अह्हो भाग्य हमारा जो आप जैसे पूर्ण भारती हमारी मेघवंशी समाज में पैदा हुए बहुत बहुत धन्यवाद सच्ची मानव जीवन की कहानी सुनकर मुझे अपने आप और आप पर गर्व हुवा कोई इंसानियत सीखे तो आपसे,,,,🙏🙏🙏
Swami Puran Bharti ji Maharaj ji jai ho 🙏 एक आप ही मानवतावादी बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा वाले संत हैं जो सदैव पाखंडवाद की पोल खोलते रहते हो,,, मनुवादियों के षड्यंत्र, रूपी अंधविश्वास एवं पाखंडवाद के खिलाफ अंदभकतों को जागना पड़ेगा गुरुदेव,, अभी भी कुछ शिक्षित लोग ही अंधविश्वास पाखंडवाद को बढ़ावा दे रहे हैं,, लेकिन स्वामी जी आपके प्रयास समाज कल्याण के लिए सार्थक है, आपकी जय हो 🙏
नफरत करने का एक कारण है। जितनी नफरत होगी उतने ही ज्यादा इंसान मरेगें इस पृथ्वी का भार कैसे कम होगा आपस में मनुष्य लड़ लड़कर मर जाएंगे कुछ लोग कई बीमारियों से मर जाएंगे पृथ्वी भार काम करना है। पृथ्वी के ऊपर भार बहुत ज्यादा हो गया है। इसको कम कैसे करना होगा ऐसे ही तो कम होगा कम होने का और भी कई कारण है। अब मनुष्य बचेगा नहीं कई अकाल मोते होगी जो इंसान के समझ में नहीं आएगी इंसान यही सोचेगा ऐसे कैसे हो गया
सनातन धर्म सुन्य रह जाएगा तो इस पृथ्वी का नाश भी सुनते हो जाएगा इस भारत देश में एक ऐसी जाती है। जो ना हिंदू है ना मुसलमान है। है सनातन धर्म से ही है। लेकिन ना हिंदू है ना मुसलमान है। और सनातन धर्म का नाश कर रही है। और इस पृथ्वी से नाश उन्हीं का भी होगा जो सनातन धर्म का नाश कर रहा है। वो यह नहीं सोच की हम बच जाएंगे वो भी नहीं बचेंगे नाश उन्हीं का भी है।
भक्ति न होवे नाचे गाये भक्ति न होवे भगंवा वस्त्र लिए भक्ति न होवे सीखा साखी भक्ति न हो वे देखा देखी आप भी तो पैसे के लिए गाते संतो के पैसों क्या काम सब दिखावा करते
गुरुदेव जी लोगों को पूरी सच्चाई नहीं बताते हो जो पूरी सच्चाई है वह बताइए गुठले मत निगंलीए जैसे पिता की मृत्यु के बाद में पुत्र के पांच आदमियों में पगड़ी बंधाई की रस्म होती है। वैसे ही गुरु की पदवी चेले को दी जाती है। वैसे ही सभी कामों की अपनी अपनी जगह पर पदवीयां सोंपी जाती है। वैसे ही अपनी अपनी जगह पर गुरु का नाम मिलता है। वैसे ही गुरु की जाती चेले को अपनी अपनी जगह पर दी जाती है। वैसे ही जैसा पद है वैसा ही कार्य काम होता है। हर तरीके का एक मतलब नहीं है। सबका अलग अलग मतलब है।
जय हो सा
अह्हो भाग्य हमारा जो आप जैसे पूर्ण भारती हमारी मेघवंशी समाज में पैदा हुए बहुत बहुत धन्यवाद सच्ची मानव जीवन की कहानी सुनकर मुझे अपने आप और आप पर गर्व हुवा कोई इंसानियत सीखे तो आपसे,,,,🙏🙏🙏
Jai ho maraj ki
Jai ho Santo ke vicharo ki
ऊं नमो नारायण जागते रहो
Swami Puran Bharti ji Maharaj ji jai ho 🙏 एक आप ही मानवतावादी बाबा साहेब अंबेडकर की विचारधारा वाले संत हैं जो सदैव पाखंडवाद की पोल खोलते रहते हो,,, मनुवादियों के षड्यंत्र, रूपी अंधविश्वास एवं पाखंडवाद के खिलाफ अंदभकतों को जागना पड़ेगा गुरुदेव,, अभी भी कुछ शिक्षित लोग ही अंधविश्वास पाखंडवाद को बढ़ावा दे रहे हैं,, लेकिन स्वामी जी आपके प्रयास समाज कल्याण के लिए सार्थक है, आपकी जय हो 🙏
बहुत ही अच्छे
मानस तन अमोलक वाह क्या बात हें
जय हो
Kya bat hai , mast parvachan
Jay gurudev ji
Aapke Charanon Mein कोटि-कोटि Naman
Koty koty namn gurude ko
जय हो गुरुदेव आपके चरणो मे मैरा कोटि कोटि प्रणाम करता हूं
सत्य वचन दिया है गुरू जी आपने ❤
बहुत-बहुत धन्यवाद
पूर्ण भारती जी पाखंड को छोड़कर मानवता के प्रवचन कर रहे हैं इसी यथार्थ सत्संग के उपलक्ष में आपको बहुत बहुत बधाई
Bhaut Sanders hi
Jai sahib Kabir ki
वेरी नाइस
बहुत बहुत धन्यवाद आपके भजन ज्ञान को नमन
Rakesh.kumar.mourya,Jay.ho
जय श्री सच्चिदानंद सदगुरु माहाराज की जय
🙏🙏🌹🌹💝👣💝🌹🌹🙏🙏
Pwp oppopowp
सच है
❤
Po
Good
बहुत ही अच्छा भजन
Lp😅
🙏🙏🙏🌹🌹🙏🙏
नज गयान है
नफरत करने का एक कारण है। जितनी नफरत होगी उतने ही ज्यादा इंसान मरेगें इस पृथ्वी का भार कैसे कम होगा आपस में मनुष्य लड़ लड़कर मर जाएंगे कुछ लोग कई बीमारियों से मर जाएंगे पृथ्वी भार काम करना है। पृथ्वी के ऊपर भार बहुत ज्यादा हो गया है। इसको कम कैसे करना होगा ऐसे ही तो कम होगा कम होने का और भी कई कारण है। अब मनुष्य बचेगा नहीं कई अकाल मोते होगी
जो इंसान के समझ में नहीं आएगी
इंसान यही सोचेगा ऐसे कैसे हो गया
सनातन धर्म सुन्य रह जाएगा तो इस पृथ्वी का नाश भी सुनते हो जाएगा इस भारत देश में एक ऐसी जाती है। जो ना हिंदू है ना मुसलमान है। है सनातन धर्म से ही है। लेकिन ना हिंदू है ना मुसलमान है। और सनातन धर्म का नाश कर रही है। और इस पृथ्वी से नाश उन्हीं का भी होगा जो सनातन धर्म का नाश कर रहा है। वो यह नहीं सोच की हम बच जाएंगे वो भी नहीं बचेंगे नाश उन्हीं का भी है।
सायैबबदगि
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Purn Bharti ji kaha ke rahene Wale ha number bhejo baldevaram meghwal sikar
भक्ति न होवे नाचे गाये भक्ति न होवे भगंवा वस्त्र लिए भक्ति न होवे सीखा साखी भक्ति न हो वे देखा देखी आप भी तो पैसे के लिए गाते संतो के पैसों क्या काम सब दिखावा करते
गुरुदेव जी लोगों को पूरी सच्चाई नहीं बताते हो जो पूरी सच्चाई है वह बताइए गुठले मत निगंलीए जैसे पिता की मृत्यु के बाद में पुत्र के पांच आदमियों में पगड़ी बंधाई की रस्म होती है। वैसे ही गुरु की पदवी चेले को दी जाती है। वैसे ही सभी कामों की अपनी अपनी जगह पर पदवीयां सोंपी जाती है। वैसे ही अपनी अपनी जगह पर गुरु का नाम मिलता है। वैसे ही गुरु की जाती चेले को अपनी अपनी जगह पर दी जाती है। वैसे ही जैसा पद है वैसा ही कार्य काम होता है। हर तरीके का एक मतलब नहीं है। सबका अलग अलग मतलब है।
Jai ho guru devo ki
Jai ho❤😊
जय हो