सर्प सूक्त स्तोत्र का महत्व | Sarpa Suktam | अर्था । आध्यात्मिक विचार
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- เผยแพร่เมื่อ 3 ส.ค. 2017
- सर्प दोष या नाग दोष का निवारण पाने के लिए सबसे प्रचलित मंत्रो में से एक है सर्प सूक्त स्तोत्र। इस वीडियो में हम आपको इस स्तोत्र का महत्व बता रहे ह
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१ कृष्ण यजुर्वेद में उल्लेखित सर्प सूक्त स्तोत्र जिसे नाग स्तोत्र भी कहा जाता है सर्प पूजन का संस्कृत स्तवन है
२ यह नौ हिंदू सर्प देवताओं को समर्पित एक शक्तिशाली प्रार्थना है। यह नौ सर्प देवता है:अनंत, वासुकी, पद्मनाभ, शेष, कम्बाला, शंखपाल, दृतराष्ट्र, तक्षश और कालिया
३ ये सर्प मंत्र दो प्रकार के होते है, एक सर्पों के लिए और दूसरा नक्षत्रों के लिए जिसे नक्षत्र सूक्त मंत्र भी कहा जाता है
४ प्राचीन वैदिक ज्योतिष के अनुसार अगर किसी के जन्म कुंडली में सर्प दोष या नाग दोष का उल्लेख होता है तो उन्हें इस मंत्र का पठन करने के लिए सूचित किया जाता है
५ कुछ ब्राह्मण पुजारी, नाग देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए सर्प मंत्र की शुरुवात इस श्लोक से करते है:
ऊँ नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु ।
ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नम ।।
येऽदोरोचेन दिवो ये वा सुर्यस्य रश्मिषु ।
येषामप्सु सदः कृतं तेभ्यः सर्पेभ्यो नमः ।।
६ माना जाता है कि ये मंत्र नकारात्मक प्रभावों को दूर कर उनसे संरक्षण दिलाते है
७ यहाँ हम आपको सर्प सूक्त स्तोत्र के विशिष्ट पदों को बता रहे है
ब्रह्मलोकेषु ये सर्पा शेषनाग परोगमा: ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।। १ ।।
इन्द्रलोकेषु ये सर्पा: वासुकि प्रमुखाद्य: ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।। २ ।।
८ आपको यह वीडियो कैसा लगा हमें कमेंट बॉक्स में बताये और ऐसे भक्तिपूर्ण वीडियो देखने के लिए देखते रहे अर्था चॅनेल
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Jinke bhee sarp dosh hai..us har vyakti ko..Bholenath Bhagwan Adiyogi Shiv kee Poori Janm se Mrityu tak...Aradhna karni chahiye...Adiyogi..hain...Mahaan se Bhee Mahantum...Om Namah Shivay..jap..prem se plus...Om Triymbkm ka jaap...yeh mera Swaym ka anubhav hai jaancha parkha huaa🙏🏻🕉️💯🔥🦁🙏🏻🕉️Hari Om Tatsatt🙏🏻🕉️🦁🙏🏻🕉️. Bhagwan se pyar Karo...buss...🐬🌀🐬😁💯💯😘😘😘✌🏼💃✌🏼🔥💯😘😘😘😘😇Love you God
Same here..
JAI SHREE NAAGDEV JI
बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सादर प्रणाम,आभार
naag devta ki jai
you gave very nice information 🙏
🙏🏻🕉️Om Namah Shivaay🙏🏻🕉️
Sarp Mantra ||
Om Namostu Sarpebhyo Ye Ke Cha Prithiveemanu Ye Antrikshe Ye Divi Tebhyah Sarpebhyo Namah ||
ऊँ नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नम।।'
| Kaal Sarp Mantra ||
Om Kraung Namo Astu Sarpebhyo Kaalsarp Shanti Kuru Kuru Swaha ||
ऊँ क्रौं नमो अस्तु सर्पेभ्यो कालसर्प शांति कुरु-कुरु स्वाहा।।
Sarp Mantra ||
Om Namostu Sarpebhyo Ye Ke Cha Prithiveemanu Ye Antrikshe Ye Divi Tebhyah Sarpebhyo Namah ||
ऊँ नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नम।।'
More Kalsarp Mantra
Kaal Sarp Mantra
Om Kraung Namo Astu Sarpebhyo Kaalsarp Shanti Kuru Kuru Swaha ||
ऊँ क्रौं नमो अस्तु सर्पेभ्यो कालसर्प शांति कुरु-कुरु स्वाहा।।
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Sarp Mantra
Om Namostu Sarpebhyo Ye Ke Cha Prithiveemanu Ye Antrikshe Ye Divi Tebhyah Sarpebhyo Namah ||
ऊँ नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीमनु ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नम।।'
Sarp Beej Mantra
Om Sarpebhyo Namah ||
ऊँ सर्पेभ्यो नमः।।
Very nice ATI Uttam.
Uttam Gyan.
thanks for Artha
ब्रह्मलोकेषु ये सर्पा शेषनाग परोगमा:।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।1।।
इन्द्रलोकेषु ये सर्पा: वासुकि प्रमुखाद्य:।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।2।।
कद्रवेयश्च ये सर्पा: मातृभक्ति परायणा।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।3।।
इन्द्रलोकेषु ये सर्पा: तक्षका प्रमुखाद्य।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।4।।
सत्यलोकेषु ये सर्पा: वासुकिना च रक्षिता।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।5।।
मलये चैव ये सर्पा: कर्कोटक प्रमुखाद्य।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।6।।
पृथिव्यां चैव ये सर्पा: ये साकेत वासिता।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।7।।
सर्वग्रामेषु ये सर्पा: वसंतिषु संच्छिता।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।8।।
ग्रामे वा यदि वारण्ये ये सर्पप्रचरन्ति।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।9।।
समुद्रतीरे ये सर्पाये सर्पा जंलवासिन:।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।10।।
रसातलेषु ये सर्पा: अनन्तादि महाबला:।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा।।11
बहोत सुंदर
👏👏👏👏
Thank you for the information 🙏🙏🙏
Greattt
Om namah Shivaya
Nice.Informative.
Video bahut sunder he.
Good explenation
Ati manbhavan, Jai Navnag Devay Namah 🙏
सर्पसुक्त अत्यंत तरी आपले अभिनंदन कधी तरी आपले अभिनंदन समर्पक पणे आणिसुचक पद्धतीने आपण दिलेले आहे
JAI SHREE NAAGDEV JI
🕉🌺🌺🌺🌺🌺🌻🌻🌾🌾🌷🌷💵💵🧲🧲🙏🙏🕉
Har Har mahadev 🕉️
Jai naag devta ki 🐍
अच्छा लगा जी
Thank you so much 🙏
Jai Mata di
Awesome 🙏
Thanq so much
बहुत अच्छा
बहूतबढीयाजयनागदेवता
Om namah shivay Ram Ram ji 🙏🙏
Achha Laga
👌 thank you 🙏🏽🙏🏽🙏🏽
बहुत ही अच्छा,एवं उच्चारण सुस्पष्ट।
देख कर भी सही नही पड़ा सर
Accha laga
Thanks
જય શ્રી સ્વામિનારાયણ.
Jai ho naag devta ki
Jay Shri Krushna.
Very very nice
ॐ नमः शिवाय !
❤️🙏
👣🙏
सूदर ऊतम
Super 🙏
Very good 👌
Jay Naga Bhagwan ki Jay,om namah shivaya 🙏🙏🙏🌹🌹🌹👌👌👌✌️
Navnaagdevataay namah. 🙏🙏🙏
1no
🙏🙏🙏
Superb
🙏
Nagdevta tumhari Jai Ho
Jay Sri Nag Dev ji ki sa
🕉️ Nagendraya Namo namaha 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🐍🌺 🕉️🐍🐍🐍🐍🐍🐍🐍🐍🐍🌼🌺🌿🏵️🌻🌸🌼🌺🌿🌻🌸🌼🌺🌿🏵️🌻🌸🔥🌼🔔🔔🕉️🕉️🌼🌺🌿🏵️🌻🌸🤧
💐💐🙏
accha
🙏🙏🙏🙏🙏
💐💐💐💐💐🙏
Namaste.. I loved the mantra ..Please aap sirf Mantro ka Vdo bana sakte hai . and make a loop .for 108 times..
thank u
Thank u sir.
Mast
Nice
♈🙏🙏
Ar vi shap ea jo nag dabta ki pathar ki murit han yea kia ap ka pas milaga plz bata deyagaga
Sarp gaytri mantra ka vidhan pr bhi ek video banao please
Bahut acha laga kya aap bata sakte hai ki enki sadhna kaise hoti hai and diksha lena padega kya
Sri Nagadevathabhyo Namaha
Kaliya nag ke bare me jankari
Jai naag devta
♈❤️❤️
Sarpa Suktam from Rigveda. Please iska bhi meaning bataney ki kripa karein.
I ❤️ nag devta
Jaymamanasa
1:15
Kaal sarp yani ek samay jo sarp ki samaan lammbe samay sey jatak k purey jiwan bhar yaani aant kaal tak dis utpan banay rkhata hai us ko upajney nahi deta wo kal sarp hai is my jatak mirit manusy k samaan jiwan wayatit krta hai is my waha jatak purn rup sey kichi bhi sataan par sampurn nahi hota dikhay deta hai us k kiye karaay par paani fir jata hai
জয় বাবা 🙏🙏🏵️🏵️
Nag kachri hoy to kaya karna chahiye?
See " TheNeilriver " channel in TH-cam to see 200 videos of appearance of snake gods in sky.
Nag dhevatha 9 sarpa dhevatha shlok hayitho bhathaye
Hamari
IT'S KAMBAL. AND TAKSHAK .
Nagdevta Harsh ke dosh dur karo
Sarvajana sukanti bhavtu
नागपंचमी पर श्री सर्प सूक्त का पाठ करने से कालसर्प दोष से मिलती है राहत
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नागपंचमी पर श्री सर्प सूक्त का पाठ करने से कालसर्प दोष से मिलती है राहत
सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथी को हिन्दू धर्म में नागपंचमी पर्व के रूप में मनाया जाता हैं । इस दिन भगवान शिव के गले का आभूषण नागदेवता की विशेष पूजा की जाती हैं । कहा जाता है कि इस नागपंचमी के दिन श्री सर्प सूक्त का पाठ करने से कालसर्प दोष से पीडित जातकों को बहुत लाभ मिलता हैं ।
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में कालसर्प योग है, उसने उसके निवारण के लिए अनेक उपाय भी कर लिए उसके बाद भी कालसर्प दोष से होने वाली परेशानियों से छूटकारा नहीं मिल पा रहा है तो, ऐसे व्यक्ति घबराएं नहीं बल्की सावन माह में पड़ने वाले नागपंचमी पर्व के दिन नाग देवता की इस वंदना को नियमित रूप से करने से शीघ्र लाभ होने लगता हैं । इसके आलावा भी जीवन में अन्य कोई और भी समस्या हो तो उन्में भी सर्प सूक्त का पाठ करने से राहत मिलती हैं ।
।। श्री सर्प सूक्त का पाठ ।।
1- ब्रह्मलोकेषु ये सर्पा शेषनाग परोगमा: ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा
इन्द्रलोकेषु ये सर्पा: वासुकि प्रमुखाद्य: ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा
2- कद्रवेयश्च ये सर्पा: मातृभक्ति परायणा ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
इन्द्रलोकेषु ये सर्पा: तक्षका प्रमुखाद्य ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
3- सत्यलोकेषु ये सर्पा: वासुकिना च रक्षिता ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
मलये चैव ये सर्पा: कर्कोटक प्रमुखाद्य ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
4- पृथिव्यां चैव ये सर्पा: ये साकेत वासिता ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
सर्वग्रामेषु ये सर्पा: वसंतिषु संच्छिता ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
5- ग्रामे वा यदि वारण्ये ये सर्पप्रचरन्ति ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
समुद्रतीरे ये सर्पाये सर्पा जंलवासिन: ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
6- रसातलेषु ये सर्पा: अनन्तादि महाबला: ।
नमोस्तुतेभ्य: सर्पेभ्य: सुप्रीतो मम सर्वदा ।।
* इति श्री सर्प सूक्त पाठ समाप्त *
Pura sarp sult ka path nahi kiya he.
Incomplete sarpa sukta
Hamare doosron ko dur karo
देख कर तो सही पडो सर
It is incomplete stotra.
इसमें आप फालतू की बातें बोलते रहे आपने पूरे स्तोत्र का पाठ कहां करा दो लाइन बोलकर बंद हो गए
JAI SHREE NAAGDEV JI
JAI SHREE NAAGDEV JI
🕉🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌻🌻🌾🌾🌷🌷💵💵🧲🧲🙏🙏🕉