क्या स्त्री को मारना अनुचित है? ताटका वध। वाल्मीकि रामायण, बालकाण्ड। आचार्य अंकित प्रभाकर
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- เผยแพร่เมื่อ 26 ก.ย. 2024
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नमस्ते आचार्य जी, अति सुंदर
नमस्ते आचार्य श्री
Om, Namaste, Acharya ji. 😊🙏🙏👍
राम राम आचार्य जी,
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
सादर नमस्ते पूज्य आचार्य जी🎉💝🎉
🕉️🙏
🙏🙏
आचार्य जी सादर नमस्ते
आज के समय में शायद पत्थरबाजी करने वाले लोग तड़का के ही वंशज हैं
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम । चरैवेति चरैवेति ... । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड 🚩
Jey ho aachary g
Om Shanti. Dekhiye yeh Tarka and Surpanaka yeh sab Bikar ki Pratik yani rupak hai, adhyatmik raste par chalne se Kam crodh louv moh and ahankar ate Hai aur humara raste mai badha create karte hai toh isko koi badh nhi hai sirf ruapk hai.
ओम् , सादर प्रणाम आचार्य जी।
शास्त्र साहित्यिक रचनाएं हैं जिनमें कवि शब्द की अभिधा के बदले लक्षणा और व्यंजार्थ शक्ति का उपयोग करते हैं. इनका अभिधा रूप में व्याख्यान उचित और बुद्धिगम्य नहीं लगता. ज़बर्दस्ती खींचतान कर सही साबित करने से हास्यास्पद लगने लगता है.
राम राम आचार्य जी,
प्रश्न है कि जय का दूसरा शब्द क्या है कृपया बताए???
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
एक क्षण नहीं लगाया ताटका वध में कहना और राम द्वारा मारने से पहले पशोपेश मे थे इसीलिए प्रारंभ में मारने के लिए कहने के बावजूद हाथ-पैर काटने का निर्णय लिया था.
Pranam acharya ji 🙏
Acharya ji.mere man me ek sawal hai.jiska jawab agle video me de sakte hai .Maine suna hai guru lobhi nahi hote sab par daya karte hai sab praniyon me ek jaisa swabhav rakhte hai .lekin guru dronacharya aklavya ke sath ke sath nainsafi kiye dusri bat parshuram ji bhi Karn ke sath or agar parshuram ji bishnu awtar the to ram ji kon the or dono ek sath kaise sambhav hai.🙏🙏🙏🙏
🙏🏻🕉🙏🏻
🙏🏻🙏🏻
बहुत सुंदर प्रस्तुति