माता पिता के सेवा ही परम कर्त्तव्य है... जिन्होंने माता पिता का सेवा कर लिया या (करते है ) उन्हें मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च. जाने की जरुरत नहीं है. और ना ही तीर्थ यात्रा और ना ही दीक्षा लेने जरुरत... क्युकी माता पिता के चरणों मे सारा संसार होती है...... जय श्री राम. जय हिन्द.
हजारों लोग घर में ही वैरागी हैं। वैराग मन से होता है संसार छोड़ने से नहीं। हिमालय भी भाग जाओगे तो वो भी संसार का ही हिस्सा है। संसार से भागकर कहीं भी जाओ रहोगे इस संसार में ही।
जैनम् जयति शासनम् मन मे हि वैरागी भरतजी ! मन मे हि वैरागी । धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् घर मे रहते हुए चक्रवर्ती भरत जी को केवल ज्ञान हुआ था । क्या आपको भी घर मे रहते हुए केवल ज्ञान संभावित है क्या ? यदि हा ! तब तो धन्यवाद परंतु अधिकतर लोग को घरबार त्याग करने पर हि स्वर्ग व अपवर्ग संभावित है धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् 29 - 7 - 2022 श्रवण शुक्ला प्रतिपदा * * *
Yhi sbse best hai वेरागी bnana..... Bhuttt tension h life me... Shadi nhi ho to log bolte h kb hogi kb hogi... Papa mummy ko rat rat bhar tesion lete hue dekhna vo bhi apni vjh se bhutt dukh hota h.... Jivan agr milta h to usko chote se hi uske bhav aana chahiye... Es life me kuch nhi h.... Bhuttt jyda tesion h ur sbse bdi bat apni vjh se papa mummy family ko dukh dekhna pdta h....
Ye jivan amuly h Jo hamare Mata pita n hame diya h or ye soch kar ki hum unke budhape m unka Sahara Bane साध्वी बनने से आपलोग क्या साबित करना चाहते हो ये जीवन यही खत्म नहीं हो जाएगा अपने मन में साध्वी बनो अपने बड़ों और budo की सेवा करो ये जीवन अमूल्य है इसे यूंही मत खराब करो ओरत और लड़की तो singar का प्रतीक होती ह उनकी सुंदरता गहने और आभूषण ही एच इसलिए तो वह नारी h उसे ऐसे ही rungbiranga ही रहने दो plz उसे बेरंग मत बनाओ अपने परिवार के साथ रहो उन्हें खुसिया दो उनके साथ अपना जीवन जियो जो दोबारा नहीं मिलेगा ये पृथ्वी में मनुष्य का जीवन एक ही बार मिलता h उसे ऐसे ही व्यर्थ न करो मेरी आप लोगो से तह दिल से गुजारिश h🙏🙏
इन सबका अर्थ ये नही के मै नास्तिक हु। दुख दर्द मे अपनी भगवान को याद करता हु सुबह शाम उनका मनन भी कृत हु।ओर ये भी संकल्प करता हु के भगवान न मुझे धरती पर कुछ कर्म करने को भेजा होगा और और उस कर्म मार्ग पर चलता हु।
Tum sahi ho aur dusre galat ye ni sikhata Jainism...Jainism me Saptabhanginaya hota h jisme btaya gya h ki sbke opinions alag alag hote h,hume ye ni kahna chahiye ki jo Mai Kah rha hu wahi satya h baki log galat bol rhe h..jainism apko dusro ko bhi satya manne ko kahta h..accept other people as they r,sabko ni rhna tumhari trah,sabki apni marji h kyu tum har jgah sadhu ke pichhe pade ho ya padi ho
@@foodpoint8070 abe oye jyada nhi tike pehele jainism ke bare me jano hame koi nhi bhejta karm kr liye kyoki bhagwan kabhijanm nhi dete insan ke karma karte h sab
When married all seems good. But later as bahu...as wife...as mother...All is examination. So this role is also not easy.May be haat ke not done anything but definitely a woman n man are pillars in construction a family n society.
Mujhe ashcharya hota hai....Jain dharm ke baare m kuch log negative comments krte h....unko is baat se takleef hai ki log itni asani se sansaar chhod diksha le rhe h.....jbki wo Jainism k baare m kuchh nhi jante....we to shayad apne dharam ko b theek se nhi samajhte.....bs bolne k fundamental right h to kuchh b Gyan dete h.....meri apse request h kisi dharm p ya kisi individual p comment krne or Gyan Dene se phle unke dharm ko samjhe fir bole.....OR HAAN MAIN JAIN NAHIN HOON.....pr Jain dharm or iske followers ne mujhe prabhavit Kiya hai.....🙏
@@rachnashukla4582 जैनम् जयति शासनम् साधु-संत का जीवन यात्री जैसा रहता है गृहस्थ का जीवन घर जैसा है । जो कुछ चाहिए वह सब हाजिर है । साधु-संत एक जगह नहि रहते अर्थात् ग्रामानुग्राम विचरण करते है अतः जहा जो सामग्री मिले वहा उतने से जीना है कोई वस्तु की मांग नहि करते । धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् 6 - 8 - 2022
🙏🙏सारे धर्म, धर्म बनाने वाले की तरफ और फिर मनाव धर्म, पशु धर्म से भि ज्यदा खराब किस्मत की तरफ, यह वैसा ही है जैसे "बिना किसी देखभाल और सम्मान के अपने मंदिर जैसे शरीर के साथ दुर्व्यवहार करना" यह कलयुग की हि शुरुआत है।।।🙏🙏🙏
आपके धर्म का सम्मान करता हूं।लेकिन दुनिया में गृहस्थ मे रहकर भी वैराग्य लिया जा सकता ह जिसके ज्यादा फ़ायदे और पुण्य ह।अब पता नही लोग ऐसे फैसले क्यों लेते ह ये उनकी मर्जी ह। लेकिन मेरे कुछ सवाल है। खाना पीना नहाना धोना कपड़े बिजली etc कहा स आता ह कोन देगा। क्या भगवान देगा या भगवान किसी को बेझेगा। आप कहेंगे भगवान भेजेगा किसी को। तो आप भी वो इंसान हो सकते थे।अब आप किसी और के फंड पे पलोगे। दूसरा सवाल ऐसे वैराग्य मे रहकर ज्यादा भगवान के पास जायेंगे या वो इंसान जो भुको को रोटी पानी गाय बेलों को चारा जरूरतमंदों को स्कूल, ईलाज जैसी सुविधा दे सकता हो क्युकी आपके हिसाब स तो भगवान सब मे ह तो ज्यादा सेवा ज्यादा पास? ऐसी जिंदगी जीना बहुत सरल है लेकिन ग्रशस्थ मे rhke वैराग्य पर ज्ञान बांटो उतना लो जितना जरूरत है वो असल वैराग्य है। इस्कॉन मे भी यही देखता हु मै एक इंसान iit MBBS or कई डिग्री लेकर मां बाप के सपनो को कुचलकर हरे राम हरे कृष्ण m लगा ह उस बेवकूफ को ये पहले सिखाया गया था के मां बाप का कद आसमनान ओर भगवान s भी ऊंचा है। पर नहीं उन्हें लगता ह भगवान के पास आ गए हम तो 😂😂😂😂😂 स्टीव जॉब्स न भी वैराग्य लिया लेकिन गृहस्थ m रहे। आपके बुद्ध महावीर भी अपनी संतान पैदा करने k बाद अपने सारे दायित्व पूरे करके इस मार्ग पर गए। पर आज की पीढ़ी के कोई दायित्व नही। M मानता हु के वो इंसान जो मानवता के लिए जिए और मानवता हिट मे काम करे वो भगवान के ज्यादा करीब और संतुष्टी का अनुभव देगा। बजाय इस ढोंग के। ओर फिर भी मैडम खुद को reels बनाने स रोक नही पाई जैसे शादी मे जा रही हो। धर्म ढिंढोरा नही पीट ता साहब जिसको संत होना हो वो ढोंग करके नही होता बेवकूफ बना रखा ह सबने। बहुत अच्छा तालिया इसे ढोंग नही कहते तो।😂😂😂😂
@@neelamsharma3262 Jin logo ko dhong krne reels bnane s fursat na ho ve ese hi bevkoof bne rhenge।।ab dekhte h bhgwan mahaveer ise khud lene aayenge shayd khi s
Aapne ek dum sahi baat kahi hai aaj jo logon ko itni subidha mili hai itni tarakki mili hai wo na kisi pandit ne ki hai na molvi ne na padri ne ye vaigyanik hai jo din raat humare liye kaam kar rahe hai Jb cronaa aaya tha kisi dharm guru ne kuch nhi kr paye yahi vagyaniko ne din raat ek kr tika bana
🤔Tell me by what POWER Yeshua(Jesus) raised LAZARUS from the DEAD, The Old Widow only Son, and the Daughter of Ruler of the Pharisees. both back to LIFE. Elijah pray to the LORD to revive the child. 1st Kings 17:22,23. Elisha pray to the LORD to revive the child. 2nd Kings 4:6. JESUS(Yeshua Hamashiach) said to dead LAZARUS in the tomb: " Lazarus come out" John 11:39-44. JESUS said to the Old Widow dead Son, "Young man, I say unto you, Arise". Luke 7:12-15. JESUS said to the Ruler of the pharisees dead Daughter. "Maid, Arise". Luke 8:49-55. ELIJAH(John Baptist) came preaching "REPENT:the kingdom of Heaven is at hand". Matthew 3:2/Mal 3:1/4:5 YESHUA(Jesus) came preaching "REPENT: the kingdom of Heaven is at hand," Matthew 4:17/Mal 3:1 REPENT of your sin, and call upon the LORD(YHWH) and BELIEVE JESUS his Messiah that he SENT and gospels. Acts 2:38/John 3/16 JESUS CHRIST, the Son of David, the Son of Abraham, the Son of God. Matthew 1:1/Proverbs 30:4 1st chronicles 17:12-14. Genesis 17:1-8. The LORD(YHWH) bless you and save your Soul. Ezq18:4,21-23,27.
दीक्षा की परम्परा जब आप गृहस्थ जीवन बिता लेते है तब होता है बट इनको देख लो इनको अपने अपनों के प्रति कोई जिम्मेदारी नही है और गुरु जो सीख देनी चाहिए कि कब दीक्षा लिया जाता है बट गुरु भी रेडी हो जाते है
Ap kon hai or Kai janti hai Guruji ke bare may bol nai vale ap ko thoda bhi dimag nahi hai pagal pagal ho we produ Jain dharm 🙏 ap bakwas comments dal na band karo? Ok
Bcoz sansaar k infinite birth and deatg cycle se bahar nikalkar moksh ko prapt krne k way ki pehli sidi hai diksha isliye har manushya jo dikhsha leta hai vo khush rehta hai
पुण्यशाली परिवार से मेरा निवेदन है कि जो भी परिवार दिक्षा ले वो व्यक्ति या परिवार अपनी जमीन, घर, दुकान, बगीचे, सोना, जवेरात, जायदाद अपने गांव के साघर्मिक श्रावक , मुमुक्षु, अपने पहेचानवाले संबंधित relative साघर्मिक परिवार में वर्षिदान करें - साघर्मिक भाईयों की भक्ति करें। ( वोही शासन के सात क्षेत्रो को चलाने के लिए जिम्मेदारी उठाने वाले हैं ! )
जैनम् जयति शासनम् जिनशासन के साधु-संत संघ मे प्रवेश पाने की इच्छा वाले लोग अपनी धन / संपदा अपने परिवार को प्रीति दान स्वरूप देकर शेष संपदा अपने गाव की जनता को वर्षीदान तहत दे । धन्यवाद जैनम् जयति शासनम्
जैनम् जयति शासनम् यहा " संभोग " शब्द का अर्थ है - नैतिकता के स्तर से त्रैकालिक अपने आप की वस्तु का समुचित तरीके से उपयोग करना । अर्थात् तीनो काल मे अपने आत्मा का जो स्वरूप है वह हि तीनो काल मे अपने आत्मा के साथ रहता है । शेष सभी वस्तु मे बदलाव होता रहता है अतः संभोग = आत्मा के प्रदेशो का खुद के हि आत्मा के प्रदेशो के साथ जो समायोजन = समायोग = एकाकार होना हि वास्तविक स्तर से लोकोत्तर संभोग है । इस संभोग मे स्वाधीनता है व निश्चिंतता एवम् निर्दोषता है । जबकि - दुनिया मे पति-पत्नी का परस्पर का एक-दूजे के साथ एकाकार मिलन को लौकिक संभोग कहते है यह संभोग विवाहित जीवन मे अपने जीवन साथी के साथ गोपनीय स्तर से मान्य है । परस्त्री व कुवारी कन्या / युवती के साथ जो कामक्रीडा / संभोग होता है वह अनैतिक होने से जनता की नजर से डरना होता है एवम् पुलिस कार्रवाई होने पर रिमांड मे दंडे का मार व जेल मे बंद होने से जीवन बर्बाद होता है । एवम् माता-पिता परिवार परेशान होता है । अतः लोकोत्तर जिनशासन मान्य आध्यात्मिक संभोग हि मोक्ष का हेतु है लौकिक गृहस्थ जीवन मे संभावित संभोग कौटुम्बिक पारिवारिक स्तर का होने से स्वर्ग का सानुबंध कारण है । एवम् परस्त्री के साथ अनैतिक स्तर के संभोग से यहा बंधन वध व जेल एवम् मरण के बाद नरक या पशु गति मे दुखद पीडा है । अतः संभोग शब्द का उचित अर्थ लेने से निश्चिंत जीवन व मरण के बाद स्वर्ग की प्राप्ति तथा अनैतिक संभोग से वध बंधन जेल व फासी की सजा एवम् नरक मे जन्म । अतः पढाई तक ब्रह्मचर्य का पालन कीजिए बाद मे पारिवारिक गृहस्थ जीवन मे रहना चाहिए वृद्धावस्था मे संन्यासी बनकर तपस्या कीजिए । धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् 20 - 7 - 2022
@@r.l.harlyaharlya3161 आप की बात मे आदर करता हू . परंतु मेरा मनाना यही है की आप मे ओर ये संपूर्ण समाज ये संसार काम ये ही तो निर्मित है तो हम कित्नाभी प्रयास करे हम उस्से अलग नही हो सकते.. या दीक्षा ले या ना ले.... एक फुल का खिलना भी तो काम है.... नृत्य भी काम की परिभा शा है.... नदी का सागर से मिळना... आत्मा का परमात्मा से मीलन.... जीव का शिव से मिलन .... भी तो काम ही है.... मुनिवर.
@@Suyogkarlekar जैनम् जयति शासनम् सुयोग जी ! आप ने ठीक कहा कि - आत्मा का परमात्मा से मिलन हि श्रेष्ठ समायोजन स्वरूप संभजनम् = संभोग है । धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् 22 - 7 - 2022
त्याग करना अच्छी बात है लेकिन अपने कर्तव्यों का त्याग करना गलत है यदि ग्रस्थि को छोड़ने से ही भगवान प्राप्त होते या मोक्ष प्राप्त होता तो ध्रुव और प्रह्लाद कभी परमात्मा प्राप्त नहीं पर पाते🙏🏻🙏🏻
@@Rahulyadav-o7u9x ha apki baat sahi hai dukh toh hota hai par Manushya bhavnao ko imp na dekar jo permanent hai yani ki atma usko liberation tak pohochaneke liye itna sacrifice toh krna hi pdta hai as Health, wealth, relation sirf mrutyu tak sath hai uske baad sirf atma hi hai har janam marna k cycle mai bhatakneke liye Isliye jinhe in cycle se bahar nikalna hai vo log khusi se dikhsa lete hai n uske parent bhi ultimetely khush hote hai
@@Rahulyadav-o7u9x diksha lena harkisi ki competence ny as ye jeevan kathinaiyo se bhara hai agle din khana nasib hoga ya nahi ye bhi ny pata na electricity na cell phn na hi ghar sirf man mai ek umid lekar jite hai k kash ye hamara akhri janam ho or mukti mile Jitni hosake jeev hatya kam krte hai Peace se rehte hai or rehnedete hai
@@Rahulyadav-o7u9x yes unki kathinaiya kam krneke liye samast jain samaj marasaheb ki seva krta hai isse hame bhi punya milta hai Diksharthi ki seva krna bahot punya ka kaam hai jab ham sansaar mai hai
Zindagi bahot khubsurat hoti h hm use jesa chahe wesa bna skte h pr ap log aesa na kre ma bap bhai behan dost hr rishta bahot accha h use jio diksha ko nhi
sanyasi means pure being.. If he/ she is pure then there is no any other bestest seva in the world to spreading that Pure and powerful vibrations.. Usme sabki seva ho hi jaati hai..
अकेला इंसान तो प्रभु की भक्ति आसानी से कर सकता है पर गृहस्थ जीवन में रह कर,, अपने परिवार के प्रति सारी जिम्मेदारियों को पुरा कर के भी प्रभु की भक्ति करना ज्यादा मुश्किल है,पता नहीं इनके माँ बाप पर क्या बीता होगा जो अपने बच्चे की खुशी के लिए ये सब भी कर गए,, पर तकलीफ तो बहुत हुई होगी उनको, माँ बाप को इतनी तकलीफ देकर बच्चा कैसे सफल ho सकता है,,😢😢जय श्री हरि, राधे राधे
Kuch pta ni h to muh band rakho..khud maya moh me ghusi ho to kya chahti ho puri duniya wahi kre..shadi phir bacha phir rona dhona ..they live much peaceful life than us
@@PriyankaYadav-lt5ml bccha krne ki kon kah rha h shaanti s jeena matlb babaji bnna hota h kya.... Mother Teresa k kitne bcche the Gina do jra... Or ye krte kya h babaji banke mene to khi nhi dekha inko kisi ki seva krte hue... Or jab seva Naa krne k liye babaji bne h to dhikkar h esi netral life pr ... Bno to kuch ese bno na jo log tum he dekhke bhgwan ko yaad kre ...k ha bhgwan hoga to esa dikhta hoga. Ye nhi k ek din phle full Chama uda rhe h nach rhe h or dusre din sir muda k esi jagah Beth gye jha gumnami k siva kuch nhi h.... Or jab itni hi shaanti milti h to tum kya kr rhi ho ab tk yha 😂😂😂😂😂😂
Sabki apni taqdeer hoti hai..unke luck me tapasvi life likhi hai to kya chashma bhi na lagaye ..?andha hokar jiye ..chashma koi bhogvilas ki chiz to Nahi hai..ye unki jarurat hai
Is khubsoorat zinda dil ladki ko kisi ki premika, patni aur maa hona chahiye. Isko aap logon ne sansaar se door kar diya - ye is par bhi zulm hai aur is sansaar par bhi. Ummeed hai ye waqt rehte apna jeevan barbaad hone se bacha le
जैनम् जयति शासनम् जिनशासन मान्य दीक्षा ग्रहण समय आनन्द अने उत्साह मा अनेक कारण मा मुख्य कारण छे - साधु जीवन की प्राप्ति अने ते सिवाय ना अनेक कारण मा एक छे - विडियो / फोटो ग्राफी । आप पण आ विषय मा आपना विचार दर्शावो । धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् 16 - 7 - 2022
@@pistajain9162 जैनम् जयति शासनम् पिस्ता जी ! यहा प्रोग्राम मे विडियो व फोटोग्राफी का आयोजन न हो तो माहोल कैसा रहेगा ? ऐसा कोई प्रोग्राम होता है क्या कि - जहा फोटोग्राफी न हो ? यदि होता है तब तो धन्यवाद जैनम् जयति शासनम् 19 - 7 - 2022
Bgvan kbi ye nhi khte ki sb kuch chhod kr uski bgti kri jaye sbse jyada bgti krne ka shi time grasht jivn hota h jo sb jimmedari uthane ka time hota h or us time me jimmedariyon ke sath jo bgvan ki aradhana krta h or ma baap ki seva krta h h vhi bgti or bgvan ki aradhana h
Sanyash lena wahi log jada chahte hai jo duniya se apno se tut kar bikhar jate hai jindagi me kuch nahi bachata jina nahi chahta or mar bhi nahi sakta kayar hota hai esliye sanyasi banna chahte hai or mai bhi banna chahti hu please rasta btaiye mere pass kuch nahi bacha hai sirf akeli hu or mai koi bhi rasta nahi chunna chahti sivay parbhu bhagti ke bhagti me etna kho jana chahti hu ki duniya ko moh maya sab bhul jau
@Hari om sat sat vairagi hona man se hota h n but man ko bhi sansarik moh maya ka tyag krna pdta ar tbhi iswar se judte h n ki sasarik chizo ki moh maya me rhkar sansarik moh maya ki vastuo ke saath jee kr kehna to bda aasan k ki vairagi man se bn jaate h agr itna hi mn se bn jaate h to sansar ki vastue kyun rkhte h acha khana ni choda jaata , family ni chuti , friends ni chute, phone ni chut ta agar sach me man se 1.1 percent vairagi hote n muh se ye bt n nikalti because vairagi ahimsa ka palan bhi krte h vairagi hote n mn se to kisi bt ka koi fark ni pdta waise jo vairagi ho jte h unke ps wo knowledge aata jo sansaar me kisuke ke ps ni hote
Jo inshan sansar me reh kar sansar ki muskile jel kar apane parivar ka palan posan kare vo hi sachha sadhu he......... Me iss pratha ke khilaf hu sab chhod ke jine vale kayar hote he
mundan se ya fir safed saari pehan ne se duniyavi khayal thodi khatam hote hai? Jab tak yog saadhna se aatma darshan nahi hota koyi bhi saccha saadhu kaise hoga?
Bgvan jnm deta h ensan ke rup me taki ensan khud ache krm kre or dusro ko bi ache krmo ki trf le Jaye ye srsti bni h to bgvan ne kuch shi hi soch kr ensan rupi jivn diya h or dusri bat ye ma or bete ke drm se bdkr koi dharm nhi h es sansan me ma vo h jo es snsar ki rchna krti h jivn deti h jivn bdati h
माता पिता के सेवा ही परम कर्त्तव्य है... जिन्होंने माता पिता का सेवा कर लिया या (करते है ) उन्हें मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा चर्च. जाने की जरुरत नहीं है. और ना ही तीर्थ यात्रा और ना ही दीक्षा लेने जरुरत... क्युकी माता पिता के चरणों मे सारा संसार होती है...... जय श्री राम. जय हिन्द.
Baat to AAP ki Shahi hai
Hmm
Bahut accha kha bahi
Bilkul sahi kaha aapne bhai
Ji ha bilkul sach bola apne
हजारों लोग घर में ही वैरागी हैं। वैराग मन से होता है संसार छोड़ने से नहीं। हिमालय भी भाग जाओगे तो वो भी संसार का ही हिस्सा है। संसार से भागकर कहीं भी जाओ रहोगे इस संसार में ही।
जैनम् जयति शासनम्
मन मे हि वैरागी
भरतजी !
मन मे हि वैरागी ।
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
घर मे रहते हुए
चक्रवर्ती भरत जी को
केवल ज्ञान हुआ था ।
क्या आपको भी
घर मे रहते हुए
केवल ज्ञान संभावित है क्या ?
यदि हा ! तब तो धन्यवाद
परंतु
अधिकतर लोग को
घरबार त्याग करने पर हि
स्वर्ग व अपवर्ग संभावित है
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
29 - 7 - 2022
श्रवण शुक्ला प्रतिपदा
* * *
Ji aapki baat bilkul sahi hai
Exactly 💯💯💯
Khud khai me kudiye dusro ko prerit na kre
Right
Hmara sanatan dharm sbse achha hai जय सनातन संस्कृति की 🙏
Tho jain bhi sanatan le category me hai
Dharm ak he
@@juneshnayak325pr unke ritiriwaz dekh kr dukh hota h
Jai shree Ram 🙏❤️
Jai shree Ram jai sanatan dharm
Yhi sbse best hai वेरागी bnana..... Bhuttt tension h life me... Shadi nhi ho to log bolte h kb hogi kb hogi... Papa mummy ko rat rat bhar tesion lete hue dekhna vo bhi apni vjh se bhutt dukh hota h.... Jivan agr milta h to usko chote se hi uske bhav aana chahiye... Es life me kuch nhi h.... Bhuttt jyda tesion h ur sbse bdi bat apni vjh se papa mummy family ko dukh dekhna pdta h....
Ye jivan amuly h Jo hamare Mata pita n hame diya h or ye soch kar ki hum unke budhape m unka Sahara Bane साध्वी बनने से आपलोग क्या साबित करना चाहते हो ये जीवन यही खत्म नहीं हो जाएगा अपने मन में साध्वी बनो अपने बड़ों और budo की सेवा करो ये जीवन अमूल्य है इसे यूंही मत खराब करो ओरत और लड़की तो singar का प्रतीक होती ह उनकी सुंदरता गहने और आभूषण ही एच इसलिए तो वह नारी h उसे ऐसे ही rungbiranga ही रहने दो plz उसे बेरंग मत बनाओ अपने परिवार के साथ रहो उन्हें खुसिया दो उनके साथ अपना जीवन जियो जो दोबारा नहीं मिलेगा ये पृथ्वी में मनुष्य का जीवन एक ही बार मिलता h उसे ऐसे ही व्यर्थ न करो मेरी आप लोगो से तह दिल से गुजारिश h🙏🙏
Yaha tumhara vichar hai, unke hisab se unko jine do, jaruri nahi ki ek hi formula sab par apply ho
Right 👍
Haa aapki thinking bilkul sahi hai ,, apne maa baap ki seva kerna sabse bari duty hai baacho ki ,,,, and life ek baar mili hai
बिल्कूल सही यह संन्यास कम नौटंकी ज़्यादा लगती है
गृहस्थ जीवन सबसे कठिन मार्ग है,
Very true. Thank you
Yes..khud key baccho ko manzil tak phuchaney sey kathin tapasya kuch nhi ho skata ..
True
Jai hind
Very true 🙏🏻🙏🏻
जय महावीर जी की, जय हो।।
Krishna married shiva married ram married.... 🥰🥰
Ap aur b video dekhna us me husband wife n bacha b sath me diksha Li hai, ye log shadi k bad b diksha lete hai.
E sadhu mokh margi
Mujhe kuch jada toh pta nhi lekin inko dekh ke lgta hai ki ye duniya ke wo log hai jo khush naseeb hai 🤗☺️ god bless you 🥰
Jai shree radhe krishna g 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
इन सबका अर्थ ये नही के मै नास्तिक हु। दुख दर्द मे अपनी भगवान को याद करता हु सुबह शाम उनका मनन भी कृत हु।ओर ये भी संकल्प करता हु के भगवान न मुझे धरती पर कुछ कर्म करने को भेजा होगा और और उस कर्म मार्ग पर चलता हु।
Tum sahi ho aur dusre galat ye ni sikhata Jainism...Jainism me Saptabhanginaya hota h jisme btaya gya h ki sbke opinions alag alag hote h,hume ye ni kahna chahiye ki jo Mai Kah rha hu wahi satya h baki log galat bol rhe h..jainism apko dusro ko bhi satya manne ko kahta h..accept other people as they r,sabko ni rhna tumhari trah,sabki apni marji h kyu tum har jgah sadhu ke pichhe pade ho ya padi ho
@@PriyankaYadav-lt5ml aaj mood nhi h bahas ka ।
@@PriyankaYadav-lt5ml varna dhrm bahut chutiya chees h
@@foodpoint8070 abe oye jyada nhi tike pehele jainism ke bare me jano hame koi nhi bhejta karm kr liye kyoki bhagwan kabhijanm nhi dete insan ke karma karte h sab
Is this Jainism?
Jai jindera ,jai Mumukshu 🙏🇮🇳🌎
Jai Jinendra 🙏
When married all seems good. But later as bahu...as wife...as mother...All is examination. So this role is also not easy.May be haat ke not done anything but definitely a woman n man are pillars in construction a family n society.
जय महावीर की, जय हो, जय हो।।
Mujhe ashcharya hota hai....Jain dharm ke baare m kuch log negative comments krte h....unko is baat se takleef hai ki log itni asani se sansaar chhod diksha le rhe h.....jbki wo Jainism k baare m kuchh nhi jante....we to shayad apne dharam ko b theek se nhi samajhte.....bs bolne k fundamental right h to kuchh b Gyan dete h.....meri apse request h kisi dharm p ya kisi individual p comment krne or Gyan Dene se phle unke dharm ko samjhe fir bole.....OR HAAN MAIN JAIN NAHIN HOON.....pr Jain dharm or iske followers ne mujhe prabhavit Kiya hai.....🙏
Aap shi ho
Jitni bhakti me shakti he utna sansar me dukh he , har har mahadev, jai pashvanath bhagvan 🕉
Ghar kaam me Aalas aata ho vahi log hi aise karte he .. Varna bhagvan ko to ghar pe Kam karte karte bhi yad kar sakte he ..... 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जैनम् जयति शासनम्
@@r.l.harlyaharlya3161 Right
Rich logo k gher pe servant hote hai ji man pe kabu rakhna bahot hi muskil hai
Tum jitni aasan in logo ki jindgi samaj rahi ho utni nahi he ek di un k jese jike dekho
@@rachnashukla4582
जैनम् जयति शासनम्
साधु-संत का जीवन
यात्री जैसा रहता है
गृहस्थ का जीवन
घर जैसा है ।
जो कुछ चाहिए
वह सब हाजिर है ।
साधु-संत
एक जगह नहि रहते
अर्थात्
ग्रामानुग्राम
विचरण करते है
अतः
जहा जो सामग्री मिले
वहा उतने से जीना है
कोई वस्तु की मांग
नहि करते ।
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
6 - 8 - 2022
🙏🙏सारे धर्म, धर्म बनाने वाले की तरफ और फिर मनाव धर्म, पशु धर्म से भि ज्यदा खराब किस्मत की तरफ, यह वैसा ही है जैसे "बिना किसी देखभाल और सम्मान के अपने मंदिर जैसे शरीर के साथ दुर्व्यवहार करना"
यह कलयुग की हि शुरुआत है।।।🙏🙏🙏
आपके धर्म का सम्मान करता हूं।लेकिन दुनिया में गृहस्थ मे रहकर भी वैराग्य लिया जा सकता ह जिसके ज्यादा फ़ायदे और पुण्य ह।अब पता नही लोग ऐसे फैसले क्यों लेते ह ये उनकी मर्जी ह। लेकिन मेरे कुछ सवाल है।
खाना पीना नहाना धोना कपड़े बिजली etc कहा स आता ह कोन देगा। क्या भगवान देगा या भगवान किसी को बेझेगा। आप कहेंगे भगवान भेजेगा किसी को। तो आप भी वो इंसान हो सकते थे।अब आप किसी और के फंड पे पलोगे।
दूसरा सवाल ऐसे वैराग्य मे रहकर ज्यादा भगवान के पास जायेंगे या वो इंसान जो भुको को रोटी पानी गाय बेलों को चारा जरूरतमंदों को स्कूल, ईलाज जैसी सुविधा दे सकता हो क्युकी आपके हिसाब स तो भगवान सब मे ह तो ज्यादा सेवा ज्यादा पास?
ऐसी जिंदगी जीना बहुत सरल है लेकिन ग्रशस्थ मे rhke वैराग्य पर ज्ञान बांटो उतना लो जितना जरूरत है वो असल वैराग्य है।
इस्कॉन मे भी यही देखता हु मै एक इंसान iit MBBS or कई डिग्री लेकर मां बाप के सपनो को कुचलकर हरे राम हरे कृष्ण m लगा ह उस बेवकूफ को ये पहले सिखाया गया था के मां बाप का कद आसमनान ओर भगवान s भी ऊंचा है। पर नहीं उन्हें लगता ह भगवान के पास आ गए हम तो 😂😂😂😂😂
स्टीव जॉब्स न भी वैराग्य लिया लेकिन गृहस्थ m रहे। आपके बुद्ध महावीर भी अपनी संतान पैदा करने k बाद अपने सारे दायित्व पूरे करके इस मार्ग पर गए। पर आज की पीढ़ी के कोई दायित्व नही।
M मानता हु के वो इंसान जो मानवता के लिए जिए और मानवता हिट मे काम करे वो भगवान के ज्यादा करीब और संतुष्टी का अनुभव देगा। बजाय इस ढोंग के। ओर फिर भी मैडम खुद को reels बनाने स रोक नही पाई जैसे शादी मे जा रही हो। धर्म ढिंढोरा नही पीट ता साहब
जिसको संत होना हो वो ढोंग करके नही होता
बेवकूफ बना रखा ह सबने।
बहुत अच्छा तालिया इसे ढोंग नही कहते तो।😂😂😂😂
Exactly. Apne dayitva poore Karo, desh ko mahaan santane Dene Wale sbhi grihst hi the
@@neelamsharma3262 Jin logo ko dhong krne reels bnane s fursat na ho ve ese hi bevkoof bne rhenge।।ab dekhte h bhgwan mahaveer ise khud lene aayenge shayd khi s
Pls samjho ye sab nahi karo....ma baap asli bhagwan h.... Kuch karna h to unke lie karo unke lie jio....
Aapne ek dum sahi baat kahi hai aaj jo logon ko itni subidha mili hai itni tarakki mili hai wo na kisi pandit ne ki hai na molvi ne na padri ne ye vaigyanik hai jo din raat humare liye kaam kar rahe hai
Jb cronaa aaya tha kisi dharm guru ne kuch nhi kr paye yahi vagyaniko ne din raat ek kr tika bana
🤔Tell me by what POWER Yeshua(Jesus) raised LAZARUS from the DEAD, The Old Widow only Son, and the Daughter of Ruler of the Pharisees. both back to LIFE.
Elijah pray to the LORD to revive the child. 1st Kings 17:22,23.
Elisha pray to the LORD to revive the child. 2nd Kings 4:6.
JESUS(Yeshua Hamashiach) said to dead LAZARUS in the tomb: " Lazarus come out" John 11:39-44.
JESUS said to the Old Widow dead Son, "Young man, I say unto you, Arise". Luke 7:12-15.
JESUS said to the Ruler of the pharisees dead Daughter. "Maid, Arise". Luke 8:49-55.
ELIJAH(John Baptist) came preaching "REPENT:the kingdom of Heaven is at hand". Matthew 3:2/Mal 3:1/4:5
YESHUA(Jesus) came preaching "REPENT: the kingdom of Heaven is at hand," Matthew 4:17/Mal 3:1
REPENT of your sin, and call upon the LORD(YHWH) and BELIEVE JESUS his Messiah that he SENT and gospels. Acts 2:38/John 3/16
JESUS CHRIST, the Son of David, the Son of Abraham, the Son of God. Matthew 1:1/Proverbs 30:4
1st chronicles 17:12-14.
Genesis 17:1-8.
The LORD(YHWH) bless you and save your Soul. Ezq18:4,21-23,27.
Besak gar ka jivan kathin he pr mata pita or sansar ke sukho ko chod kr sayam dharan krna bhut badi bat he... Koti koti naman esi aatmao ko🙏🙏🙏
Dhany hai hamari Sanatan sanskarti ko dhany hai jo aaj is Kalyug mai bhi satyug kaa aasawashan dete hui dhany hai dhany hai 🙏🙏🙏🙏
Jai Jain maharaj
ખુબ ખુબ અનુમોદના
दीक्षा की परम्परा जब आप गृहस्थ जीवन बिता लेते है तब होता है बट इनको देख लो इनको अपने अपनों के प्रति कोई जिम्मेदारी नही है और गुरु जो सीख देनी चाहिए कि कब दीक्षा लिया जाता है बट गुरु भी रेडी हो जाते है
Don't understand what u want to say
@@goodfoodgoodhealth954 mere कई cmnts h unhe dekhiye आपको समझ आएगा
@@goodfoodgoodhealth954 Chutiya shbd i was talking about
Ap kon hai or Kai janti hai Guruji ke bare may bol nai vale ap ko thoda bhi dimag nahi hai pagal pagal ho we produ Jain dharm 🙏 ap bakwas comments dal na band karo? Ok
@@surbhibhalgat3442 Mujhe jo thik laga I say and will
लाख लाख शुक्र है मेरे अल्लाह की जो मुसलमान बनाया और मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम का उम्मती बनाया
Kyu hoti hai itni khushi ye to btaya hi nai video me! M actually curious.. misleading title
Yes
Bcoz sansaar k infinite birth and deatg cycle se bahar nikalkar moksh ko prapt krne k way ki pehli sidi hai diksha isliye har manushya jo dikhsha leta hai vo khush rehta hai
🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤
Khub Khub anumodna 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
पुण्यशाली परिवार से मेरा निवेदन है कि जो भी परिवार दिक्षा ले वो व्यक्ति या परिवार अपनी जमीन, घर, दुकान, बगीचे, सोना, जवेरात, जायदाद अपने गांव के साघर्मिक श्रावक , मुमुक्षु, अपने पहेचानवाले संबंधित relative साघर्मिक परिवार में वर्षिदान करें - साघर्मिक भाईयों की भक्ति करें।
( वोही शासन के सात क्षेत्रो को चलाने के लिए जिम्मेदारी उठाने वाले हैं ! )
जैनम् जयति शासनम्
जिनशासन के साधु-संत संघ मे
प्रवेश पाने की इच्छा वाले लोग
अपनी धन / संपदा
अपने परिवार को
प्रीति दान स्वरूप देकर
शेष संपदा
अपने गाव की जनता को
वर्षीदान तहत दे ।
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
Thank you
Jainam jayati shaashanam 🙏🙏
Kitni khushi hai ladki jaise kitna kuch kar diya ho apne parents ke liye
Me to khud es moh Maya se kb ki dur ho gai hu bs sanyas lena rh gya h but nhi le skte skte qki es duniya me kisi pe bharosha nhi kr skte
संभोग से समाधि की ओर ..... ओशों ने खूब बडी तरिके से बताया है .. ओर ओ ठीक भी है...
Thank you
जैनम् जयति शासनम्
यहा " संभोग " शब्द का
अर्थ है -
नैतिकता के स्तर से
त्रैकालिक अपने आप की वस्तु का
समुचित तरीके से उपयोग करना ।
अर्थात्
तीनो काल मे
अपने आत्मा का जो स्वरूप है
वह हि तीनो काल मे
अपने आत्मा के साथ रहता है ।
शेष सभी वस्तु मे
बदलाव होता रहता है
अतः
संभोग = आत्मा के प्रदेशो का
खुद के हि आत्मा के प्रदेशो के साथ
जो समायोजन = समायोग =
एकाकार होना हि वास्तविक स्तर से
लोकोत्तर संभोग है ।
इस संभोग मे
स्वाधीनता है
व निश्चिंतता
एवम् निर्दोषता है ।
जबकि - दुनिया मे
पति-पत्नी का परस्पर का
एक-दूजे के साथ
एकाकार मिलन को
लौकिक संभोग कहते है
यह संभोग
विवाहित जीवन मे
अपने जीवन साथी के साथ
गोपनीय स्तर से मान्य है ।
परस्त्री व
कुवारी कन्या / युवती के साथ
जो कामक्रीडा / संभोग होता है
वह अनैतिक होने से
जनता की नजर से डरना होता है
एवम्
पुलिस कार्रवाई होने पर
रिमांड मे दंडे का मार व
जेल मे बंद होने से
जीवन बर्बाद होता है ।
एवम्
माता-पिता परिवार
परेशान होता है ।
अतः
लोकोत्तर जिनशासन मान्य
आध्यात्मिक संभोग हि
मोक्ष का हेतु है
लौकिक गृहस्थ जीवन मे
संभावित संभोग
कौटुम्बिक पारिवारिक
स्तर का होने से
स्वर्ग का सानुबंध कारण है ।
एवम्
परस्त्री के साथ
अनैतिक स्तर के संभोग से
यहा बंधन वध व जेल
एवम्
मरण के बाद नरक या
पशु गति मे दुखद पीडा है ।
अतः
संभोग शब्द का
उचित अर्थ लेने से
निश्चिंत जीवन व
मरण के बाद स्वर्ग की प्राप्ति
तथा
अनैतिक संभोग से
वध बंधन जेल व
फासी की सजा
एवम्
नरक मे जन्म ।
अतः पढाई तक
ब्रह्मचर्य का पालन कीजिए
बाद मे पारिवारिक
गृहस्थ जीवन मे रहना चाहिए
वृद्धावस्था मे संन्यासी बनकर
तपस्या कीजिए ।
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
20 - 7 - 2022
@@r.l.harlyaharlya3161 आप की बात मे आदर करता हू . परंतु मेरा मनाना यही है की आप मे ओर ये संपूर्ण समाज ये संसार काम ये ही तो निर्मित है तो हम कित्नाभी प्रयास करे हम उस्से अलग नही हो सकते.. या दीक्षा ले या ना ले.... एक फुल का खिलना भी तो काम है.... नृत्य भी काम की परिभा शा है.... नदी का सागर से मिळना... आत्मा का परमात्मा से मीलन.... जीव का शिव से मिलन .... भी तो काम ही है.... मुनिवर.
@@Suyogkarlekar
जैनम् जयति शासनम्
सुयोग जी !
आप ने ठीक कहा कि -
आत्मा का परमात्मा से
मिलन हि श्रेष्ठ समायोजन स्वरूप
संभजनम् = संभोग है ।
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
22 - 7 - 2022
Jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏵️🌸🏵️🏵️🌸🌺🌻🌺
Thank you
Anumodna🙏🙏🙏 varam var🙏🙏 Mathen vandami🙏🙏
Nice post
त्याग करना अच्छी बात है लेकिन अपने कर्तव्यों का त्याग करना गलत है यदि ग्रस्थि को छोड़ने से ही भगवान प्राप्त होते या मोक्ष प्राप्त होता तो ध्रुव और प्रह्लाद कभी परमात्मा प्राप्त नहीं पर पाते🙏🏻🙏🏻
Jab hum bchhe hote hai to mata pita hume nhi chhorte or Ab jab parents ko unki jarur hai to chhor kar chal die
Unki permission lekar hota hai sab
@@Rahulyadav-o7u9x ha apki baat sahi hai dukh toh hota hai par
Manushya bhavnao ko imp na dekar jo permanent hai yani ki atma usko liberation tak pohochaneke liye itna sacrifice toh krna hi pdta hai as
Health, wealth, relation sirf mrutyu tak sath hai uske baad sirf atma hi hai har janam marna k cycle mai bhatakneke liye
Isliye jinhe in cycle se bahar nikalna hai vo log khusi se dikhsa lete hai n uske parent bhi ultimetely khush hote hai
@@Rahulyadav-o7u9x diksha lena harkisi ki competence ny as ye jeevan kathinaiyo se bhara hai agle din khana nasib hoga ya nahi ye bhi ny pata na electricity na cell phn na hi ghar sirf man mai ek umid lekar jite hai k kash ye hamara akhri janam ho or mukti mile
Jitni hosake jeev hatya kam krte hai
Peace se rehte hai or rehnedete hai
@@Rahulyadav-o7u9x yes unki kathinaiya kam krneke liye samast jain samaj marasaheb ki seva krta hai isse hame bhi punya milta hai
Diksharthi ki seva krna bahot punya ka kaam hai jab ham sansaar mai hai
❤
Zindagi bahot khubsurat hoti h hm use jesa chahe wesa bna skte h pr ap log aesa na kre ma bap bhai behan dost hr rishta bahot accha h use jio diksha ko nhi
Koe kisika nahi
दुसरे जा ती के लोग दिशा ले सकते है क्या
हा कोई भी ले सकता है दीक्षा
Jai jinendra 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Vairagi ne vandan🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Itni khushi😊
Yes hum jub ya videos watch kar ti tub hum ko bhi kushi miti hai
Aisa krna galt h jo maa pita jivit hai unki sewa kro gau mata ki sewa garib dukhi ki seva kro fal utna he milega jitna ye ker ke milega
Sabka way to attain liberation unki personal choice hai
App karo khub man laga ke karo
sanyasi means pure being..
If he/ she is pure then there is no any other bestest seva in the world to spreading that Pure and powerful vibrations..
Usme sabki seva ho hi jaati hai..
Good
Mujhe bhi snyash lena h iske liye Phla Kdm kya uthau
Pehle Daya kdm lo or ghar se nikal jao❤ radhe radhe ❤
Aapki bate bahut achi lagati hay man vachan kayase michami dukadam deti hu
Mera manna hai zindagi me kuch acha hi karna hai toh maa baap ki seva kro dukhiyo ki madd kro anato ka sath do
अकेला इंसान तो प्रभु की भक्ति आसानी से कर सकता है पर गृहस्थ जीवन में रह कर,, अपने परिवार के प्रति सारी जिम्मेदारियों को पुरा कर के भी प्रभु की भक्ति करना ज्यादा मुश्किल है,पता नहीं इनके माँ बाप पर क्या बीता होगा जो अपने बच्चे की खुशी के लिए ये सब भी कर गए,, पर तकलीफ तो बहुत हुई होगी उनको, माँ बाप को इतनी तकलीफ देकर बच्चा कैसे सफल ho सकता है,,😢😢जय श्री हरि, राधे राधे
Bhagavaase.milaneka.khysggi.aur.hoti.hhae.log.apna Juan.yane.bhagvan.ke.aage.samarapan.
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जो सनसार में हो सुखदुख में भी खुश हो इनसान वाही सब बैरागी मन कहे बाकी तो सनसार मे आये है अगर इस जीवन का लुप्त न उठाया जा य तो क्या फायदा
Mujhe bhi sanyas lena h please help me
🙏
Aap Diksha lerahehai likha hai
Ye kuch dino ka hai ya permanant
Jai matadi
it is permanent
Sab moh maya h par chashma laga sakte waah aur ek baat bhagwan k liye ghar nhi chodte balki unhe apne ghar lakar unki seva ki jati h
@Risik Gupta best comment
Kuch pta ni h to muh band rakho..khud maya moh me ghusi ho to kya chahti ho puri duniya wahi kre..shadi phir bacha phir rona dhona ..they live much peaceful life than us
@@PriyankaYadav-lt5ml bccha krne ki kon kah rha h shaanti s jeena matlb babaji bnna hota h kya....
Mother Teresa k kitne bcche the Gina do jra...
Or ye krte kya h babaji banke mene to khi nhi dekha inko kisi ki seva krte hue...
Or jab seva Naa krne k liye babaji bne h to dhikkar h esi netral life pr ...
Bno to kuch ese bno na jo log tum he dekhke bhgwan ko yaad kre ...k ha bhgwan hoga to esa dikhta hoga.
Ye nhi k ek din phle full Chama uda rhe h nach rhe h or dusre din sir muda k esi jagah Beth gye jha gumnami k siva kuch nhi h....
Or jab itni hi shaanti milti h to tum kya kr rhi ho ab tk yha 😂😂😂😂😂😂
Sabki apni taqdeer hoti hai..unke luck me tapasvi life likhi hai to kya chashma bhi na lagaye ..?andha hokar jiye ..chashma koi bhogvilas ki chiz to Nahi hai..ye unki jarurat hai
@@foodpoint8070 Mai tumhara comment padh li hu tumhe bahut dikkat h baba ji se sadhu Saint se..
Jindiagi se bachne ka acha Tarika hai
जीवन मे भोजन मे नमक ही न छूटा जाता तो vara
Esa kyu karte hai aur inke parents kyu allow karte hai
Mujhe to dekh ki bohot dar lag raha hai
Jin logo s ghr ka kam nhi hota ya kmakr nhi khaya jata vo krte h nhi to privar m rhkr b bhagwaan ki seva puja or bdo ki seva ki jati h
This is unbelievable
Very true
Life is one time so please don't take full and happy😢😢
Jayjinered very good Anumdana
Kalpana shah Ahmedabad gpo
Ek baat janana hai periods to aati hogi jo ladki hai to wo log kyaa karte hai .ussme .mujhe janana hai ye log to har cheez tyag deta hai to.
Is khubsoorat zinda dil ladki ko kisi ki premika, patni aur maa hona chahiye. Isko aap logon ne sansaar se door kar diya - ye is par bhi zulm hai aur is sansaar par bhi. Ummeed hai ye waqt rehte apna jeevan barbaad hone se bacha le
जैनम् जयति शासनम्
जिनशासन मान्य
दीक्षा ग्रहण समय
आनन्द अने उत्साह मा
अनेक कारण मा
मुख्य कारण छे -
साधु जीवन की प्राप्ति
अने
ते सिवाय ना अनेक कारण मा
एक छे -
विडियो / फोटो ग्राफी ।
आप पण आ विषय मा
आपना विचार दर्शावो ।
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
16 - 7 - 2022
जैनम् जयति शासनम्
No it is pure happiness... Not like photoshoot happiness
@@pistajain9162
जैनम् जयति शासनम्
पिस्ता जी !
यहा प्रोग्राम मे
विडियो व फोटोग्राफी
का आयोजन न हो
तो माहोल कैसा रहेगा ?
ऐसा कोई प्रोग्राम
होता है क्या
कि -
जहा फोटोग्राफी न हो ?
यदि होता है
तब तो
धन्यवाद
जैनम् जयति शासनम्
19 - 7 - 2022
Mujhe bhi leni he dhisha pla bataye kha he ye ya koi aasram bataye comment me pls m... Bhot paresan hu
Brahma Kumari godly university me
Mt lo.. duniya k kaam aao maa baap ki sewa kro
MUJE BHI LENI HAI DIKSHA KAHA ANA HOGA
If Sab diksha le lenge toh desh kon chalayega ?
Sabke bas ki nahi hai ji.
Sabke bas ki ni h kewal mahan lok hi bakchodi chhod pate h ..Jain people r disciplined
Bgvan kbi ye nhi khte ki sb kuch chhod kr uski bgti kri jaye sbse jyada bgti krne ka shi time grasht jivn hota h jo sb jimmedari uthane ka time hota h or us time me jimmedariyon ke sath jo bgvan ki aradhana krta h or ma baap ki seva krta h h vhi bgti or bgvan ki aradhana h
Sanyash lena wahi log jada chahte hai jo duniya se apno se tut kar bikhar jate hai jindagi me kuch nahi bachata jina nahi chahta or mar bhi nahi sakta kayar hota hai esliye sanyasi banna chahte hai or mai bhi banna chahti hu please rasta btaiye mere pass kuch nahi bacha hai sirf akeli hu or mai koi bhi rasta nahi chunna chahti sivay parbhu bhagti ke bhagti me etna kho jana chahti hu ki duniya ko moh maya sab bhul jau
Mai bi diksha lena cahti hu kese lu
Pehele jain dhram ko jano
🙏
🙏
Ap sb apni sari sampti thodi garibo ko bi daan kr do unka bi bhala hojyga is daan s achaa varaayag or kay h
Jay mahverr (bajrangbali)
Mjko bi ess Bhan jey sey din Aeya
घर बार छोड़ कर और अपनों से दूर होकर विरागी नहीं हो सकता
क्योंकि भजन सिमरन से ही मन को जीता जा सकता है बाकी तो सब छलावा है
I am sanatani
Jivan ek vaar milta hai Bhai ma baap ki seva Karo dikchha Leni hai to pura pariwar dikchha lele kisi ko takleef to nahi hogi
JAINI BHAIYA AP LOGO KA AABADI KHAT RAHA HE PEHLI APP CHAR BACHE PEDA KARIY TWO SADHU BAKI KO ABADI BADANE LAGIYE
Geeta me Krishna ne kaha vairag se achha sansar me reh kar buray ko bhagav naki khud bhag jav sansar me ache logo ki bahut jarurat hai
Sansar dekhne kelie app hene
विवाहीत पुरुष या औरत दीक्षा लेते हे क्या?
Veragi ko dulhan jese sjne sanwarne ki kya zrurt
Ak din bes
Sab apne jagha par thik hai aor pari war ko
Grast jivan sabse kathin jivan hai
To sadhu ban jao
Bina matlb ke drama hai ye logo ko bewkuf banane ka god hamare Mann main hai
Sir hume bhi krishna ke bairagi bnana hai
Kab
उनके पंती काहा हे
Aapna nob dijiye log na hame bhi banna h
Jo inshan apni khushi k liy apny privar k kartvy ko nibha nhi skha mata pita ki siva nhi kar paya vo inshan nhi sari vyrag bykar hai fir
True
मैं हर धर्म का सम्मान करती हूं पर पता नहीं क्यों ये दीक्षा वगेरह का मुझे भी ठीक नहीं लगता🙄
App logo ko snsar ka moho bahut khub he
Thram kinda bhi ho smaj seva sabse bday tharm. 🙏🙏
@Hari om sat sat vairagi hona man se hota h n but man ko bhi sansarik moh maya ka tyag krna pdta ar tbhi iswar se judte h n ki sasarik chizo ki moh maya me rhkar sansarik moh maya ki vastuo ke saath jee kr kehna to bda aasan k ki vairagi man se bn jaate h agr itna hi mn se bn jaate h to sansar ki vastue kyun rkhte h acha khana ni choda jaata , family ni chuti , friends ni chute, phone ni chut ta agar sach me man se 1.1 percent vairagi hote n muh se ye bt n nikalti because vairagi ahimsa ka palan bhi krte h vairagi hote n mn se to kisi bt ka koi fark ni pdta waise jo vairagi ho jte h unke ps wo knowledge aata jo sansaar me kisuke ke ps ni hote
Jo inshan sansar me reh kar sansar ki muskile jel kar apane parivar ka palan posan kare vo hi sachha sadhu he......... Me iss pratha ke khilaf hu sab chhod ke jine vale kayar hote he
मैं भी बनूंगा। इस मोह माया के दुनिया में कुछ नही है।।
😳😳
100% sahi
mundan se ya fir safed saari pehan ne se duniyavi khayal thodi khatam hote hai? Jab tak yog saadhna se aatma darshan nahi hota koyi bhi saccha saadhu kaise hoga?
Practise se hi toh shuruwat hogi
A to sacha sadhu
Ye SB band Krna chahiye,,,,सरकार को एक्शन लेना चाहिए क्या कर रहा है मोदी so gya 😢😢
duniya me bhagvan ne bheja to ham kaun hote sansar.ko tyagne vale
Bgvan jnm deta h ensan ke rup me taki ensan khud ache krm kre or dusro ko bi ache krmo ki trf le Jaye ye srsti bni h to bgvan ne kuch shi hi soch kr ensan rupi jivn diya h or dusri bat ye ma or bete ke drm se bdkr koi dharm nhi h es sansan me ma vo h jo es snsar ki rchna krti h jivn deti h jivn bdati h
Tyagi sirf amer log hi kyu krte h girb kyu nhi
Choti choti bachiyo ji diksha deke unka bachpan q chin lena
Bachpan javani budhapa ye sharir se related hai
Atma se nahi