तालियों से पूरा पंडाल गुज उठा कवि विनीत चौहान ने ऐसी कविता सुनाई नेता और जनता एक साथ पूरा पंडाल.....

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  • เผยแพร่เมื่อ 1 ต.ค. 2024
  • एक बार जरूर सुनें दावा करता हूं आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। कवि विनीत चौहान
    पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2024,
    हास्य और मस्ती से भरपूर कवि सम्मेलन 01 02 2024,
    ‪@helplinesearchlive2641‬

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