धनाना धाम (हरियाणा) के सतलोक आश्रम में 20 से अधिक दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुए। यह आयोजन संत रामपाल जी महाराज के 74वें अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में हुआ, जहाँ उनके अनुयायियों ने दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया। आपको बता दें संत रामपाल जी के सानिध्य में इस तरह के समाज सुधार के कार्य आपको अक्सर देखने को मिल जाएंगे क्योंकि उनका उद्देश्य दहेज प्रथा का समौल नाश करना है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, ऋग्वेद मण्डल 86 मंत्र 26-27 के अनुसार पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर साहेब) जी हैं। जिनकी प्राप्ति पूर्ण संत द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल भक्ति करने से ही हो सकती है।
मध्य प्रदेश के बैतूल आश्रम में 51 जोड़ों की दहेज मुक्त रामानी संपन्न हुई सतगुरु रामपाल जी महाराज के अनुयाई इस दहेज रूपी दोनों को समाप्त कर रहे हैं। सतगुरु रामपाल जी महाराज की ज्ञान के आधार पर
संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्य सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किए। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
हरियाणा का वास्तविक नाम ‘’हरि का आना’’ से पड़ा है अर्थात वह परमात्मा हरियाणा में आएंगे और वह कोई और नहीं बल्कि हरियाणा में अवतरित हुए संत रामपाल जी महाराज हैं।
विश्व के महान समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज, जो विश्व के सबसे बड़े समाज सुधारक और प्रेरणास्त्रोत हैं, उनके मार्गदर्शन में निरंतर दहेज मुक्त विवाह संपन्न हो रहे हैं। उनके अनुयायी उनकी शिक्षाओं को आत्मसात कर समाज से दहेज प्रथा का समूल नाश करने में अग्रसर हैं। जिसके तहत सतलोक आश्रम बैतूल में संत रामपाल जी के सानिध्य में 51 जोड़ों का दहेज मुक्त विवाह सम्पन्न हुआ।
आज देश दुनिया में जाति मजहब को लगातार लड़ाई झगड़े देखने को मिल रहे हैं लेकिन संत रामपाल जी पूरी दुनिया में शांति हो, जाति मजहब की दीवार समाप्त हो, भाईचारे की कोपले पुनः लोगों के अंदर प्रफुल्लित हों इसके लिए दिन रात संघर्ष कर रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज का नारा है:- जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
🎈क्या आप जानते हैं पूर्ण परमात्मा चारों युगों में आते हैं, अच्छी आत्माओं को मिलते हैं। "सतयुग में सत्यसुकृत नाम से, त्रेता में मुनीन्द्र नाम से आये, द्वापर में करुणामय नाम से तथा कलयुग में अपने वास्तविक नाम कबीर नाम से प्रकट हुए।"
संत रामपाल जी महाराज कैसे लड़की के परिवार वालों को टेंशन फ्री कर रहें |दहेज मुक्त शादी करवाते है पूरे 21 ब्रह्माण्ड मे केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी तत्वदर्शी संत है पूर्ण गुरु है शास्त्रों से संतभक्ति करवाते है सच्चे सतगुरु है सतगुरु एक ही होता है अनमोल सत्संग है
सतभक्ति करने वालों के परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है - यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13 सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
🤔 *कलिजुग सोइ ग्यानी सो बिरागी। जाकें नख अरु जटा बिसाला। सोइ तापस प्रसिद्ध कलिकाला॥* 😵💫💢 गोस्वामी तुलसी दास जी ने अपनी इस वाणी में कलयुग के संत और असंत का भेद बतलाया है। जो सद ग्रंथो के विरुद्ध आचरण करेगें, भीड़ से अलग दिखने का प्रयास करेंगे, बड़ी बड़ी नाखून, बड़ी बड़ी जटा (केश_दाढ़ी) रखेंगे, वे जन साधारण के बीच प्रसिद्धि पाएंगे। लोग इन्हीं के पीछे अंध श्रद्धा में लीन रहेंगे। 👉 *संत* : जिसके पास जाकर के सब संशय का अंत संतोष पूर्वक हो जाए, वह सच्चा संत है। 👼 *कल आज कल* ♨️ बिता कल सिर्फ यादें है, जिससे हम सिख कर आज को बेहतर बना सकते है। आने वाला कल सिर्फ कल्पना है, जिसे आज में जीने की कोशिश करते है। इन दोनों कल में हम जीते तो आज में ही है, जिसका गवाह हमारी आत्मा होती है। वह बीता कल और आने वाला कल की कल्पना का अनुभव आज में महसूस करता है, इसीलिए हमें बीते कल से सिख कर आने वाला कल की राह सुदृढ़ कर के आज में अच्छे से जीना चाहिए। 🤔 *निष्कर्ष* : अपने लिए तो सब जीते है, सब जीव जंतु भी अपने और अपने संतान के लिए जीते है, लेकिन परमेश्वर ने इंसान को विवेक रूपी बेशकीमती रत्न से क्यों नवाजा⁉️ 🌀 इसलिए की वह खुद के साथ साथ अपने समाज (परिवार, टोला, गांव, प्रखंड, जिला, राज्य, देश) के लिए भी अच्छा कर सके। अच्छा करने से आशय है, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद और समाज को स्वस्थ रख सके। 🕉️ = अपने मन के तरंगों जो त्रिगुणों (सत, रज और तम) में भटकते रहती है, उसको सही साधना विधि के द्वारा साध कर मन को चेतना (जीव तत्व) में विलय कर के दिमाग के मध्य भाग में स्थित सत् पुरुष (परम तत्व) से जोड़ देना ही दिव्य आधत्मिक सूत्र हैं। 💖 *जीव तत्व को परम तत्व से जोड़ने के लाभ*👼 जन जन के भीतर अनहद परम सुख और शांति, आरोग्य, दिव्य दृष्टिकोण, सिद्धियां और परमगति। 7️⃣8️⃣6️⃣=7+8+6=21=2+1=3️⃣ selfless 💖 love (निष्काम प्रेम) 🫰 *मन के हारे हार है, मन के जीते जीत* 💖 🙏 *जीव हमारी जाति है, मानव 🧑🤝🧑धर्म हमारा।* ⚧️ 🙏 सत साहेब 👼
🤔 *कलिजुग सोइ ग्यानी सो बिरागी। जाकें नख अरु जटा बिसाला। सोइ तापस प्रसिद्ध कलिकाला॥* 😵💫💢 गोस्वामी तुलसी दास जी ने अपनी इस वाणी में कलयुग के संत और असंत का भेद बतलाया है। जो सद ग्रंथो के विरुद्ध आचरण करेगें, भीड़ से अलग दिखने का प्रयास करेंगे, बड़ी बड़ी नाखून, बड़ी बड़ी जटा (केश_दाढ़ी) रखेंगे, वे जन साधारण के बीच प्रसिद्धि पाएंगे। लोग इन्हीं के पीछे अंध श्रद्धा में लीन रहेंगे। 👉 *संत* : जिसके पास जाकर के सब संशय का अंत संतोष पूर्वक हो जाए, वह सच्चा संत है। 👼 *कल आज कल* ♨️ बिता कल सिर्फ यादें है, जिससे हम सिख कर आज को बेहतर बना सकते है। आने वाला कल सिर्फ कल्पना है, जिसे आज में जीने की कोशिश करते है। इन दोनों कल में हम जीते तो आज में ही है, जिसका गवाह हमारी आत्मा होती है। वह बीता कल और आने वाला कल की कल्पना का अनुभव आज में महसूस करता है, इसीलिए हमें बीते कल से सिख कर आने वाला कल की राह सुदृढ़ कर के आज में अच्छे से जीना चाहिए। 🤔 *निष्कर्ष* : अपने लिए तो सब जीते है, सब जीव जंतु भी अपने और अपने संतान के लिए जीते है, लेकिन परमेश्वर ने इंसान को विवेक रूपी बेशकीमती रत्न से क्यों नवाजा⁉️ 🌀 इसलिए की वह खुद के साथ साथ अपने समाज (परिवार, टोला, गांव, प्रखंड, जिला, राज्य, देश) के लिए भी अच्छा कर सके। अच्छा करने से आशय है, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद और समाज को स्वस्थ रख सके। 🕉️ = अपने मन के तरंगों जो त्रिगुणों (सत, रज और तम) में भटकते रहती है, उसको सही साधना विधि के द्वारा साध कर मन को चेतना (जीव तत्व) में विलय कर के दिमाग के मध्य भाग में स्थित सत् पुरुष (परम तत्व) से जोड़ देना ही दिव्य आधत्मिक सूत्र हैं। 💖 *जीव तत्व को परम तत्व से जोड़ने के लाभ*👼 जन जन के भीतर अनहद परम सुख और शांति, आरोग्य, दिव्य दृष्टिकोण, सिद्धियां और परमगति। 7️⃣8️⃣6️⃣=7+8+6=21=2+1=3️⃣ selfless 💖 love (निष्काम प्रेम) 🫰 *मन के हारे हार है, मन के जीते जीत* 💖 🙏 *जीव हमारी जाति है, मानव 🧑🤝🧑धर्म हमारा।* ⚧️ 🙏 सत साहेब 👼
🎈चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी परमात्मा कबीर जी सतयुग में सत सुकृत नाम से प्रकट हुए थे। उस समय अपनी एक प्यारी आत्मा सहते जी को अपना शिष्य बनाया और अमृत ज्ञान समझाकर सतलोक का वासी बनाया।
Sat saheb ji
Satguru ke darbar me,jaiyo barabar, bhuli vastu milay de, satguru hai datar, adhik jankari ke liye padhe pustak Gyan Ganga.
कबीर , राम नाम कडुआ लगे मीठे लागें दाम, दुविधा मे दोनो गए माया मिली न राम।
पूर्ण मोक्ष प्राणी की जब तक नही होगी तब तक वह पूर्ण परमात्मा के पास नही पहुंच सकते।
संत रामपाल जी महाराज
संत रामपाल जी के शिष्य समाज हित में अग्रणी भूमिका निभाते हुए सैकड़ों यूनिट रक्तदान कर मानवता का सर्वोच्च कार्य कर रहे हैं।
Very nice satsang 🙏🙏🙏
परमात्मा आत्मा को युगो युगो से खोज रहा है
दन्डवत प्रणाम❤😂🎉
गज धन, राज धन और धन न की खान।
जब आया संतोष धन, सब धन धूर समान।।
Such a Great spiritual knowledge of Saint Rampal Ji 🙏🏻👍🏻🙂
True knowledge
जगत गुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज परमेश्वर है❤❤🎉🎉
हमे जहाॅ तक बन सके अपने दोष देखने चाहिए,उनके लिए मन ही मन निन्दा करनी चाहिए और अपने को दोष रहित बनने का सतत प्रयत्न करना चाहिए।
धनाना धाम (हरियाणा) के सतलोक आश्रम में 20 से अधिक दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुए। यह आयोजन संत रामपाल जी महाराज के 74वें अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में हुआ, जहाँ उनके अनुयायियों ने दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया। आपको बता दें संत रामपाल जी के सानिध्य में इस तरह के समाज सुधार के कार्य आपको अक्सर देखने को मिल जाएंगे क्योंकि उनका उद्देश्य दहेज प्रथा का समौल नाश करना है।
❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤sat saheb 🙆♂️🙏♋💖🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Bahut accha Gyan hai🙏🙏🙏
Kabir GoD is a GoD's of GoD, Maalik SAT SAHiB ji 🙏🙏🙏🙏
Sat saheb ji🙏
anmol sadgyan
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 82 मंत्र 1-2, ऋग्वेद मण्डल 86 मंत्र 26-27 के अनुसार पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर साहेब) जी हैं। जिनकी प्राप्ति पूर्ण संत द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल भक्ति करने से ही हो सकती है।
अदभुत वचन।
Kabir is supreme God 🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज जी से दीक्षा लेकर आज लाखों लोग सुखी जीवन बिता रहे हैं
मध्य प्रदेश के बैतूल आश्रम में 51 जोड़ों की दहेज मुक्त रामानी संपन्न हुई सतगुरु रामपाल जी महाराज के अनुयाई इस दहेज रूपी दोनों को समाप्त कर रहे हैं। सतगुरु रामपाल जी महाराज की ज्ञान के आधार पर
sant rampal ji Maharaj shastra anukul Gyan batate hai
Bandichhod ji data daya kijiye.. Meri family ki raksha karna malik ji 🙏🏻🙏🏻😥🥹🥹🥹
कबीर.मानुष जन्म पाए कर, जो नहीं रटे हरि नाम।
जैसे कुआं जल बिना, बनवाया किस काम।।
संत रामपाल जी बताते हैं कि मानवता की सेवा, परम कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर उनके शिष्य सतलोक आश्रम धनाना धाम, हरियाणा में 335 यूनिट रक्तदान किए। जहाँ ब्लड लेने स्वयं रोहतक पीजीआई की टीम पहुंची।
हरियाणा का वास्तविक नाम ‘’हरि का आना’’ से पड़ा है अर्थात वह परमात्मा हरियाणा में आएंगे और वह कोई और नहीं बल्कि हरियाणा में अवतरित हुए संत रामपाल जी महाराज हैं।
विश्व के महान समाज सुधारक
संत रामपाल जी महाराज, जो विश्व के सबसे बड़े समाज सुधारक और प्रेरणास्त्रोत हैं, उनके मार्गदर्शन में निरंतर दहेज मुक्त विवाह संपन्न हो रहे हैं। उनके अनुयायी उनकी शिक्षाओं को आत्मसात कर समाज से दहेज प्रथा का समूल नाश करने में अग्रसर हैं। जिसके तहत सतलोक आश्रम बैतूल में संत रामपाल जी के सानिध्य में 51 जोड़ों का दहेज मुक्त विवाह सम्पन्न हुआ।
लूट सको तो लूट लो राम नाम की लूट
पीछे फिर पछताओगे जब प्राण जाएंगे छूट
गरीब, जीव हिंसा जो करते हैं, या आगे क्या पाप। कंटक जुनी जिहान में, सिंह भेडि़या और सांप।।
Anant Koti Brahmand ka ek Ratti Nahin per Satguru Purush Kabir Hai kul ke Srijan Har
मानुष, जन्म दुर्लभ है मिले ना बारम्बार तरूवर से पत्ता टूट, गिरे वहुर ना लगता डार ।।
🙏🙏
Aisa satsang kahin aur nahi
आज देश दुनिया में जाति मजहब को लगातार लड़ाई झगड़े देखने को मिल रहे हैं लेकिन संत रामपाल जी पूरी दुनिया में शांति हो, जाति मजहब की दीवार समाप्त हो, भाईचारे की कोपले पुनः लोगों के अंदर प्रफुल्लित हों इसके लिए दिन रात संघर्ष कर रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज का नारा है:-
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा।।
🎈क्या आप जानते हैं पूर्ण परमात्मा चारों युगों में आते हैं, अच्छी आत्माओं को मिलते हैं।
"सतयुग में सत्यसुकृत नाम से, त्रेता में मुनीन्द्र नाम से आये, द्वापर में करुणामय नाम से तथा कलयुग में अपने वास्तविक नाम कबीर नाम से प्रकट हुए।"
🥰🥰🥰🥰🥰
Sat saheb ji 🙏🏻🙏🏻😂
गरीब, एक हरि के नाम बिना, नई कुटिया होय। गली -गली भौंकत फिर,
😢great spiritual knowledge
Nice satsang
संत रामपाल जी महाराज कैसे लड़की के परिवार वालों को टेंशन फ्री कर रहें |दहेज मुक्त शादी करवाते है पूरे 21 ब्रह्माण्ड मे केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी तत्वदर्शी संत है पूर्ण गुरु है शास्त्रों से संतभक्ति करवाते है सच्चे सतगुरु है सतगुरु एक ही होता है अनमोल सत्संग है
Wow
Super video 😊😊
सतभक्ति करने वालों के परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है - यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13
सतभक्ति करने से इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है (जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है) जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।
Kabir is God
Yo gyan sunera gatgat vaya
Hamme gyan ko kitni baar padhna hoga ki sab saaf saaf dikhne lage .
Aur gyan padhne k baad ka next step Kya hai ?
❤❤🎉🎉
❤😂❤😂❤❤❤😂😂😂
aatma kya h or permatma kya h pahale yeh jano yeh naam kisne diya or us denewale ka kis ne naam permatma rakha yeh koi naam beejak m bhi nahi h
🤔 *कलिजुग सोइ ग्यानी सो बिरागी। जाकें नख अरु जटा बिसाला। सोइ तापस प्रसिद्ध कलिकाला॥* 😵💫💢
गोस्वामी तुलसी दास जी ने अपनी इस वाणी में कलयुग के संत और असंत का भेद बतलाया है।
जो सद ग्रंथो के विरुद्ध आचरण करेगें, भीड़ से अलग दिखने का प्रयास करेंगे, बड़ी बड़ी नाखून, बड़ी बड़ी जटा (केश_दाढ़ी) रखेंगे, वे जन साधारण के बीच प्रसिद्धि पाएंगे। लोग इन्हीं के पीछे अंध श्रद्धा में लीन रहेंगे।
👉 *संत* : जिसके पास जाकर के सब संशय का अंत संतोष पूर्वक हो जाए, वह सच्चा संत है।
👼 *कल आज कल* ♨️
बिता कल सिर्फ यादें है, जिससे हम सिख कर आज को बेहतर बना सकते है।
आने वाला कल सिर्फ कल्पना है, जिसे आज में जीने की कोशिश करते है। इन दोनों कल में हम जीते तो आज में ही है, जिसका गवाह हमारी आत्मा होती है। वह बीता कल और आने वाला कल की कल्पना का अनुभव आज में महसूस करता है, इसीलिए हमें बीते कल से सिख कर आने वाला कल की राह सुदृढ़ कर के आज में अच्छे से जीना चाहिए।
🤔 *निष्कर्ष* : अपने लिए तो सब जीते है, सब जीव जंतु भी अपने और अपने संतान के लिए जीते है, लेकिन परमेश्वर ने इंसान को विवेक रूपी बेशकीमती रत्न से क्यों नवाजा⁉️
🌀 इसलिए की वह खुद के साथ साथ अपने समाज (परिवार, टोला, गांव, प्रखंड, जिला, राज्य, देश) के लिए भी अच्छा कर सके। अच्छा करने से आशय है, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद और समाज को स्वस्थ रख सके।
🕉️ = अपने मन के तरंगों जो त्रिगुणों (सत, रज और तम) में भटकते रहती है, उसको सही साधना विधि के द्वारा साध कर मन को चेतना (जीव तत्व) में विलय कर के दिमाग के मध्य भाग में स्थित सत् पुरुष (परम तत्व) से जोड़ देना ही दिव्य आधत्मिक सूत्र हैं।
💖 *जीव तत्व को परम तत्व से जोड़ने के लाभ*👼
जन जन के भीतर अनहद परम सुख और शांति, आरोग्य, दिव्य दृष्टिकोण, सिद्धियां और परमगति।
7️⃣8️⃣6️⃣=7+8+6=21=2+1=3️⃣ selfless 💖 love (निष्काम प्रेम)
🫰 *मन के हारे हार है, मन के जीते जीत* 💖
🙏 *जीव हमारी जाति है, मानव 🧑🤝🧑धर्म हमारा।* ⚧️
🙏 सत साहेब 👼
Ye baba nastik bana kar rahega hinduo ko
🤔 *कलिजुग सोइ ग्यानी सो बिरागी। जाकें नख अरु जटा बिसाला। सोइ तापस प्रसिद्ध कलिकाला॥* 😵💫💢
गोस्वामी तुलसी दास जी ने अपनी इस वाणी में कलयुग के संत और असंत का भेद बतलाया है।
जो सद ग्रंथो के विरुद्ध आचरण करेगें, भीड़ से अलग दिखने का प्रयास करेंगे, बड़ी बड़ी नाखून, बड़ी बड़ी जटा (केश_दाढ़ी) रखेंगे, वे जन साधारण के बीच प्रसिद्धि पाएंगे। लोग इन्हीं के पीछे अंध श्रद्धा में लीन रहेंगे।
👉 *संत* : जिसके पास जाकर के सब संशय का अंत संतोष पूर्वक हो जाए, वह सच्चा संत है।
👼 *कल आज कल* ♨️
बिता कल सिर्फ यादें है, जिससे हम सिख कर आज को बेहतर बना सकते है।
आने वाला कल सिर्फ कल्पना है, जिसे आज में जीने की कोशिश करते है। इन दोनों कल में हम जीते तो आज में ही है, जिसका गवाह हमारी आत्मा होती है। वह बीता कल और आने वाला कल की कल्पना का अनुभव आज में महसूस करता है, इसीलिए हमें बीते कल से सिख कर आने वाला कल की राह सुदृढ़ कर के आज में अच्छे से जीना चाहिए।
🤔 *निष्कर्ष* : अपने लिए तो सब जीते है, सब जीव जंतु भी अपने और अपने संतान के लिए जीते है, लेकिन परमेश्वर ने इंसान को विवेक रूपी बेशकीमती रत्न से क्यों नवाजा⁉️
🌀 इसलिए की वह खुद के साथ साथ अपने समाज (परिवार, टोला, गांव, प्रखंड, जिला, राज्य, देश) के लिए भी अच्छा कर सके। अच्छा करने से आशय है, मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद और समाज को स्वस्थ रख सके।
🕉️ = अपने मन के तरंगों जो त्रिगुणों (सत, रज और तम) में भटकते रहती है, उसको सही साधना विधि के द्वारा साध कर मन को चेतना (जीव तत्व) में विलय कर के दिमाग के मध्य भाग में स्थित सत् पुरुष (परम तत्व) से जोड़ देना ही दिव्य आधत्मिक सूत्र हैं।
💖 *जीव तत्व को परम तत्व से जोड़ने के लाभ*👼
जन जन के भीतर अनहद परम सुख और शांति, आरोग्य, दिव्य दृष्टिकोण, सिद्धियां और परमगति।
7️⃣8️⃣6️⃣=7+8+6=21=2+1=3️⃣ selfless 💖 love (निष्काम प्रेम)
🫰 *मन के हारे हार है, मन के जीते जीत* 💖
🙏 *जीव हमारी जाति है, मानव 🧑🤝🧑धर्म हमारा।* ⚧️
🙏 सत साहेब 👼
संत रामपाल जी महाराज जी तत्वदर्शी संत है
बंदी छोड़ सदगुरु रामपाल जी महराज की जय हो
Anmol gyaan
Spiritual knowledge by Sant Rampal Ji Maharaj ❤❤❤
Satya adhyatmik gyaan🙏
सुमिरन करे सतनाम का, अर्पण करे शरीर।
आठ पहर रक्षा करैं, सतगुरु सत्य कबीर।।
Great saint rampal ji maharaj
Malik ke charno me dasi ka koti koti naman
God given saprichual knowledge
अनमोल ज्ञान परमात्मा के l
Kabir supreme God
Very nice satsang 🙏🏻🙏🏻
Kabir is supreme god 🙏🏻
❤sat saheb ji 🙏 real God ❤ for Saint Rampal Ji Maharaj ❤️
जहां संखों लहर , मेहर की उपजै , कहर जहां नही कोई।
दास गरीब अचल अविनाशी, सुख के सागर सोई।
ऊँ तत्सदिति निर्देशो ब्रह्राणास्त्रिविध: स्मृत: ।
ब्रह्राणास्तेन वेदाश्च यज्ञाश्च विहिता: पुरा
🎈चारों युगों में अपनी प्यारी आत्माओं को पार करने आते हैं परमेश्वर कबीर जी
परमात्मा कबीर जी सतयुग में सत सुकृत नाम से प्रकट हुए थे। उस समय अपनी एक प्यारी आत्मा सहते जी को अपना शिष्य बनाया और अमृत ज्ञान समझाकर सतलोक का वासी बनाया।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sat Saheb 🙏🪷
🙇🏻🙇🏻🙇🏻
👍
दया करना हे दाता 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपालजी भगवान की जय हो 🙏
Jagatguru tatvdarshi sant rampal ji maharaj ki jay ho
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो सत्संग
Very nice satsang
Bandhi chhod sat guru rampal ji maharaj ki jay ho 🌸🙇🏻♂️🙏
सत साहेब जी 🙌🙌🙌
True lines.....✍🏻✨
Very nice satsang
Nice
🙇🏻🙇🏻🙇🏻
🙏🙏
🪷 अद्वितीय अनमोल सत्संग वचन 🪷
Sat sahib ji puran guru dev ki ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
सत साहेब जी बंदी छोड़ की जय हो 🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sat sahib janab ji
Sat sahebji
Very nice satsang ❤❤
Nice video
🙇🏻🙇🏻🙇🏻
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏❤❤❤💖💖💖परम पिता परमात्मा बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो❤❤❤💖💖💖🙏🙏🙏
Amazing knowledge amazing satsang
Anmol gyan
Great knowledge