कोयल बीन बगिया ना शोभे राजा --इस लोक गीत को पहले पहल शारदा जी के आवाज में लोक प्रसिद्धी मिली थी।तब लगा था कि इस गीत का गायन इससे बढ़िया नहीं हो सकता। मगर सुलेखा रमैया जी के मखमली आवाज में सुनकर लगा कि ये है इसगीत के गायन की प्रमाणिक उत्कृष्टता। बेमिसाल गायन के लिए सुलेखा को ब्रह्माण्ड भर बधाइयां और शुभ शुभ शुभकामनाएं तथा उतना ही माकुल तबला वादन एवं बैन्जू वादन के लिए इन कलाकारों को भी अशेष बधाइयां और शुभकामनाएं क्योंकि इनके बिना प्रस्तुति अपने समष्टि में श्रेष्ठ कैसे होती। सभी को एक बार पुनः बधाइयों के साथ शुभकामनाएं
बहुत सुंदर प्रस्तुति। सुलेखा जी और टीम को हार्दिक बधाई और अनेकों शुभकामनाएं।
Thank you sir 🎉
कोयल बीन बगिया ना शोभे राजा --इस लोक गीत को पहले पहल शारदा जी के आवाज में लोक प्रसिद्धी मिली थी।तब लगा था कि इस गीत का गायन इससे बढ़िया नहीं हो सकता। मगर सुलेखा रमैया जी के मखमली आवाज में सुनकर लगा कि ये है इसगीत के गायन की प्रमाणिक उत्कृष्टता। बेमिसाल गायन के लिए सुलेखा को ब्रह्माण्ड भर बधाइयां और शुभ शुभ शुभकामनाएं तथा उतना ही माकुल तबला वादन एवं बैन्जू वादन के लिए इन कलाकारों को भी अशेष बधाइयां और शुभकामनाएं क्योंकि इनके बिना प्रस्तुति अपने समष्टि में श्रेष्ठ कैसे होती। सभी को एक बार पुनः बधाइयों के साथ शुभकामनाएं
बहुत बहुत ह्रदयतल आभार आपका श्रीमान। ,🙏💐🙏
Thank you sir
राधे राधे जी बहुत सुंदर गीत सुनाई हम आप की सदस्यता लेली आप भी मेरी ले लिजिए
Thank you so much 🙏