झारखंड के संथाल आदिवासियों का आज का जीवन | life of Santhal tribals | Jharkhand

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  • เผยแพร่เมื่อ 7 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 11

  • @stcrazyboy9140
    @stcrazyboy9140 2 ปีที่แล้ว +4

    Bahut aachha bhai aesa hi video banate rahana🙏

  • @RajeshSingh-gu5xz
    @RajeshSingh-gu5xz 2 ปีที่แล้ว +3

    Very nice

  • @mdmustafa8699
    @mdmustafa8699 2 ปีที่แล้ว +3

    Very nice dost ❤❤ love from jmt

  • @sohanray6510
    @sohanray6510 2 ปีที่แล้ว +3

    Nice

  • @rohitsoren5570
    @rohitsoren5570 2 ปีที่แล้ว +3

    Aap sohel ka mama h na ??

  • @राकेशकुमार-छ5भ
    @राकेशकुमार-छ5भ 2 ปีที่แล้ว +3

    जीन के पास करोड़ रुपए है वे अभागे बेचारे आजिवन दुख भोगते हुए अन्त में प्रान छोड़ देते है

  • @-sarkari
    @-sarkari ปีที่แล้ว

    Giridih jila ke bagodar panchyat ke tirla gamb ka vlog banaooo bhai plece plece plece bhai

  • @-sarkari
    @-sarkari ปีที่แล้ว

    Plece banaoo bhai tirla gamb ka

  • @bhimpaswan1129
    @bhimpaswan1129 ปีที่แล้ว

    Sir aap ke sath mil kr hm bhi ghum skte h

  • @Justice_for_ReNeet
    @Justice_for_ReNeet 2 ปีที่แล้ว

    लोहार जनजाति है पर 1950 के अधिसूचना अग्रेजी में है LOHARA लिखा है। खतियान मे हिन्दी मे लोहार लिखा है। यह समाज एक साथ नहीं रहते है । इनका पेशा हल कुदाल तैयार करना जिसका उपयोग किसान करते है। इसी कारण ये अलग अलग क्षेत्रों में जहाँ इन्हें रोजगार मिला बस गये। राजनीतिक एवं संविधानिक लोग LOHARA का हिन्दी लोहारा कर इनका आदिवासी का अधिकार से वंचित कर रहे है। जबकि हिन्दी मे लोहारा नाम की जाति पाई ही नहीं जाती है। ये इतना गरीब एवं अज्ञान है कि इन्हें भी नहीं पता की इहें मिलने वाली सुविधा क्या है। राजनीतिक साजिस के कारण यह बहुत पिछड़े है। वर्तमान मे Tribal minister Sri Arjun Munda भी नहीं चाहते है कि इनका वास्तविक अधिकार मिलें। सर, आपसे करबद्ध निवेदन है कि इनके आवाज को देश भर में फैलाये |

  • @jitendraprajapatiprajapati8163
    @jitendraprajapatiprajapati8163 2 ปีที่แล้ว

    Miya mukdi