जो आनंद सिंधु सुखरासी।सीकर तें त्रैलोक सुपासी।।सो सुखधाम राम अस नामा। अखिल लोक दायक विश्रामा।।बिस्व भरन पोषन कर जोई।ताकर नाम भरत अस होई।। जाके सुमिरन तें रिपु नासा। नाम सत्रुहन बेद प्रकासा।। लच्छन धाम राम प्रिय सकल जगत आधार।। गुरु बसिष्ट तेहि राखा लछिमन नाम उदार।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
ऐसो को उदार जग माहीं। बिनु सेवा जो द्रवै दीन पर राम सरिस कोउ नाहीं॥ जो गति जोग बिराग जतन करि नहिं पावत मुनि ग्यानी। सो गीत देत गीध सबरी कहँ प्रभु न बहुत जिय जानी॥ जो संपति दस सीस अरस करि रावन सिव पहँ लीन्हीं। लो संपदा बिभीषन कहँ अति सकुच-सहित हरि दीन्हीं॥ तुलसिदास सब भाँति सकल सुख जो चाहसि मन मेरो। तौ भजु राम, काम सब पूरन करैं कृपिनिधि तेरो॥ संसार में ऐसा कौन उदार है, जो बिना ही सेवा किए दीन-दुःखियों पर द्रवित हो जाता हो? ऐसे एक श्रीराम ही हैं, उनके समान दूसरा कोई नहीं। बड़े-बड़े ज्ञानी मुनि योग, वैराग्य आदि अनेक साधन करके भी जिस परम गति को नहीं पाते, वह गति प्रभु रघुनाथ जी ने गिद्ध और शबरी तक को दे दी और उसको उन्होंने अपने मन में कुछ बहुत नहीं समझा। जिस संपत्ति को रावण ने शिवजी को अपने दसों सिर चढ़ाकर प्राप्त किया था, वही संपत्ति श्रीराम ने बड़े ही संकोच के साथ विभीषण को दे डाली। तुलसीदास कहते हैं कि हे मेरे मन, जो तू सब तरह से सब सुख चाहता है, तो श्रीराम जी का भजन कर। कृपानिधान प्रभु तेरी सारी कामनाएँ पूरी कर देंगे। 🙌🏻🙌🏻🙏🙇🏻♂️🙏🏻🚩
Jai Siya Ram 🙏❤🎉🎉 Sadar sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram 🕉️ Jai shree काशी विश्वनाथ भगवान की जय
Jai Shree Ram🙏🙏
Radhe Radhe ji
Jai Sri SiyaRam Ji Jai Sri Hanuman Ji🌹🌹🌻🌻🙏🏻
Jail Shree ram
4:30:55 *एहि भाँति सिधारी गौतम नारी बार बार हरि चरन परी।*
*जो अति मन भावा सो बरु पावा गै पति लोक अनंद भरी।।..!!* 👌🙇🏻♂️🙏
जयश्री सीता राम जी 🔔🕉️🔔
Jai shree Ram ji Jai Hanuman ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय जय श्री राम 🙏🙏🌹🌹
Jai siyaram ❤🙏❤️🙏❤️
महाराज जी के चरणों मेंसत सत नमन
परम् पूज्य श्री गुरुदेव जी महाराज जी के श्री पावन चरणों में मेरा सह परिवार कोटि कोटि नमन सादर प्रणाम जय श्री सीता राम 🙏🚩🌻
Jai Shri Krishna Radhe2 pranam jaigoutam jaigoamata 🌹 upasarpanch karkeri roopangarh ajmer rajasthan 🎉🙏🌹🙏
1❤¹
भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी।हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी।। लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा निज आयुध भुज चारी।। भूषन बनमाला नयन बिसाला सोभासिंधु खरारी।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
Sadar jai siyaram 🙏🙏 Guru Maharaj Ji
જય શ્રી રામ જય શ્રી ગુરુદેવ શાસ્ત્રીજી મહારાજ ના ચરણોમાં શત શત વંદન 💖🌹👣🙏🙏🙏🌹👨👩👧👧💦💖
जो आनंद सिंधु सुखरासी।सीकर तें त्रैलोक सुपासी।।सो सुखधाम राम अस नामा। अखिल लोक दायक विश्रामा।।बिस्व भरन पोषन कर जोई।ताकर नाम भरत अस होई।। जाके सुमिरन तें रिपु नासा। नाम सत्रुहन बेद प्रकासा।। लच्छन धाम राम प्रिय सकल जगत आधार।। गुरु बसिष्ट तेहि राखा लछिमन नाम उदार।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
राम राम जी सीताराम सीताराम जय हनुमान जी बाबा
❤ परमपूज्य गुरुदेव भगवान् आपको में दंडवत प्रणाम करता हूं आपको जयसियाराम जय हनुमान राधेकृष्णाईसकथामेंआनन्दबहुतअपारहेहरिऊंनिरंजनरामहरिऊंनारायण
ना चाहिए मुझे दौलत दुनिया ना कोई कंचन माया🙏
ऐसो को उदार जग माहीं।
बिनु सेवा जो द्रवै दीन पर राम सरिस कोउ नाहीं॥
जो गति जोग बिराग जतन करि नहिं पावत मुनि ग्यानी।
सो गीत देत गीध सबरी कहँ प्रभु न बहुत जिय जानी॥
जो संपति दस सीस अरस करि रावन सिव पहँ लीन्हीं।
लो संपदा बिभीषन कहँ अति सकुच-सहित हरि दीन्हीं॥
तुलसिदास सब भाँति सकल सुख जो चाहसि मन मेरो।
तौ भजु राम, काम सब पूरन करैं कृपिनिधि तेरो॥
संसार में ऐसा कौन उदार है, जो बिना ही सेवा किए दीन-दुःखियों पर द्रवित हो जाता हो? ऐसे एक श्रीराम ही हैं, उनके समान दूसरा कोई नहीं। बड़े-बड़े ज्ञानी मुनि योग, वैराग्य आदि अनेक साधन करके भी जिस परम गति को नहीं पाते, वह गति प्रभु रघुनाथ जी ने गिद्ध और शबरी तक को दे दी और उसको उन्होंने अपने मन में कुछ बहुत नहीं समझा। जिस संपत्ति को रावण ने शिवजी को अपने दसों सिर चढ़ाकर प्राप्त किया था, वही संपत्ति श्रीराम ने बड़े ही संकोच के साथ विभीषण को दे डाली। तुलसीदास कहते हैं कि हे मेरे मन, जो तू सब तरह से सब सुख चाहता है, तो श्रीराम जी का भजन कर। कृपानिधान प्रभु तेरी सारी कामनाएँ पूरी कर देंगे।
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धनुषजग्य सुनि रघुकुल नाथा।हरषि चले मुनिबर के साथा।। आश्रम एक दीख मग माहीं।खग मृग जीव जंतु तहॅं नाहीं।। पूछा मुनिहि सिला प्रभु देखी। सकल कथा मुनि कहा बिसेषी।। गौतम नारि श्राप बस उपल देह धरि धीर।चरन कमल रज चाहति कृपा करहु रघुबीर।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹परसत पद पावन सोक नसावन प्रगट भई तपपुंज सही।देखत रघुनायक जन सुखदायक सनमुख होइ कर जोरि रही।। बिनती प्रभु मोरी मैं मति भोरी नाथ न मागउॅं बर आना।पद कमल परागा रस अनुरागा मम मन मधुप करै पाना।।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹अस प्रभु दीनबंधु हरि कारन रहित दयाल।तुलसिदास सठ तेहि भजु छाड़ि कपट जंजाल।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
Jay jay shree radhey shyam radhey shyam radhey shyam jay jay shree sita ram ram ram 💐🌹🌺🙏💐🌹🌺🙏💐🌹🌺
अस प्रभु दीनबंधु हरि कारन रहित दयाल।
तुलसिदास सठ तेहि भजु छाड़ि कपट जंजाल॥🙌🏻🙌🏻🙏🙇🏻♂️🙏🏻🚩
Pranam pandit ji🙏🙏👏👏
बिनती प्रभु मोरी मैं मति भोरी, नाथ न मांगऊं बर आना 🙏🚩🌻
मैं नारि अपावन प्रभु जग पावन 🙏🚩🌻 बार बार हरि चरन परि 🙏🚩🌻 हे करूणा निधान मेरे राघव सरकार
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किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं पराया दर्द अपनाए उसे इंसान कहते हैं। किसी के काम जो आए उसे इंसान कहते हैं.......❤❤🙏🙏🚩🚩👣👣♥️♥️💯💯👌👌👍👍
राम राम जी
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Jai Siya Ram 🙏❤🎉🎉 Sadar sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram sitaram 🕉️ Jai shree काशी विश्वनाथ भगवान की जय
मुनि आगमन सुना जब राजा।मिलन गयेउ लै बिप्र समाजा।।करि दंडवत मुनिहि सनमानी। निज आसन बैठारेन्हि आनी।।चरन पखारि कीन्हि अति पूजा।मो सम आजु धन्य नहिं दूजा।।बिबिध भाॅंति भोजन करवावा।मुनिबर हृदयॅं हरष अति पावा।। पुनि चरननि मैले सुत चारी। राम देखि मुनि देह बिसारी।।🌹🌹🌹🌹🙏🌹🌹🌹🌹
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❤ रामचरितमानस किचोपाईयांहमेंअमृतकेसमानमीठीलगतीहेजयसियारामजयसियाराम
Jai shree ram 👏
❤ram❤ram❤ Guruji❤🎉🎉🎉🎉🎉
जय जय श्री राम जय हो त्रिवेणी धाम
🙏जय श्री राम महराज जी🙏
🙏🙏🙏🙏
Param pujya Maha rajji Charan Vandna Jai jai siya ram jai hanuman ji
जय जय सियाराम 🌷🙏🌷
Jai shree ram ❤
हर हर महादेव 🙏🌷🙏
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Jai Shri Ram guruji 🌹🌹🙏🙏