आम की लकड़ी से हवन करना क्यों गलत है | हवन कौन कौन से वृक्ष की लकड़ी से हो सकता है?
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- เผยแพร่เมื่อ 17 เม.ย. 2023
- आम की लकड़ी से हवन करना क्यों गलत है | हवन कौन कौन से वृक्ष की लकड़ी से हो सकता है?
"हिन्दुओं के सर्वोच्च गुरु जगद्गुरु शंकराचार्य भगवान् की जय"
इस वीडियो में आपको निम्न जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त होगा।
1. आम की लकड़ी से हवन करना क्यों गलत है?
2. हवन कौन कौन से वृक्ष की लकड़ी से हो सकता है?
3. कौन कौन से वृक्ष की लकड़ी का प्रयोग हवन में नही कर सकते?
जिज्ञासा समाधनकर्ता - आचार्य पं. राजेश राजौरिया वैदिक
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आपके प्रश्न
Your queries :-
हर हर महादेव
सभी हिंदू भाई ध्यान दें।
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आपका शास्त्रीय प्रमाण बहुत ही प्रासंगिक एवं शिक्षाप्रद है। मेरा बहुत सारे संसय समाप्त हो गये।
बहुत सुंदर बहुत सुंदर
हमारे धर्म ध्वजा आदरणीय आचार्य श्री के चरणों में प्रणाम हमे आशा है आप इसी प्रकार हम द्विजो को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे 🙏🙏🙏
चतुरभिश्च चतुरभिश्च द्वाभ्याम पंचभिरेवच ।भूयते च पुनरद्वाभ्यां तस्मै होमात्मने नमः।। ये हवन पध्दति में किस मंत्र के लिए बताया गया है,कृपया आचार्य जी मार्गदर्शन करें🙏
Apka gyan adhurahai
सादर चरण स्पर्श स्वीकार हो गुरुदेव
सुंदर मार्गदर्शन
गुरुजी प्रणाम ! सादर - चरण - स्पर्श !
Jai shree Radhe Krishna
🙏🏻❤️ महादेव महादेव महादेव ❤️🙏🏻
हर हर महादेव 🙏
प्रणाम करता हूँ🙏🙏🙏🙏
Jay Gurudev
हर हर महादेव 🙏🙏
Pranam guru ji
हर हर महादेव गुरुजी🙏🙏
दिव्यातिदिव्य जानकारी महाराजश्री
आपके चरणों में नमन
जय श्री राम
हर हर महादेव
महाराज श्री जय श्री राम
श्री मान जी धवलाम्र से आशय आम की एक किस्म सफेदा आम भी तो हो सकती है कृपया प्रकाश डालें
गुरुजी प्रणाम।
अगर मुझे अपने स्वर्गीय धर्म पत्नी के जमा पूंजी से मंदिर जीर्णोद्धार और अन्न दान करवाना है। जिसका पुण्यफल मेरी धर्मपत्नी को मीले। इसके लिए संकल्प और संकल्पा सिद्धि किस तरह से की जा सकती है कृपया मार्गदर्शन करें।
गुरुदेव आपसे मार्गदर्शन की जरूरत है।
वाराणसी क्षेत्र में पुरातन शिव मंदिर दो अलग-अलग गर्भगृह में दो अलग-अलग शिवलिंग स्थापित है। मंदिर डेढ़ सौ दो सौ साल पुराना है। उससे जीर्णोद्धार करने की जरूरत है। वह मंदिर किसने बनवाया ठीक से कोई इतिहास मालूम नहीं। क्या उसका जीर्णोद्धार करना सही या गलत? कृपया मार्गदर्शन करें!
हर हर महादेव जीर्णोद्धार किसका करना है मंदिर का या मूर्ति का शिवलिंग के जीर्णोद्धार पर विशेष विचार करना होगा परंतु यदि मंदिर का जीर्णोद्धार है तो हो सकता है
गुरु जी बहुत-बहुत धन्यवाद।
जीर्णोद्धार मंदिर का कराना है।
और एक खंडित नंदी महाराज की मूर्ति है। उसका क्या करें कृपया बताइए।।
प्रनाम।
गुरुजी आप जो कुछ भी बोल रहे हो कृपया उसको शॉर्टनोट बनाकर पोस्ट कर दीजिए हम आपके आभारी रहेंगे धन्यवाद।
उदाहरण केतौर पर कौन से पेड़ की लकड़ी वापस नहीं चाहिए कौन से पेड़ की लकड़ी नहीं वहांपर नहीं चाहिए और कौन से पेड़ की लकड़ी योग्य ना लड़ी मिलने पर उपयोग करसकते हैं आप यह डिस्क्रिप्शन में बातदीजिए हम सब आपके आभारीरहेंगे क्योंकि लोग आपको देखे बहुतहै मगर आपकी तरफ से शॉर्ट नोट नहींमिलता जो ठीकनहीं है आप उसे ठीक कीजिए आपका बहुत बहुतधन्यवाद
Pranamji
Hota he aam ki samidha se hawan hota he sabhi Puran shatra me he 🙄 aam Palash aak bel bad ki pipal ki jata samidha etc jo aap ne bataya he vo sabhi 🙏
🙏गुरुजी,
क्या गौकाष्ठ अथवा गोवर से बने समिधा के यज्ञ व हवन में उपयोग सही है ?
कृपया मार्गदर्शन करें।
बिलकुल सही
Jai shree radhy
Gurudev pranam aap se ek jigyasa hai ki manusy jeevan me guru deksha lena bahut jaroori hai isliye aap deeksha sabd ka artha tatha deeksha kisse Leni chahiye kripa karke bataiye🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुजी वो धवलां शब्द है , आम्र नहीं है ,आम तो शुभ है यह मना हो ही नहीं सकता। ऐसे भी वर्जित वृक्षों की कोटि में आम नहीं आ सकता
Aam ki lakri bahut shubh hote hai,ye murkh pt log kaha kaha se bat nikalte hai
हर हर महादेव आप इस वीडियो को दो-चार बार सुने इसमें निषेध भी गिनाए गए हैं और वे निषेध वचन शास्त्रों के हैं घर में नहीं बनाए गए आप कह रहे हैं कि वर्जित वृक्षों की कोठी में आम नहीं आ सकता क्यों नहीं आ सकता केवल आपके कहने से या शास्त्रों में ऐसा लिखा है शास्त्रों में ऐसा लिखा है तो आप हमें बताएं हम आचार्य जी को पूछेंगे अन्यथा ब्लॉक करना छोड़ो और शास्त्रीय बात को श्रद्धा पूर्वक स्वीकार करें आपको पुनः हर हर महादेव
कोई प्रमाण दीजिए आदरणीय!
आचार्य जी बिलकुल सत्य कह रहे है l क्योंकि सभी पुराणों या धर्म ग्रंथो में आम की लकड़ी का प्रमाण नहीं है l हर हर महादेव
Guruji Amrood ko le sakte hai ya nahi
💜 👀 💜
Guru ji aam ke patte to kalash me kyon lagate hain
हर हर हर हर महादेव
आम की लकड़ी से अवश्य हवन होता है गुरुदेव
श्रीमान, "होता है" और "होना चाहिए" मे अन्तर होता है।
HDD khatm hai....sach me kalyug aa gaya ...... Ab aise hi naye naye guru milenge....band kro ye sb bhram failana
महोदय आपने धव नाम के वृक्ष को बताया जो कि होता भी है लेकिन आपने धवलाम्र बोला है तो ल वर्ण कहां गया । मेरे हिसाब से इसका अर्थ होगा सफेद आम जो कि आम्र की एक प्रजाति है। आगे आपका विवेक
धव =धोक,धोकड़ा
कृपया शास्त्रीय प्रमाण दीजिए
Va
जो आम कि लकड़ी का प्रयोग यज्ञ मे करते है तो क्या हानि या नुकसान होगा है।
क्योंकि हमने बड़े बड़े यज्ञों मे आम कि लकड़ी का प्रयोग करते हुए देखा है।
shaadi mein jo Havan ke liye Lakadi Diya Jata Hai Mali deta hai ya NAV
🕉Aap Kaun se shankracharya hain ji❓Naam bataiye🕉
आप कंफ्यूज कर रहे है गुरुजी आप वीडियो न डाले ।पीपल बड़ nim in lakdiyon ko Hindu dharm me ja Lana warjit hai aap ko suru se hawan me उपयोग करते हैं जिसे आप वर्जित कर रहे हैं।।। वैसे ही प्रदिम मिस्र जी की शिव निर्मली k bare में बोल die jiske jariye Aaj des vides aur gali gali Ghar Ghar mahadew ki Puja ho rhi hai aur kitna bimari kast ka निवारण हो रहा है तो आप ।।।।।❤
बेलपत्र भी कांटेदार है जी,,शमी,,जाटी भी कांटेदार है जी,,ये तो प्रयोग होती है जी।😊😊
Kya sapnadosh se bharmcharya nasht hota he ya
नही
Chhaal wali samidha honi chahiye ya bina chhaal ki?
हो सकता है कि आम का वृक्ष भारत में बाद में आया हो ,,,,इसलिए इसका नाम नही होगा,,,वैसे इसकी समिधा प्रयोग की जाती हैं। जी ।😊
Padit ji
गुरू जी घर मे शिवलिंग रख सकते है ओर पुजा पश्चिम दिशा की ओर मुख करके पुजा कर सकते है
गुरुजी पीपल की लकड़ी ले सकते हैं क्या
Hawan karte samay patni ko Pati ke kis side bethna chahiye.
जब पुराण नहीं बने थे तव भी यज्ञ होते थे , इसलिए पुराणों से पूर्व के किसी ग्रन्थ का प्रमाण देना चाहिए, क्योंकि ये पुराण ग्रन्थ वेदों शास्त्रों के विरुद्ध हैं और पौराणिक ग्रन्थ कभी भी शास्त्र की श्रेणी नहीं आते !
यह ग़लत कह रहे हैं ऐसे किसी को भ्रम मे न डालें फेमस होने के लिये
हर हर महादेव इसमें कोई गलत नहीं है ना ही भ्रम फैला रहे हैं भ्रम में पड़े लोगों का भ्रमण निकाल रहे हैं आप भी उसी ब्रह्म के एक सदस्य हैं आप शास्त्र की बात को स्वीकार करिए इसमें कोई निषेध नहीं है ध्यान से मीमांसा करते हुए को सुनिए यह बच्चन शास्त्रों के एवं मीमांसा के तथा धर्म शास्त्र के विशेष आधार पर लिखा गया है यदि आपके पास कोई इसका प्रति प्रसव का वचन है तो आप अवश्य डालें अन्यथा अनर्गल प्रलाप ना करें
Satya Satya Satya
हवन के लिए पीपल का पेड़ काटना धर्म का काम है कोई पाप नहीं गुरुजी अस्पष्ट करें आज लोग भ्रम में पड़ गए ।।
पीपल को काटना महा पाप है, लेकिन जो अपने आप सुख जाए,तो फिर उन लकड़ी का हवन करना चाहिए
नवग्रह समिधा में पीपल का।उपयोग किया जाता हैं।जय श्री राम
Pipal ki lakdi havan ke liye Kati ja sakti hai.
अश्वत्थस्त्रोत में दिया हैं -
यज्ञार्थं छेदितेऽश्वत्थे ह्यक्षयं स्वगमाप्नुयात्
छिन्नो येन वृथा ऽश्वत्थश्छेदिताः पितृदेवता।
Drama
जब एक पैसे का ज्ञान भी न हो तो ज्ञान नही देना चाहिए।
पाखंडी😂
यह गलत बता रहे हैं. सबसे अच्छी आम की समिधा ही होती है.
मूर्खतापूर्ण टिप्पणी न करें। शास्त्र प्रमाण की बात करें
ये वीडियो केवल उन लोगों के लिए है जो सनातन धर्म में आस्था श्रद्धा विश्वास रखते हैं जिस वस्तु विषय के बारे में पता न हो तो बीच में नहीं कूदना चाहिए! तुम्हे नहीं मानना मत मानों कोई जबरदस्ती नहीं फालतू की टिप्पणी करने की कोई आवश्यकता नहीं पूज्य श्री गुरु जी ने सही कहा है शास्त्र सम्मत!!
For years we have done havan with wood of mango tree, and now you have come and given a new theory. What a tragic twist you are giving to Hindu rituals. Doob maro Panditji.
यह विडियो शास्त्रों को मानने वालों के लिए आपलोगों के समझ में नही आयेगा। पाखंड करने के लिए आम की लकड़ी जलाओ चाहे टायर जलाकर पाखंड करो तुम्हे किसने रोका है?
@@jsaps_org शास्त्र का तुझे ज्ञान नही ।
पाखंडी
Aapki Baat Sahi lagti
Mister, do you even know the meaning of the word "theory"? Theory is conjecture that needs to be proved by evidence. At least, he has adduced evidence from Shastras. What do you have except for your unconvincing riposte and "doob maro panditji" 😂😂😂😂. This is proof ki naam 'Ved' rakh lene se koi gyani nahi ho jata.
सत्य को जानने के लिये कबीर को जानना बहुत जरूरी है. Ritual के बाद spiritual होना बहुत जरूरी है. कर्मकांड से जीवन का लक्ष्य हासिल नहीं होगा. जीवन में पूर्ण सद्गुरु का होना बहुत आवश्यक है.
प्रेम से बोलो हर हर महादेव।।
रामपाल के भक्त हो लगता है आप
Kabir sujhta.Karpatriji kyon नहीं?
आपका ज्ञान अधूरा है.......
हर हर महादेव
हर हर महादेव