Raat din Baba ko roti hai Sakina Qaid me | Adv. Riyaz Ali | Kalam-Sukhanwar Husain Raipuri | R.F.A.

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  • เผยแพร่เมื่อ 4 ส.ค. 2023
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    Nauha lyrics ⬇️
    रात दिन बाबा को रोती है सकीनाؑ क़ैद में
    कैसे दे आख़िर फुफी ज़ैनबؑ दिलासा क़ैद में
    वक़्ते रूख़्सत कहते थे रो-रो के ज़ैनबؑ से हुसैनؑ
    सब्र करना ऐ मेरी ख़्वाहर जो जाना क़ैद में।
    करबला में बाप का लाशा पड़ा है बेकफ़न
    किस क़दर मजबूर है बीमार बेटा क़ैद में।
    जुर्म क्या है बीबियों बच्चों का बतलाए कोई
    किस लिए है मुस्तफ़ाؐ का ये घराना क़ैद में।
    बोलने देती नहीं अहले हरमؑ को फ़ौजे शाम
    आंसुओं पर भी लगा रक्खा है पहरा क़ैद में।
    आबिदेؑ बीमार को पहना के तौक़े ख़ारदार
    ज़ालिमों ने शाम तक कितना सताया क़ैद में।
    क्या है ये दाग़े असीरी पूछे ज़ैनबؑ से कोई
    ’’एक शहज़ादीؑ का गुज़रा है ज़माना क़ैद में।’’
    जिसको तू कहती है शहज़ादी न पहचाना उसे
    मैं वही ज़ैनबؑ हूं ऐ उम्मे हबीबा क़ैद में।
    आ गई ज़िन्दान में बाली सकीनाؑ को क़ज़ा
    सह न पाई शह की बच्ची ज़ुल्मे आदा क़ैद में।
    सय्यदे सज्जादؑ को देगा सहारा भी तो कौन
    कैसे उट्ठेगा सकीनाؑ का जनाज़ा क़ैद में।
    ऐ "सोख़नवर" थी सकीनाؑ को वतन की आरज़ू
    मिल गई सबको रिहाई है वो तन्हा क़ैद में।
    Kalam-Janab Sukhanwar Husain Raipuri.
    Nauha - Raat din Baba ko roti hai Sakina Qaid me
    Nauha khwan :- janab Adv. Riyaz Ali sahab.
    Video graphy by Farigh Hasan.
    Tarhi Shabbedari.
    05/08/2023 (17 Moharram 1445)
    Misrae Tarah :- Ek Shahzadi ka guzra hai Zamana Qaid me.
    Organised by Anjumane Lashkare Husainy.
    #nouha #newnauha #yahussain #karbala #raipur #یاحسین

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