कौन है गुरु नानक जी के रब ? | Spiritual Leader Saint Rampal Ji Maharaj LIVE | Spiritual Discourse

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  • เผยแพร่เมื่อ 16 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 635

  • @vijaydas9975
    @vijaydas9975 6 ปีที่แล้ว +11

    Great sant is jagatguru sant Rampalji maharaj

  • @sangitasah2440
    @sangitasah2440 3 ปีที่แล้ว +2

    बन्दी छोड संत रामपाल जी महाराज की जय हो
    सत साहेब जी🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @pemarammali6933
    @pemarammali6933 6 ปีที่แล้ว +10

    कबीर, कितने ऊंचे भाग्य हमारे, ऐसा सतगुरु पाया ।
    जलती हुई इस दुनिया में, मिली ये शीतल छाया ।।🙏

  • @mohanrammohanram8997
    @mohanrammohanram8997 6 ปีที่แล้ว +17

    एक लेवा एक देवा दूतम, कोई किसी का पिता न पुत्रं।
    ऋण संबध जुडया एक ठाठा, अन्त समय सब बारह बाटा।।
    बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो।

  • @dubaisharjah1902
    @dubaisharjah1902 3 ปีที่แล้ว +1

    Bandi chhod Satguru Rampal ji ki jai ho 🙏🙏🙏🙏

  • @mohanrammohanram8997
    @mohanrammohanram8997 6 ปีที่แล้ว +21

    🙏🙏🏳🙏🙏
    सत साहेबजी
    ,सोया तो निष्फल गया, जागो सो फल लेय ;
    साहिब हक्क न राखसी,जब मांगे तब देय"

  • @richhpal6301
    @richhpal6301 6 ปีที่แล้ว +27

    सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो सत गुरु रामपाल जी महाराज पूर्ण ब्रह्म परमात्मा है पूरी सृष्टि का उद्धार करने के लिए इस संसार में आए हैं बोलो सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो

  • @aartisoni125
    @aartisoni125 6 ปีที่แล้ว +59

    बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के पूरे विश्व में सही शास्त्र अनुकूल भक्ति देते हैं।

  • @purshottamdewasi9898
    @purshottamdewasi9898 6 ปีที่แล้ว +18

    Sat sahib ji

  • @swatipriya8964
    @swatipriya8964 3 ปีที่แล้ว +1

    Sat Sahib Jagat Guru Santrampal Mahrjji Ki Sachiwani or Satsangh Karta ha,Hum Sub Soonay.Kabhi Kabhi Soonnay ko milta ha.Loknayak Jagat Guru Kabirji,Superim God Kabirdasji ha.Jaybhimnamobuddhay,Jayhind.Jaybharat.Jaysamwidhan.Thanksto.

  • @jankeedasi3493
    @jankeedasi3493 6 ปีที่แล้ว +8

    बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय

  • @ManjuKumari-pi4zq
    @ManjuKumari-pi4zq 6 ปีที่แล้ว +23

    Sat saheb ji🙏🙏

  • @bittubarodiya1934
    @bittubarodiya1934 6 ปีที่แล้ว +4

    बन्दी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय

  • @SanjayKumar-is5ti
    @SanjayKumar-is5ti 6 ปีที่แล้ว +5

    Sant rampal ji maharaj jagat ke taranhar sadgurudev hai

  • @abhisheksunarti1199
    @abhisheksunarti1199 6 ปีที่แล้ว +47

    कबीर परमेश्वर के चरणों मे कोटि कोटि दंडवत प्रणाम

  • @मेरेगुरुदेवभगवानभगवान

    ग्यान प्रकासा गुरु मिला, सों जिनि बीसरिं जाइ ।
    जब गोविंद कृपा करी, तब गुर मिलिया आई ।।

  • @मेरेगुरुदेवभगवानभगवान

    गुरु को कीजै बंदगी, कोटि कोटि परनाम ।
    कीट न जाने भृंग को , गुरु करले आप सामान ॥

  • @rameahchandrasrivasr.c.s.9390
    @rameahchandrasrivasr.c.s.9390 6 ปีที่แล้ว +60

    गरीब अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रत्ती नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर हैं कुल के सिरजनहार।।

    • @laxmanpatel2349
      @laxmanpatel2349 6 ปีที่แล้ว

      रमेशचन्द्र दास श्रीवास l

  • @aartiaartigautam4719
    @aartiaartigautam4719 6 ปีที่แล้ว +3

    Sat saheb ji.
    Jagat guru sant Rampal ji Maharaja ji ki jay ho.
    🙏🙏🙏🙏

  • @jaideepdass
    @jaideepdass 6 ปีที่แล้ว +3

    Satsaheb ji.
    Jai bandichor Rampal ji maharaj 🙏😍 😍🙏 🙏

  • @jankeedasi3493
    @jankeedasi3493 6 ปีที่แล้ว +5

    सत साहेब

  • @kishormavadiya9824
    @kishormavadiya9824 2 ปีที่แล้ว +2

    🙏🏻🌹गुरु बिन ज्ञान न ऊपजे गुरु बिन मिले न मोक्ष।
    गुरु बिन लिखे न सत्य को गुरु बिन मिटे न दोष।।🌹🙏🏻

  • @divyayadav8322
    @divyayadav8322 6 ปีที่แล้ว +6

    Bandi chhod sat guru dev ji ki jay ho

  • @prasannjitkumar9619
    @prasannjitkumar9619 4 ปีที่แล้ว +1

    पूर्ण ब्रह्म सतगुरु रामपाल जी साहेब जी की जय हो

  • @ashokchandrawat2610
    @ashokchandrawat2610 6 ปีที่แล้ว +31

    Sat Saheb 🙏

  • @bhaveshdaiya8458
    @bhaveshdaiya8458 6 ปีที่แล้ว +29

    Bandi chhod rampal ji Maharaj ki charno me koti koti pranam

  • @Sachinyadav-lf4nj
    @Sachinyadav-lf4nj 6 ปีที่แล้ว +9

    Satguru dev ki jay ho

  • @मेरेगुरुदेवभगवानभगवान

    गुरु बिन ज्ञान न ऊपजे, गुरु बिन मिले न मोक्ष ।
    गुरु बिन लिखे न सत्य को, गुरु बिन मिटे न दोष ॥

  • @surmaram5314
    @surmaram5314 6 ปีที่แล้ว +2

    सत साहेब बन्दी सोड सत गुरू रामपालजी महाराज की जय हो

  • @mohanrammohanram8997
    @mohanrammohanram8997 6 ปีที่แล้ว +8

    जा पल दरसन साधु का, ता पल की बलिहारी ।
    राम नाम रसना बसे, लीजै जनम सुधारि ॥

  • @hetramgurjar2238
    @hetramgurjar2238 6 ปีที่แล้ว +2

    कबीर गुरू बड़े गोविंद से मन में देख विचार।
    हरि सुमरे सौ रह गये गुरु सुमरे सौ पार।

  • @Marketivasolutions
    @Marketivasolutions 6 ปีที่แล้ว +7

    Shared

  • @amityadav-ps2rl
    @amityadav-ps2rl 6 ปีที่แล้ว +13

    गुरु बिन काहू ना पाया ग्याना l
    ज्यु थोथा भूस छडै मुढ किसाना ll
    गुरु बिन बेद पढै जो प्राणी,
    समझे ना सार रहै अग्यानी ll

    • @RSB143
      @RSB143 9 หลายเดือนก่อน

      *ੴ सतिगुर प्रसादि ॥*
      ੴ सतिगुर प्रसादि॥
      *ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ॥*
      हे प्यारे प्रभु ! तेरे बिना ऐसी कृपा कौन कर सकता है,
      *गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥१॥ रहाउ ॥*
      हे गुँसाई ! तू गरीब-नवाज है और मुझ दीन पर तूने छत्र धर दिया है॥ १॥ रहाउ॥
      *जा की छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ॥*
      जिसकी छूत जगत् को लग जाती है अर्थात् जिसे दुनिया अछूत समझती है, उस पर तू ही कृपा करता है।
      *नीचह ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥१॥*
      मेरा गोबिंद नीच को भी ऊँचा बना देता है और वह किसी से नहीं डरता॥ १॥
      *नामदेव कबीरु तिलोचनु सधना सैनु तरै ॥*
      उसकी अनुकंपा से नामदेव, कबीर, त्रिलोचन, सधना एवं सैन इत्यादि भी संसार-समुद्र से पार हो गए हैं।
      *कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरि जीउ ते सभै सरै ॥२॥१॥*
      रविदास जी कहते हैं, हे सज्जनो ! मेरी बात जरा ध्यानपूर्वक सुनो, ईश्वर की रज़ा से सभी मनोरथ पूरे हो सकते हैं।॥ २॥
      *मारू ॥*
      मारू॥
      *सुख सागर सुरितरु चिंतामनि कामधेन बसि जा के रे ॥*
      जिसके वश में सुखों का सागर कल्पवृक्ष, चिंतामणि एवं कामधेनु हैं;
      *चारि पदारथ असट महा सिधि नव निधि कर तल ता कै ॥१॥*
      धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रूपी चार पदार्थ, आठ महासिद्धियों एवं नो निधियाँ भी उस ईश्वर के हाथ में ही हैं॥ १॥
      *हरि हरि हरि न जपसि रसना ॥*
      हे भाई ! जिह्मा से तुम भगवान् का नाम तो जपते ही नहीं,
      *अवर सभ छाडि बचन रचना ॥१॥ रहाउ ॥*
      अन्य सभी वचन एवं व्यर्थ रचना को छोड़ कर प्रभु का भजन कर ले। १॥ रहाउ॥
      *नाना खिआन पुरान बेद बिधि चउतीस अछर माही ॥*
      अनेक आख्यान, पुराणों, वेदों एवं विधियों तथा चौंतीस अक्षरों में लिखे गए शास्त्रों का विचार करके
      *बिआस बीचारि कहिओ परमारथु राम नाम सरि नाही ॥२॥*
      व्यास जी ने यही बताया है कि राम नाम के बराबर कोई परमार्थ नहीं है॥ २॥
      *सहज समाधि उपाधि रहत होइ बडे भागि लिव लागी ॥*
      सहज-स्वभाव समाधि में रत होकर दुख-तकलीफों से रहित हो गए हैं और अहोभाग्य से ईश्वर में लगन लग गई है।
      *कहि रविदास उदास दास मति जनम मरन भै भागी ॥३॥२॥१५॥*
      रविदास जी कहते हैं कि दास की मति जग से विरक्त हो गई है, जिससे जन्म-मरण का भय भाग गया है।३॥ २॥ १५॥
      Bhagat Ravidas ji / Raag Maru / / Ang 1106
      Ye process kaa sirf ek part hai, ab btayo aap sikh hoo yaa nhi ... yaa sikh hone ke raste par ho yaa nhi ....?

  • @bhawanising9138
    @bhawanising9138 6 ปีที่แล้ว +7

    पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण, तू फिरता दाने दाने। नूं।
    सर्व कला सदगुरु साहिब की,हरि आये हरियाणे नूं।

  • @raghabrebu2250
    @raghabrebu2250 3 ปีที่แล้ว +2

    सत साहेब जी कि जय हो 🌹🙏

  • @bhanwarlaldas2947
    @bhanwarlaldas2947 6 ปีที่แล้ว +26

    सत्संग समझा बालक ध्रुव मिल गऐ नारद मुनी से गुरू,ऋषि,अब चाहै जीऊं चाहे मरू पर ना पिछे पैर धरु

  • @vijaydas9975
    @vijaydas9975 6 ปีที่แล้ว +11

    गरीब तुम साहिब तुम संत हो तुम सतगुरु तुम हंस
    गरीबदास तेरे रूप बिना और न दूजा अंस

  • @Discovery_of_Supreme_God
    @Discovery_of_Supreme_God 6 ปีที่แล้ว +4

    कबीर, वशिष्ठ मुनि से तत्ववेत्ता ज्ञानी, शोध कर लग्न धरै।
    सीता हरण ,मरण दशरथ को बन बन राम फिरै।।

  • @jankeedasi3493
    @jankeedasi3493 6 ปีที่แล้ว +10

    अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रत्ती नहीं भार सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजनहार

  • @sangeetabhaliya8939
    @sangeetabhaliya8939 6 ปีที่แล้ว +9

    कबीर साहिब भगवान् है वैदो मै परमाण है

  • @GopalDas-fo8oh
    @GopalDas-fo8oh 6 ปีที่แล้ว +5

    सर्व सृष्टि के रचनहार कबीर साहेब जी है ।

  • @RakeshSaini-yg9mi
    @RakeshSaini-yg9mi 6 ปีที่แล้ว +11

    भक्ति भजन हरि नाम है, दूजा दुःख अपार ।
    मनसा वाचा कर्मणा, कबीर सुमिरन सार ॥

  • @kisanbharti7392
    @kisanbharti7392 3 ปีที่แล้ว +1

    🙏 sir to tha saheb ka. Espar taj guru. Ka mil gaya . Bhatke huye jivo ko mukti ka marg mil gaya 🙏🙏

  • @kisanbharti7392
    @kisanbharti7392 3 ปีที่แล้ว +1

    🙏 sat saheb gi gurujii 🙏🙏

  • @vivekrana9382
    @vivekrana9382 2 ปีที่แล้ว +2

    Jai ho puran parmeshwar avinashi satpurush puran brahma satguru dev kabir saheb ji ki jai ho🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️😭😘😘😭❤️🙏🏻🧎🏻‍♂️🙏🏻

  • @purushottamvarma3245
    @purushottamvarma3245 6 ปีที่แล้ว +48

    राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट अंत समय पछतावेगा प्राण जाऐगे छुट

    • @ramgarg941
      @ramgarg941 6 ปีที่แล้ว

      Purushottam Das

  • @sandeepdas6400
    @sandeepdas6400 6 ปีที่แล้ว +4

    शरण पङे को गुरु संभाले, जान के बालक भोला रे।कह कबीर चरण चित राखो, ज्यो सुई मे डोरा रे।

  • @bhagataatma6650
    @bhagataatma6650 6 ปีที่แล้ว +8

    पूर्ण परमात्मा संत रामपाल जी महाराज हैं

  • @princeparmar8476
    @princeparmar8476 6 ปีที่แล้ว +8

    सूरत निरत मन पवन पयाना, शब्दै शब्द समाई।
    गरीब दास गलतान महल में मिले कबीर गोसाई।।

  • @KamalKumar-hx3ci
    @KamalKumar-hx3ci 6 ปีที่แล้ว

    जै बन्दीछोर सतगुरू रामपाल जी महाराज की

  • @umaramgodara
    @umaramgodara 6 ปีที่แล้ว +13

    कबीर साहेब जी ही परमात्मा है

  • @SanjayKumar-is5ti
    @SanjayKumar-is5ti 6 ปีที่แล้ว +18

    संसार के एकमात्र सच्चे तत्वदर्शी सतगुरु देव रामपाल जी महाराज के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम

  • @harchandram6172
    @harchandram6172 6 ปีที่แล้ว

    जागो रे परमेश्वर के चाहने वालो प्रगट हो चुका है दुनिया का मुक्ती दाता संत रामपाल जी महाराज जी

  • @mukeshdasmukesh3155
    @mukeshdasmukesh3155 6 ปีที่แล้ว +10

    जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा है

  • @Vikas_Sahu0001
    @Vikas_Sahu0001 6 ปีที่แล้ว +2

    कबीर चार मुक्ति जहाँ चम्पी करती, माया हो रही दासी।
    दास गरीब अभय पद परसे, मिले राम अविनाशी।।

  • @rkbodyfitness3085
    @rkbodyfitness3085 6 ปีที่แล้ว +13

    ज्ञान रतन का जतानकर , माटि का संसार |
    आय कबीर फिर गया , फीका है संसार ||

  • @familygroup1440
    @familygroup1440 6 ปีที่แล้ว +1

    Satguru ke charno me koti koti prnaam

  • @jankeedasi3493
    @jankeedasi3493 6 ปีที่แล้ว +6

    वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है

  • @bittubarodiya1934
    @bittubarodiya1934 6 ปีที่แล้ว +8

    जगत का पेखणा पेखा धणी का नाम न लेखा

  • @SanjayKumar-is5ti
    @SanjayKumar-is5ti 6 ปีที่แล้ว +5

    Sant rampal ji maharaj puran sant hai

  • @sureshsoni111
    @sureshsoni111 6 ปีที่แล้ว +1

    बन्दी छोड़ सत गुरु रामपाल जी महाराज की जय

  • @maheshdas5344
    @maheshdas5344 6 ปีที่แล้ว +30

    कबीर, गुरु गोविन्द दोनों खड़े काके लागूं पाय बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो मिलाय।।

    • @RSB143
      @RSB143 9 หลายเดือนก่อน +1

      *ੴ सतिगुर प्रसादि ॥*
      ੴ सतिगुर प्रसादि॥
      *ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ॥*
      हे प्यारे प्रभु ! तेरे बिना ऐसी कृपा कौन कर सकता है,
      *गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥१॥ रहाउ ॥*
      हे गुँसाई ! तू गरीब-नवाज है और मुझ दीन पर तूने छत्र धर दिया है॥ १॥ रहाउ॥
      *जा की छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ॥*
      जिसकी छूत जगत् को लग जाती है अर्थात् जिसे दुनिया अछूत समझती है, उस पर तू ही कृपा करता है।
      *नीचह ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥१॥*
      मेरा गोबिंद नीच को भी ऊँचा बना देता है और वह किसी से नहीं डरता॥ १॥
      *नामदेव कबीरु तिलोचनु सधना सैनु तरै ॥*
      उसकी अनुकंपा से नामदेव, कबीर, त्रिलोचन, सधना एवं सैन इत्यादि भी संसार-समुद्र से पार हो गए हैं।
      *कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरि जीउ ते सभै सरै ॥२॥१॥*
      रविदास जी कहते हैं, हे सज्जनो ! मेरी बात जरा ध्यानपूर्वक सुनो, ईश्वर की रज़ा से सभी मनोरथ पूरे हो सकते हैं।॥ २॥
      *मारू ॥*
      मारू॥
      *सुख सागर सुरितरु चिंतामनि कामधेन बसि जा के रे ॥*
      जिसके वश में सुखों का सागर कल्पवृक्ष, चिंतामणि एवं कामधेनु हैं;
      *चारि पदारथ असट महा सिधि नव निधि कर तल ता कै ॥१॥*
      धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रूपी चार पदार्थ, आठ महासिद्धियों एवं नो निधियाँ भी उस ईश्वर के हाथ में ही हैं॥ १॥
      *हरि हरि हरि न जपसि रसना ॥*
      हे भाई ! जिह्मा से तुम भगवान् का नाम तो जपते ही नहीं,
      *अवर सभ छाडि बचन रचना ॥१॥ रहाउ ॥*
      अन्य सभी वचन एवं व्यर्थ रचना को छोड़ कर प्रभु का भजन कर ले। १॥ रहाउ॥
      *नाना खिआन पुरान बेद बिधि चउतीस अछर माही ॥*
      अनेक आख्यान, पुराणों, वेदों एवं विधियों तथा चौंतीस अक्षरों में लिखे गए शास्त्रों का विचार करके
      *बिआस बीचारि कहिओ परमारथु राम नाम सरि नाही ॥२॥*
      व्यास जी ने यही बताया है कि राम नाम के बराबर कोई परमार्थ नहीं है॥ २॥
      *सहज समाधि उपाधि रहत होइ बडे भागि लिव लागी ॥*
      सहज-स्वभाव समाधि में रत होकर दुख-तकलीफों से रहित हो गए हैं और अहोभाग्य से ईश्वर में लगन लग गई है।
      *कहि रविदास उदास दास मति जनम मरन भै भागी ॥३॥२॥१५॥*
      रविदास जी कहते हैं कि दास की मति जग से विरक्त हो गई है, जिससे जन्म-मरण का भय भाग गया है।३॥ २॥ १५॥
      Bhagat Ravidas ji / Raag Maru / / Ang 1106
      Ye process kaa sirf ek part hai, ab btayo aap sikh hoo yaa nhi ... yaa sikh hone ke raste par ho yaa nhi ....?

  • @sandeepdas6400
    @sandeepdas6400 6 ปีที่แล้ว +7

    सोए सतगुरु पूरा कहावै, दोय अखर का भेद बतावै।
    एक छुड़ावै एक लखावै, तो प्राणी निज घर जावै।।

  • @sumitkumar376
    @sumitkumar376 6 ปีที่แล้ว +27

    ज्ञान रतन का जतन कर, माटी का संसार ।
    हाय कबीरा फिर गया, फीका है संसार ॥

  • @vivekrana9382
    @vivekrana9382 2 ปีที่แล้ว

    Daya rakhna gurudev ji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🧎🏻‍♂️🧎🏻‍♂️🤲🏻😘😭😭🙏🏻🙇🏻🙏🏻

  • @sukhram7909
    @sukhram7909 6 ปีที่แล้ว +1

    Jay ho satguru rampal ji maharaj ki jay

  • @bhawanising9138
    @bhawanising9138 6 ปีที่แล้ว +3

    संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान से सभी बुराइयां समाज में फैली हुई समाप्त होंगी दहेज प्रथा खत्म होगी

  • @OpOp-xp3ot
    @OpOp-xp3ot 6 ปีที่แล้ว +7

    आजा बंदे शरण राम की फिर पीछे पछताएगा काल बली तेरा लेखा लेगा वहां क्या बात बनाएगा लाल खंभ से बांधेगा बिन सतगुरु कौन छुड़ाएगा

  • @princeparmar8476
    @princeparmar8476 6 ปีที่แล้ว +6

    संखो लहर महर की उपजे, कहर नही जहां कोई।
    दास गरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई।।

  • @vijaydas9975
    @vijaydas9975 6 ปีที่แล้ว +10

    सोई गुरु पूरा कहावे जो दो अक्षर का भेद बतावे
    एक छुड़ावै एक लखावे तो प्राणी निज घर को पावे

  • @princeparmar8476
    @princeparmar8476 6 ปีที่แล้ว +8

    तीन पुत्र अष्टांगी जाए। ब्रह्मा विष्णु शिव नाम धराए।।
    तीन देव विस्तार चलाएं इन में यह जग धोखा खाए।।

  • @kailashchand5611
    @kailashchand5611 6 ปีที่แล้ว +1

    Bandi chhod sadguru rampal ji maharaj ki Jay

  • @vivekrana9382
    @vivekrana9382 2 ปีที่แล้ว +6

    Jai ho puran parmeshwar satguru dev kabir saheb ji ki jai ho🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️🙏🏻

    • @RadheshyamGaykward
      @RadheshyamGaykward ปีที่แล้ว

      👃

    • @RSB143
      @RSB143 9 หลายเดือนก่อน

      *ੴ सतिगुर प्रसादि ॥*
      ੴ सतिगुर प्रसादि॥
      *ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ॥*
      हे प्यारे प्रभु ! तेरे बिना ऐसी कृपा कौन कर सकता है,
      *गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥१॥ रहाउ ॥*
      हे गुँसाई ! तू गरीब-नवाज है और मुझ दीन पर तूने छत्र धर दिया है॥ १॥ रहाउ॥
      *जा की छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ॥*
      जिसकी छूत जगत् को लग जाती है अर्थात् जिसे दुनिया अछूत समझती है, उस पर तू ही कृपा करता है।
      *नीचह ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥१॥*
      मेरा गोबिंद नीच को भी ऊँचा बना देता है और वह किसी से नहीं डरता॥ १॥
      *नामदेव कबीरु तिलोचनु सधना सैनु तरै ॥*
      उसकी अनुकंपा से नामदेव, कबीर, त्रिलोचन, सधना एवं सैन इत्यादि भी संसार-समुद्र से पार हो गए हैं।
      *कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरि जीउ ते सभै सरै ॥२॥१॥*
      रविदास जी कहते हैं, हे सज्जनो ! मेरी बात जरा ध्यानपूर्वक सुनो, ईश्वर की रज़ा से सभी मनोरथ पूरे हो सकते हैं।॥ २॥
      *मारू ॥*
      मारू॥
      *सुख सागर सुरितरु चिंतामनि कामधेन बसि जा के रे ॥*
      जिसके वश में सुखों का सागर कल्पवृक्ष, चिंतामणि एवं कामधेनु हैं;
      *चारि पदारथ असट महा सिधि नव निधि कर तल ता कै ॥१॥*
      धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रूपी चार पदार्थ, आठ महासिद्धियों एवं नो निधियाँ भी उस ईश्वर के हाथ में ही हैं॥ १॥
      *हरि हरि हरि न जपसि रसना ॥*
      हे भाई ! जिह्मा से तुम भगवान् का नाम तो जपते ही नहीं,
      *अवर सभ छाडि बचन रचना ॥१॥ रहाउ ॥*
      अन्य सभी वचन एवं व्यर्थ रचना को छोड़ कर प्रभु का भजन कर ले। १॥ रहाउ॥
      *नाना खिआन पुरान बेद बिधि चउतीस अछर माही ॥*
      अनेक आख्यान, पुराणों, वेदों एवं विधियों तथा चौंतीस अक्षरों में लिखे गए शास्त्रों का विचार करके
      *बिआस बीचारि कहिओ परमारथु राम नाम सरि नाही ॥२॥*
      व्यास जी ने यही बताया है कि राम नाम के बराबर कोई परमार्थ नहीं है॥ २॥
      *सहज समाधि उपाधि रहत होइ बडे भागि लिव लागी ॥*
      सहज-स्वभाव समाधि में रत होकर दुख-तकलीफों से रहित हो गए हैं और अहोभाग्य से ईश्वर में लगन लग गई है।
      *कहि रविदास उदास दास मति जनम मरन भै भागी ॥३॥२॥१५॥*
      रविदास जी कहते हैं कि दास की मति जग से विरक्त हो गई है, जिससे जन्म-मरण का भय भाग गया है।३॥ २॥ १५॥
      Bhagat Ravidas ji / Raag Maru / / Ang 1106
      Ye process kaa sirf ek part hai, ab btayo aap sikh hoo yaa nhi ... yaa sikh hone ke raste par ho yaa nhi ....?

  • @hansrajsonkaria7079
    @hansrajsonkaria7079 6 ปีที่แล้ว +1

    बन्दीछोड़ सतगुरू रामपाल जी महाराज की जय

  • @divyayadav8322
    @divyayadav8322 6 ปีที่แล้ว +7

    Sat saheb to all

  • @princeparmar8476
    @princeparmar8476 6 ปีที่แล้ว +6

    कबीर, ज्ञानी रोगी अर्थाथी जिज्ञासु ये चार ।
    सो सब ही हरि ध्यावते ज्ञानी उतरे पार ।।

  • @jagdishkhichi4132
    @jagdishkhichi4132 6 ปีที่แล้ว +14

    सतयुग में सत्यसुकृत कह टेरा त्रेता नाम मुनीन्द्र मेरा।
    द्वापर में करुणामय कहाया कलयुग नाम कबीर धराया।।

    • @gkg318
      @gkg318 5 ปีที่แล้ว +1

      जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की जय बुरा जो ढूंढने में चला बुरा न मिलिया कोय जो दिल खोजा आपना तो हम से बुरा ना कोई सत साहेब

  • @nandkishordhawade4035
    @nandkishordhawade4035 6 ปีที่แล้ว +4

    संत रामपालजीमहाराज व् उनके अनुयायी समाज सुधारक कार्यो में तत्पर कार्य कर रहें है कबीर जयंती पर लाखो लोगोंको देसी घी का भंडारा करवाना।सैंकड़ो दहेज़ मुक्त शादियाँ व रक्त दान शिविर का आयोजन करना कोई आम बात नही है
    एक पूर्ण संत ही मानव कल्याण हित में सोचता है

    • @RSB143
      @RSB143 9 หลายเดือนก่อน

      *ੴ सतिगुर प्रसादि ॥*
      ੴ सतिगुर प्रसादि॥
      *ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ॥*
      हे प्यारे प्रभु ! तेरे बिना ऐसी कृपा कौन कर सकता है,
      *गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥१॥ रहाउ ॥*
      हे गुँसाई ! तू गरीब-नवाज है और मुझ दीन पर तूने छत्र धर दिया है॥ १॥ रहाउ॥
      *जा की छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ॥*
      जिसकी छूत जगत् को लग जाती है अर्थात् जिसे दुनिया अछूत समझती है, उस पर तू ही कृपा करता है।
      *नीचह ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥१॥*
      मेरा गोबिंद नीच को भी ऊँचा बना देता है और वह किसी से नहीं डरता॥ १॥
      *नामदेव कबीरु तिलोचनु सधना सैनु तरै ॥*
      उसकी अनुकंपा से नामदेव, कबीर, त्रिलोचन, सधना एवं सैन इत्यादि भी संसार-समुद्र से पार हो गए हैं।
      *कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरि जीउ ते सभै सरै ॥२॥१॥*
      रविदास जी कहते हैं, हे सज्जनो ! मेरी बात जरा ध्यानपूर्वक सुनो, ईश्वर की रज़ा से सभी मनोरथ पूरे हो सकते हैं।॥ २॥
      *मारू ॥*
      मारू॥
      *सुख सागर सुरितरु चिंतामनि कामधेन बसि जा के रे ॥*
      जिसके वश में सुखों का सागर कल्पवृक्ष, चिंतामणि एवं कामधेनु हैं;
      *चारि पदारथ असट महा सिधि नव निधि कर तल ता कै ॥१॥*
      धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रूपी चार पदार्थ, आठ महासिद्धियों एवं नो निधियाँ भी उस ईश्वर के हाथ में ही हैं॥ १॥
      *हरि हरि हरि न जपसि रसना ॥*
      हे भाई ! जिह्मा से तुम भगवान् का नाम तो जपते ही नहीं,
      *अवर सभ छाडि बचन रचना ॥१॥ रहाउ ॥*
      अन्य सभी वचन एवं व्यर्थ रचना को छोड़ कर प्रभु का भजन कर ले। १॥ रहाउ॥
      *नाना खिआन पुरान बेद बिधि चउतीस अछर माही ॥*
      अनेक आख्यान, पुराणों, वेदों एवं विधियों तथा चौंतीस अक्षरों में लिखे गए शास्त्रों का विचार करके
      *बिआस बीचारि कहिओ परमारथु राम नाम सरि नाही ॥२॥*
      व्यास जी ने यही बताया है कि राम नाम के बराबर कोई परमार्थ नहीं है॥ २॥
      *सहज समाधि उपाधि रहत होइ बडे भागि लिव लागी ॥*
      सहज-स्वभाव समाधि में रत होकर दुख-तकलीफों से रहित हो गए हैं और अहोभाग्य से ईश्वर में लगन लग गई है।
      *कहि रविदास उदास दास मति जनम मरन भै भागी ॥३॥२॥१५॥*
      रविदास जी कहते हैं कि दास की मति जग से विरक्त हो गई है, जिससे जन्म-मरण का भय भाग गया है।३॥ २॥ १५॥
      Bhagat Ravidas ji / Raag Maru / / Ang 1106
      Ye process kaa sirf ek part hai, ab btayo aap sikh hoo yaa nhi ... yaa sikh hone ke raste par ho yaa nhi ....?

  • @omprakashvyas9454
    @omprakashvyas9454 6 ปีที่แล้ว +11

    कबीर ,सतगुरु के लक्षण कहू मधूरे बेन विनोद।
    चचार वेद छः शास्त्र वह कहे अठारह बोध ।।

    • @RSB143
      @RSB143 9 หลายเดือนก่อน

      *ੴ सतिगुर प्रसादि ॥*
      ੴ सतिगुर प्रसादि॥
      *ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ॥*
      हे प्यारे प्रभु ! तेरे बिना ऐसी कृपा कौन कर सकता है,
      *गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥१॥ रहाउ ॥*
      हे गुँसाई ! तू गरीब-नवाज है और मुझ दीन पर तूने छत्र धर दिया है॥ १॥ रहाउ॥
      *जा की छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ॥*
      जिसकी छूत जगत् को लग जाती है अर्थात् जिसे दुनिया अछूत समझती है, उस पर तू ही कृपा करता है।
      *नीचह ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥१॥*
      मेरा गोबिंद नीच को भी ऊँचा बना देता है और वह किसी से नहीं डरता॥ १॥
      *नामदेव कबीरु तिलोचनु सधना सैनु तरै ॥*
      उसकी अनुकंपा से नामदेव, कबीर, त्रिलोचन, सधना एवं सैन इत्यादि भी संसार-समुद्र से पार हो गए हैं।
      *कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरि जीउ ते सभै सरै ॥२॥१॥*
      रविदास जी कहते हैं, हे सज्जनो ! मेरी बात जरा ध्यानपूर्वक सुनो, ईश्वर की रज़ा से सभी मनोरथ पूरे हो सकते हैं।॥ २॥
      *मारू ॥*
      मारू॥
      *सुख सागर सुरितरु चिंतामनि कामधेन बसि जा के रे ॥*
      जिसके वश में सुखों का सागर कल्पवृक्ष, चिंतामणि एवं कामधेनु हैं;
      *चारि पदारथ असट महा सिधि नव निधि कर तल ता कै ॥१॥*
      धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रूपी चार पदार्थ, आठ महासिद्धियों एवं नो निधियाँ भी उस ईश्वर के हाथ में ही हैं॥ १॥
      *हरि हरि हरि न जपसि रसना ॥*
      हे भाई ! जिह्मा से तुम भगवान् का नाम तो जपते ही नहीं,
      *अवर सभ छाडि बचन रचना ॥१॥ रहाउ ॥*
      अन्य सभी वचन एवं व्यर्थ रचना को छोड़ कर प्रभु का भजन कर ले। १॥ रहाउ॥
      *नाना खिआन पुरान बेद बिधि चउतीस अछर माही ॥*
      अनेक आख्यान, पुराणों, वेदों एवं विधियों तथा चौंतीस अक्षरों में लिखे गए शास्त्रों का विचार करके
      *बिआस बीचारि कहिओ परमारथु राम नाम सरि नाही ॥२॥*
      व्यास जी ने यही बताया है कि राम नाम के बराबर कोई परमार्थ नहीं है॥ २॥
      *सहज समाधि उपाधि रहत होइ बडे भागि लिव लागी ॥*
      सहज-स्वभाव समाधि में रत होकर दुख-तकलीफों से रहित हो गए हैं और अहोभाग्य से ईश्वर में लगन लग गई है।
      *कहि रविदास उदास दास मति जनम मरन भै भागी ॥३॥२॥१५॥*
      रविदास जी कहते हैं कि दास की मति जग से विरक्त हो गई है, जिससे जन्म-मरण का भय भाग गया है।३॥ २॥ १५॥
      Bhagat Ravidas ji / Raag Maru / / Ang 1106
      Ye process kaa sirf ek part hai, ab btayo aap sikh hoo yaa nhi ... yaa sikh hone ke raste par ho yaa nhi ....?

  • @satlokmarag7525
    @satlokmarag7525 2 ปีที่แล้ว +6

    ਸੱਤ ਸਾਹਿਬ ਜੀ🙏

    • @RSB143
      @RSB143 9 หลายเดือนก่อน

      *ੴ सतिगुर प्रसादि ॥*
      ੴ सतिगुर प्रसादि॥
      *ऐसी लाल तुझ बिनु कउनु करै ॥*
      हे प्यारे प्रभु ! तेरे बिना ऐसी कृपा कौन कर सकता है,
      *गरीब निवाजु गुसईआ मेरा माथै छत्रु धरै ॥१॥ रहाउ ॥*
      हे गुँसाई ! तू गरीब-नवाज है और मुझ दीन पर तूने छत्र धर दिया है॥ १॥ रहाउ॥
      *जा की छोति जगत कउ लागै ता पर तुहीं ढरै ॥*
      जिसकी छूत जगत् को लग जाती है अर्थात् जिसे दुनिया अछूत समझती है, उस पर तू ही कृपा करता है।
      *नीचह ऊच करै मेरा गोबिंदु काहू ते न डरै ॥१॥*
      मेरा गोबिंद नीच को भी ऊँचा बना देता है और वह किसी से नहीं डरता॥ १॥
      *नामदेव कबीरु तिलोचनु सधना सैनु तरै ॥*
      उसकी अनुकंपा से नामदेव, कबीर, त्रिलोचन, सधना एवं सैन इत्यादि भी संसार-समुद्र से पार हो गए हैं।
      *कहि रविदासु सुनहु रे संतहु हरि जीउ ते सभै सरै ॥२॥१॥*
      रविदास जी कहते हैं, हे सज्जनो ! मेरी बात जरा ध्यानपूर्वक सुनो, ईश्वर की रज़ा से सभी मनोरथ पूरे हो सकते हैं।॥ २॥
      *मारू ॥*
      मारू॥
      *सुख सागर सुरितरु चिंतामनि कामधेन बसि जा के रे ॥*
      जिसके वश में सुखों का सागर कल्पवृक्ष, चिंतामणि एवं कामधेनु हैं;
      *चारि पदारथ असट महा सिधि नव निधि कर तल ता कै ॥१॥*
      धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष रूपी चार पदार्थ, आठ महासिद्धियों एवं नो निधियाँ भी उस ईश्वर के हाथ में ही हैं॥ १॥
      *हरि हरि हरि न जपसि रसना ॥*
      हे भाई ! जिह्मा से तुम भगवान् का नाम तो जपते ही नहीं,
      *अवर सभ छाडि बचन रचना ॥१॥ रहाउ ॥*
      अन्य सभी वचन एवं व्यर्थ रचना को छोड़ कर प्रभु का भजन कर ले। १॥ रहाउ॥
      *नाना खिआन पुरान बेद बिधि चउतीस अछर माही ॥*
      अनेक आख्यान, पुराणों, वेदों एवं विधियों तथा चौंतीस अक्षरों में लिखे गए शास्त्रों का विचार करके
      *बिआस बीचारि कहिओ परमारथु राम नाम सरि नाही ॥२॥*
      व्यास जी ने यही बताया है कि राम नाम के बराबर कोई परमार्थ नहीं है॥ २॥
      *सहज समाधि उपाधि रहत होइ बडे भागि लिव लागी ॥*
      सहज-स्वभाव समाधि में रत होकर दुख-तकलीफों से रहित हो गए हैं और अहोभाग्य से ईश्वर में लगन लग गई है।
      *कहि रविदास उदास दास मति जनम मरन भै भागी ॥३॥२॥१५॥*
      रविदास जी कहते हैं कि दास की मति जग से विरक्त हो गई है, जिससे जन्म-मरण का भय भाग गया है।३॥ २॥ १५॥
      Bhagat Ravidas ji / Raag Maru / / Ang 1106
      Ye process kaa sirf ek part hai, ab btayo aap sikh hoo yaa nhi ... yaa sikh hone ke raste par ho yaa nhi ....?

  • @mukeshkumawat7334
    @mukeshkumawat7334 6 ปีที่แล้ว +4

    कबीर,माया का रस पीय कर ,फुट गये दो नैन ।
    ऐसा सतगुरु हम मिल्या ,बक्श दिया सुख चैन॥

  • @sahiramdas5054
    @sahiramdas5054 6 ปีที่แล้ว +13

    सतगुरु देव जी के श्री चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम

  • @gagandas3501
    @gagandas3501 3 ปีที่แล้ว +1

    Jai bandichhod ki

  • @deelipdas7204
    @deelipdas7204 6 ปีที่แล้ว

    बन्दी छोङ सतगुरू रामपाल जी महाराज जी के चरणो मे कोटी कोटी दण्डवत प्रणाम

  • @GovindRam-ei4ho
    @GovindRam-ei4ho 6 ปีที่แล้ว +1

    *कबीर, सच्चा सतगुरु न मिला, मिली न सच्ची सीख।*
    *भेष जति का बनाय कै, दर-दर माँगै भीख।।*
    🙏🏻🙏🏻

  • @kamalsofamekar193
    @kamalsofamekar193 6 ปีที่แล้ว +5

    कबीर सोशल चद्दर मैं करूं अपने दिल के काज और खेल खेला गया फिर वो जब तक धरती आकाश

  • @श्योरामरावत
    @श्योरामरावत 6 ปีที่แล้ว +1

    सच्चा ज्ञान अपने सभी ग्रंथों से प्रमाणित समझने के लिए साधना टीवी चैनल 7:40 से 8:40 तक अवश्य सुने अलौकिक जीवन में महा परिवर्तन लाने वाले तत्वदर्शी संत द्वारा संत रामपाल जी महाराज के मुखारविंद से

  • @madansoni2403
    @madansoni2403 6 ปีที่แล้ว +6

    परमात्मा कहते है
    कि भूमि सुलाऊ,
    भूखा मारू, ऊपर मारू मार !
    फिर भी हमारा नाम ले उसको,
    उतारू पार !!
    सत साहेब जी!

  • @purshottamdewasi9898
    @purshottamdewasi9898 6 ปีที่แล้ว +21

    kabir is God

  • @kabirisgod818
    @kabirisgod818 6 ปีที่แล้ว +1

    Saint Rampal ji is the great shyren

  • @abhisheksunarti1199
    @abhisheksunarti1199 6 ปีที่แล้ว +31

    Kabir is supreme God

  • @ravikantsaini2466
    @ravikantsaini2466 5 ปีที่แล้ว +8

    स्पष्ट और बहुत ही साफ ज्ञान।
    वाह मालिक आनंद आ गया।

  • @jitendrapatel1094
    @jitendrapatel1094 6 ปีที่แล้ว +2

    *संत समागम हरि कथा, तुलसी दुर्लभ दोय!*
    *सुत धारा धन लक्ष्मी, पापी के भी घर में होय!!*

  • @kripaldass2426
    @kripaldass2426 6 ปีที่แล้ว +3

    (श्री गुरु ग्रँथ साहेब पृष्ठ न०24, राग सिरी महला 1)
    तेरा एक नाम तारे संसार,मैं एहा आस एहो आधार।
    नानक नीच कहै विचार, धाणक रूप रहा करतार।।

  • @SumitKumar-jo1vz
    @SumitKumar-jo1vz 6 ปีที่แล้ว

    कबीर नो मण सुत उलझीया रिशी रहे झखमार सतगुरू ऐसा सुलझा दे उलझ ना दुजी बार

  • @sanjayvaishnav9339
    @sanjayvaishnav9339 6 ปีที่แล้ว +2

    कबीर, हरि की भक्ति बिन, धिक जीवन संसार। धूवें जैसा धोलहरा, जात न लागै बार।

  • @Gurmukh5550
    @Gurmukh5550 5 ปีที่แล้ว +1

    ਗਲਤ ਗੱਲ ਆ
    ਸਾਬਤੇ ਵਡਾ ਸਤਿਗੁਰੂ ਨਾਨਕ

  • @श्योरामरावत
    @श्योरामरावत 6 ปีที่แล้ว +1

    सत गुरु देव की जय हो

  • @amarjeetdas8739
    @amarjeetdas8739 6 ปีที่แล้ว +2

    कबीर साहेब ही पूर्ण मोक्ष देने वाले भगवान है

  • @monudas7579
    @monudas7579 6 ปีที่แล้ว +5

    नानकदेव जी ने कहा की मेरे रब ........खालिक़ आदम सिरजिया आलम बडा कबीर काइम दाइम कुदरती शिर पीरा दे पीर