गुरुदेव मैं तो जब भी मन करता है जाप करने लग जाता हूँ। सोते, जागते, उठते, बैठते जाप कर लेता हूँ। "ऐं ह्लीं क्लीं श्रीं" इस मंत्र से मुझे सुकून मिलता है। जब भी दुखी होता हूँ या जब भी मन में आया या फ्री बैठा हूँ तब जाप कर लेता हूँ। मैंने कोई नियम नहीं रखा है। रात को सोते हुए या नींद जाग गई तब भी जाप करते रहता हूँ। मुझे इस प्रकार से करने में कोई बुराई नहीं लगी🙏😊🙏
ॐ ❤।। *कोई भी मनुष्य अपने शरीर के किसी एक भी अंग को नहीं बनाया ।सभी मनुष्यो को एक वीर्य से बनाया गया मां के पेट में ।। सभी मनुष्यों का एक ही सूरज , धरती , हवा,पानी और असमान है ।। अगर हम दिमाग का सही उपयोग करके सोचे तो सबको बनाने ईश्वर अलग अलग नहीं हो सकता । सिर्फ नाम का मतभेद हो सकता है।।* *वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है* *अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।* *अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।* *अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला इत्यादि।* *कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।* *ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।* *( वेद के कुछ मंत्र )* *ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )* *अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।* *हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )* *अर्थात् सृष्टि से पूर्व जो सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।* *पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )* *अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
Kuran me aallah usko na manne wale sabko maarne ka hukm deta he Ishvar jeev jantu sbhi ko peda Kiya he wo use na maane use bhi nhi Marta Kha tulna kr rhe ved ki or ishwar ki tum koi fake id ho
Koi bhi inse kuch bhi na mangwaye or agar fir bhi kisi ko kuch mangwana hai to payment krne se pehle jis kisi se bhi apki baat ho rhi hai chahe vo aacharya ho ya koi aur unse unke office ki I'd card WhatsApp par jarur mange jab tak vo I'd card na tab tak koi payment na kre
आपकी कौनसी बात झूठ बोली है या कितने रुपये लेकर चूतिया बनाया है। जो आप इनके लिए ऐसा बोल रहे हो भाई। आपके घर आए थे क्या निमंत्रण लेकर। क्यों किसी को बदनाम करते हो यार भाई।
Jai ho gurudev ❤🎉🎉🎉
Jai guru ji
गुरुदेव मैं तो जब भी मन करता है जाप करने लग जाता हूँ।
सोते, जागते, उठते, बैठते जाप कर लेता हूँ।
"ऐं ह्लीं क्लीं श्रीं" इस मंत्र से मुझे सुकून मिलता है। जब भी दुखी होता हूँ या जब भी मन में आया या फ्री बैठा हूँ तब जाप कर लेता हूँ। मैंने कोई नियम नहीं रखा है। रात को सोते हुए या नींद जाग गई तब भी जाप करते रहता हूँ। मुझे इस प्रकार से करने में कोई बुराई नहीं लगी🙏😊🙏
ओम नमः शिवाय
Hreem or hleem.
Jay Gurudev.....🙏🙏🙏🙏🙏
Guru ji sahi kah rahe hai, so called word ko kuchh log mantra kahte hain, aur kai log inke jhanse me bhi aa rahe hai
Paddhye mai man lagne lage
Sir mai kon sa mantra karu
Tan.or.mansudhar.k.lya.karamkaro
ॐ ❤।। *कोई भी मनुष्य अपने शरीर के किसी एक भी अंग को नहीं बनाया ।सभी मनुष्यो को एक वीर्य से बनाया गया मां के पेट में ।। सभी मनुष्यों का एक ही सूरज , धरती , हवा,पानी और असमान है ।। अगर हम दिमाग का सही उपयोग करके सोचे तो सबको बनाने ईश्वर अलग अलग नहीं हो सकता । सिर्फ नाम का मतभेद हो सकता है।।*
*वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है*
*अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।*
*अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।*
*अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला इत्यादि।*
*कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।*
*ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।*
*( वेद के कुछ मंत्र )*
*ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )*
*अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।*
*हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )*
*अर्थात् सृष्टि से पूर्व जो सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।*
*पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )*
*अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
कुरान की बात मत कर पंडित का नाम धारण करके म्लेच का गुणगान मत समजाव. हम सच्चाई जानंते मझहब की
Kuran me aallah usko na manne wale sabko maarne ka hukm deta he
Ishvar jeev jantu sbhi ko peda Kiya he wo use na maane use bhi nhi Marta
Kha tulna kr rhe ved ki or ishwar ki tum koi fake id ho
4:15 😅😅😅😅
Hleem kyon
yah kis ved ka konsa mantra h ye
Koi bhi inse kuch bhi na mangwaye or agar fir bhi kisi ko kuch mangwana hai to payment krne se pehle jis kisi se bhi apki baat ho rhi hai chahe vo aacharya ho ya koi aur unse unke office ki I'd card WhatsApp par jarur mange jab tak vo I'd card na tab tak koi payment na kre
Aap.ko.kud.ahi.pata.shri.manra.ka
Yah sab bakwas hai
ये तो हरिद्वार का झूठा तांत्रिक G D Vashashit है।
वो कैसे झूठा
Pura btao k se jhutha
Bhai ye jhute nahi he astrologer he
आपकी कौनसी बात झूठ बोली है या कितने रुपये लेकर चूतिया बनाया है।
जो आप इनके लिए ऐसा बोल रहे हो भाई।
आपके घर आए थे क्या निमंत्रण लेकर।
क्यों किसी को बदनाम करते हो यार भाई।