तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
कबीर, सब जग निर्धना, धनवँता ना कोय | धनवँता सो जानिये, जा पै राम नाम धन होय | रामनाम की लूट हैं, लुटि जा तो लूट | पीछे फिर पछताएगा, प्राण जाहिंगे छूट |
समाज में व्यापक कुरीतियों और बढ़ रहे सामाजिक अपराधों से छुटकारा पाने के लिए हमें तत्वज्ञान की आवश्यकता है और ऐसा ही ज्ञान देने वाले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
संत रामपाल जी महाराज केवल एक मात्र जगतगुरु तत्वदर्शी संत हैं। जिन्होंने हमारे सभी शास्त्रों के गूढ़ रहस्यों को उजागर करके बताया कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति करने से घोर से घोर पाप का भी नाश हो जाता है और मोक्ष भी प्राप्त होता है।
केवल संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया है कि आत्मायें काल के जाल में कैसे फंसी और कैसे काल जाल से मुक्ति पाई जा सकती है। संत रामपाल जी महाराज जी ही कबीर परमेश्वर की सतभक्ति बताते हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
🔸संत रामपाल जी महाराज जी एक ऐसे महान संत हैं जिनका यथार्थ तत्वज्ञान इतना प्रबल है कि इसके समक्ष अन्य संतों व ऋषियों का ज्ञान टिक नहीं पाएगा। जैसे तोप का गोला जहां भी गिरता है वहां पर मैदान साफ कर देता है। 17 फरवरी को उनका बोध दिवस है।
मानव को जन्म और मृत्यु देना मैं किसका स्वार्थ है जानकारी कें लिए श्री सदगुरू रामपाल भगवान जी कें अनमोल सत्संग अवश्य सुनियें साधना चॅनल शाम को साडेसात बजे 🙏.
परम संत रामपाल जी महाराज जी को नाम उपदेश 17 फरवरी 1988 को प्राप्त हुआ। जिसके पश्चात संत रामपाल जी महाराज जी ने शास्त्र अनुकूल ज्ञान देकर करोड़ों लोगों में नैतिकता, चरित्र व संस्कार का निर्माण किया और उनको जीने की नयी राह दी। कलयुग में सतयुग लाने वाले महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस पर 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
17 फरवरी को उस महापुरुष का बोध दिवस है जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
संत रामपाल जी महाराज के अनमोल प्रवचन सुनने से प्राणी को सत्यज्ञान जो वेदों और शास्त्रों मे वर्णित है उसके बारे में ज्ञात कराया जाता है तथा पूर्ण परमात्मा कौन है?, कैसा है?, कहाँ रहता है?, कैसे मिलता है? इसकी जानकारी भी विस्तार से मिलती है।
संत रामपाल जी महाराज वह महान संत हैं जिनका जन्म पवित्र हिन्दू धर्म में सन् (ई.सं.) 1951 में 8 सितम्बर को गांव धनाना जिला सोनीपत, प्रांत हरियाणा (भारत) में एक किसान परिवार में हुआ। जिनके बारे में विश्व के सभी भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियां खरी उतरती हैं।
संत रामपाल जी महाराज ही केवल एक मात्र ऐसे संत हैं जिन्होंने बताया कि गीता जी का ज्ञान श्रीकृष्ण जी के अंदर प्रवेश करके काल भगवान अर्थात ज्योति निरंजन ने दिया था। जबकि श्रीकृष्ण जी तो महाभारत के युद्ध को कराने के पक्ष में नही थे। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
पवित्र ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 90 मंत्र 16 में, सामवेद श्लोक संख्या 822 तथा श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में है कि पूर्ण संत (तत्वदर्शी संत) तीन मंत्र (ओम्-तत्-सत् जिनमें तत् तथा सत् सांकेतिक हैं) दे कर पूर्ण परमात्मा (आदि पुरुष) की भक्ति करवा कर जीव को काल-जाल से मुक्त करवाता है। सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही वह तीन मंत्र का रहस्य और सुमिरन की विधि नाम दीक्षा में दे रहे हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
मगहर से सशरीर सतलोक गमन आदरणीय संत गरीबदास जी महाराज ने कबीर साहेब द्वारा माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रमी संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से हजारों लोगों के सामने से सशरीर अमरलोक (सतलोक) जाने का वर्णन करते हुए कहा है कि:- देख्या मगहर जहूरा सतगुरु, देख्या मगहर जहूरा हो। काशी में कीर्ति कर चाले, झिलमिल देही नूरा हो।
कबीर परमात्मा मगहर से सशरीर सतलोक गए थे। जिंदा जोगी जगत गुरु, मालिक मुरशद पीर। दहूँ दीन झगड़ा मंड्या, पाया नहीं शरीर।। परमात्मा कबीर जी के शरीर को प्राप्त करने के लिए दोनों ही दीन हिंदू और मुसलमान आपस में झगड़े की तैयारी करके मगहर आए थे लेकिन जब शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल मिले तो दोनों आपस में लिपट - लिपट कर रोने लगे।
मगहर से सशरीर सतलोक गमन कबीर परमेश्वर माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रम संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से सशरीर सतलोक गये तो उनके शरीर के बराबर सुगंधित फूल मिले। जिसे हिन्दू व मुसलमानों ने आपस में आधे - आधे बाँटकर यादगार रूप में हिन्दुओं ने मंदिर और मुसलमानों ने मजार बना ली तथा हिंदुओं ने कुछ फूल ले जाकर काशी में कबीर चौरा बना दिया। तहां वहां अविगत फूल सुवासी, मगहर घोर और चौरा काशी।
बाईबल तथा कुरआन का ज्ञानदाता एक है। जिस अल्लाह ने ''कुरआन‘‘ का पवित्र ज्ञान हजरत मुहम्मद पर उतारा। उसी ने पाक ''जबूर‘‘ का ज्ञान हजरत दाऊद पर, पाक ''तौरेत‘‘ का ज्ञान हजरत मूसा पर तथा पाक ''इंजिल‘‘ का ज्ञान हजरत ईसा पर उतारा था। इन सबका अल्लाह एक ही है। प्रमाण :- कुरआन मजीद की सुरा अल् मुअमिनून नं. 23 आयत नं. 49
कबीर, मानुष जन्म बड़े पुण्य से होई। नाम बिना झूठा तन खोई।। बहुत करें जप तप रे भाई। आदि नाम बिन मुक्ति नाहीं।। आदिनाम यानि सार शब्द के बिना मोक्ष नहीं हो सकता। वह आडंबर करने वालों के पास नहीं है। सारशब्द प्राप्त करके भक्त निराभिमानी होना चाहिए। काम (विषय वासना) लोभ, क्रोध आदि से बचे तथा सुका-फीका जैसा भी परमात्मा भोजन दे, उसमें संतोष करे। माँस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन न करे और दिन-रात हमारा नाम यानि आदिनाम का स्मरण करे।
सूरह अश् शूरा-42 आयत 1-2 में सांकेतिक शब्द बताए हैं:- 1. हा. मीम, 2.अैन, सीन, काफ। ये मोक्ष मंत्र हैं। परंतु अधूरे हैं। इनका ज्ञान न हजरत मुहम्मद जी को था, न किसी मुसलमान श्रद्धालु को। फिर मुक्ति कैसे मिलेगी? यदि कोई यह कहे कि नबी मुहम्मद जी को तो इनका ज्ञान होगा? यदि नबी जी को ज्ञान होता तो क्या अपने साथियों को नहीं बताता? एक-एक शब्द मुसलमानों से शेयर किया करते।
संत रामपाल जी महाराज जी एक ऐसे महान संत हैं जिनका यथार्थ तत्वज्ञान इतना प्रबल है कि इसके समक्ष अन्य संतों व ऋषियों का ज्ञान टिक नहीं पाएगा। जैसे तोप का गोला जहां भी गिरता है वहां पर मैदान साफ कर देता है। 17 फरवरी को उनका बोध दिवस है।
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि सभी शास्त्रों के अनुसार पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की पूजा करें और अपने मूल निवास सतलोक में वापस लौटकर पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर की शरण ग्रहण करें।
😭🙏🏼🌹 Jai ho bandi chhod ki 🌹🙏🏼😭
🙏 Sat 🌹 saheb 🙏 ji 🌹 parmatma 🙏🌹
True guru Saint rampal ji maharaj ji ❤🙏
संत साहेब जी🪔🪔🪔
Nice satsang
Miss you too parmatma ji ❤🙏😭
#पूर्ण_गुरु_से_होगा_मोक्ष
#TrueGuruSantRampalJi
#guru #trueguru #guruji #satguru #salvation #moksha
#gurbani
#SantRampalJiMaharaj
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का, एक रति नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर है, कुल के सिरजनहार।।
❤ SAT SAHIB ji.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
कबीर, सतगुरु के उपदेश का, लाया एक विचार।
जे सतगुरु मिलते नहीं,तो जाते नरक द्वार।।
😭😭
🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾 1:22
Great knowledge
Very nice satsang
जय हो बंदी छोङ सद्गुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो 🙏 ❤ ❤
🙏🙏🙏🙏🙏
Sat saheb
❤❤🙏🙏
Anmol gyaan permatma ka🙏🙏🙏
Anmol vachan
🙇🍀🪷⭐⭐
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🙏🙏
Satsahebji
Anmol vachan ❤️🙏🙏
तत्वदर्शी संत (गीता अ-4 श्लोक-34) से दीक्षा लेकर शास्त्रविधि अनुसार सतभक्ति करने वाले परमधाम सतलोक को प्राप्त होते हैं जहाँ जन्म-मरण, दुख, कष्ट व रोग नहीं होता है।
🌸🌸🌸🌸🌸🌷🌸🌸🌸🌸🌸
🙏🙏Sat sahib ji 🙏 bandi chod satguru rampal ji bhagwan ji ki children kamlo me koti koti dandavat pranam 🙏 😢
कबीर, सब जग निर्धना, धनवँता ना कोय |
धनवँता सो जानिये, जा पै राम नाम धन होय |
रामनाम की लूट हैं, लुटि जा तो लूट |
पीछे फिर पछताएगा, प्राण जाहिंगे छूट |
😭🙏🏼🌹 कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम मेरे दाता 🌹🙏🏼😭
अनमोल ज्ञान है जी
कोटि कोटि सिजदा करू कोटि कोटि प्रणाम
चरण कमल में रखियो में बांदी जाम गुलाम
समाज में व्यापक कुरीतियों और बढ़ रहे सामाजिक अपराधों से छुटकारा पाने के लिए हमें तत्वज्ञान की आवश्यकता है और ऐसा ही ज्ञान देने वाले जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
God Kabir Sahib is the supreme Father of all souls.
संत रामपाल जी महाराज केवल एक मात्र जगतगुरु तत्वदर्शी संत हैं। जिन्होंने हमारे सभी शास्त्रों के गूढ़ रहस्यों को उजागर करके बताया कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति करने से घोर से घोर पाप का भी नाश हो जाता है और मोक्ष भी प्राप्त होता है।
केवल संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया है कि आत्मायें काल के जाल में कैसे फंसी और कैसे काल जाल से मुक्ति पाई जा सकती है।
संत रामपाल जी महाराज जी ही कबीर परमेश्वर की सतभक्ति बताते हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
🔸संत रामपाल जी महाराज जी एक ऐसे महान संत हैं जिनका यथार्थ तत्वज्ञान इतना प्रबल है कि इसके समक्ष अन्य संतों व ऋषियों का ज्ञान टिक नहीं पाएगा। जैसे तोप का गोला जहां भी गिरता है वहां पर मैदान साफ कर देता है। 17 फरवरी को उनका बोध दिवस है।
🙏🏻✨ *सतगुरु देव जी की जय* ✨🙏🏻
*रात्रि सेवा फॉर्मेंट*
*तहसील का नाम* देवली
*सेवा का फॉर्म भरा* - हा
🙏🏻🙏🏻
Jai ho sachche Saint G ki
😮😮😮😮
सद्गुरु शरण में आने से आई तलीबला जो मस्तक में सूली हो ओ काटे में टल जाऐ
सेवा बंदगी करो सतगुरु की काल निवावे माथा,
गुरु समान नही दाता रे जग में गुरु समान नही दाता। 🤲🙇♀️
Very very nice satsng 🙏🙏
17 फरवरी को उस महान संत सतगुरु रामपाल जी महाराज का बोध दिवस है जिन्होंने समाज कल्याण के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया।
Sat saheb ji 🙏
❤❤
🙏🏼 Sat Saheb Ji 🙏🏼💞🙏
Sat Sahib
संत रामपाल जी महाराज पूर्ण गुरु हैं। पूर्ण संत के सत्संग से सभी विकार समाप्त होते हैं तथा मोक्ष मिलता है।
सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
True spritual knowledge
Savior of the world Sant Rampal Ji Maharaj
Tavatdarshi sant 🌏🙇
True Spiritual Knowledge 🙏
bhakti marg hetu anmol gyan
मानव को जन्म और मृत्यु देना मैं किसका स्वार्थ है जानकारी कें लिए श्री सदगुरू रामपाल भगवान जी कें अनमोल सत्संग अवश्य सुनियें साधना चॅनल शाम को साडेसात बजे 🙏.
🙏💞🙏🏼 Sat Saheb Ji 🙏🏼💖🙏
Puran sant ka satsang hai
Kabir Is supreme God
कबीर राम रहीमा एक है नाम धराया दोय कहै कबीर दो नाम सुनि भरम परो मति कोय
परम संत रामपाल जी महाराज जी को नाम उपदेश 17 फरवरी 1988 को प्राप्त हुआ। जिसके पश्चात संत रामपाल जी महाराज जी ने शास्त्र अनुकूल ज्ञान देकर करोड़ों लोगों में नैतिकता, चरित्र व संस्कार का निर्माण किया और उनको जीने की नयी राह दी।
कलयुग में सतयुग लाने वाले महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस पर 17-20 फरवरी को 10 सतलोक आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरा विश्व आमंत्रित है।
17 फरवरी को उस महापुरुष का बोध दिवस है जिन्होंने दहेज मुक्त, नशा मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त समाज तथा विश्व शांति का बीड़ा उठाया है। विश्व कल्याण के लिये प्रकट वह महापुरुष जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं।
कबीर चारों युग में मेरे संत पुकारे कुक कहां हम पुकारे पक कहां हेल रे हिरे मालिक मोती बरसे यह जग चुकता ढेर रे
आये है सो जायेंगे, राजा रंक फ़कीर।
एक सिंहासन चढ़ चलें, एक बंधे जात जंजीर।।
तत्वदर्शी संत कि पहचान क्या है?
वर्त्तमान समय मे तत्वदर्शी संत कौन है?
जानने के लिए अवश्य पढ़े पवित्र पुस्तक " ज्ञान गंगा " ।
संत रामपाल जी महाराज के अनमोल प्रवचन सुनने से प्राणी को सत्यज्ञान जो वेदों और शास्त्रों मे वर्णित है उसके बारे में ज्ञात कराया जाता है तथा पूर्ण परमात्मा कौन है?, कैसा है?, कहाँ रहता है?, कैसे मिलता है? इसकी जानकारी भी विस्तार से मिलती है।
संत रामपाल जी महाराज वह महान संत हैं जिनका जन्म पवित्र हिन्दू धर्म में सन् (ई.सं.) 1951 में 8 सितम्बर को गांव धनाना जिला सोनीपत, प्रांत हरियाणा (भारत) में एक किसान परिवार में हुआ। जिनके बारे में विश्व के सभी भविष्यवक्ताओं की भविष्यवाणियां खरी उतरती हैं।
संत रामपाल जी महाराज ही केवल एक मात्र ऐसे संत हैं जिन्होंने बताया कि गीता जी का ज्ञान श्रीकृष्ण जी के अंदर प्रवेश करके काल भगवान अर्थात ज्योति निरंजन ने दिया था। जबकि श्रीकृष्ण जी तो महाभारत के युद्ध को कराने के पक्ष में नही थे।
ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
मानुष जन्म दुर्लभ है मिले न बारम्बार, तरुवर से पत्ता टूट कर बहुर न लगता डार।
पवित्र ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 90 मंत्र 16 में, सामवेद श्लोक संख्या 822 तथा श्रीमद्भगवद गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में है कि पूर्ण संत (तत्वदर्शी संत) तीन मंत्र (ओम्-तत्-सत् जिनमें तत् तथा सत् सांकेतिक हैं) दे कर पूर्ण परमात्मा (आदि पुरुष) की भक्ति करवा कर जीव को काल-जाल से मुक्त करवाता है। सिर्फ संत रामपाल जी महाराज ही वह तीन मंत्र का रहस्य और सुमिरन की विधि नाम दीक्षा में दे रहे हैं। ऐसे परम संत का 17 फरवरी को बोध दिवस है।
मगहर से सशरीर सतलोक गमन
आदरणीय संत गरीबदास जी महाराज ने कबीर साहेब द्वारा माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रमी संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से हजारों लोगों के सामने से सशरीर अमरलोक (सतलोक) जाने का वर्णन करते हुए कहा है कि:-
देख्या मगहर जहूरा सतगुरु,
देख्या मगहर जहूरा हो।
काशी में कीर्ति कर चाले,
झिलमिल देही नूरा हो।
कबीर परमात्मा मगहर से सशरीर सतलोक गए थे।
जिंदा जोगी जगत गुरु, मालिक मुरशद पीर।
दहूँ दीन झगड़ा मंड्या, पाया नहीं शरीर।।
परमात्मा कबीर जी के शरीर को प्राप्त करने के लिए दोनों ही दीन हिंदू और मुसलमान आपस में झगड़े की तैयारी करके मगहर आए थे लेकिन जब शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल मिले तो दोनों आपस में लिपट - लिपट कर रोने लगे।
Dharm Raj Said to Priya Vrat "Ajal karun ya Fajal " he say do Ajal.
मगहर से सशरीर सतलोक गमन
कबीर परमेश्वर माघ माह शुक्ल पक्ष तिथि एकादशी विक्रम संवत 1575 (सन 1518) को मगहर से सशरीर सतलोक गये तो उनके शरीर के बराबर सुगंधित फूल मिले। जिसे हिन्दू व मुसलमानों ने आपस में आधे - आधे बाँटकर यादगार रूप में हिन्दुओं ने मंदिर और मुसलमानों ने मजार बना ली तथा हिंदुओं ने कुछ फूल ले जाकर काशी में कबीर चौरा बना दिया।
तहां वहां अविगत फूल सुवासी, मगहर घोर और चौरा काशी।
बाईबल तथा कुरआन का ज्ञानदाता एक है।
जिस अल्लाह ने ''कुरआन‘‘ का पवित्र ज्ञान हजरत मुहम्मद पर उतारा। उसी ने पाक ''जबूर‘‘ का ज्ञान हजरत दाऊद पर, पाक ''तौरेत‘‘ का ज्ञान हजरत मूसा पर तथा पाक ''इंजिल‘‘ का ज्ञान हजरत ईसा पर उतारा था। इन सबका अल्लाह एक ही है।
प्रमाण :- कुरआन मजीद की सुरा अल् मुअमिनून नं. 23 आयत नं. 49
कबीर, मानुष जन्म बड़े पुण्य से होई। नाम बिना झूठा तन खोई।।
बहुत करें जप तप रे भाई। आदि नाम बिन मुक्ति नाहीं।।
आदिनाम यानि सार शब्द के बिना मोक्ष नहीं हो सकता। वह आडंबर करने वालों के पास नहीं है। सारशब्द प्राप्त करके भक्त निराभिमानी होना चाहिए। काम (विषय वासना) लोभ, क्रोध आदि से बचे तथा सुका-फीका जैसा भी परमात्मा भोजन दे, उसमें संतोष करे। माँस-मदिरा, नशीली वस्तुओं का सेवन न करे और दिन-रात हमारा नाम यानि आदिनाम का स्मरण करे।
सूरह अश् शूरा-42 आयत 1-2 में सांकेतिक शब्द बताए हैं:- 1. हा. मीम, 2.अैन, सीन, काफ। ये मोक्ष मंत्र हैं। परंतु अधूरे हैं। इनका ज्ञान न हजरत मुहम्मद जी को था, न किसी मुसलमान श्रद्धालु को। फिर मुक्ति कैसे मिलेगी? यदि कोई यह कहे कि नबी मुहम्मद जी को तो इनका ज्ञान होगा? यदि नबी जी को ज्ञान होता तो क्या अपने साथियों को नहीं बताता? एक-एक शब्द मुसलमानों से शेयर किया करते।
दया करना हे दाता 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत ही अनमोल ज्ञान
❤❤❤❤❤❤
Jai bandi chhod ki 🙏🙏🙏
सच्चे गुरु मोक्ष के जगतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो
Sat Saheb ji 🙏🏻
True spiritual knowledge
अनमोल सत्संग वचन
🙏🙏
True spiritual satsang
Purn Permeshwar Kabir Saheb Ji Ki Jay Ho 🙏🌹
Anmol gyan
संत रामपाल जी महाराज जी एक ऐसे महान संत हैं जिनका यथार्थ तत्वज्ञान इतना प्रबल है कि इसके समक्ष अन्य संतों व ऋषियों का ज्ञान टिक नहीं पाएगा। जैसे तोप का गोला जहां भी गिरता है वहां पर मैदान साफ कर देता है। 17 फरवरी को उनका बोध दिवस है।
True knowledge
Sat saheb ji
Wow
🙏
पुर्ण ब्रह्म कबीर बंदीछोर है जो शास्त्र में प्रमाण है
केवल संत रामपाल जी महाराज जी ने ही बताया है कि आत्मायें काल के जाल में कैसे फंसी और कैसे काल जाल से मुक्ति पाई जा सकती है।
कबीर परमेश्वर
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि सभी शास्त्रों के अनुसार पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की पूजा करें और अपने मूल निवास सतलोक में वापस लौटकर पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर की शरण ग्रहण करें।
sant rampal maharaj bhagwan ki jai ho 🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓🍓
Very nice satsang
Very nice
Supreme God 🤲🌏🙇🙇🙇🙇
Sat saheb ji 🙏🙏
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