोक 24-25 में गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया (अनुत्तम) अटल विधान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता। मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ। गीता ज्ञान दाता श्री कृष्ण जी नहीं है क्योंकि श्री कृष्ण जी तो सर्व समक्ष साक्षात् थे। श्री कृष्ण नहीं कहते कि मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ। इसलिए गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी के अन्दर प्रेतवत् प्रवेश करके काल ने बोला था।
सत_भक्ति_संदेश गीता अध्याय नंबर 15 के श्लोक 16 और 17 में मैं प्रमाण है की तीन पुरुष हैं क्षर पुरुष और अक्षर पुरुष सर पुरुष के 21 ब्रह्मांड है जो सभी नाशवान है और क्षर पुरुष भी नाशवान है तथा अक्षर पुरुष के 7संख ब्रह्मांड है यह सभी जीवात्माएं तथा पर ब्रह्म यानी अक्षर पुरुष भी नासवान है श्लोक 17 में उत्तम पुरुष तो अन्य ही है जिसे पूर्ण परमात्मा कहा जाता है वह सभी का धारण पोषण करता है वह ही पूर्ण परमात्मा है अधिक जानकारी के लिए देखें पूरे वीडियो को
कबीर, जो जाकी शरणा बसै, ताको ताकी लाज। जल सोंही मछली चढ़ै, बह जाते गजराज।।🙏🏻🙏🏻गरीब, तीन लोक का राज है, ब्रह्मा विष्णु महेश। ऊँचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश।।
संत रामपाल जी ने अपना पूरा जीवन मानव समाज तक सतभक्ति और सत्यज्ञान पहुँचने के लिए न्योछावर कर दिया। इसी कड़ी में उन्होंने सर्वप्रथम अपनी नौकरी से त्यागपत्र दिया व उसके बाद दिन-रात संघर्ष कर घर-घर जाकर सत्यज्ञान की अलख जगाई। वास्तव में संत रामपाल जी महाराज का जीवन मानव कल्याण के लिए संघर्ष का पर्याय बन गया।
❤ satguru aaye Daya Kari aise din Dayal Bandi chhod Deen Dayal ka jatara ke prati pal❤
Jai Ho sadgurudev sant rampal ji maharaj ki jai ho 🙏
👣👏🌹🙏Malik Mere Data sahib ne Diya Jagat Guru satgur Bhagwan Tatvdarshi Sant Rampal Ji Maharaj ke sharan Charan kamlo ki chakri👣🌹👏 sat ko pranam sat saheb 👏
सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय
🙏🙏
🏵️👣🌹👏🌷🙏 Jagat Guru satguru Bhagwan Sant siromani Sri Sant Rampal Ji Maharaj Aap ki sada hi jai ho Bandichord satpurush satlok Dham parampita parmatma parmeshwar Ram sharan Charan kamlo me koti koti Dandvat pranam 👣👏🙏 Malik Sat ko pranam sat saheb 👏🙏🌹🙏
❤🙏🌹Bandi chhoor ki Charano me koti koti Dandwat pranaam Sat Saheb ji.
Sat Saheb ji all of you ❤❤❤❤❤❤
Sat saheb ji
Parmatma hame gyan samjhane ke liye aate hai or unke alava or yah gyan koi nahi bata sakta ❤❤❤❤❤
प्रथम गुरु की आज्ञा लें, तब अपना नया कार्य करना चाहिए। वह कार्य सुखदायक होता है तथा मन की सब चिंता मिटा देता है।
SATSAHEB ❤❤❤❤❤
prmatma ki sacchi jankari
कबीर, ऐसे महंगे मोलका, एक स्वाँस जो जाय।
चैदा लोक नहिं पटतरे, काहे धूरि मिलाय।।
Very nice gyan sant Rampal Ji Maharaj Ji ka sone Sadhna channel per sham ko 7 30 se 8 30 baje tak TH-cam channel per
अनन्त कोटि बाजी जहां, रचे सकल ब्रह्मांड l
गरीब दास मैं क्या करूं, ये काल करे जीव खंड l l
जाति भगवान ने नहीं बनाई ये मानव कृत है, जाति और धर्म की दीवारों से बाहर निकलें। क्योंकि हम सभी एक परमपिता परमेश्वर की संतान हैं।
Living Being Is Our Race
Wow 😊
🔅सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
Amazing gyan
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं
Satguru dev ji ki jay ho 🙏
Sat gyan
Very nice
❤❤❤❤❤❤❤
🙏🏻🙇❤️🙇🙏🏻
परमात्मा का विधान
यह संसार समंझदा नाहीं, कहंदा शाम दोपहरे नूं।
गरीब दास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नूँ।।
संत गरीबदास जी ने बताया है कि मनुष्य जन्म प्राप्त करके जो व्यक्ति भक्ति नहीं करता, वह कुत्ते, गधे आदि-आदि की योनि में कष्ट उठाता है। कुत्ता रात्रि में आसमान की ओर मुख करके रोता है। इसलिए गरीबदास जी ने बताया है कि यह मानव शरीर का वक्त एक बार हाथ से निकल गया और भक्ति नहीं की तो इस समय (इस पहरे) को याद करके रोया करोगे।
सुख देने वाला भगवान वेद बताते हैं पूर्ण परमात्मा की सतभक्ति से रोगियों के रोग नाश होते हैं और संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों को ये लाभ मिल भी रहे हैं।
😮😮
पवित्र गीता जी को बोलने वाला काल (ब्रह्म-ज्योति निरंजन) है, न कि श्री कृष्ण जी। क्योंकि श्री कृष्ण जी ने पहले कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ तथा बाद में कभी नहीं कहा कि मैं काल हूँ। श्री कृष्ण जी काल नहीं हो सकते। उनके दर्शन मात्र को तो दूर-दूर क्षेत्र के स्त्री तथा पुरुष तड़फा करते थे। पशु-पक्षी भी उनको प्यार करते थे।
गीता अध्याय 7 श्लोक 24-25 में गीता ज्ञान दाता प्रभु ने कहा है कि बुद्धिहीन जन समुदाय मेरे उस घटिया (अनुत्तम) अटल विधान को नहीं जानते कि मैं कभी भी मनुष्य की तरह किसी के सामने प्रकट नहीं होता। मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ।
गीता ज्ञान दाता श्री कृष्ण जी नहीं है क्योंकि श्री कृष्ण जी तो सर्व समक्ष साक्षात् थे। श्री कृष्ण नहीं कहते कि मैं अपनी योगमाया से छिपा रहता हूँ। इसलिए गीता जी का ज्ञान श्री कृष्ण जी के अन्दर प्रेतवत् प्रवेश करके काल ने बोला था।
सत_भक्ति_संदेश
गीता अध्याय नंबर 15 के श्लोक 16 और 17 में मैं प्रमाण है की तीन पुरुष हैं क्षर पुरुष और अक्षर पुरुष सर पुरुष के 21 ब्रह्मांड है जो सभी नाशवान है और क्षर पुरुष भी नाशवान है तथा अक्षर पुरुष के 7संख ब्रह्मांड है यह सभी जीवात्माएं तथा पर ब्रह्म यानी अक्षर पुरुष भी नासवान है श्लोक 17 में उत्तम पुरुष तो अन्य ही है जिसे पूर्ण परमात्मा कहा जाता है वह सभी का धारण पोषण करता है वह ही पूर्ण परमात्मा है अधिक जानकारी के लिए देखें पूरे वीडियो को
Allahu kabeera thode thode aa rahe ho raste par .kam se kam naam ke aas pahuche Allah le
अनमोल तत्वज्ञान 🙏
❤ vedon mein praman hai Kabir Devi purn Parmatma satguru Bhagwan hai❤❤
Jay Ho Bandi chhod ki🙏
कल्याणकारी ज्ञान है जी 🙏
True Spiritual Knowledge 🎉
माया सगी ना तन सगो, सगो ना यह संसार।
कबीर साहेब जीव का, सगा है सिरजनहार।।
Bestguan sasahebji
भक्ति बिना क्या होत है, ये भरम रहा संसार।
रति कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।।
कबीर, जो जाकी शरणा बसै, ताको ताकी लाज।
जल सोंही मछली चढ़ै, बह जाते गजराज।।🙏🏻🙏🏻गरीब, तीन लोक का राज है, ब्रह्मा विष्णु महेश।
ऊँचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश।।
संत रामपाल जी ने अपना पूरा जीवन मानव समाज तक सतभक्ति और सत्यज्ञान पहुँचने के लिए न्योछावर कर दिया। इसी कड़ी में उन्होंने सर्वप्रथम अपनी नौकरी से त्यागपत्र दिया व उसके बाद दिन-रात संघर्ष कर घर-घर जाकर सत्यज्ञान की अलख जगाई। वास्तव में संत रामपाल जी महाराज का जीवन मानव कल्याण के लिए संघर्ष का पर्याय बन गया।
Amazing knowledge amazing satsang
Kabir supreme God
Anmol gyan
❤❤❤❤❤
Nice
🙇🙇🙏🙏🙏🙇🙇🙇🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बंदी शौड शत गुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो
Very very nice satsang
Great knowledge 🎉
Anmol gyan
Nice satsang
Kabir is supreme god
Kabir is God
🙏🙏
❤😢 sat saheb ji 😢❤
गरीब ,पीछै पीछै हरि फिरै, आगै संत सुजान| संत करै सोई साच है ,च्यारि जुग प्रवान|| सत् साहेब जी
anmol gyan
Very nice information
अनमोल ज्ञान
शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।।
अनमोल अतभुत
God Gyan 🎉
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।
jay ho malik ki
Very nice satsang
शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।।
कबीर वेद मेरा भेद है में ना वेदन के माहीं जौन वेद से मै मिलूं वह वेद जानते नाही
Anmol gyan
Anmol Gyan