Es gaani se apni gawo mi bitai huwai pal maa ki god mi bitaya huwa bachpan yaad aata hai i miss you maire maa kaas aap hote to aap ki god mi apni saare dukh bhul jaat har baar tyohaar par aap ki bahut yaad aati hi i love you maa i miss you
Sare Uttrakhand vasiyon ko bol rahe hain Apna Uttrakhand Jarur jaen Nahin to Bahar Ke Sare Uttrakhand Mein bus gaye hain Sare Musalman bhi Uttrakhand jakar bus rahe hain in Malla ko Uttrakhand se bhagao kal Koi Uttarakhand ko bhi Kashmir Bana Denge
मै ये कहता हु जिनोने गरीबी ना देखी वो नहीं समज सकते इस गाने को हमें वो दिन देखा है जब हमारे गांव मै कोई गेहूं की रोटी खाता था उसे अमीर माना जाता था हम भूके भी रहे है बहुत रोना आता है वो दिन याद करके
❤बिलकुल सही कहा.... मौका ढूंढ़ते थे उनके घर जाने के लिए... उनके घर मे वो सफ़ेद वाली रोटी मिलेंगी खाने के लिए.....❤❤❤❤दिन थे वो भी... Aaj यादों मे बदल गए....
एक दिन सब विलुप्त हो जायेगा। आपके गीत उस परंपरा को कभी नही मरने देंगे। शायद एक दिन इन गीतों को समझने वाले भी खत्म हो जाएंगे। नेगी जी मेरा सौभाग्य है की उस परिवर्तन के दौर को देखा और आपके हर खुदेड़ गीत को समझ और महसूस कर सकता हूं। एक युग के सृजन के लिए आपको धन्यवाद।
विनय जी, जिस हिसाब से उत्तराखंड का पलायन हो रहा है, एक दिन ये सब अतीत में समा जाएगा। हो सकता है कि नई पीढ़ी ये सब समझ ही न सके। Plz watch my documentary on palayan , do express your views..th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html.thanks plz.share it
16 साल बिदेश मे रहने के बाद आज मेरे पास केवल मेरे आँखों मे अंशु है मेने 16सालों मे मेरी दादी मेरी माँ मेरे पिता जी सब मुझे छोड़ कर चले गए आज इस गीत ने रुल्ला दिया और किआ kahu
Yahi haal mera bhi hai bhai muje bhi 15 saal videsh mai ho gye hai pichle saal jab ghar ne niklaa thaa to maa thi mere pAas aaj meri humesa k liye chod k chli gyi..i😢😢😢😢
कभी कभी हम लोग इस संसार की झुटी दिखावे में सब कुछ भूल जाते हैं तो आपके इन गीतों को सुनकर हमें वास्तविकता का पता चलता है। जो हमें पुनः गांव की यादों को ताज़ा करवा देती हैं
जिसने बिना मेहनत के सब कुछ पाया हो गरीबी ना देखी हो वो क्या जाने लहू के आसूं रोने की बात , बहुत बारीकी विश्लेषण इस गीत में झलकता है , धन्य हैं सुर सम्राट , कोटि कोटि नमन आपको
को ढुंगो नि पूजी मिन कै डांडा नि गौऊं मी, क्व खैरी नि खाई भैजी त्वेमा क्य लगीऊ मी। को ढुंगो...।। बाळापन मा ब्वे-बाब मुक्क मोड़ी गैनी बिराणी देव्ठ्यूमा नागू भूखू छोड़ी गैनी न आंसू फुंजिनी कैन न कैन बुथ्याऊं मी। को ढुंगो...।। कुंगळी हत्त-खुटी उणीदी आख्यूँ ल्हेकी बिराणा भांडा मांज्येनी अधपेटू खैकी ये पेटा का बाना सरासरी बडू होऊं मी। को ढुंगो...।। न ढकेण न डिसाण पूस मौउ की रात बरखा-बत्वाणी भैजी जंगळूको बास मांजी की निवाती कोळी खोज्दा रै ग्योऊं मी। को ढुंगो...।। को रचालू ई दुनिया को लेखालु भाग को करुदू होलू आंखा बूजी की निसाब लोग र्वेनी पाण्या आंसू ल्वेका आंसू रोऊं मी। को ढुंगो...।।
Uttarkashi aaj bhi esa h yr m ghar pe hu job hone k bad apna pyara Uttarakhand se acha koi State nhi h kyoki yha bhi log bas rhe kyo bhar bhagte h aap log
नेगी जी के गाने सुन सुन के बड़ा हुवा हु, हर गाना ऐसा लगता है कि मेरे लिए ही लिखा है। ऐसा मैं ही नही मेरी उम्र के कई लोग सोचते होंगे। आपका धन्यवाद नेगी जी आप अद्वितीय है। आपके धीर्घायु की कामना करता हु।
बिल्कुल सही , धन्यवाद देखने के लिए। अन्य प्रस्तुति भी देखें, उत्तराखंड के ऊपर बहुत कुछ है पलायन के गीत , डॉक्यूमेंट्री और संस्कृति की बातें। शेयर और सब्सक्राइब करना न भूलें।
Aap na Sahi kaha bhai main bhi Narendra Singh Negi ji ke gane sunkar hi bada hua hun aur jab Bhi unke ine ganon ko sunta To Aisa lagta hai yah mere liye hi gae gaye hain aur mere jivan per hi yah aadharit dhanyvad karta hun Negi ji ka bhi aur aap Jaise bhaiyon ka bhi jo ki Aaj Tak ine ganon ko aap sunte Hain thank u so Mach and Jay Uttrakhand
मे एक फौज में हूं और मेरे माता पापा जी बी मुझे छोड़ के चले गए हैं। मैंने बि बहुत गरीबी देखी है आज नेगी जी का ये गाना सुन के बहुत रोना आया रहा है और मैने भी जिंदगी में बहुत गरीबी देखी और बहुत संघर्ष किया है 😢😢😢😢
😂😂😂😂😂😊😂inme 1 alag acharan ka hay, jo negiji ke gano se sarokar n rakhta hay lekin may 3rd negi ji ke gano se paseej jata hu, man-dil se negi ji ko hardik 🙏
पुरानी गांव की संस्कृति का गाना सुनने के बाद अक्सर कई तरह की भावनाएं जागृत हो जाती हैं: 1. ऐसा गाना सुनते ही अक्सर पुराने दिनों की यादें ताजा हो जाती हैं। खेतों में काम करना, गांव की गलियों में घूमना, और उन पुराने दोस्तों और परिवार के साथ बिताए गए पल याद आ जाते हैं। 2. **सुकून और शांति:** गांव की सरल और शांत जीवनशैली की याद आते ही मन में एक सुकून और शांति का एहसास होता है। ऐसे गीत हमें उस सरल जीवन की तरफ खींचते हैं जो शहरी जीवन की भागदौड़ से बिल्कुल अलग होता है। 3. **संवेदनशीलता:** गानों के बोल और धुनें, गांव के माहौल और वहां के लोगों की मेहनत और संघर्ष को बयां करती हैं, जिससे दिल में संवेदनशीलता और अपनापन महसूस होता है। 4. **गर्व:** अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव महसूस होता है, और गांव की धरोहर पर गर्व भी होता है। ये गाने हमारी परंपराओं, रीति-रिवाजों और विरासत की याद दिलाते हैं।
क्या कुछ लिखा जाय इतना शब्दों का ज्ञान हमें है नहीं लेकीन एक बात जरूर बोलूंगा आदरणीय नेगी जी आपके सभी गानों को सुनकर दिल को तसल्ली और मन को सांति जरूर मिलता है ।आपको कोटि कोटि नमन 🙏🙏
नरेंद्र सिंह नेगी इस सदी के पहाड़ के महनायक हैं जिन्होंने अपने गीतों में पहाड़ की भावनाओं को पहाड़ की आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक परिस्थितियों को अपने गीतों में पिरो कर पहाड़ियों और उनकी पीढ़ी को कर्जदार बना दिया है
Hamare respected shreeman narinder singh ji ne jo bhi geet gayi hai , un me darad , khusi,or uttrakhand ki liye bahut pram hai , me jab bhi shreeman neji ji ki geet sunta hu , aapna gaon yad aa jata hai , kisi geet me to aakho me aasu aa gate hai , me shreeman neji ji ko kotee kotee namaskar karta hu, pram pita parmeshwar se prathna karta hu hamare badi Bhai shree neji sada khus and khushal rahe.
Negi saheb satasha pranam, I have listened the song of uttarakhand, I like most valuable in life to each indians, and salam to make unity of uttarakhand, also I have proud of you negi saheb. Aap hame dhartipar pav rakhkar pyarse calna sikhate hai na ki hava me dimag rakhkar chalenge. Ham uttarakhand ke sab jankariyaan heartly lethe hai aur edher udher hamara koi na koi hai aisaa lagta . hai aapko bahot sari snhechha negi saheb.
जीवन को भले ही प्रदेश मे बिता रहा हूँ दो रोटी के खातिर 😭मगर अपना वो घर अभी तक नही भूला जिस घर मे अभी भी मेरी यादें बसी हुई हैं. 😭जिस घर मे मेरा बचपना बीता जिस घर मे मुझे लाड प्यार मिला, जिस घर गांव मा मेरा वो शरीर बड़ा हुआ जिस गांव की मिट्टी की सुगंध आज भी इस शहर मे महसूस करता हूँ. 🙏धन्य हैं हम वो सब लोग जिन्होंने देवभूमि मे जन्म लिया 🙏🙏😭
Rona aa jaata ha es dukhbare geet ko sunk.,Apne maa baap ki purani strugglesl ki yaad aa jaati ha.Kis tarah humare pahad k maa baapo ne hume kamyaab banane k liye kinti mehnat ki hogi.Kitne balidaan diye hoge.
💖💗❤💝💥💋👄💋👄💝💖💗❤😪🇮🇳🙏🙏🙏🙏🌿☘️🌹🍀आभार चा आप सब्बि "❤❤दिली "*कालाकारों को जी "*एन्नी बणाया करा "*और देश और उत्तराखण्ड "भक्ति "का "जोशीला " गीत गाणा जागर "🙏🇮🇳🙏🇮🇳🌹🌹
पहाड़़ की रौनक ही अलग है।चाहेवह गढ़वाली हो या कुमाऊँनी ़लेकिन हमारी नई पीढी़ वाले शहरों की चकाचौंध में सब छोड चुके थे। लेकिन इस कोरोनाकाल में कुछ भाई बहिनों को।अपने पहाडोे की याद आही गई है जिससे आज हर गाँव में थोडी बहुत चहल पहल दिख रही है मेरी सभी भाई बहिनों से अपील है कि अपनी देबभूमि को आगे भी इसी तरह आवाद रखने में अपना अपना सहयेग दें ताकि इस परकार के गानों के बजाय खुशियें भरे गीत गाए जायं।।धनयवाद
आपके कॉमेंट्स पढ़कर बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद । हमको कोरोना ने फिर मौका दिया है , हमे अपने गाँव के लिए जरूर कुछ करना चाहिए,पलायन को रोकने का यही एक मौका है। आप चेंनल से जुड़ें, अपने उत्तराखंड के ऊपर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री जरूर देखें। ये गीत भी जरूर सुने th-cam.com/video/Hff140fgm8s/w-d-xo.html। और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और सब्सक्राइब भी करवाये।
पैलि का जमाना का गीत मु और अब का जमाना का गीत मु जमीन आसामां कु फरक छ अब का गीत के कामा का नि छ।☹️अर पुराणा गीत अब कूयी ब्यो बराती म कै रौंसला उत्श्वू मा नि बजांद ।
ईई चलती फिरती भागती दौड़ती जिंदगी मा कुछ नीच मेरा भाई भूलो अपनो पहाड़ अपनो पहाड़ चा कूडी पुगड़ी आप लोगो कु जागुल्ली चा कूड़ा का द्वार भी सौडी गएn और देवता का तिमट्टा भी सौ di गएn
बहुत बहुत धन्यवाद नेगी जी को जोंन इन गीत बंढ़या जु हमारा मुल्क मां बाप कु याद दिलती उन लोगों को जो अपने जन्म भूमि खेती बाड़ी छोड़ कर कहीं दूर हैं बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
भौत ही शानदार नेगी दा अपड़ा यूँ गीतूं का माध्यम सी गढ़वाली सभ्यता अर संस्कृति का अंत तक जीवित रला। हमारू सौभाग्य छ कि नेगी जी हमारी पीढी(लगभग) म जनम्यां। कोटिश नमन 🙏🙏🙏
नेगी जी आप के गीतों को सुनकर इतना सुकून मिलता है कि क्या बताऊं आप हर गाने की इतनी अच्छी तरह रचियता की है जो कि पहले की हालतों पर हैं जितनी आप की तरीफ करें उतना कम है धन्य हैं आप ❤️🙏🙏💐🌷💐
ये गाने ये शब्द मुझे मेरे बीते हुए कल की याद दिला रहे हैं जब तक सबके साथ था सब बैरी बन गए मा बाप भी मुंह मोड़ गए । सबको मेरी जरूरत नहीं थी मुझे मेरी गलती का पता नहीं लेकिन क्या कहूं। नेगी जी आपने बहुत सारे गाने मेरे जीवन पर आधारित गए हैं धन्यवाद।
उत्तराखंड में जो संस्कृति अभी जिंदा है नेगी दा की वजह से ही है ,,, वरना हमारी जो अब की पीढ़ी है किसी को भी अपनी संस्तृति याद नहीं है ,,, नेगीदा में बॉलीवुड के गाने न सुनकर आपके गानों में मगन हो जाता हूं गढ़ रत्न नेगी दा को मेरा प्रणाम 🙏♥️♥️♥️🙏
नेगी साहब जैसे गायक बहुत कम जन्मते है एक एक शब्द में दर्द और सच्चाई और उत्तराखंडी दर्द आप दीर्घ आयु हो नेगी साहब धन्य है आप और आप की माता को जिसने आप को जन्म दिया
यी हमता भगवान जानी छन ज्योंन हमथा हमारी संस्कृति ओर हमारा उत्तराखंड का बारा मा यो गानों का द्वारा हम सभी ता बताई मि धन्य वे जान्दो नेगी जी का गानों ता सूणी
नेगी जी के इन गानों की धूम के समय मैं गढ़वाल में कार्यरत था, कुमाऊनी होते हुए मैं गढ़वाली अच्छी तरह समझता हूं और बहुत enjoy करता हूं।मेरे बहुत से दोस्त गढ़वाल से हैं।❤❤
नेगी जी द्वारा गाये गीतों को मै बचपन से सुनाता हूँ सुनकर मन् शान्ति मिलती है नेगी जी के लिए मै भगवान् से यही कमाना हूँ कि नेगी जी हमेशा यू ही गीत गाते रहे बुढापा नेगी जी को कभी भी पर कभी ना आये
धन्यवाद श्री नेगी जी आपका हर गीत जन साधारण से जुड़ा हुआ है आपकी सभी रचनाएं हकीकत जीवन से जुड़ी हुई है आपको सदैव याद रखा जाएगा इन गीतों के माध्यम से भगवान आपको लंबी उम्र दे🙏🙏🙏
bhuta achaa geet h 🙏 or अच्छा गाना है बहुत अच्छा गाना है नेगी जी सर को प्रणाम और शब्द भी बहुत अच्छे हैं हर मां बाप अपने बेटे के लिए ऐसी कठिनाइयां खाते हैं और लड़के अपनी मां बाबू को क्या देते हैं इससे भी ज्यादा कठिनाइयां आजकल तो जमाना ही कुछ ऐसा हो गया है क्योंकि इज्जत ही नहीं है ummid karte Hain ki yah gana sunkar Apne man baap ki ijjat karna sikho 👍
हमारी प्यारी देव भूमि को शत-शत नमन यह हमारी भाग्य की विडंबना ही है कि हम स्वर्ग जैसी धरती के निवासी होते हुए भी हमें बाहर के राज्यों में बसना पड़ रहा है हमारा उत्तराखंड में थोड़ा सा विकास हो जाता तो हम लौट कर अपने उत्तराखंड कि धरती में चले जाते
आपके विचार बहुत अच्छे हैं, आप मेरी पलायन के ऊपर बनई गयी डॉक्यूमेंट्री जरूर देखियेगा। नाम है - घट्ट एक मूक दर्शक। उसमे पलायन के बारे में ही बताया गया है।th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html
बिल्कुल सही , धन्यवाद देखने के लिए। अन्य प्रस्तुति भी देखें, उत्तराखंड के ऊपर बहुत कुछ है पलायन के गीत , डॉक्यूमेंट्री और संस्कृति की बातें। शेयर और सब्सक्राइब करना न भूलें।
जब जब घर से दूर होटलों में काम करने हम लोग जाते हैं तो नेगी जी आपके एक गाने दिल में एक अजीब सी हलचल हो जाती है लगता है जैसे कि कुछ तो छोड़ कर आया घर में और कब अपने घर जाएं घर की बहुत याद आती है
Mujhe apna uttrakhand pyara hai ...or hamesha rahe ga .....or Narendra singh ngi ...I love u ....me ..baut bada fan hu ....apke song sun ke me bada hua hu ....or apna budpa bhi apke song ke sath hi khatm karna chahta hu ....Rona aa jata hai apke song sun ke ..
धन्य-धन्य मेरा उत्तराखंड की भूमि जैन हमतैं पूज्य नेगी जी जन अनमोल रत्न दीनें। आदरणीय नेगी जी का गीत सूणी का हम अति भावुक ह्वै जांदा और मन करद कि अभी नेगी जी मैं मिलण छो अर अपणा मन का उदगार बथौण छा।जुग जुग जियां नेगी जी अर हमेशा स्वस्थ व नीरोग रैयां।
Negi ji ko mein tahe Dil se dhanyvad deta hun. Is gane ko sunkar purani yaden taaja Ho jaati. Gane ko barbar sunne ka man karta hai . very nice song❤❤❤❤
Es gaani se apni gawo mi bitai huwai pal maa ki god mi bitaya huwa bachpan yaad aata hai i miss you maire maa kaas aap hote to aap ki god mi apni saare dukh bhul jaat har baar tyohaar par aap ki bahut yaad aati hi i love you maa i miss you
इस गीत की ही निराली है। एक याद है सबके बचपन की।
Q qq
Jay Dev Bhumi Uttrakhand Jay mera pyara Uttarakhand
Sare Uttrakhand vasiyon ko bol rahe hain Apna Uttrakhand Jarur jaen Nahin to Bahar Ke Sare Uttrakhand Mein bus gaye hain Sare Musalman bhi Uttrakhand jakar bus rahe hain in Malla ko Uttrakhand se bhagao kal Koi Uttarakhand ko bhi Kashmir Bana Denge
Ye documentary jarur dekhen th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html
किस किस को घर गाव की याद आती है नेगी जी के गाने सुन के❤
Mujhe bahut yaad aati hai
मुझे वो भी बहुत ज्यादा
Mujhe bahut jada pr majburi hai delhi mai rhna ki kya kre
मै ये कहता हु जिनोने गरीबी ना देखी वो नहीं समज सकते इस गाने को
हमें वो दिन देखा है जब हमारे गांव मै कोई गेहूं की रोटी खाता था उसे अमीर माना जाता था
हम भूके भी रहे है बहुत रोना आता है
वो दिन याद करके
आपकी हर बात सही है। धन्यवाद देखने और अपने विचार व्यक्त करने के लिए
पहले अमीर कौन था सब गरीब ही थे
Correct same to same me
❤बिलकुल सही कहा.... मौका ढूंढ़ते थे उनके घर जाने के लिए... उनके घर मे वो सफ़ेद वाली रोटी मिलेंगी खाने के लिए.....❤❤❤❤दिन थे वो भी... Aaj यादों मे बदल गए....
Sahi kaha nit
एक दिन सब विलुप्त हो जायेगा। आपके गीत उस परंपरा को कभी नही मरने देंगे। शायद एक दिन इन गीतों को समझने वाले भी खत्म हो जाएंगे। नेगी जी मेरा सौभाग्य है की उस परिवर्तन के दौर को देखा और आपके हर खुदेड़ गीत को समझ और महसूस कर सकता हूं। एक युग के सृजन के लिए आपको धन्यवाद।
विनय जी, जिस हिसाब से उत्तराखंड का पलायन हो रहा है, एक दिन ये सब अतीत में समा जाएगा। हो सकता है कि नई पीढ़ी ये सब समझ ही न सके।
Plz watch my documentary on palayan , do express your views..th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html.thanks plz.share it
Samjh sktea hen kisi v sdii mea
16 साल बिदेश मे रहने के बाद आज मेरे पास केवल मेरे आँखों मे अंशु है मेने 16सालों मे मेरी दादी मेरी माँ मेरे पिता जी सब मुझे छोड़ कर चले गए आज इस गीत ने रुल्ला दिया और किआ kahu
इसी रोने में भी कितना सुखद आनंद की अनुभूति होती है
Ab pchtane s ky fayeda bhai
Yahi haal mera bhi hai bhai muje bhi 15 saal videsh mai ho gye hai pichle saal jab ghar ne niklaa thaa to maa thi mere pAas aaj meri humesa k liye chod k chli gyi..i😢😢😢😢
Hi
Sir aisa hota hai jindage bi ajeeb hai . Bhut duk hota hai
कभी कभी हम लोग इस संसार की झुटी दिखावे में सब कुछ भूल जाते हैं तो आपके इन गीतों को सुनकर हमें वास्तविकता का पता चलता है। जो हमें पुनः गांव की यादों को ताज़ा करवा देती हैं
जिसने बिना मेहनत के सब कुछ पाया हो गरीबी ना देखी हो वो क्या जाने लहू के आसूं रोने की बात ,
बहुत बारीकी विश्लेषण इस गीत में झलकता है ,
धन्य हैं सुर सम्राट , कोटि कोटि नमन आपको
धन्यवाद , आप गीत की भावनाओ से बिल्कुल जुड़ गये, क्या आपने उत्तराखंड पलायन पर बनी मेरी डॉक्यूमेंटरी देखी? th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html
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जोशी जी आपकी 100% सही है, कु खैरी नि खाई भैजी, त्वैमा क्या लगोंऊँ मी।
Thanks Negi Ji
42 साल दिल्ली में रहने के बाद भी लगा कुछ छुट गया जो मिल न सका। ये गीत मन को उदास कर जाता है धन्य हैं नेगी दा
न दौड़ न दौड़ त्युं उनधारी की बाटा ।
Sahi kaha apne
संगीत बादशाह नेगी जी को कोटि-कोटि प्रणाम सा 🙏
अति सुन्दर है सा 🙏
मारवाड़ी
@@TheHimalayanDiary 00⁰⁰000⁰00000000000000000000000000000000000000000⁰0000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000⁰⁰00⁰000⁰0000000⁰⁰000⁰⁰0⁰0000⁰0⁰00⁰000000⁰⁰⁰⁰⁰0⁰00⁰⁰000⁰⁰⁰00000⁰000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000⁰00000000000000000000000000000⁰0000000000⁰000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000⁰0000000000000000000000000000000000000000000⁰000000000⁰⁰00000⁰000⁰⁰00
Sahi bola bhai ji
जब भी घर की याद आती है तो ये गाना सुन के बहुत सुकून मिलता है वो दिन याद आ जाते बचपन के दिन मां बाप की यादें
Nice negi ji🙏❤️🙏
Dhnywad th-cam.com/video/vRzr7_Daxtk/w-d-xo.html
नेगी जी आप एक महान व्यक्तित्व के धनी है । हर उत्तराखंडी आपका हमेशा ऋणी और कर्जदार रहेगा। आपके गानों को सुनकर दिल को तसल्ली और मन को शांति मिलती।
बिल्कुल सत्य वचन, चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलिए, ये गीत भी जरूर देखियेगा। th-cam.com/video/Hff140fgm8s/w-d-xo.html
Shai baat hai
Bde bhai shi baat ❤❤
😊😊😊😊😊
को ढुंगो नि पूजी मिन कै डांडा नि गौऊं मी, क्व खैरी नि खाई भैजी त्वेमा क्य लगीऊ मी। को ढुंगो...।।
बाळापन मा ब्वे-बाब मुक्क मोड़ी गैनी बिराणी देव्ठ्यूमा नागू भूखू छोड़ी गैनी न आंसू फुंजिनी कैन न कैन बुथ्याऊं मी। को ढुंगो...।।
कुंगळी हत्त-खुटी उणीदी आख्यूँ ल्हेकी बिराणा भांडा मांज्येनी अधपेटू खैकी ये पेटा का बाना सरासरी बडू होऊं मी। को ढुंगो...।।
न ढकेण न डिसाण पूस मौउ की रात बरखा-बत्वाणी भैजी जंगळूको बास मांजी की निवाती कोळी खोज्दा रै ग्योऊं मी। को ढुंगो...।।
को रचालू ई दुनिया को लेखालु भाग को करुदू होलू आंखा बूजी की निसाब लोग र्वेनी पाण्या आंसू ल्वेका आंसू रोऊं मी। को ढुंगो...।।
धन्यवाद आपका
जिसने भी आज से 40 साल पहले यह हकीकत देखी है यह गीत आज उस समय का एहसास करता है
कितना अच्छा समय था
ध्न्यवाद आपका देखने के लिए, उत्तराखंड के ऊपर बनी ये डॉक्यूमेंट्री जरूर देखियेगाth-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html, plz subscribed channel also.
Han ji ryt..
Uttarkashi aaj bhi esa h yr m ghar pe hu job hone k bad apna pyara Uttarakhand se acha koi State nhi h kyoki yha bhi log bas rhe kyo bhar bhagte h aap log
😂😂😂❤❤❤❤👏👏👏👏😢😢😢
24 साल की ही उम्र में ज़िंदगी का सताया हुआ हूं मैं
बस इस गाने को सुन कर सुकून मिलता है 😢😢
Ku Bhai ky huaa 😢😢😢😢
मां बाप सदैव पूजनीय हैं। उनके बिना जीवन कठिन है।और नेगी जी के गीत सारगर्भित है। धन्य है। नेगी जी।
नेगी जी के गाने सुन सुन के बड़ा हुवा हु, हर गाना ऐसा लगता है कि मेरे लिए ही लिखा है। ऐसा मैं ही नही मेरी उम्र के कई लोग सोचते होंगे। आपका धन्यवाद नेगी जी आप अद्वितीय है। आपके धीर्घायु की कामना करता हु।
Negi ji ke bina uttarakhand adhura hai...
बिल्कुल सही , धन्यवाद देखने के लिए। अन्य प्रस्तुति भी देखें, उत्तराखंड के ऊपर बहुत कुछ है पलायन के गीत , डॉक्यूमेंट्री और संस्कृति की बातें। शेयर और सब्सक्राइब करना न भूलें।
I proud to be uttarakhandi where I know such a great person Mr. N Negi where he very well describe all life by his 🎵 greatest songs,
Ha Bhay ji muji vi ise he lagtha hai ki Nige ji nai mare khahani bathye ho
Aap na Sahi kaha bhai main bhi Narendra Singh Negi ji ke gane sunkar hi bada hua hun aur jab Bhi unke ine ganon ko sunta To Aisa lagta hai yah mere liye hi gae gaye hain aur mere jivan per hi yah aadharit dhanyvad karta hun Negi ji ka bhi aur aap Jaise bhaiyon ka bhi jo ki Aaj Tak ine ganon ko aap sunte Hain thank u so Mach and Jay Uttrakhand
मेरा फेवरेट सोग है ये जब दुखी होता हू तो ये सुनता हू😢😢😢
मे एक फौज में हूं और मेरे माता पापा जी बी मुझे छोड़ के चले गए हैं। मैंने बि बहुत गरीबी देखी है आज नेगी जी का ये गाना सुन के बहुत रोना आया रहा है और मैने भी
जिंदगी में बहुत गरीबी देखी और बहुत संघर्ष किया है 😢😢😢😢
❤
😂😂😂😂😂😊😂inme 1 alag acharan ka hay, jo negiji ke gano se sarokar n rakhta hay lekin may 3rd negi ji ke gano se paseej jata hu, man-dil se negi ji ko hardik 🙏
@@SureshSingh-gl8prbheji jo apne ye😂 emoji dali h na wo rone ka nhi hasne wala h😢
मैं निगदु कि नेगी जी का बाद हमरा उत्तराखण्ड मां क्वी यनु गीतकार, गितार पैदा ह्वलु। जुग जुग जिया नेगी जी। ऊषामठ बटिन।
पुरानी गांव की संस्कृति का गाना सुनने के बाद अक्सर कई तरह की भावनाएं जागृत हो जाती हैं:
1. ऐसा गाना सुनते ही अक्सर पुराने दिनों की यादें ताजा हो जाती हैं। खेतों में काम करना, गांव की गलियों में घूमना, और उन पुराने दोस्तों और परिवार के साथ बिताए गए पल याद आ जाते हैं।
2. **सुकून और शांति:** गांव की सरल और शांत जीवनशैली की याद आते ही मन में एक सुकून और शांति का एहसास होता है। ऐसे गीत हमें उस सरल जीवन की तरफ खींचते हैं जो शहरी जीवन की भागदौड़ से बिल्कुल अलग होता है।
3. **संवेदनशीलता:** गानों के बोल और धुनें, गांव के माहौल और वहां के लोगों की मेहनत और संघर्ष को बयां करती हैं, जिससे दिल में संवेदनशीलता और अपनापन महसूस होता है।
4. **गर्व:** अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव महसूस होता है, और गांव की धरोहर पर गर्व भी होता है। ये गाने हमारी परंपराओं, रीति-रिवाजों और विरासत की याद दिलाते हैं।
हम भले ही आज के समय मे ये गाना सुन रहे है लेकिन हमारे पूर्वजो ने कितनी मुश्किलों का सामना किया होगा। ये महसूस किया जा सकता है।। ❤🙏🙏
क्या कुछ लिखा जाय इतना शब्दों का ज्ञान हमें है नहीं लेकीन एक बात जरूर बोलूंगा आदरणीय नेगी जी आपके सभी गानों को सुनकर दिल को तसल्ली और मन को सांति जरूर मिलता है ।आपको कोटि कोटि नमन 🙏🙏
धन्यवाद
में कुमाउनी हु गढ़वाली समझ कम आती है । लेकिन संगीत की शक्ति से सब समझ आता है । पहाड़ का दर्द
धन्यवाद , चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें, उत्तराखंड पलायन के ऊपर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री देखना न भूलें।
Bhaiyaji Kumaoni Or garhwali log to
Kumowni Or garhwali log to bhai bhai jese hein bhaiya. Hamari sanskriti same hai or bhasa bhi lagbhag lagbhag same hi hai.
Sahi baat , bhaiji th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html ye documentary jarur dekhna
Hum sab bhaai bhaai hain , hum sab ek hai jonsar se lekar gadhwal kumawu sab
Narendra Singh negi ji ke gane sunkar rona aa jata dhniya ho Narendra Singh Negi ji ko
चार दशक पहले यही दुनिया थी जो हम देख चुके हैं यह सत्य है नेगी जीके स्वर में🙏
Negi ji आपके गीतों को सुन सुन के बड़े हुए है ।और जो सच्चाई आपके गीत के माध्यम से मिली है वो जीवन का आधार है
नरेंद्र सिंह नेगी इस सदी के पहाड़ के महनायक हैं जिन्होंने अपने गीतों में पहाड़ की भावनाओं को पहाड़ की आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक परिस्थितियों को अपने गीतों में पिरो कर पहाड़ियों और उनकी पीढ़ी को कर्जदार बना दिया है
आज की पीडी मा इन बाणी और इन खुदेड गीतू का कलाकार कवे नीचा जन नेगी जी छन धन्यबाद नेगी जी आपकू की आपल उतराखड का इतिहास
मांजी की निवती कोली , खोजदा रैग्याऊ मी क्वा खैरी नी खाई भैजी त्वेमा क्या लगऊ मी...❤❤❤
😂
😢😢😢😢😢
दिल को छू लेने वाले शब्दों का मेल। आँख नम हो जाती है जब भी यह गीत सुनता हूँ। दिल से सुकून मिलता है॥
धन्यवाद । शेयर भी करें।
अपने अपनी आवाज से लोगो का दिल तो जीता ही है पर अपने अपनी आवाज से उत्तराखंड को एक कर रखा है आपको नमन है
नरेन्द्र सिंह नेगी को शत शत नमन
❤🙏❤ ॐ ❤🙏❤
नरेंद्र सिंह नेगी जी का हर गाना ऐसा होता है जो पूरे उत्तराखंड के लोगों के दिल को छू जाता है
Hamare respected shreeman narinder singh ji ne jo bhi geet gayi hai , un me darad , khusi,or uttrakhand ki liye bahut pram hai , me jab bhi shreeman neji ji ki geet sunta hu , aapna gaon yad aa jata hai , kisi geet me to aakho me aasu aa gate hai , me shreeman neji ji ko kotee kotee namaskar karta hu, pram pita parmeshwar se prathna karta hu hamare badi Bhai shree neji sada khus and khushal rahe.
नेगी जी को कोटि कोटि नमन हम आपकी दीर्घाआयू की प्रार्थना करते है और आप ऐसे ही और गाने गाते रहे जिंदगी मैं
नेगी जी के गीत दिल को छूने वाले होते हैं 👏👏🙏🙏
वास्तव में यह गाना 25_30 साल पहले की यादें ताजी कर देता है शुक्रिया नेगी जी
Negi saheb satasha pranam, I have listened the song of uttarakhand, I like most valuable in life to each indians, and salam to make unity of uttarakhand, also I have proud of you negi saheb. Aap hame dhartipar pav rakhkar pyarse calna sikhate hai na ki hava me dimag rakhkar chalenge. Ham uttarakhand ke sab jankariyaan heartly lethe hai aur edher udher hamara koi na koi hai aisaa lagta . hai aapko bahot sari snhechha negi saheb.
जब यह गाना सुनता हूं आंखों में आंसू आ जाते हैं
धन्य हो नेगी जी आपका जो आपने इतना अच्छा गाना बनाया❤❤😢😢😢❤😢😢😢
जीवन को भले ही प्रदेश मे बिता रहा हूँ दो रोटी के खातिर 😭मगर अपना वो घर अभी तक नही भूला जिस घर मे अभी भी मेरी यादें बसी हुई हैं. 😭जिस घर मे मेरा बचपना बीता जिस घर मे मुझे लाड प्यार मिला, जिस घर गांव मा मेरा वो शरीर बड़ा हुआ जिस गांव की मिट्टी की सुगंध आज भी इस शहर मे महसूस करता हूँ. 🙏धन्य हैं हम वो सब लोग जिन्होंने देवभूमि मे जन्म लिया 🙏🙏😭
दिल को छू गया ये गीत.. मैं वापस गाँव आ रहा हूँ..
जरूर जाएं
Wow...come back to ur village
Dil choo lene wala geet 😢 purane din yaad aa jate h
Rona aa jaata ha es dukhbare geet ko sunk.,Apne maa baap ki purani strugglesl ki yaad aa jaati ha.Kis tarah humare pahad k maa baapo ne hume kamyaab banane k liye kinti mehnat ki hogi.Kitne balidaan diye hoge.
💖💗❤💝💥💋👄💋👄💝💖💗❤😪🇮🇳🙏🙏🙏🙏🌿☘️🌹🍀आभार चा आप सब्बि "❤❤दिली "*कालाकारों को जी "*एन्नी बणाया करा "*और देश और उत्तराखण्ड "भक्ति "का "जोशीला " गीत गाणा जागर "🙏🇮🇳🙏🇮🇳🌹🌹
अति संवेदनशील और भावनापूर्ण गीत धन्यवाद है ऐसे रचनाकार श्री नेगी जी का।
आदरणीय नेगी जी की आवाज मे अलग ही बात है l दर्द भरा खुदेड गीत 👌👍🙏
पहाड़़ की रौनक ही अलग है।चाहेवह गढ़वाली हो या कुमाऊँनी ़लेकिन हमारी नई पीढी़ वाले शहरों की चकाचौंध में सब छोड चुके थे। लेकिन इस कोरोनाकाल में कुछ भाई बहिनों को।अपने पहाडोे की याद आही गई है जिससे आज हर गाँव में थोडी बहुत चहल पहल दिख रही है मेरी सभी भाई बहिनों से अपील है कि अपनी देबभूमि को आगे भी इसी तरह आवाद रखने में अपना अपना सहयेग दें ताकि इस परकार के गानों के बजाय खुशियें भरे गीत गाए जायं।।धनयवाद
आपके कॉमेंट्स पढ़कर बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद । हमको कोरोना ने फिर मौका दिया है , हमे अपने गाँव के लिए जरूर कुछ करना चाहिए,पलायन को रोकने का यही एक मौका है। आप चेंनल से जुड़ें, अपने उत्तराखंड के ऊपर बनाई गई डॉक्यूमेंट्री जरूर देखें। ये गीत भी जरूर सुने th-cam.com/video/Hff140fgm8s/w-d-xo.html। और ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और सब्सक्राइब भी करवाये।
Negi da ki voice ar wo jamanu 🥹🙌❤😊
कितना प्यारा व रियल लाइफ पर गाया हुआ गीत है, कोटि कोटि नमन नेगी जी को।
आज 17 साल हो गये घर से। बहाए रहते हुए लेकिन एशा मार्मिक गीत सुना नही अब आज घर जा रहा हु अभी
पैलि का जमाना का गीत मु और अब का जमाना का गीत मु जमीन आसामां कु फरक छ अब का गीत के कामा का नि छ।☹️अर पुराणा गीत अब कूयी ब्यो बराती म कै रौंसला उत्श्वू मा नि बजांद ।
भेजी , ठीक ब्वाल आपुन, क्या आपन मेर चैनल म बणी पलायन डॉक्यूमेंट्री देखयी की नि, जरूर दिखीं और कॉमेंट जरूर करा।
मुझे तो बहुत याद आती है अपनी मां और अपनी फैमली की 😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
ये गीत सूणी कि अपणु बचपन भी याद ऐ जांदू।। धन्य हैं नेगी जी।।
ईई चलती फिरती भागती दौड़ती जिंदगी मा कुछ नीच मेरा भाई भूलो अपनो पहाड़ अपनो पहाड़ चा कूडी पुगड़ी आप लोगो कु जागुल्ली चा कूड़ा का द्वार भी सौडी गएn और देवता का तिमट्टा भी सौ di गएn
आज 21 का हु। शायद ही पिछले 6 साल मे कभी रोया हूंगा। लेकिन जब भी नेगी जी का गाना सुनता हु। आंखे नम हो जाती h
बहुत ही अंतर्मन से निकली आवाज और अधिकतर गढ वासियों के आप बीती इस गीत से जुड़ी महसूस होती है।
नेगी जी के गाने सुन कर सुकून बहुत मिलता है। जब भी घर गाँव की याद आती है। तब तब नेगी जी के ही गाने सुनता हू ।
Uttarakhand me bas ek he rock star hai vo hai negi dha 😭😭😍
बहुत बहुत धन्यवाद नेगी जी को जोंन इन गीत बंढ़या जु हमारा मुल्क मां बाप कु याद दिलती उन लोगों को जो अपने जन्म भूमि खेती बाड़ी छोड़ कर कहीं दूर हैं बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बचपन याद आ गया है और रोना भी ❤❤🙏🙏
भौत ही शानदार
नेगी दा अपड़ा यूँ गीतूं का माध्यम सी गढ़वाली सभ्यता अर संस्कृति का अंत तक जीवित रला। हमारू सौभाग्य छ कि नेगी जी हमारी पीढी(लगभग) म जनम्यां। कोटिश नमन 🙏🙏🙏
ठीक ब्वाल आपन, नेगी जसी दूसर क्वी नि हो सकदू, चैनल त सब्सक्राइब और शेर जरूर करा। th-cam.com/video/Hff140fgm8s/w-d-xo.html ये गीत जरूर दिखिन।
वाह क्या गाना आंखों में आंसू आ गए सुन के इसका दर्द वही जिनके बचपन में मां-बाप गुर्जर के
सही बोलै आप। चेनल को सब्सक्राइब जरूर करें th-cam.com/video/vRzr7_Daxtk/w-d-xo.html ये वीडियो भी देखें
नेगी जी आप के गीतों को सुनकर इतना सुकून मिलता है कि क्या बताऊं आप हर गाने की इतनी अच्छी तरह रचियता की है जो कि पहले की हालतों पर हैं जितनी आप की तरीफ करें उतना कम है धन्य हैं आप ❤️🙏🙏💐🌷💐
अफसोस इस बात का है कि नेगी जी के गीत नई पीढ़ी ना समझ पा रही है ना सुन पा रही है कुछ दसक बाद कोई नि पूछेगा😢
23 sal garhwal se bahar hu par roj Negi ji k gane sunta hu koti koti pranam Negi ji ko
Ye song sunke kis kis ko apne dada dadi ke sath bitaya hu wo bachpan ka time yad kr aankhe bhr gyi ha
ये गाने ये शब्द मुझे मेरे बीते हुए कल की याद दिला रहे हैं जब तक सबके साथ था सब बैरी बन गए मा बाप भी मुंह मोड़ गए । सबको मेरी जरूरत नहीं थी मुझे मेरी गलती का पता नहीं लेकिन क्या कहूं। नेगी जी आपने बहुत सारे गाने मेरे जीवन पर आधारित गए हैं धन्यवाद।
ये गाना मुझे मेरे पिताजी की याद दिलाता है
शायद ये हर उस उत्तराखंडी की पीड़ा है जिसने ज्यादातर जीवन अपना उत्तराखंड पहाड़ों और गाँवों में बिताया है
Negi ggg KE gano me rash h jb suno tb apna gr yad aa jata sada bhahar garhwali song
उत्तराखंड में जो संस्कृति अभी जिंदा है नेगी दा की वजह से ही है ,,,
वरना हमारी जो अब की पीढ़ी है किसी को भी अपनी संस्तृति याद नहीं है ,,,
नेगीदा में बॉलीवुड के गाने न सुनकर आपके गानों में मगन हो जाता हूं
गढ़ रत्न नेगी दा को मेरा प्रणाम 🙏♥️♥️♥️🙏
इस गीत की जितनी तारीफ करनी उतनी कम है कोटि कोटि प्रणाम नेगी जी को 🙏🙏😭
नेगी साहब जैसे गायक बहुत कम जन्मते है एक एक शब्द में दर्द और सच्चाई और उत्तराखंडी दर्द आप दीर्घ आयु हो नेगी साहब धन्य है आप और आप की माता को जिसने आप को जन्म दिया
यी हमता भगवान जानी छन ज्योंन हमथा हमारी संस्कृति ओर हमारा उत्तराखंड का बारा मा यो गानों का द्वारा हम सभी ता बताई मि धन्य वे जान्दो नेगी जी का गानों ता सूणी
thik bwal apan. bot bot dhnywad
नेगी जी के इन गानों की धूम के समय मैं गढ़वाल में कार्यरत था, कुमाऊनी होते हुए मैं गढ़वाली अच्छी तरह समझता हूं और बहुत enjoy करता हूं।मेरे बहुत से दोस्त गढ़वाल से हैं।❤❤
नेगी जी द्वारा गाये गीतों को मै बचपन से सुनाता हूँ सुनकर मन् शान्ति मिलती है नेगी जी के लिए मै भगवान् से यही कमाना हूँ कि नेगी जी हमेशा यू ही गीत गाते रहे बुढापा नेगी जी को कभी भी पर कभी ना आये
धन्यवाद श्री नेगी जी आपका हर गीत जन साधारण से जुड़ा हुआ है आपकी सभी रचनाएं हकीकत जीवन से जुड़ी हुई है आपको सदैव याद रखा जाएगा इन गीतों के माध्यम से भगवान आपको लंबी उम्र दे🙏🙏🙏
Apni gareebi ke woh din kabhi nahi bhul sakte
इस गीत ने करोना काल में
घर गांव का याद दिला दिया,
वास्तव मे घर घर होता है गांव गांव होते है ,,बहुत सुन्दर गीत है
Plz subscribed and share
इस गीत में वास्तविकता को बहुत ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया गया है।
साभार नेगी ज़ी 💐🙏
यह गाना मेरे पिताजी के जीवन पर बहुत सटीक बैठता है।
🙏🥲
मार्मिक
अद्भुत
अद्वितीय
अनुभव का निचोड़ 😢😢😢😢
अविस्मरणीय गीत और नेगी जी, जब तक उत्तराखंड रहेगा ,आपका नाम रहेगा ।
नमन है आपको 🙏
bhuta achaa geet h 🙏 or अच्छा गाना है बहुत अच्छा गाना है नेगी जी सर को प्रणाम और शब्द भी बहुत अच्छे हैं हर मां बाप अपने बेटे के लिए ऐसी कठिनाइयां खाते हैं और लड़के अपनी मां बाबू को क्या देते हैं इससे भी ज्यादा कठिनाइयां आजकल तो जमाना ही कुछ ऐसा हो गया है क्योंकि इज्जत ही नहीं है ummid karte Hain ki yah gana sunkar Apne man baap ki ijjat karna sikho 👍
नेगी जी आपको नमन आपके जैसी सुरीली और दर्द भरी आवाज का कोई विकल्प नहीं l
आँख बंद करके ये गाना सुना तो गाने में हीा खो गया
धन्यावाद नेगी दा ।।।
नेगी दा आपके गानों के बोल अद्वितीय हैं प्रशंसा करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं है आप उत्तराखंड की आन मान और शान हो
जय उत्तराखंड
Always Negi da ham aapke karja dar rahenge apne hamri Dev Bhumi ko ek nahi pehachan de hai me Negi ji ka Bahut bda fan hun 🤗🤗
हमारी प्यारी देव भूमि को शत-शत नमन यह हमारी भाग्य की विडंबना ही है कि हम स्वर्ग जैसी धरती के निवासी होते हुए भी हमें बाहर के राज्यों में बसना पड़ रहा है हमारा उत्तराखंड में थोड़ा सा विकास हो जाता तो हम लौट कर अपने उत्तराखंड कि धरती में चले जाते
आपके विचार बहुत अच्छे हैं, आप मेरी पलायन के ऊपर बनई गयी डॉक्यूमेंट्री जरूर देखियेगा। नाम है - घट्ट एक मूक दर्शक। उसमे पलायन के बारे में ही बताया गया है।th-cam.com/video/1Sqpd0AVC4E/w-d-xo.html
Mai रुड़की मे सबके स्वागत के लिए खड़ा रहूँगा
बिल्कुल सही , धन्यवाद देखने के लिए। अन्य प्रस्तुति भी देखें, उत्तराखंड के ऊपर बहुत कुछ है पलायन के गीत , डॉक्यूमेंट्री और संस्कृति की बातें। शेयर और सब्सक्राइब करना न भूलें।
M hi uttarakhad ke bahut kuchh krunga target ke hisab m 2 sal pichhe ho gya hu m
Aapke jajbe ko salam,best of luck
धन्यवाद श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी आप के क्या सरल और सुन्दर भाव। जय श्री सीता राम
जब जब घर से दूर होटलों में काम करने हम लोग जाते हैं तो नेगी जी आपके एक गाने दिल में एक अजीब सी हलचल हो जाती है लगता है जैसे कि कुछ तो छोड़ कर आया घर में और कब अपने घर जाएं घर की बहुत याद आती है
उत्तराखंड में पलायन की जो दुर्दशा है उसका दुख वही जनता है जो घर से दूर है। नेगी जी के गीतों से ही घर को याद करते रहिए।
Geet sunte hue apne gaon aur apno ke yadein aankhon mein sawan bhado Lea aati hai.
परम श्रध्देय नेगी जी उत्तराखंड के गीतों के
प्राणाधार हैं. धन्य है उत्तराखंड की भूमि.
Thanks
बहुत ही सुंदर बोल हैं गीत सुन कर मन भर जाता है जय हो नेगी जी
Mujhe apna uttrakhand pyara hai ...or hamesha rahe ga .....or Narendra singh ngi ...I love u ....me ..baut bada fan hu ....apke song sun ke me bada hua hu ....or apna budpa bhi apke song ke sath hi khatm karna chahta hu ....Rona aa jata hai apke song sun ke ..
धन्य-धन्य मेरा उत्तराखंड की भूमि जैन हमतैं पूज्य नेगी जी जन अनमोल रत्न दीनें।
आदरणीय नेगी जी का गीत सूणी का हम अति
भावुक ह्वै जांदा और मन करद कि अभी नेगी जी मैं मिलण छो अर अपणा मन का उदगार बथौण छा।जुग जुग जियां नेगी जी अर हमेशा
स्वस्थ व नीरोग रैयां।
धन्यवाद आपुक , कॉमेंट करना कुन। आपन ये गीतth-cam.com/video/Hff140fgm8s/w-d-xo.html भी सुनी की नि?
जय निरंकार आपकी लीला अपरंम्पार
Jai Badri Narayan ❤🙏
Negi ji ko mein tahe Dil se dhanyvad deta hun. Is gane ko sunkar purani yaden taaja Ho jaati. Gane ko barbar sunne ka man karta hai . very nice song❤❤❤❤
भाई इस गाने ने जैसे ह्रदय चीर के रख दिया
हमने भी बहुत गरीबी देखी है
Ye gana apko bhi samrpit hai...
बहुत सुंदर गीत नरेन्द्र सिंह को सत सत नमन करता हूँ आपके जेसे कलाकर नहीं उत्तराखंड में आज कलाकर तो 1गीत गा रहे तो अपने आप बहुत बड़ा सीगर समझते
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Yah gana mujhe jata hai meri jindagi mein ghatit ghatna hai aise geetkar ko sat sat Naman
Humari uttrakhandi sanskriti ko negi ji ne apne geeto ke madhyam se hi jinda rkha hai..🙏
Bilkul thik bola aapne. Dhnywad. Channel ki anya prastuti jarur dekhiyega.
Negiji aapkye bina ham garhwal kee kalpna nhi kar saktye hai sat sat naman