राव जी लोगों का काम तो बहुत ही पवित्र है कलम की ताकत है और लिखना इनको पढ़ना लिखना हमें लगता है कि सतयुग से ही आता था तभी तो यह सब के लिखते हैं यह लेखक हैं अच्छे कभी भी रहे होंगे लेकिन यह जो बाजा बजा रहे हैं घंटी बज रहे हैं यह समझ में नहीं आ रहा है आप धार बुद्धि होकर उनकी वंशावली लिखिए उनका इतिहास बताइए जो तुम्हारे बाप यह थे तुम्हारे दादा यह थे सब की भी लिखिए अच्छी बात है भगवान नारद जब विष्णु जी की शादी हो रही थी तो उनके बाप के बारे में कोई बात नहीं पाया था तभी ब्रह्मा जी ने राव जी की सृष्टि की थी कि अब ऐसा नहीं होगा अब हर एक पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को लोग बताते रहेंगे कि यह किनके हैं यह किन के हैं उनको यह काम शॉप दिया था की जन्म से लेकर और मृत्यु तक सब की तुम इतिहास सबका सुरक्षित रखो सबके बारे में लिखो तो वह काम अपना वह करते आ रहे हैं उन्हें सरकार से कुछ मिल भी नहीं रहा है निस्वार्थ भाव से वह करते आ रहे हैं अच्छी बात है करना भी चाहिए जो लोग करवाए उनका ही करना चाहिए खुद नहीं जाना चाहिए करने लेकिन यह बीच बीच में जो घंटी बज रहे हैं यह नहीं समझ में आ रहा है आपको बात करना है आप सीधे बताइए कि आपके लिए थे आपका यह थे आपका यह थे अब इसमें बीच में घंटी बजाने की कौन सी परंपरा है यही नहीं समझ में आ रहा है
❤❤❤
बहुत अच्छा लगा
बहुत ही शानदार हुक्म
Wha rao sahab ram ram ji
Jordar rao saa 🙏
Wha rao jietiahs
बहुत बढ़िया रावसा
Mg
राव जी लोगों का काम तो बहुत ही पवित्र है कलम की ताकत है और लिखना इनको पढ़ना लिखना हमें लगता है कि सतयुग से ही आता था तभी तो यह सब के लिखते हैं यह लेखक हैं अच्छे कभी भी रहे होंगे लेकिन यह जो बाजा बजा रहे हैं घंटी बज रहे हैं यह समझ में नहीं आ रहा है आप धार बुद्धि होकर उनकी वंशावली लिखिए उनका इतिहास बताइए जो तुम्हारे बाप यह थे तुम्हारे दादा यह थे सब की भी लिखिए अच्छी बात है भगवान नारद जब विष्णु जी की शादी हो रही थी तो उनके बाप के बारे में कोई बात नहीं पाया था तभी ब्रह्मा जी ने राव जी की सृष्टि की थी कि अब ऐसा नहीं होगा अब हर एक पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को लोग बताते रहेंगे कि यह किनके हैं यह किन के हैं उनको यह काम शॉप दिया था की जन्म से लेकर और मृत्यु तक सब की तुम इतिहास सबका सुरक्षित रखो सबके बारे में लिखो तो वह काम अपना वह करते आ रहे हैं उन्हें सरकार से कुछ मिल भी नहीं रहा है निस्वार्थ भाव से वह करते आ रहे हैं अच्छी बात है करना भी चाहिए जो लोग करवाए उनका ही करना चाहिए खुद नहीं जाना चाहिए करने लेकिन यह बीच बीच में जो घंटी बज रहे हैं यह नहीं समझ में आ रहा है आपको बात करना है आप सीधे बताइए कि आपके लिए थे आपका यह थे आपका यह थे अब इसमें बीच में घंटी बजाने की कौन सी परंपरा है यही नहीं समझ में आ रहा है
Hamare r bhtt maharaj baruda m lakin aate jab purani bahi nahi late h na e bahi m hase puch kar lia h
😂😂😂😂 रावजी से पूछो कि आपके समय काल मे मौर्य वंश कहाँ है
❤❤