कुंड संस्कार एवम संक्षिप्त कुशकंडिका विधान

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  • เผยแพร่เมื่อ 25 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 16

  • @panditjimanastiwari452
    @panditjimanastiwari452 2 ปีที่แล้ว

    बड़े भाई को सादर प्रणाम

  • @narenssfj6499
    @narenssfj6499 ปีที่แล้ว

    Guru g bhut bhut dhanyawad bhut Sara Gyan share karne ke liye.....uttar ki taraf ka kiya hua karm kand dikhayi nhi Diya kyuki video paschim ki taraf se banaya gya hai or karm kand karne wale aacharya g se unka kiya hua karm dikhayi nhi Diya spasht

  • @ravaldilip3518
    @ravaldilip3518 10 หลายเดือนก่อน

    Very good Gruji

  • @prakirtikyoga8275
    @prakirtikyoga8275 4 หลายเดือนก่อน +1

    Acharya Ji kund me कुशा aasan jo diya h wo kitni kushaon ka hota h

  • @anubhavmishra6844
    @anubhavmishra6844 ปีที่แล้ว

    सुंदर । शोभनीयं ।

  • @shriganeshbhakt8136
    @shriganeshbhakt8136 ปีที่แล้ว

    Jaiho

  • @ravaldilip3518
    @ravaldilip3518 10 หลายเดือนก่อน

    Very good Gruji pdf file ho to rakhana Thanks 🙏

  • @SatyaTiwari-tu8lf
    @SatyaTiwari-tu8lf 8 หลายเดือนก่อน

    Bhai sahab jis kitab se Puja kara rahe hain kya is kitab ka naam bata sakte hain

  • @पंकृपाशंकरशास्त्री
    @पंकृपाशंकरशास्त्री 10 หลายเดือนก่อน

    प्रिय अनुज ज्ञानेश जी,
    स्थण्डिल पर कुण्डस्थ सभी देवताओं का आवाहन पूजनेत्यादि आवश्यक नही है। यह प्रक्रिया मात्र भूमि पर उत्खनन विधि से निर्मित कुण्ड पर ही करणीय है। पंचभू: संस्कार पूर्वक अग्नि स्थापन करके कुशकण्डिका पूर्ण कर सकते हैं।

    • @ShriKush-g2e
      @ShriKush-g2e หลายเดือนก่อน

      जी। किंतु कारणम

    • @केदारेगुरुजीज्योतिषमार्गदर्शन
      @केदारेगुरुजीज्योतिषमार्गदर्शन หลายเดือนก่อน

      वेदमुर्ती ज्ञानेश जी मै महाराष्ट्रसे हूँ । स्थंडिले केवल पंचभूसंस्कार ही कर सकते है । स्थंडिल को कहाँ पर ब्रम्हा विष्णु रुद्रावाहन करेंगे । कंठ योनि कहाँपर है । यदि यह कुछ नही है तो कैसे कर रहे हो । नवनिर्वाचित पंडीत जब यह सब शिक्षा प्राप्त करेंगे तो आप क्या शिक्षा प्रदान कर रहे है यह भी समझ लिजिये । अग्निपात्र मे लाना जरुरी है । आप दिपाग्नी ही दिखा रहे हो । दीपाग्नीका अलग अलग नाम होते है । प्रयोग करना है तो सत्य और संपूर्ण करे । प्रयोग जो पंडितजी बोल रहे है वह सत्य है लेकिन क्रीया गलत है । आप व्हिडीओ करिये ध्यान देकर करिये । आप जैसे ही सोशल मिडीयाका उपयोग कर कर गलत विधीयोंको समझा रहे है । जिस गुरु से आपने शिक्षा ले ली है उस गुरु का आप अपमान कर रहे है ।
      अब आगेसे पुन: सहि कर कर व्हिडीओ प्रसारित किजीये ध्यान दे ।

  • @VivekKumar-pw3di
    @VivekKumar-pw3di 3 หลายเดือนก่อน

    कुण्ड के नैऋत्य में वास्तु बलि है।
    वायव्य कोण में नहीं है।

    • @ShriKush-g2e
      @ShriKush-g2e หลายเดือนก่อน

      हां यह ठीक नहीं दिखा मुझे भी

  • @sohanlalghildiyal7843
    @sohanlalghildiyal7843 2 ปีที่แล้ว

    तिवारी जी अपना फौन नम्बर भेजाना