बहुत बहुत धन्यवाद पंडित जी 🙏🙏 बहुत ही अच्छे से आपने आरती का विधान बताया और बहुत ही ज्ञानवर्धक बातें आपने बताई, बहुत ही आभार पंडित महाराज जी आपका 🙏 जय हिन्द पंडित जी 🙏
नहीं करना चाहिए..क्यों कि दान का जब संकल्प होता है तब राहु और शनि के लिये किया जाता है भले ही सफेद क्यों न हो क्यों कि धान्य के भी अधिपति देवता होते हैं...
नमो नारायण प्रभु जी वैसे तो पूरे भारतवर्ष में मुख्य रूप से दिवाली पर भगवती लक्ष्मी की पूजा की जाती है परंतु हमारे क्षेत्र में मुख्य रूप से भगवती काली का विधान है देवी लक्ष्मी की पूजा शरद पूर्णिमा के दिन बहुत भव्य रुप से की जाती है परंतु दिवाली पर देवि कालीकी पूजा होती है वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस साल हम माननीय श्री पुरोहित जी को घर में नहीं भुला पा रहे हैं निवेदन है आप हमारी कुछ मदद कीजिए और दिवाली से पूर्व भगवती काली की विधिवत पूजन एवं हवन की विधि बताने का कष्ट करें समय बहुत कम है और हो सकता है कि आपको सुविधा ना हो पड़े परंतु आपसे यह निवेदन था जो आपके सामने प्रस्तुत है नमो नारायण हरि ओम
Yeah🥳🥳🥳🥳🥳🥳 Main pehli viewer hoon is video ki🙂🙂🙂🙂 #Like_Share_subscribe_The_PoojaPath_Channel_N_positive_Aur_Protsahit_Karne_Waale_Comments_Karein👍👍 #JaiSanatanDharm🙂 Mo Sam Deen Na Deen Hit tum saman Raghuveer As Vichaar Raghuvanshmani Harahun Visam Bhava Bheer😊😊😊👍🙂🙏🙏#JaiSiyaRam🙏 Karpoor Gauram Karunavataram Sansaarsaram Bhujgendra Haram Sada Vasantam Hridyaarvinde Bhavam Bhawani Sahitam Namami🙏🙏😊😊🙂 #JaiMaaGauraRaniSahitShivaShankar🙏🙏🙂 #HarHarMahadeva🙏
Pandit ji ek urgent prashna hain kripya uttar dijiye 🙏🏻 Ghar mein kaha par dhwaja lagana chahiye aur kitna measurement hona chahiye dhwaja aur uske pole ka. Saath hi kis direction mein lagana hain. Pandit ji iska uttar ati avashyak hain.
@@poojapath bahut bahut dhanyawad pandit ji. Bhagwan ka aashirwad wad dekhiye maine bhi 7 hanth ka pole kharida aur kesariya dhwaja jispar OM ki akriti bani hui hain. Saath hi ishan kon mein lagane wala tha. Kehte hain na jaise logon ke saath raho waisa hone lagta hain. Aapse judne ke baad kai sare badlav kiye aur bahut si nayi cheeze sikhne ko mili. Jai shree ram 🙏🏻🕉️ 🚩
पूजा में कुछ वस्तुएं ऐसि होती है जिनके स्पर्श से हमारा हाथ झूठा मान लिया जाता है जैसे आचमन करने के बाद यज्ञोपवीत,और वस्त्र चढ़ाने के बाद धूप दीप का स्पर्श करने के बाद शंख बजाने के बाद आरती करने और आरती लेने के बाद आप जो कह रहे हैं वो भ्रम के कारण है असल में ये होता है की पूजा आदि करने के बाद स्नान नही करना चाहिये हाथ धोने में कोई दीक्कत नही है यदि आप चरणामृत लेते हैं प्रसाद लेते हैं तो क्या खाने के बाद आप हाथ नही धोयेंगे??? जय माँ भगवती 🙏
Plz pandit ji ek samsya ka samadhan aur bataiye ki pichle saal humne chandi ke laxmi ji and ganesh ji liye the....kya har saal hme naye lene padenge..gifted murti ki pooja kar sakte hai
@@guptasurbhigarima नही नही आप उन्ही चांदी के लक्ष्मी गणेश की पूजा करें नए की कोई आवश्यकता नही है Gifted agr किसी धातु की जैसे चांदी,पीतल,ताम्बा,कांसा आदि की हो तो अवश्य कर सकते है मिट्टी या धातु की मूर्ति पर ज़्यादा importance दे pop की मूर्ति की पूजा न ही करें तो अच्छा है
Pandit ji puja me Mai do diye parjowalit Karti Hun ghhee or Tel Ka par Kaha Jata h sabse pehle Dipak jalaye Jata h par panchoupchar puja me Tilak or puspa k baad Dipak dikhya Jata h to kya kare please mujhe bataye
दीपक के दो प्रकार है.... पहला कर्म साक्षी दीपक जो आचमन मार्जन कर के सबसे पहले जला दिया जाता है और अग्नि देव का गंध अक्षत पुष्प से पूजन कर हमारे पूजन कर्म के साक्षी होने के लिए प्रार्थना की जाती है यह दीपक पूजन पूर्ण होने तक अनवरत रूप से जलना चाहिए....... आप जिस दीपक की बात कर रहे हैं वो उपचार का दीपक होता है जो की पंच उपचार में चौथा उपचार होता है उसका अनवरत रूप से जलना अनिवार्य नही है जब धूप के बाद दीपक का क्रम आवे तो एक दीपक प्रज्वलित कर देवता को दिखाना चाहिए.... गंध (तिलक ) पुष्प धूप दीप नैवेद्य.... यह पंच उपचार का क्रम hai
@@poojapath विवाह की थाली अलग प्रकार से घुमाई जाती है ओर देवताओं के आगे अगरबती ओर आरती थाली आदि भी अलग अलग इस सम्बन्ध में वीडियो बनाकर मुझे लिंक भेजने का कष्ट करे।
ऐसा कुछ नही है,आरती ज़रूर करना चाहिये पूजा में जो भी कमी रह जाती हैं वो आरती कर लेने से पूर्ण हो जाती हैं यह भगवान शिव का कथन है पार्वती जी को आरती,के बिना पूजन पूर्ण नही होता सुनी सुनाई बातों पर विश्वास मत करिए जिस घर में भगवान विष्णु,राम,कृष्ण लड्डू गोपाल जी की पूजा होती है वहाँ माँ भगवती लक्ष्मी स्थाई स्वरूप से वास करती हैं कही नही जाती भ्रम ना पाले आरती ज़रूर करना चाहिये
यदि आप यम के दीप दान के बारे में पूछ रही हैं तो आप ऐसा कर सकते है की वहाँ पर यदि मंदिर हो अगर आप वहा जा पाए तो वहाँ पर ही अगर दीप जलाने की सुविधा हो तो मंदिर में ही यम के लिए दक्षिण मुखि दीपक जला के आवे अगर वहाँ भी ना जला पावें तो भी कोई बात नही जहां पर security allow नही करती तो इसमें आपका कोई दोष नही है पर यम का दीपक घर के अंदर कभी नही जलाना चाहिये और यदि साधारण दीपावली के दीयों की बात है तो आप अपने flat में तो सावधानी से जला ही सकती है,पूजा घर,और सब जगह जय माँ भगवती
@@MaulinAgrawal1217 यदि सामर्थ्य और व्यवस्था होने के बाद भी हम केवल आलस्य की वजह से पूजन के नियमों का पालन नही करते तो हमे दोष लगता है...... जब इच्छा होते हुए भी व्यवस्था ना हो तो कोई दोष नही लगता यदि व्यवस्था ही नही है तो यम दीपदान छोड़ा जा सकता है... जो कर सकें वही करना चाहिये
नमस्कार पंडितजी। एक विषय बहुत बार सुनने को मिला जिसके बारे में आपसे जानना चाहता हु। क्या अब्राह्मण यानि जनेऊ न हो तो क्या केवल धूप दीप से ही पूजा तथा आरती करना चाहिए भोग भोजन केवल जनेऊ धारी ब्राहण को ही करना चाहिए? धूप दीप भी पूजा नैवेद्य समान ही है वैसे और निर्माल्य भी। तो क्या अब्राह्मण को केवल धूप दीप पूजन ही करना चाहिए क्यों के कई जगह यह उल्लेख भी देखा है कि भोजन निवेदन ब्राह्मण को ही करना चाहिए। अर्थात अब्राह्मण पूजा पद्धति में क्या पुष्प धूप दीप अक्षत ही चढ़ाया जा सकता है भोग भोजन नहीं। वैसे गंध पुष्प धूप के पूजा का भी उल्लेख मिलता है कई पुराण में। यह बात मैंने बनारस में भी सुनी है। इस पर आपके विचार अवश्य बताने कि कष्ट करें पंडितजी।
@@amitandubiswas वह भोजन का भोग लगाने के बारे में है... जो हम खाते हैं बिना लहसुन प्याज़ का सात्विक दाल भात रोटी सब्जी इत्यादि...... जब केवल सेवा भाव से भगवान को भोजन करवाने का भाव है तो कोई भी भक्त भोग लगा सकता है... परंतु जब हम कर्म कांड के अंतर्गत देवता को नैवेद्य अर्पित करते हैं तो उस भोजन को विशेष मंत्रों द्वारा शुद्ध किया जाता है.... अनेक प्रकार की हस्त मुद्राएँ दिखा कर एक विशेष विधि द्वारा भोग लगाया जाता है जो केवल ब्राह्मण द्वारा ही संभव है... अन्य लोग भाव से सात्विक भोजन समर्पित कर सकते है... और बात रही उसके शोधन की तो भगवान नेत्रों से भी भोग लगाते हैं भगवान की दृष्टि पड़ने मात्र से वह वस्तु पवित्र हो जाती है.... भगवान सर्व सामर्थ्य वान हैं कोई परेशानी नही है
Guru ji bahut sare log kahte hai ki pooja Mai 2 diye jalane chahiye 1 sachya ke liye doosra Aarti ke liye . kya ye Sahi hai . kyonki Mai 5 Aarti gati hoon agar Kapoor SE Aarti karoongi to vo jaldi bujh Jata hai. Kya Karoo please bataye.
Pandit ji iskcon mandir mai alag prakar se aarti hoti hai.. mai bangali hun humare rituals mai bhi aarti alag prakar se hai.. jaise ki phaile panchdeep fir kapoor se tatpachat agarbati, fir vastra, fir shankh, fir chamor ityadi se.. aise kiu
Yaha par pandit ji ne saadharan aarti btaai hai jo sab kar sakte hai Aap jo prakaar bata rhe hai vo aarti ka ek prakaar hai hamaare rituals mai bahut vistaar se alag alag tarike se bhagwaan ki aarti hoti hai Jo aapne bataaya use saptaarti kahte hai matlb aarti with seven items - Dhoop Panchdeep Kapur Jal wala shankh Vastra Pushp Chaamor Aai rokum panch aartio aache - Aai mode paach jeenesh niye aaroti kora hauye - Paunchdeep Jol bhora shaunkho Baostro Phul ar Chaamor Aaie vdo mode paundit ji je bidhi bornon korechen taai bidhio aaroti kora hauye Jodi aapan kaache chamor,shankho Aei gulo jeenesh aahe taai aapni jei rokum jeegesh korlen taai bidhio aaroti kotre paarben kauno aushubidha naue
Eta Sapta dravya aarati. Depend kore onek jinisher upor. Lokachar kulachar ba gurudev er shikkhar upor nirbhar kore. Also, nijer upor nirbhar kore, apnar seva korar samarthya r poristhiti ki ache, apni kon puja paddhati follow koren. Example: Ami Shankaracharya math (Kanchipuram) er paddhati follow kori. Okhane matro deepmala r karpur diye aarati kora hoy r chamor raj-upchar er category te pore.
*श्री सीताराम* आचार्य जी प्रणाम 🙏 मैने एक पोस्ट पढ़ी जिसमे उल्लेख आया कि हवन,यज्ञ आदि में आम की लकड़ी का प्रयोग नही करना चाहिए यह वर्जित है, उसमे कुछ प्रमाण भी दिए गये थे क्या ये सही है कि आम की लकड़ी का प्रयोग हवनादि में नही करना चाहिए? या आम की लकड़ी का हवन में प्रयोग होता हैं तो उसका कोई प्रमाण है क्या? 🙏🙏
@@poojapath पूज्य आचार्य जी कृपा कर इस सम्बंध में भी एक वीडियो बनाने की कृपा करें क्योंकि बड़े बड़े विद्वानों को मैंने आम की लकड़ी में हवन और यज्ञ आदि कराते देखा है,और देखा क्या है मैने स्वयं ने भी यह किया हैं पर जब आज पता चला कि यह तो अशास्त्रीय है,पर जब जागे तभी सबेरा हैं आगे से ऐसा नही होगा 🙏
@@poojapath हा भैया जी ज़रूर बनाए क्योकी जब हम बोलेगे की यह वर्जित है तो प्रमाण भी माँगते हैं लोग शिव जी पर तुलसी चढ़ना चाहिए इस्पर अक्सर मेरा विवाद हुआ करता है लोगो से प्रमाण भी देना पड़ता है और समझाना भी पड़ता है लोगो को
@@Bhargava-abhi.7869 पलाश पीपल बरगद आदि की लकड़ी प्रशस्त की गई है...... बबूल आदि का निषेध किया गया है परंतु आम की लकड़ी का ना तो समर्थन किया गया है ना ही निषेध..... मैंने कई विद्वानों से सुना है की जो वस्तुएं ना प्रशस्त हो ना ही निषेध हों ऐसि वस्तुओं को मध्यम वर्गीय मानना चाहिए..... और जब प्रशस्त वस्तुओं का अभाव हो तो इन मध्यम वर्गीय वस्तुओं का प्रयोग पूजन आदि कार्य में कर लेना चाहिए... परंतु निषेध वस्तुओं का प्रयोग कदापि ना करें..........
ब्राह्मण देव इस जानकारी के लिए आपको कोटि-कोटि धन्यवाद
#asanpuja
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
नमस्कार पंडित जी....आप हर विडियो मे पुजा से संबंधित जो भी जानकारी देते हैं ...........वह काबिले तारीफ हैं 👏👌👌👌👌👌👌👌👌आपकका शुक्रिया🙏🌷🌷🌹🌹🎁🎁💚💚🌾🌾
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
Hare Krishna hare Krishna Krishna Krishna hare hare hare ram hare ram ram ram hare hare
त्रैलोक्य व्यापिने ज्वाला!
ज्वाला देव्यै नमोस्तुते!!!
@@olives600 किस कारण भैया जी??
@@olives600 अरे.....😊😊😊जय माँ भगवती
बहुत बहुत धन्यवाद पंडित जी 🙏🙏 बहुत ही अच्छे से आपने आरती का विधान बताया और बहुत ही ज्ञानवर्धक बातें आपने बताई, बहुत ही आभार पंडित महाराज जी आपका 🙏 जय हिन्द पंडित जी 🙏
Her her mahadev pandit ji 🙏🏻🙏🏻 bahut achcha bataya aapne 🙏🏻 lakshmi pujan kis din h kripaya bataye 🙏🏻
14
@@poojapath 🙏🏻🙏🏻
@@poojapath 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
जय जय सियाराम अति महत्वपूर्ण जानकारी पंडित जी धन्यवाद
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
@@poojapath daily puja kese Kare PL upload video
Bhut pasand aai humko to 🙏🙏
आपको बहुत बहुत धन्यवाद पंडित जी 🙏
Har har Mahadev 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🙏🙏 Dhanyawad Guru ji🙏🙏🙏
Shriman acharya ji Dhanyavad is ati ayashyak jankari ka liya . Apka koti koti Pranam.
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
Dhanyawad Panditji..aisi channel TH-cam per Paheli baar dekhi.jo apne dharm ke baare me sacchi jaankaari deti hai,.very useful.🙏🙏
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
Mad
जय जय सियाराम 🙏💐🙏💐 गुरुजी माचिस पर ट्रेन बनी हुई है.
आशीर्वाद आप सभी को पंडित जी। बहुत सही
Veery.veery veery veery.veery nice
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
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धन्यवाद...
Radhe Radhe
Har har mahadev
कोटि कोटि नमन 🙏
Guruji video bahut sundar tha
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
Jay MA Kali mahadev
Jai sai ram ji 🙏🙏
प्रणाम गुरु जी
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
🙏🕉️ nmo bhagwate vasudevay namah 🙏💐🌹🚩👋
Gurudev sadar prnam..Guru ji shree Hanuman ji ki puja vidhi ke bare m jankare Dene ke krapa karen
राधे राधे पंडित जी
Swastik banate time jo mantra bola usko screen pe dijiye taki screen shot le sake Or kapoor ka bhi 🙏🙏👌👌💐💐 superb information
Classjagur🔜🔛🔛
+
Mangos
Om namah shivay maharaj ji
ॐ शूभम करोति कल्याणम, आरोग्यम धन: सम्पदाम,
आत्मज्योति प्रकाशाय, दीपज्योति नमोस्तुते।।
गुरु जी कृपया पशुपतिनाथ व्रत के विषय में बताएं🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
क्या शुक्र और चंद्र के आसन हेतु सफ़ेद चावल की जगह सफ़ेद तिल का प्रयोग कर सकते है क्या???
नहीं करना चाहिए..क्यों कि दान का जब संकल्प होता है तब राहु और शनि के लिये किया जाता है भले ही सफेद क्यों न हो क्यों कि धान्य के भी अधिपति देवता होते हैं...
@@poojapath जी भइया.... बहुत बहुत धन्यवाद...... चरण वंदन... जय सिया राम 🙏🙏🙏
जय श्री राम
Guruji Ganesh ji aarti din kitni bar karni chahiye
ॐ🙏👍️
Parnam Pandit ji 🙏🏻🚩j
Jai shree Radhe Radhe 🙏🏻🚩
बहुत सुन्दर 🙏🏻
U r great....
Jai siyaram guruji
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
Bahut hi sundar jankari gurudev 🙏 🙏🙏 pranam Dipawali me laxmi ji ka yarnt puja kese kare iske liye video bana kar jankari de
समयाभाव है पर अगली बार अवश्य
Jay shree ram
नमस्कार जी आप बहुत ही सुन्दर जानकारी देते है । आपने अपने हाथ में रक्षा सूत्र नहीं बाँध रखा है । इसका कारण क्या है जी
आचार्य वरण होता है इसलिए
पंडित जी दिपावली पर बाँधेंगे रक्षा शुत्र🙏
Pranam
🙏🙏🙏🙏🙏
नमो नारायण प्रभु जी वैसे तो पूरे भारतवर्ष में मुख्य रूप से दिवाली पर भगवती लक्ष्मी की पूजा की जाती है
परंतु हमारे क्षेत्र में मुख्य रूप से भगवती काली का विधान है देवी लक्ष्मी की पूजा शरद पूर्णिमा के दिन बहुत भव्य रुप से की जाती है परंतु दिवाली पर देवि कालीकी पूजा होती है
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते इस साल हम माननीय श्री पुरोहित जी को घर में नहीं भुला पा रहे हैं निवेदन है आप हमारी कुछ मदद कीजिए और दिवाली से पूर्व भगवती काली की विधिवत पूजन एवं हवन की विधि बताने का कष्ट करें
समय बहुत कम है और हो सकता है कि आपको सुविधा ना हो पड़े परंतु आपसे यह निवेदन था जो आपके सामने प्रस्तुत है
नमो नारायण हरि ओम
क्षमा करें बंधुराज आपकी अपेक्षाओं को पूरा करना इस बार संभव नहीं है
Pandit ji roj ki Puja me koun si aarti gaana chahiye
🕉🌷 जय सियाराम 🌷🕉
वीडियो चैनल में उपलब्ध है
Durga maa ki daily puja seva or maa ko kya priya h uspe video bna dijiyw
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
@@poojapath yeh bhi btaiyega shakti ke upasak ko gale main konsi mala pehn ni chahiye
रक्त चंदन,रुद्राक्ष
Yeah🥳🥳🥳🥳🥳🥳
Main pehli viewer hoon is video ki🙂🙂🙂🙂
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#JaiSanatanDharm🙂
Mo Sam Deen Na Deen Hit tum saman Raghuveer As Vichaar Raghuvanshmani Harahun Visam Bhava Bheer😊😊😊👍🙂🙏🙏#JaiSiyaRam🙏
Karpoor Gauram Karunavataram Sansaarsaram Bhujgendra Haram Sada Vasantam Hridyaarvinde Bhavam Bhawani Sahitam Namami🙏🙏😊😊🙂
#JaiMaaGauraRaniSahitShivaShankar🙏🙏🙂
#HarHarMahadeva🙏
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
@@poojapath #JaiJaiSiyaRam🙏🙂
Jai mata di plz aarti karke dikhaue
Pandit ji kripya kar aarti karne ki vidhi bhi bata dijiye
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Jai siya ram 🙏 pandit ji
5e8snbazsa
सुमन❤
गुरु जी हम अपनी दुकान में धनतेरस के दिन ही गणेश लक्ष्मी जी की पूजा करवा सकते है? कृपया बताएं ।
जीहां
Har roj maa durga aur ganesh ji ki puja kaise kare saral vibhi batey 🙏
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
🚩🙏🚩
Shadi ki pooja ki thali kon si hoti he
Guru ji pranam , kya aap Aarti ki poori vidhi Kar ke dikha sakte hai .to theek Tarah SE samajh aa jayegi.
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
Charan me 4 gola, hriday me 2 gola, mukharvind me 3 gola, sampurn ang me 7 gola
He guru deva kiya hama tamde ki dhatu me dipaka jala sakate he krupiya maraga darashana kije
Pandit ji Pranam ,,,
Pandit ji pooja ki thali mn Nav grah bana sakte hain kya,,
जीनहीं
Aarti K thal me satiya bnakar uske upar diya rakhate hai ya nahi
🙏🙏🙏
Pandit ji ek urgent prashna hain kripya uttar dijiye 🙏🏻
Ghar mein kaha par dhwaja lagana chahiye aur kitna measurement hona chahiye dhwaja aur uske pole ka.
Saath hi kis direction mein lagana hain.
Pandit ji iska uttar ati avashyak hain.
केसरी
7 हाथ का स्तंभ
ईशान्य
@@poojapath bahut bahut dhanyawad pandit ji.
Bhagwan ka aashirwad wad dekhiye maine bhi 7 hanth ka pole kharida aur kesariya dhwaja jispar OM ki akriti bani hui hain. Saath hi ishan kon mein lagane wala tha.
Kehte hain na jaise logon ke saath raho waisa hone lagta hain. Aapse judne ke baad kai sare badlav kiye aur bahut si nayi cheeze sikhne ko mili.
Jai shree ram 🙏🏻🕉️ 🚩
@@ayushmishra9648 जय माँ भगवती 🙏
Kashi ke bartan mein ham shivling rakh sakte hain
गुरु जी ये कुंकुम किया है__ (सिन्दूर) /// ओर रोलि मे किया फर्क है
नाम भेद
guru ji nitya aarti kaise kru dukan me
Nice
Maharaj ji chandan ko kis cheez se ghole the
गंगा जल,गुलाब जल या शुद्ध जल से
पूजा की थाली डेकोरेशन सजा कया क्या लगता है दीखाना दूशरे विदिये मे
पंचारती से आरती कैसे करें?
Guru ji kapoor har roj jalana chaiey arti mey kya.. Ja sirf jab khas arti kre tab he jalae
Thanks pandit ji 🙏🙏👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Aart ke baad hath kyu dhulate hai .,....plz pandit ji ye bataye .....bahut log kehte hai pooja ke baad turant hath nhi dhone chahiye
पूजा में कुछ वस्तुएं ऐसि होती है जिनके स्पर्श से हमारा हाथ झूठा मान लिया जाता है
जैसे आचमन करने के बाद
यज्ञोपवीत,और वस्त्र चढ़ाने के बाद
धूप दीप का स्पर्श करने के बाद
शंख बजाने के बाद
आरती करने और आरती लेने के बाद
आप जो कह रहे हैं वो भ्रम के कारण है असल में ये होता है की पूजा आदि करने के बाद स्नान नही करना चाहिये हाथ धोने में कोई दीक्कत नही है
यदि आप चरणामृत लेते हैं प्रसाद लेते हैं तो क्या खाने के बाद आप हाथ नही धोयेंगे???
जय माँ भगवती 🙏
Plz pandit ji ek samsya ka samadhan aur bataiye ki pichle saal humne chandi ke laxmi ji and ganesh ji liye the....kya har saal hme naye lene padenge..gifted murti ki pooja kar sakte hai
@@guptasurbhigarima नही नही आप उन्ही चांदी के लक्ष्मी गणेश की पूजा करें नए की कोई आवश्यकता नही है
Gifted agr किसी धातु की जैसे चांदी,पीतल,ताम्बा,कांसा आदि की हो तो अवश्य कर सकते है
मिट्टी या धातु की मूर्ति पर ज़्यादा importance दे pop की मूर्ति की पूजा न ही करें तो अच्छा है
Nmskr,
Jo Arti me deep hai Jagaya h, Arti k bd deep ka kya kare?
Aapki konsi dhatu ki hai
Guru ji Mai arti Karti hu to MERI Aarti khtam hote hi bujh jaati hai to kese Ghar KO dikhau
Pandit ji puja me Mai do diye parjowalit Karti Hun ghhee or Tel Ka par Kaha Jata h sabse pehle Dipak jalaye Jata h par panchoupchar puja me Tilak or puspa k baad Dipak dikhya Jata h to kya kare please mujhe bataye
दीपक के दो प्रकार है.... पहला
कर्म साक्षी दीपक जो आचमन मार्जन कर के सबसे पहले जला दिया जाता है और अग्नि देव का गंध अक्षत पुष्प से पूजन कर हमारे पूजन कर्म के साक्षी होने के लिए प्रार्थना की जाती है यह दीपक पूजन पूर्ण होने तक अनवरत रूप से जलना चाहिए.......
आप जिस दीपक की बात कर रहे हैं वो उपचार का दीपक होता है जो की पंच उपचार में चौथा उपचार होता है उसका अनवरत रूप से जलना अनिवार्य नही है जब धूप के बाद दीपक का क्रम आवे तो एक दीपक प्रज्वलित कर देवता को दिखाना चाहिए....
गंध (तिलक )
पुष्प
धूप
दीप
नैवेद्य....
यह पंच उपचार का क्रम hai
Pranam prabhu ji! Agar mango leaves kalash ke liye nahi mile toh kon si dusri patta use karsakte hai? Kripya batae🙏🙏🙏
पलाश (ढाक )
पीपल
गूलर
Paan I patte bhi
@@mamtanegi2126 पान के पत्तों का कोई उल्लेख नही है पंच पल्लव में....
Pranam ,
Kumkum aur haldi jo pooja ke liyae use kartae hain usae hin logo ko tika lagana chahiyae ya alag se hona chahiyae
अलग से हो तो उत्तम है
भगवान को चढ़ाने के लिए अलग और लोगो को लगाने के लिए अलग ही होना चाहिये
जो हम लगाते हैं वो झूठा हो जाता है उसे भगवान को नही लगाना चाहिए
@@amaranandmodanwal8168 धन्यवाद🙏
@@poojapath प्रणाम
धन्यवाद🙏
@@priyanka4056 जय माँ भगवती 🙏
Namaskar guru ji, puja ki kalash mein lagaya jaya nariyal kiya dobara kalash mein prayog kiya ja sakta hai kiya
नही
उसका विसर्जन करना चाहिये
नहीं
Pandit Ji kya hum kanch ki thali se bna sakte hai
Nahi ji, dhatu ki thali honi chahiye
@@MaulinAgrawal1217 ok
Thank you
आरती की थाली किस प्रकार घुमाए,,
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
@@poojapath विवाह की थाली अलग प्रकार से घुमाई जाती है ओर देवताओं के आगे अगरबती ओर आरती थाली आदि भी अलग अलग इस सम्बन्ध में वीडियो बनाकर मुझे लिंक भेजने का कष्ट करे।
Or pandit ji Aarti k Dipak Ka fir kanha rakhe
Panditji meine suna h ki laxmi ma ki arti ni kerni chahiye diwali mein ni toh woh chali jati h
ऐसा कुछ नही है,आरती ज़रूर करना चाहिये
पूजा में जो भी कमी रह जाती हैं वो आरती कर लेने से पूर्ण हो जाती हैं यह भगवान शिव का कथन है पार्वती जी को
आरती,के बिना पूजन पूर्ण नही होता
सुनी सुनाई बातों पर विश्वास मत करिए
जिस घर में भगवान विष्णु,राम,कृष्ण लड्डू गोपाल जी की पूजा होती है वहाँ माँ भगवती लक्ष्मी स्थाई स्वरूप से वास करती हैं कही नही जाती
भ्रम ना पाले आरती ज़रूर करना चाहिये
@@amaranandmodanwal8168 theek h
Mein Dubai mein rehti hu or humari building mein security allow ni kerti ki main door k bahar diya lagane ko ka karein
यदि आप यम के दीप दान के बारे में पूछ रही हैं तो आप ऐसा कर सकते है की वहाँ पर यदि मंदिर हो अगर आप वहा जा पाए तो वहाँ पर ही अगर दीप जलाने की सुविधा हो तो मंदिर में ही यम के लिए दक्षिण मुखि दीपक जला के आवे
अगर वहाँ भी ना जला पावें तो भी कोई बात नही
जहां पर security allow नही करती तो इसमें आपका कोई दोष नही है पर यम का दीपक घर के अंदर कभी नही जलाना चाहिये
और यदि साधारण दीपावली के दीयों की बात है तो आप अपने flat में तो सावधानी से जला ही सकती है,पूजा घर,और सब जगह
जय माँ भगवती
@@amaranandmodanwal8168 Dubai me mandir nahi h
@@MaulinAgrawal1217 यदि सामर्थ्य और व्यवस्था होने के बाद भी हम केवल आलस्य की वजह से पूजन के नियमों का पालन नही करते तो हमे दोष लगता है...... जब इच्छा होते हुए भी व्यवस्था ना हो तो कोई दोष नही लगता
यदि व्यवस्था ही नही है तो यम दीपदान छोड़ा जा सकता है... जो कर सकें वही करना चाहिये
Are pandit Ji bata do Badri mein hath kyon halat Hain
नमस्कार पंडितजी। एक विषय बहुत बार सुनने को मिला जिसके बारे में आपसे जानना चाहता हु। क्या अब्राह्मण यानि जनेऊ न हो तो क्या केवल धूप दीप से ही पूजा तथा आरती करना चाहिए भोग भोजन केवल जनेऊ धारी ब्राहण को ही करना चाहिए? धूप दीप भी पूजा नैवेद्य समान ही है वैसे और निर्माल्य भी। तो क्या अब्राह्मण को केवल धूप दीप पूजन ही करना चाहिए क्यों के कई जगह यह उल्लेख भी देखा है कि भोजन निवेदन ब्राह्मण को ही करना चाहिए। अर्थात अब्राह्मण पूजा पद्धति में क्या पुष्प धूप दीप अक्षत ही चढ़ाया जा सकता है भोग भोजन नहीं। वैसे गंध पुष्प धूप के पूजा का भी उल्लेख मिलता है कई पुराण में। यह बात मैंने बनारस में भी सुनी है। इस पर आपके विचार अवश्य बताने कि कष्ट करें पंडितजी।
ऐसा नहीं हैं ब्राह्मण वर्ण को भोग लगाना आवश्यक है अन्य वर्ण भोग न लगायेंगे तो कोई दोष नहीं होगा
@@poojapath arthat bina bhog bhi abrahman puja kar sakte hae.
@@amitandubiswas वह भोजन का भोग लगाने के बारे में है... जो हम खाते हैं बिना लहसुन प्याज़ का सात्विक दाल भात रोटी सब्जी इत्यादि......
जब केवल सेवा भाव से भगवान को भोजन करवाने का भाव है तो कोई भी भक्त भोग लगा सकता है...
परंतु जब हम कर्म कांड के अंतर्गत देवता को नैवेद्य अर्पित करते हैं तो उस भोजन को विशेष मंत्रों द्वारा शुद्ध किया जाता है.... अनेक प्रकार की हस्त मुद्राएँ दिखा कर एक विशेष विधि द्वारा भोग लगाया जाता है जो केवल ब्राह्मण द्वारा ही संभव है... अन्य लोग भाव से सात्विक भोजन समर्पित कर सकते है... और बात रही उसके शोधन की तो भगवान नेत्रों से भी भोग लगाते हैं भगवान की दृष्टि पड़ने मात्र से वह वस्तु पवित्र हो जाती है.... भगवान सर्व सामर्थ्य वान हैं कोई परेशानी नही है
हा गंध अक्षत पत्र पुष्प से भी पूजन किया जा सकता है एवम आरती की जा सकती है
Pandit ji 🙏Kai log khate hai ki laxmi ji ki aarti nhi karte kirpaa kar btaaye?
गलत है
@@poojapath 🙏🙏🙏
उन लोगो से पूछिए की ऐसा कहा लिखा है ☝
@@amaranandmodanwal8168 🙏🙏
Pujan thali kaise sjaye guru g🙏🙏🙏🙏
Pranam panditji 🙏
Ghar ko sajane ke liye jo diye lagaye jate h uname bhi lal batti ka prayog karna chahiye kya......?
जीहां
Guruji namaskar..agar mata ki jagran wali jyot shastra virudh h .. To kya aap sookshm roop se samjha ya bata denge ke vo kese bnti h ....
जीहां
@@poojapath बहुत-बहुत धन्यवाद आभार आपका पंडित जी बहुत समय से यह जानकारी जाननी थी आपका कल्याण हो
🙏jawala mannye namah 🙏
Bina pushpa puja karne se kya hoga?
Radhe radhe ji
Ky dhanteras p tulsi mata k aage 13 dipak jala skte h kripaya btaye
विधान नहीं मिलता है
Kai ees thali ko roj saaf Krna chhai
Ji haa
Guru ji bahut sare log kahte hai ki pooja Mai 2 diye jalane chahiye 1 sachya ke liye doosra Aarti ke liye . kya ye Sahi hai . kyonki Mai 5 Aarti gati hoon agar Kapoor SE Aarti karoongi to vo jaldi bujh Jata hai. Kya Karoo please bataye.
दीप आरती ही कीजिए
Guru ji pranam,guruji 11dasise,se leker diwali tak jo deepak hum jalate hii use me kis tel ka jalana chiye ,
तिल
Pandit ji iskcon mandir mai alag prakar se aarti hoti hai.. mai bangali hun humare rituals mai bhi aarti alag prakar se hai.. jaise ki phaile panchdeep fir kapoor se tatpachat agarbati, fir vastra, fir shankh, fir chamor ityadi se.. aise kiu
Yaha par pandit ji ne saadharan aarti btaai hai jo sab kar sakte hai
Aap jo prakaar bata rhe hai vo aarti ka ek prakaar hai hamaare rituals mai bahut vistaar se alag alag tarike se bhagwaan ki aarti hoti hai
Jo aapne bataaya use saptaarti kahte hai matlb aarti with seven items -
Dhoop
Panchdeep
Kapur
Jal wala shankh
Vastra
Pushp
Chaamor
Aai rokum panch aartio aache -
Aai mode paach jeenesh niye aaroti kora hauye -
Paunchdeep
Jol bhora shaunkho
Baostro
Phul ar
Chaamor
Aaie vdo mode paundit ji je bidhi bornon korechen taai bidhio aaroti kora hauye
Jodi aapan kaache chamor,shankho
Aei gulo jeenesh aahe taai aapni jei rokum jeegesh korlen taai bidhio aaroti kotre paarben kauno aushubidha naue
अमर जी बहुत सुंदर
@@poojapath भैया जी आप जैसे भू देवो के सानिध्य और बाबा विश्वनाथ की दया से
Eta Sapta dravya aarati. Depend kore onek jinisher upor. Lokachar kulachar ba gurudev er shikkhar upor nirbhar kore. Also, nijer upor nirbhar kore, apnar seva korar samarthya r poristhiti ki ache, apni kon puja paddhati follow koren. Example: Ami Shankaracharya math (Kanchipuram) er paddhati follow kori. Okhane matro deepmala r karpur diye aarati kora hoy r chamor raj-upchar er category te pore.
*श्री सीताराम*
आचार्य जी प्रणाम 🙏
मैने एक पोस्ट पढ़ी जिसमे उल्लेख आया कि हवन,यज्ञ आदि में आम की लकड़ी का प्रयोग नही करना चाहिए यह वर्जित है,
उसमे कुछ प्रमाण भी दिए गये थे
क्या ये सही है कि आम की लकड़ी का प्रयोग हवनादि में नही करना चाहिए?
या आम की लकड़ी का हवन में प्रयोग होता हैं तो उसका कोई प्रमाण है क्या?
🙏🙏
जीहां नहीं होता
@@poojapath
पूज्य आचार्य जी कृपा कर इस सम्बंध में भी एक वीडियो बनाने की कृपा करें क्योंकि बड़े बड़े विद्वानों को मैंने आम की लकड़ी में हवन और यज्ञ आदि कराते देखा है,और देखा क्या है मैने स्वयं ने भी यह किया हैं पर जब आज पता चला कि यह तो अशास्त्रीय है,पर जब जागे तभी सबेरा हैं
आगे से ऐसा नही होगा 🙏
@@poojapath हा भैया जी ज़रूर बनाए क्योकी जब हम बोलेगे की यह वर्जित है तो प्रमाण भी माँगते हैं लोग
शिव जी पर तुलसी चढ़ना चाहिए इस्पर अक्सर मेरा विवाद हुआ करता है लोगो से प्रमाण भी देना पड़ता है और समझाना भी पड़ता है लोगो को
🕉🌷 *जय सियाराम* 🌷🕉
इस विषय पर जल्दी ही वीडियो बनाने वाले हैं ...
@@Bhargava-abhi.7869 पलाश पीपल बरगद आदि की लकड़ी प्रशस्त की गई है...... बबूल आदि का निषेध किया गया है परंतु आम की लकड़ी का ना तो समर्थन किया गया है ना ही निषेध..... मैंने कई विद्वानों से सुना है की जो वस्तुएं ना प्रशस्त हो ना ही निषेध हों ऐसि वस्तुओं को मध्यम वर्गीय मानना चाहिए..... और जब प्रशस्त वस्तुओं का अभाव हो तो इन मध्यम वर्गीय वस्तुओं का प्रयोग पूजन आदि कार्य में कर लेना चाहिए... परंतु निषेध वस्तुओं का प्रयोग कदापि ना करें..........
Sabh comments par dhyaan diya hai toh koi mantra pucha hai ki batao toh vo bhi dyaan doh 🙂and ansr comments @pooja path
❤️❤️❤️❤️
दिवाली पर खडी़ हल्दी और अभ्रक से कैसे पूजा होती है
समयाभाव है
Haldi koun se hoti hae?
Daily use wali
क्या जवाब चाहिए
Haldi to haldi hoti hai
पूजा के लिए अलग से रखनी चाहिए हल्दी का 🙏
Pandit ji Radha Radha apna chehra to dikha do
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