गीता प्रेस गोरखपुर मतलब सटीक जानकारी बिना किसी गलती के बिना किसी लाघ लपेट के बिना किसी ऐरा गैरा के अधकचरे ज्ञान के सीधी बात नो बकवास जय हो वैदिक सत्य सनातन धर्म की
गीता प्रेस गोरखपुर ने हिन्दू धर्म को तारने का जैसा उपकार किया है वह अप्रतिम है। मैंने गीता के बारे में सुना था। पढ़ने की इच्छा थी।पुस्तक कहा से लाऊ उलझन में था। खुद भी गरीब था। पता लगा कर गीता प्रेस की किताबें बेचने वाली दुकान पर पहुंचा। डरते डरते गीता के बारे में पूछा। सोच रहा था कि बहुत महंगी होगी। दुकानदार ने पुस्तक दी दाम बताए 50 पैसे। मैं हक्का बक्का। इतने कम। मैं तो 100 ,,,200 सोच कर आया था। मैंने ली।पाठ किया। जीवन बदल गया। एक बात गीता प्रेस की अनुपम है। प्रूफ की एक भी गलती नहीं होती है। पाठ एकदम शुद्ध होता है। धन्य धन्य है। यह बात 1976 की है।
मुझे याद नहीं मेरी उम्र कितनी थी जब मैंने गीता प्रेस की गीता की पहली प्रति दस पैसे में नवरात्र महोत्सव के समय खरीदी थी। तब मैंने पहली बार गीता पढी थी। समझ कुछ नहीं आया था पर एक बड़ी किताब पढने का सुख और गर्व खूब हुआ था। फिर खरीदा दुर्गा सप्तशती जिसके पाठ से धीरे धीरे मेरा जीवन बदल गया। आदरणीय पोद्दार जी की कर्म सिद्धि को मेरा नमन।
वाकई, गीता प्रेस का मानव सनातन धर्म में अतुलनीय योगदान रहा है। साथ ही साथ अंशिका जी का प्रस्तुति की कला भी मनमोहक है। गीता प्रेस के इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए कोटि कोटि आभार!
इनका नाम ही हनुमानजी है काम भी उनका वैसा ही था सनातन की इतनी सेवा शायद शंकराचार्य जी ने की इसके बाद इन्होंने की नमन ही नही ये तो भगवान है दंडवत प्रणाम❤❤
आपने गीता प्रेस के विषय में सही जानकारी दिया । मुझे कल्याण पत्रिका पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त है , और गीताप्रेस गोरखपुर के दर्शन भी किए हैं । गीता प्रेस को अनवरत जीवंत रखना प्रत्येक सनायनियों का दायित्व होना चाहिए ।
भाईजी का जन्म रतनगढ़ में हुआ ये हमारे लिए बहुत गौरव की बात है। आपने सच कहा की इतनी महान शक्सियत के बारे में मारवाड़ी समाज के लोग बहुत कम जानते हैं। अपने स्कूल के समय में रतनगढ़ में रहते हुवे भी हमे ये नही पता था की भाईजी का संबंध रतनगढ़ से है। इस समय बस स्टैंड के पास चौराहे पर भाईजी की प्रतिमा स्थापित की गई है।रतनगढ़ में उनकी स्मृति में भव्य स्मारक बनना चाहिए। जानकारी देने के लिए आपको धन्यवाद।।
हिन्दू लोग गीता प्रेस गोरखपुर के हृदय से आभारी हैं क्योंकि इसकी प्रिंट की स्याही बहुत अच्छी है और अक्षर बड़े दिखते हैं जिसे पढ़ने पर आंखों पर जोर नहीं पड़ता 🙏
धन्य है वो मां जिसने सनातन संस्कृति के रक्षक एवम संबर्धक हनुमान प्रसाद पोद्दार भाई जी जैसे पुत्र को जन्म दिया। अभी और भी ऐसे महापुरुष को अवतरित होने की आवश्यकता है।। ऐसी बहुमूल्य जानकारी देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
सब कहानी सुनकर बहुत अच्छा लगा! गिता प्रेस जैसे सनसथाओको मजबूती देना सहारा परम कर्तव्य है! एक सच्चा हिन्दू होते मुझे गिळता प्रेस बहुत गर्व आऔर हरूदयसे बहुत नाद है!
मैंने 1981 में श्री भाईजी पावन स्मरण ग्रंथ और कल्याण पथ निर्माता एवं राही पढ़ा था! ये दोनों ही प्रामाणिक ग्रंथ है जो गीता वाटिका श्री राधा माधव सेवा संस्थान गोरखपुर से प्रकाशित हैं और परमपूज्य श्री भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार के समग्र जीवन पर प्रकाश डालती है! आपने अपने वीडियो में श्री हरिकृष्ण जी दुजारी का नाम लिया है ये परिकर हैं गीता वाटिका में इनके परिवार पूज्य श्री भाईजी के सेवक थे और महत्वपूर्ण घटनाओं के लेखक भी थे! आपकी वीडियो रुचि जागृत करेगी और श्री भाईजी के समाधि स्थल गीता वाटिका का मंगल दर्शन करवाएगी! परमानन्द मिश्र छत्तीसगढ़
बहुत ही अच्छा और शुद्ध जानकारी दी है।। सनातन संस्कृति और संस्कार को पोषण देने वाले श्री हनुमान पोद्दार जी,हर युग में आकर,, धर्मों रक्षति, रक्षिता,,की प्रेरणा दें।।
Meri life ki sabse best video hai ye kyonki Geeta press jisne hamare santan dharm ko bachake rakh hai un sab sab logo ko mera naman aur hanumaan parsad podar ji ka to hum log kabhi karja nahi Chuka payenge jai shri ram ❤❤❤
गीता प्रेस हिन्दुओं की शान है जिसको सारे संसार मे फैलाने होंगे I गीता प्रेस की शाखाएँ सारे संसार मे फैलाना होगा I ये जिम्मेदारी हिन्दू बुद्धजीवियों, पत्रकारों, मीडिया, नेताओं, अधिकारियों, उद्योगपतियो, हिन्दू संगठनों की है लेकिन अफ़सोस सब खामोश है I
गीता प्रेस के लिए इस धरती पर कोई पुरस्कार नहीं है जो इसके सामाजिक और धार्मिक कृति के आगे उपयुक्त हो। सभी पुरस्कारों से गीता प्रेस का स्थान बहुत ऊंचा है ।
थी नहीं प्रभु 🙏 आज भी है🙏 आज भी कल्याण उतनी ही ज्ञानवर्धक है और मुझे हर माह इंतजार रहता है। इस वर्ष इसका वार्षिक विशेषांक दैवी सम्पदा अंक तो बहुत ही लाभकारी और ज्ञानवर्धक मिला है🙏 अभी वार्षिक शुल्क मात्र 300₹ है। जय श्री सीताराम।।
Geeta press se ek patrika mere Ghar ata tha,Nana ji k jamane meh Kalpabriksha ,bahut acha tha,av Tak ka Mera best book dharmik book Geeta press hay...❤❤❤
गीता प्रेस की इस जानकारी के लिए धन्यवाद। निसंदेह गीता प्रेस के लोग सनातन धर्म की बहुत सेवा व प्रसार करते रहे है। यह सेवा अतुलनीय है, इसे ईश्वर का अशिष ही समझे। भगवान श्रीकृष्ण सच्चे धर्मियों की रक्षा करें और अधर्मियो का नाश करें।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद हमें श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी के बारे में इतनी जानकारी देने के लिए।मेरे बच्चे रोज रामायण पढ़ते है।अब से रामायण के साथ श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी को भी नमन करना बताना है हमारे बच्चो को।
हिंदू सत्य सनातन धर्म को जीवित रखने का एकमात्र नाम उच्च कोटि के हिंदू धार्मिक सनातनी धर्म ग्रंथों के प्रकाशक श्री गीता प्रेस गोरखपुर को जाता है हम सदा गीता प्रेस गोरखपुर के हृदय से आभारी है और आभारी रहेंगे गीता प्रेस गोरखपुर आदि शंकराचार्य और पूर्व के ऋषि-मुनियों तथा भगवान के संस्कारों और विचारों को हिंदुओं मैं संस्कारवान बनाने की भावना का मार्गदर्शक प्रेरणा स्रोत है असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय
भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के उत्कृष्ट साहित्य को भारत और विश्व के सभी देश इसका प्रचार प्रसार करने वाले स्वर्गीय भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार जी और उनके सहयोगियों को शत शत नमन. 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹सुदेश शुक्ला
, dhany kaise maha purush .es bharat mata ki god janam huya.jinhone ATMa se snatan ki seva ki ek taraf suar gaddaro ko dekho boto ki lalch v kursi ke liye snatan ko neecha dikha rahe h gaddar sahi ve bhagvan the poddar ji shat naman
*श्रद्धेय भाई जी श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी* को नमन करता हूं।उनके द्वारा *गीता प्रेस* के स्थापन तथा सनातन धर्म के ग्रंथों के मुद्रण, प्रकाशन एवं विक्रय के अथक एवं समर्पित महान कार्य की जितनी सराहना की जाए वह कम ही होगी । ऐसे सरल हृदय और निष्काम कर्मयोगी विरले ही होते हैं। वह निर्मल व शुद्ध हृदय के सच्चे अर्थों में संत थे । ऐसी आत्माएं कभी-कभी इस धरा पर अवतरित होती हैं। मैं उन्हें पुनः नमन करता हूं।*गीता प्रेस* जैसी संस्था का अन्यत्र उदाहरण नहीं है।धन्य हैं यह संस्था तथा इससे जुड़े सभी कर्मी। *जय भारत एवं भारत राष्ट्र* *वंदेमातरम्*
यहि सब भारत के असली हीरो है जिन्होंने भारत को महान राष्ट्र बनाया। धन्य हो हनुमान प्रसाद फौजदार जी । धन्य हो गीता प्रेस और उनके अनेक ऐसे सहयोगी जिनके नाम तो हम शायद नहीं जानते लेकिन उन्होंने इस महान राष्ट्र के महान धर्म सनातन को जन - जन तक पहुंचाया। उनके द्वारा बिना किसी स्वार्थ के किये गये इस महान कार्य के लिए उनको कोटी कोटी धन्यवाद और प्रणाम 🙏💐💐💐
इस सुंदर तथ्य को हम से साझा करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद भाई जी को कोटि कोटि नमन सनातन संस्कृति को जीवित रखने के लिए। ऐसा लगता है भगवान ने आपको सनातन की रक्षा के लिए ही भेजा था।
हनुमान प्रसाद पोद्दार जी का नाम गीताप्रेस गोरखपुर की अनेक पुस्तकों में पढ़ चुका हूँ। गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशन का लगभग फ़ैन हूँ मैं। उसमें छपी नैतिक और धार्मिक कथाओं का मेरे जीवन और विचारों पर गहरा प्रभाव रहा है। सनातन धर्म के पुरजोर समर्थक मेरे पिताजी ही पहलेपहल कल्याण व अन्य कथा पुस्तकें पढ़वाते थे। पोद्दार जी से आज अच्छा परिचय करवाया आज आपने, धन्यवाद।।
गीता प्रेस गोरखपुर के द्वारा मुद्रित पुस्तकों को मेरे नाना जी मुझे पढ़ने हेतु प्रेरित करते थे। आज भी इन्हें पढ़कर मुझे अत्यंत ही आनंद का अनुभव होता है।यह हमारे हिन्दू धर्म सनातन धर्म एवं संस्कृति का ध्वज है।
आदरणीय बहन जी,परम पूज्यनीय श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी को कोटि कोटि चरण स्पर्श। आप द्वारा उनके बारे में बताने के लिए आपके चरणों में सादर नमन। ससम्मान।
बहुत अच्छी रिपोर्ट है ,में up से हूं और गीता प्रेस गोरखपुर का जबरदस्त फैन हूं श्रद्धेय हनुमान प्रसाद पोद्दार जी हमारे आधुनिक भारत के स्वयं सत्य सनातन धर्म को ,ग्रंथों के माध्यम से घर,घर पहुंचाने वाले थे,और हैं ,पोद्दार जी आज भी अमर हैं और रहेंगे ,ऐसे व्यक्ति परमात्मा के भेजे दूत होते हैं जैसे श्री हनुमान प्रसाद जी पोद्दार और श्री रामानंद सागर , श्री बी आर चोपड़ा जैसे लोग ही परमात्मा के सच्चे अंश हैं।
जय सियाराम. हनुमान प्रसाद पोद्दार जी को प्रणाम
धन्य है गीता प्रेस गोरखपुर
उनको मेरा नमन
गीता प्रेस गोरखपुर मतलब सटीक जानकारी बिना किसी गलती के बिना किसी लाघ लपेट के बिना किसी ऐरा गैरा के अधकचरे ज्ञान के सीधी बात नो बकवास
जय हो वैदिक सत्य सनातन धर्म की
गीता प्रेस गोरखपुर ने हिन्दू धर्म को तारने का जैसा उपकार किया है वह अप्रतिम है। मैंने गीता के बारे में सुना था। पढ़ने की इच्छा थी।पुस्तक कहा से लाऊ उलझन में था। खुद भी गरीब था। पता लगा कर गीता प्रेस की किताबें बेचने वाली दुकान पर पहुंचा। डरते डरते गीता के बारे में पूछा। सोच रहा था कि बहुत महंगी होगी। दुकानदार ने पुस्तक दी दाम बताए 50 पैसे। मैं हक्का बक्का। इतने कम। मैं तो 100 ,,,200 सोच कर आया था। मैंने ली।पाठ किया। जीवन बदल गया। एक बात गीता प्रेस की अनुपम है। प्रूफ की एक भी गलती नहीं होती है। पाठ एकदम शुद्ध होता है। धन्य धन्य है। यह बात 1976 की है।
राम राम
Sahi kaha aapne 🙏🏻💐😊
गीता प्रेस प्रारंभ करने वाले महात्माओं को शत् शत् प्रणाम
Yah aadami kisi ka kalyan nhi Kiya hai yah sabko es dal dal me fasadiya.
Aap please home decor k products khareed k contribute kre Geeta press ko wo bedsheet blankets bhi sell krte h 🙏
सनातन धर्म के प्रसार प्रचार में व्यस्त रही है गीता प्रेस गोरखपुर हम गीता प्रेस गोरखपुर के संस्थापक सदस्यों को नमन करते हैं
विश्व में सर्वश्रेष्ठ व बहुत ही
सस्ता साहित्य है..., गीता प्रेस गोरखपुर का....,अनंत उपकार..🙏🌺
सनातन संस्कृति के प्रचार, प्रसार हेतु हनुमान प्रसाद पोद्दार जी ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। सनातन समाज आपका सदैव ऋणी रहेगा।
कोटि,कोटि नमन।🙏🙏
धन्य है मेरी चुरु की भुमि जो हनुमान प्रसाद पोद्दार जैसे धर्मात्मा को पैदा किया 🙏🙏🙏
Rajasthan baali district churu h . Jai shri ram
Bhai Churu hi kyu mere bharat ka samucha swaroop hi dhanya hai yaha kone kone me mahan aatmaye thi hai aur samay samay or hogi
Hare Krishna hari bol
मैं गीता प्रेस से१९७२सेजुडा हूं
और मैं सभी पुस्तकें पढ़ था हूं
गीता प्रेस गोरखपुर का में बहुत ही
आभारी हूं
मुझे याद नहीं मेरी उम्र कितनी थी जब मैंने गीता प्रेस की गीता की पहली प्रति दस पैसे में नवरात्र महोत्सव के समय खरीदी थी। तब मैंने पहली बार गीता पढी थी। समझ कुछ नहीं आया था पर एक बड़ी किताब पढने का सुख और गर्व खूब हुआ था। फिर खरीदा दुर्गा सप्तशती जिसके पाठ से धीरे धीरे मेरा जीवन बदल गया। आदरणीय पोद्दार जी की कर्म सिद्धि को मेरा नमन।
सनातन धर्म की रक्षा के लिये समर्पित हनुमान प्रसाद पोद्दार जी जैसे महानुभावों के कारण ही हिन्दुत्व जिन्दा है।कोटि-कोटि नमन।
Tanatani
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🙏
राधेश्याम खेमका, हनुमान प्रसाद पोद्दार, G D गोयनका, और स्वामी रामसुखदास ये चार स्तंभ रहें हैं।
सादर प्रणाम
Aap purane padhaiya makum padte hain. Ye charon sachmuch Geeta press k heere hain , hero hain. Amar ho gaye lekhan me.
Kalyan patrika magane ke liye kya karna pdega
Ye sub bhagvan ke avatar the.
गीता प्रेस गोरखपुर भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की अमूल्य धरोहर है।
गीता प्रेस की ,कल्याण, पत्रीका ने40वर्ष पूर्व मेरे जीवन की दिशा बदल दी वह भी सिर्फ एक कहानी से प्रणाम है आदरणीय हनुमान प्रसाद जी को
Very Good 👍 Service for True Hindus
गीता प्रेस गोरखपुर का हिंदु ओ या कहे मानव जाति पर महान उपकार है।
Jabardust❤
10:00 10:00
@@manoharbairagi5969❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
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Podar bhai ji ke liy shat shat naman
वाकई, गीता प्रेस का मानव सनातन धर्म में अतुलनीय योगदान रहा है। साथ ही साथ अंशिका जी का प्रस्तुति की कला भी मनमोहक है। गीता प्रेस के इस महत्वपूर्ण योगदान के लिए कोटि कोटि आभार!
Dhanyawad bhai ji maharaj ji evam gita press ko hum hinduo par itna bada upkar jo kar rahe hai❤
ये हैं असली भारत रत्न 🙏
Dr Rajender prasad ji ne poddar ji ko Bharat Ratna dena chaha tha kintu unhone vinamrata purvak mana kar diya tha.
AP ne sehi bole mohan bhaiya
🙏🙏🙏
Bahut shandar ek mahan sant ke jeevan se judi stories jaroor batani chahiye 👍🙏🙏🙏
गीताप्रेस प्रारम्भ करने वाले सभी महान आत्माओ को कोटि कोटि प्रणाम💐💐💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गीता प्रेस गोरखपुर सनातन धर्म का धरोहर है।❤😊
हनुमान प्रसाद जी को सत सत नमन। मैं पहली बार इनकी मूर्ति मथुरा जन्म भूमि मंदिर में देखी थी 🙏🙏💐💐
आपके प्रयासों के लिए साधुवाद बहन, शब्द नहीं हैं प्रशंसा के लिए। कल्याण का इतिहास जानना बहुत रोचक लगा।
Bahut Sundar jankari
इनका नाम ही हनुमानजी है काम भी उनका वैसा ही था सनातन की इतनी सेवा शायद शंकराचार्य जी ने की इसके बाद इन्होंने की नमन ही नही ये तो भगवान है दंडवत प्रणाम❤❤
आधुनिक युग के तुलसी हैं हनुमान प्रसाद पोद्दार जी
शत शत नमन
आपने गीता प्रेस के विषय में सही जानकारी दिया । मुझे कल्याण पत्रिका पढ़ने का सौभाग्य प्राप्त है , और गीताप्रेस गोरखपुर के दर्शन भी किए हैं । गीता प्रेस को अनवरत जीवंत रखना प्रत्येक सनायनियों का दायित्व होना चाहिए ।
हां हमारे घर में पिताजी मंगवाते थे करीब 50 साल होंगे 🙏🚩
गीता प्रेस सच में सनातनी भाई बहिनों का पांचवा धाम है जय श्री राम ......धन्यवाद शारदा जी
बहुत ही अच्छा बहुत ही सुन्दर बहुत ही शानदार, श्री हनुमंत प्रसाद पोद्दार जी को नतमस्तक हो नमन
बहुत अच्छी जानकारी दी आपने धन्यवाद😊😊
भाईजी का जन्म रतनगढ़ में हुआ ये हमारे लिए बहुत गौरव की बात है। आपने सच कहा की इतनी महान शक्सियत के बारे में मारवाड़ी समाज के लोग बहुत कम जानते हैं। अपने स्कूल के समय में रतनगढ़ में रहते हुवे भी हमे ये नही पता था की भाईजी का संबंध रतनगढ़ से है।
इस समय बस स्टैंड के पास चौराहे पर भाईजी की प्रतिमा स्थापित की गई है।रतनगढ़ में उनकी स्मृति में भव्य स्मारक बनना चाहिए।
जानकारी देने के लिए आपको धन्यवाद।।
इनके ऐसे महान कार्य के लिए मानवता सदैव के लिए ऋणी रहेगी❤
मेरे पास इनके लिए शब्द नहीं है धन्य हैं ऐसे धर्मात्मा❤❤🙏 jo itne mushkil samay me bhartiya sanskriti ko bachye Rkha
हिन्दू लोग गीता प्रेस गोरखपुर के हृदय से आभारी हैं क्योंकि इसकी प्रिंट की स्याही बहुत अच्छी है और अक्षर बड़े दिखते हैं जिसे पढ़ने पर आंखों पर जोर नहीं पड़ता 🙏
एक समय ऐसा आएगा जब गीता प्रेस को पुरे विश्व का प्रत्येक व्यक्ति जानेगा और मानेगा भी
Apki ye rport boht achi lagi . thankyou
धन्य है वो मां जिसने सनातन संस्कृति के रक्षक एवम संबर्धक हनुमान प्रसाद पोद्दार भाई जी जैसे पुत्र को जन्म दिया। अभी और भी ऐसे महापुरुष को अवतरित होने की आवश्यकता है।।
ऐसी बहुमूल्य जानकारी देने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
आप ने बहुत अच्छा विश्लेषण किया सा। आप को धन्यवाद , सभी मारवाड़ी महाजनों को सादर प्रणाम जिनोने देश और धर्म के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आप की जय हो
सब कहानी सुनकर बहुत अच्छा लगा! गिता प्रेस जैसे सनसथाओको मजबूती देना सहारा परम कर्तव्य है! एक सच्चा हिन्दू होते मुझे गिळता प्रेस बहुत गर्व आऔर हरूदयसे बहुत नाद है!
श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी के चरणों में कोटिशः नमन💐💐💐💐💐👏👏
मैंने 1981 में श्री भाईजी पावन स्मरण ग्रंथ और कल्याण पथ निर्माता एवं राही पढ़ा था!
ये दोनों ही प्रामाणिक ग्रंथ है जो गीता वाटिका श्री राधा माधव सेवा संस्थान गोरखपुर से प्रकाशित हैं और परमपूज्य श्री भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार के समग्र जीवन पर प्रकाश डालती है!
आपने अपने वीडियो में श्री हरिकृष्ण जी दुजारी का नाम लिया है ये परिकर हैं गीता वाटिका में इनके परिवार पूज्य श्री भाईजी के सेवक थे और महत्वपूर्ण घटनाओं के लेखक भी थे!
आपकी वीडियो रुचि जागृत करेगी और श्री भाईजी के समाधि स्थल गीता वाटिका का मंगल दर्शन करवाएगी!
परमानन्द मिश्र
छत्तीसगढ़
Jai Sanatan Dharm ki 🙏🙏🌹🌞🚩❤️🚩jai shree Ram 🙏🙏🏹🏹🐅🔥⚔️🚩
बहुत ही अच्छा और शुद्ध जानकारी दी है।। सनातन संस्कृति और संस्कार को पोषण देने वाले श्री हनुमान पोद्दार जी,हर युग में आकर,, धर्मों रक्षति, रक्षिता,,की प्रेरणा दें।।
Meri life ki sabse best video hai ye kyonki Geeta press jisne hamare santan dharm ko bachake rakh hai un sab sab logo ko mera naman aur hanumaan parsad podar ji ka to hum log kabhi karja nahi Chuka payenge jai shri ram ❤❤❤
गीता प्रेस हिन्दुओं की शान है जिसको सारे संसार मे फैलाने होंगे I गीता प्रेस की शाखाएँ सारे संसार मे फैलाना होगा I ये जिम्मेदारी हिन्दू बुद्धजीवियों, पत्रकारों, मीडिया, नेताओं, अधिकारियों, उद्योगपतियो, हिन्दू संगठनों की है लेकिन अफ़सोस सब खामोश है I
धन्य हैं राजस्थान की धरती जहाँ ऐसे महान लोग हुए 🙏jai shree ram
😍😍🥰🙍
आपके द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट बहुत ही सुन्दर और प्रेरणादायक है।
जय श्रीराम। जय जय हनुमान जी महाराज की।।
Anshika ji aap bahut hi gyanvardhak vishyo par video banati hai aapka aur aapki team ko mai dhanyawad deta hu hriday se
ईश्वर समय - समय पर ऐसे साधु लोगों को इस धरती पर भेजते रहें, ताकि सुगमतापूर्वक हमारे देश में सात्विकता बनी रहे।
Aaj hindutav zinda hai toh bhai G ki vazah se... Jai shree Ram 🌹🌹🙏🙏
गीताप्रेस गोरखपुर सदा अमर रहे
शत शत नमन
गीता प्रेस के लिए इस धरती पर कोई पुरस्कार नहीं है जो इसके सामाजिक और धार्मिक कृति के आगे उपयुक्त हो। सभी पुरस्कारों से गीता प्रेस का स्थान बहुत ऊंचा है ।
कल्याण पत्रिका बहुत ही ज्ञानवर्धक थी, हर महीने हमें इंतजार रहता था। साधुवाद।🙏
थी नहीं प्रभु 🙏 आज भी है🙏
आज भी कल्याण उतनी ही ज्ञानवर्धक है और मुझे हर माह इंतजार रहता है। इस वर्ष इसका वार्षिक विशेषांक दैवी सम्पदा अंक तो बहुत ही लाभकारी और ज्ञानवर्धक मिला है🙏 अभी वार्षिक शुल्क मात्र 300₹ है। जय श्री सीताराम।।
@@manglawpainterसत्यवचन
@@manglawpainterkese start krwa skte h ... please send
Geeta press se ek patrika mere Ghar ata tha,Nana ji k jamane meh Kalpabriksha ,bahut acha tha,av Tak ka Mera best book dharmik book Geeta press hay...❤❤❤
बढिया ज्ञान दिया है आपने गीता प्रेस, गोरखपुर से बारे में!
गीता प्रेस को, संस्थापक जी को और उनके सहयोगियों को शत शत नमन🙏
केवल सनातन समाज ही नहीं अपितु तो पूरी मानवजाति परम आदरणीय श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी की सदैव ऋणी रहेगी🙏😌😌😌
Bohot acchay.
हनुमान प्रसाद जी पोद्दार भाईजी हमारे अग्रवाल वैश्य समाज के गौरव हैं।उनका कार्य अद्वितीय और अनुपम है। शत् शत् नमन।
गीता प्रेस की इस जानकारी के लिए धन्यवाद। निसंदेह गीता प्रेस के लोग सनातन धर्म की बहुत सेवा व प्रसार करते रहे है। यह सेवा अतुलनीय है, इसे ईश्वर का अशिष ही समझे। भगवान श्रीकृष्ण सच्चे धर्मियों की रक्षा करें और अधर्मियो का नाश करें।
🚩 સનાતન હિન્દુ ધર્મ સંસ્કૃતિ ની જય 🙏🙏
ગીતા પ્રેસ ગોરખપુર નો ખુબ ખુબ આભાર 🙏
जय सनातन जय श्री राम गीता प्रेस गोरखपुर से जुड़ी सभी महान विभूतियों को सादर प्रणाम
The real son of India. The Great Hanuman Prasad Poddar
🇮🇳🚩🕉️🪯🌞जय श्री अखण्ड भारत 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
पूरा हिंदू समाज श्री हनुमान प्रसाद जी का आभारी है धन्य हैं ऐसे लोग कोटि कोटि प्रणाम
Gita press is the only reliable for all Sanaatan dharm pustak 🚩🕉🙏🙂
मैं बचपन से ही कल्याण पढ़ कर ही बड़ी हुई हूं सत्य घटनाओं से ह्रदय आज भी अभीभूत है
आपका बहुत बहुत धन्यवाद हमें श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी के बारे में इतनी जानकारी देने के लिए।मेरे बच्चे रोज रामायण पढ़ते है।अब से रामायण के साथ श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी को भी नमन करना बताना है हमारे बच्चो को।
Mahamaan Bhaiji ko, Jai Dayal Bhaiji Ko, आदरणीय जालान ji ko शत शत नमन
जय सनातन जय श्री राम
हनुमान प्रसाद पोद्दार जी भारत के महान विभूति एवं सच्चे संत हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं
सनातन धर्म की अगुआ गीता प्रेस के संस्थापक गोलोकवासी हनुमान प्रसाद पोद्दार जी को सत् सत् नमन 🙏🙏🙏🙏
हिंदू सत्य सनातन धर्म को जीवित रखने का एकमात्र नाम उच्च कोटि के हिंदू धार्मिक सनातनी धर्म ग्रंथों के प्रकाशक श्री गीता प्रेस गोरखपुर को जाता है हम सदा गीता प्रेस गोरखपुर के हृदय से आभारी है और आभारी रहेंगे गीता प्रेस गोरखपुर आदि शंकराचार्य और पूर्व के ऋषि-मुनियों तथा भगवान के संस्कारों और विचारों को हिंदुओं मैं संस्कारवान बनाने की भावना का मार्गदर्शक प्रेरणा स्रोत है असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय
श्री हनुमान प्रसाद जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
Aap bahut hi achi aur piyari larki hai
भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के उत्कृष्ट साहित्य को भारत और विश्व के सभी देश इसका प्रचार प्रसार करने वाले स्वर्गीय भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार जी और उनके सहयोगियों को शत शत नमन. 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹सुदेश शुक्ला
Shreeseetaraam hanumaan ji ki jay ho Shreeseetaraam 💐 Shreeseetaraam....
ये युग पुरोधाओं आपको चरण स्पर्श 🙏🙏
May god bless and provide longevity to Gitapress.
हमारी सनातन संस्कृति के महान संस्कारों को धारण करनेवाली महान आत्मा स्वरुप भाईजी को नमन उनके महान देवत्व कार्य जनकल्याण के लिए अमर हैं।जय हो, नमन
भाई जी हनुमान प्रसाद फोदार जी को सत, सत, नमन ❤🙏🏻
Shat shat naman es snatan ke purodha poddar ji ye yog purush the.
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जय श्री कृष्णा ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
*श्रद्धेय भाई जी श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी* को नमन करता हूं।उनके द्वारा *गीता प्रेस* के स्थापन तथा सनातन धर्म के ग्रंथों के मुद्रण, प्रकाशन एवं विक्रय के अथक एवं समर्पित महान कार्य की जितनी सराहना की जाए वह कम ही होगी । ऐसे सरल हृदय और निष्काम कर्मयोगी विरले ही होते हैं। वह निर्मल व शुद्ध हृदय के सच्चे अर्थों में संत थे । ऐसी आत्माएं कभी-कभी इस धरा पर अवतरित होती हैं। मैं उन्हें पुनः नमन करता हूं।*गीता प्रेस* जैसी संस्था का अन्यत्र उदाहरण नहीं है।धन्य हैं यह संस्था तथा इससे जुड़े सभी कर्मी। *जय भारत एवं भारत राष्ट्र* *वंदेमातरम्*
We are proud of our Geeta press foundation.
गीता प्रेस गोरखपुर का.मानव जाति पर महान उपकार है।
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Reply
हनुमान पोद्दार जी को कोटि कोटि नमन 🙏🚩
यहि सब भारत के असली हीरो है जिन्होंने भारत को महान राष्ट्र बनाया। धन्य हो हनुमान प्रसाद फौजदार जी । धन्य हो गीता प्रेस और उनके अनेक ऐसे सहयोगी जिनके नाम तो हम शायद नहीं जानते लेकिन उन्होंने इस महान राष्ट्र के महान धर्म सनातन को जन - जन तक पहुंचाया। उनके द्वारा बिना किसी स्वार्थ के किये गये इस महान कार्य के लिए उनको कोटी कोटी धन्यवाद और प्रणाम 🙏💐💐💐
इस सुंदर तथ्य को हम से साझा करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
भाई जी को कोटि कोटि नमन सनातन संस्कृति को जीवित रखने के लिए।
ऐसा लगता है भगवान ने आपको सनातन की रक्षा के लिए ही भेजा था।
Hare Krishna 🙏💐
जय श्री राम श्री कृष्णा
सुपर 👌 जय हिन्द वन्दे गौ मातरम् ❤️🐂🚩🐒🌹
जय श्री राम जय हिन्द वन्दे मातरम् 🌞🚩🇮🇳🌍🙏🙏🙏
प्रणाम ऐसे महापुरुष को जिन्होंने भारतीय संस्कृति और धर्म को पुनर्जागरण किया
Incredible story of a ghost!Shree Hanuman Prasad Poddar ji was a divine Soul.
हनुमान प्रसाद पोद्दार जी का नाम गीताप्रेस गोरखपुर की अनेक पुस्तकों में पढ़ चुका हूँ। गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशन का लगभग फ़ैन हूँ मैं। उसमें छपी नैतिक और धार्मिक कथाओं का मेरे जीवन और विचारों पर गहरा प्रभाव रहा है। सनातन धर्म के पुरजोर समर्थक मेरे पिताजी ही पहलेपहल कल्याण व अन्य कथा पुस्तकें पढ़वाते थे। पोद्दार जी से आज अच्छा परिचय करवाया आज आपने, धन्यवाद।।
गीता प्रेस गोरखपुर के द्वारा मुद्रित पुस्तकों को मेरे नाना जी मुझे पढ़ने हेतु प्रेरित करते थे। आज भी इन्हें पढ़कर मुझे अत्यंत ही आनंद का अनुभव होता है।यह हमारे हिन्दू धर्म सनातन धर्म एवं संस्कृति का ध्वज है।
बहुत अच्छी रिपोर्ट दी है तुमने अनशिका परम पूज्य श्री भाई जी के विषय में. बहुत बधाई.
आदरणीय बहन जी,परम पूज्यनीय श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी को कोटि कोटि चरण स्पर्श। आप द्वारा उनके बारे में बताने के लिए आपके चरणों में सादर नमन। ससम्मान।
आज तक केवल गीता प्रेस का नाम ही देखा और सुना था परन्तु आपके सहयोग से उस महान बिभूति को जान पाया l आपका बहुत बहुत धन्यवाद
आधुनिक काल में
श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार जी और श्री रामानंद सागर जी ने देवतुल्य कार्य किया ❤❤
जय जय श्री राम ।
जय श्री राधे कृष्णा ❤
बहुत अच्छी रिपोर्ट है ,में up से हूं और गीता प्रेस गोरखपुर का जबरदस्त फैन हूं श्रद्धेय हनुमान प्रसाद पोद्दार जी हमारे आधुनिक भारत के स्वयं सत्य सनातन धर्म को ,ग्रंथों के माध्यम से घर,घर पहुंचाने वाले थे,और हैं ,पोद्दार जी आज भी अमर हैं और रहेंगे ,ऐसे व्यक्ति परमात्मा के भेजे दूत होते हैं जैसे श्री हनुमान प्रसाद जी पोद्दार और श्री रामानंद सागर , श्री बी आर चोपड़ा जैसे लोग ही परमात्मा के सच्चे अंश हैं।