हरिद्वार नारायणी शिला | Narayani Sila | हरिद्वार में इस जगह होता है सारे ग्रह कलेश का निवारण
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- เผยแพร่เมื่อ 9 ก.พ. 2025
- यहां पर होता है हर प्रकार के गृह क्लेश का पूर्ण निवारण यहां पर दूर-दूर से लोग आते हैं घर में यदि किसी प्रकार के भी वादा हो व्यवसाय में कमी लोगों ने तंत्र मंत्र करा दिया हो या फिर इसी प्रकार के घर में भूत वाला किसी ने करा दिया हो आपके घर में घर क्लेश रहता हूं सभी बातों का निवारण है यहां पर मंत्र चिकित्सा द्वारा यहां पर श्राद्ध वगैरह किए जाते हैं पितरों की शांति के लिए यज्ञ किए जाते हैं उतारे वादा अपन भी किया जाता है यहां पर एक नारायणी शिला भी है वहां पर जल चढ़ा कर परिजनों को शांति दी जाती है प्रेतशिला में जलवा तेल चढ़ा कर प्रेतों को मुक्ति दी जाती है यहां पर सभी प्रकार की पूजा पाठ उचित 15 पंडितों के द्वारा संपन्न किए जाते हैं यदि कभी किसी प्रकार का भी कार्य कलेश्वरा इत्यादि हो यहां पर आने के बाद पूर्णता शांति मिल जाती है गया के गया के बाद यहां पर दूसरा स्थान है जहां भी यह सारे कर्म किए जाते हैं यहां पर भगवान नारायण की वक्षस्थल यहां पर स्थित है जिस पर लोग जल चढ़ाते हैं कहते हैं यह सिला भगवान नारायण की है जिस स्वर्ग लोक में उप स्थापित थी गयासुर उस प्रतिमा को लेकर भागा था भगवान विष्णु ने पीछा किया इसी दौरान यह प्रतिमा टूट गई अन्य अलग-अलग क्षेत्रों में गिरी इसी प्रकार यहां पर बख्श रिडल इधर गिरा और नारायणी शिला के तौर पर मशहूर हो गया