भोपाल शहर की एक अनमोल विरासत बाग उमराव दूल्हा स्तंभ । hidden heritage

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  • เผยแพร่เมื่อ 6 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 12

  • @anurag0507
    @anurag0507 2 ปีที่แล้ว +1

    Really informative video 👍

  • @premkushwaha6408
    @premkushwaha6408 2 ปีที่แล้ว +1

    बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुए शहर में रह कर भी ये जानकारी से अनजान थे

  • @vijaybesharm4821
    @vijaybesharm4821 2 ปีที่แล้ว +1

    बहुत बढ़िया

  • @priyankatiwari3449
    @priyankatiwari3449 2 ปีที่แล้ว +1

    👍👍👍👌👌👌

  • @bhaskarrai6577
    @bhaskarrai6577 2 ปีที่แล้ว +1

    So Informative 🤟🤟

  • @theteachofsingingandplayin5220
    @theteachofsingingandplayin5220 2 ปีที่แล้ว +1

    बहुत सुंदर मित्र

  • @manjulakra8611
    @manjulakra8611 2 ปีที่แล้ว +1

    🤘

  • @youtubeearning4825
    @youtubeearning4825 2 ปีที่แล้ว

    मेरे भाई यह अशोक मौर्य का खंबा नहीं है सुखी सेवनिया के आगे सांची के स्तूप बने हैं वो मौर्य काल के हे वह पास मे ही सुखी सिवानिया मे पत्थरों की खदानो मे तैयार किए जाते हैं नवाबी दौर में उनही खदान से कई पत्थर भोपाल मंगाए गए जो आज भी आप को खोजने पर सांची के आसपास गांव जंगलों में मिल जाएंगे भाई समझे यहां खम्बे के आसपास बावड़ीया थी कुछ अभी है भी यहां खेती होती थी ओर पुरानी बस्ती भी हुआ करती थी नवाब बेगम के आने जाने का का रास्ता था भोपाल रियासत का हिस्सा है यह खंबा