सर क्या प्रगतिशील विचारधारा और मार्क्सवादी विचारधारा एक ही होती है यदि नहीं तो 1 . गोदान उपन्यास में प्रेमचंद के मार्क्सवादी विचारधारा का वाहक कौन है ? 2. गोदान उपन्यास में प्रेमचंद के प्रगतिशील विचारधारा का वाहक कौन है ?
समानताएं एवं अंतर दोनों होता है। प्रगतिशील और मार्क्सवादी विचारधारा में कुछ समानताएं हैं, परंतु उनके दृष्टिकोण और उद्देश्यों में महत्वपूर्ण अंतर हैं। प्रगतिशील विचारधारा व्यापक सुधार की बात करती है, जबकि मार्क्सवादी विचारधारा आर्थिक क्रांति पर जोर देती है। दोनों का लक्ष्य एक न्यायसंगत और समान समाज की स्थापना है, लेकिन उनके तरीकों और साधनों में भिन्नता है। जॉइन टेलग्रैम चैनल वहाँ इक्स्प्लैन कर क्वे एक आर्टिकल लिख देता हूँ
Very nice sir be continue
yep
सर क्या प्रगतिशील विचारधारा और मार्क्सवादी विचारधारा एक ही होती है
यदि नहीं तो
1 . गोदान उपन्यास में प्रेमचंद के मार्क्सवादी विचारधारा का वाहक कौन है ?
2. गोदान उपन्यास में प्रेमचंद के प्रगतिशील विचारधारा का वाहक कौन है ?
समानताएं एवं अंतर दोनों होता है।
प्रगतिशील और मार्क्सवादी विचारधारा में कुछ समानताएं हैं, परंतु उनके दृष्टिकोण और उद्देश्यों में महत्वपूर्ण अंतर हैं। प्रगतिशील विचारधारा व्यापक सुधार की बात करती है, जबकि मार्क्सवादी विचारधारा आर्थिक क्रांति पर जोर देती है। दोनों का लक्ष्य एक न्यायसंगत और समान समाज की स्थापना है, लेकिन उनके तरीकों और साधनों में भिन्नता है।
जॉइन टेलग्रैम चैनल वहाँ इक्स्प्लैन कर क्वे एक आर्टिकल लिख देता हूँ
Soje वतन जो कहानी है अंग्रेजों ने इसे जप्त कर लिया था
yep
2 hi kunwa tha.gangi gaon ke gaddhe se pani bharti thi.
EXPLAIN KAR DIYA HAI 3 KYUN HAI
LISTEN AGAIN