मोहब्बत करनेवाले कम ना होंगे तेरी महफ़िल में लेकिन हम ना होंगे ज़माने भर के ग़म या इक तेरा ग़म ये ग़म होगा तो कितने ग़म ना होंगे तेरी महफ़िल में... अगर तू इत्तिफ़ाक़न मिल भी जाये तेरी फुरक़त के सदमें कम ना होंगे तेरी महफ़िल में... दिलों की उलझनें बढ़ती रहेंगी अगर कुछ मशवरे बाहम ना होंगे तेरी महफ़िल में... 'हफ़ीज़' उनसे मैं जितना बदगुमाँ हूँ वो मुझसे इस क़दर बारहम ना होंगे तेरी महफ़िल में...
मोहब्बत करनेवाले कम ना होंगे
तेरी महफ़िल में लेकिन हम ना होंगे
ज़माने भर के ग़म या इक तेरा ग़म
ये ग़म होगा तो कितने ग़म ना होंगे
तेरी महफ़िल में...
अगर तू इत्तिफ़ाक़न मिल भी जाये
तेरी फुरक़त के सदमें कम ना होंगे
तेरी महफ़िल में...
दिलों की उलझनें बढ़ती रहेंगी
अगर कुछ मशवरे बाहम ना होंगे
तेरी महफ़िल में...
'हफ़ीज़' उनसे मैं जितना बदगुमाँ हूँ
वो मुझसे इस क़दर बारहम ना होंगे
तेरी महफ़िल में...