महाराज जी कोटि कोटि प्रणाम । महाराज जी मेरा एक निजी प्रश्न है कि मैं बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में कार्यरत हूं और मेरी उम्र लगभग 54 वर्ष हो चुकी है यहां का माहौल भजन साधना के लिए उपयुक्त नहीं है ऊपर से कोई टाइम टेबल भी नही , मैं इस जीवन को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहता हूं तो क्या मुझे नौकरी छोड़ देनी चाहिए । फिर डरता हूं की कहीं बाहर कमहौल भी ठीक नही रहा तो क्या होगा ।क्या कोई ऐसी जगह है जहां जाकर मै रह सकूं और अपने जीवन को सार्थक बना सकूं । आपका मार्ग दर्शन और आशीर्वाद चाहता हूं । शिव हरी
🙏गुरु जी तो ज द हम धयान में बैठे तो भी सांसो को ही देखे अगर हम विचारो को देखे गे तो हम भूत जां भबिस मे चले जाएं गे।कृपया बतांए कि दोनो में से किस को देखें
@@jitendratripathi3909 🙏सर विचारो जां सासो को देखते ही रहना ईकागरता तो नहीं हो जायगी,अगर हम कुछ भी ना करे विचारो और सासो के पृती सजग भी ना रहे तो कया यह ठीक है।कुछ धरम बोलते है मंतर जप करो फिर धुनी पैदा होगी( छनाटे) को सुनो इन चारो मे से किस तरीके को चुने।
@@gurwindersinghgssidhu2936 मन्त्र जप करना मतलब मंत्रो के सही शब्दो को चूस करना पड़ता है तो ये ध्यान नही हुआ में Choiseless ध्यान की बात कर रहा हूँ। और मुझे इस तरह के ध्यान का अनुभव नही है। एकाग्र होकर एकाग्रता करना नही पड़ता एकाग्रता स्वतः ही विकसित होती है।एकाग्र होने की कोसिस कर रहे हो मतलब एकाग्रता को Choose कर रहे हो।
Adbhut
गुरुजी आपने बहुत अच्छा समझाया बहुत बहुत धन्यवाद
Swami ji parnam
Really go🌹d. Present moment living
Sdguru bhagawan ko anantkoti pranam ❤❤❤
अद्भूत आप कितने असान तरीके से समझा रहे हैं बहुत धन्यवाद .
Namo Buddhay ji Darshan ji apka mangal ho aapka mangal ho aapka mangal ho 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
Great ❤
🙏🙏🙏❤❤❤❤
waheguruji
🙏🙏❤❤
❤
🌹🙏🙏🙏
🎉
🙏🙏🙏
Bhai aapne hosh m lane wala parvachan Kiya h.satsang 🙏🙏🙏🙏
Mind is necessary which is working mind but psychological mind is absurd.
महाराज जी कोटि कोटि प्रणाम ।
महाराज जी मेरा एक निजी प्रश्न है कि मैं बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में कार्यरत हूं और मेरी उम्र लगभग 54 वर्ष हो चुकी है यहां का माहौल भजन साधना के लिए उपयुक्त नहीं है ऊपर से कोई टाइम टेबल भी नही , मैं इस जीवन को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहता हूं तो क्या मुझे नौकरी छोड़ देनी चाहिए । फिर डरता हूं की कहीं बाहर कमहौल भी ठीक नही रहा तो क्या होगा ।क्या कोई ऐसी जगह है जहां जाकर मै रह सकूं और अपने जीवन को सार्थक बना सकूं ।
आपका मार्ग दर्शन और आशीर्वाद चाहता हूं ।
शिव हरी
Aap what's app par baat karen +9779848430149 ( with country code nepal )
🙏गुरु जी तो ज द हम धयान में बैठे तो भी सांसो को ही देखे अगर हम विचारो को देखे गे तो हम भूत जां भबिस मे चले जाएं गे।कृपया बतांए कि दोनो में से किस को देखें
सांसों के प्रति सजग होना ज्यादा उचित है मेरे अनुभव से
@@SushilKumar-ql2xe Thanks,भाई लेकिन सासो को देखना केवल इकागरता ही न रह जाए धयान मे जा ही न पाय
सम्पूर्ण सजगता ही ध्यान है अर्थात विचारो के प्रति भी सचेत रहना और सांसो के प्रति भी विचार Choice less होने चाहिए
@@jitendratripathi3909 🙏सर विचारो जां सासो को देखते ही रहना ईकागरता तो नहीं हो जायगी,अगर हम कुछ भी ना करे विचारो और सासो के पृती सजग भी ना रहे तो कया यह ठीक है।कुछ धरम बोलते है मंतर जप करो फिर धुनी पैदा होगी( छनाटे) को सुनो इन चारो मे से किस तरीके को चुने।
@@gurwindersinghgssidhu2936 मन्त्र जप करना मतलब मंत्रो के सही शब्दो को चूस करना पड़ता है तो ये ध्यान नही हुआ में Choiseless ध्यान की बात कर रहा हूँ। और मुझे इस तरह के ध्यान का अनुभव नही है। एकाग्र होकर एकाग्रता करना नही पड़ता एकाग्रता स्वतः ही विकसित होती है।एकाग्र होने की कोसिस कर रहे हो मतलब एकाग्रता को Choose कर रहे हो।
Can I sleep in present moment
There can't be deep sleep when your is not in present moment.
@@sureshgaikwad5004 I think so. I tried many time but it is not easy as we think.
❤
❤