जयहो सच्चिदानन्द स्वरूप सृष्टि कर्ता विश्व कर्मा भगवान् की।। जयहो जगत् गुरु महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज की। जय हो सत्य सनातन वैदिक धर्म की। वेदों की ज्योति जलती रहे। आर्य समाज अमर रहे।। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। आर्य पुत्र।।
bahut hi adbhut, aap sabke prayason ko naman. kripya isi prakaar is series ko chalate rahiye, ye bhut gyanvardhak hai. apne agyaani hindu bhaiyon ki aakhen khul jayengi aur wo satya ko jaan sakenge.
Bahat bahat bahat sundar, rachak, gyanbardhak, ati uttam alochana, OM, Kripa karke age bi esa pragram karte rahe or hamare gyan ko badhate rahe .Bahat bahat dhanyabad Om sam
Sharir ka nash hota hai aatma ka nahi jo siddha ho woh sarvagya bhi ho sakta hai bhook pyas na lagna ,door se dekh lena aadi anek siddhi hoti hai. Sharir bhale hi kast mei ho aatma sada aanand mei hoti hai
ॐ।।। *हे मनुष्य अगर तुम पाप कर्म करते हो तो सावधान हो जाओ । क्योंकि जिसने तुमको धरती पर जीवित किया है वही ईश्वर पापियों को बहुत भयानक सजा देगा ।* *वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है* *अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।* *अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।* *अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला इत्यादि।* *कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।* *ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।* *( वेद के कुछ मंत्र )* *ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )* *अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।* *हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )* *अर्थात् सृष्टि से पूर्व जो सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।* *पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )* *अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
aap aisehi vaidic satsang ko suniye, youtube pr aise anek vaidic channel uplabdh hai jaise ARSH NYAS, VAANPRASTHA SADHAK ASHRAM aadi. aapko in channels pr aisehi anek gyanvardhak video mil jayenge. Aap arya samaj se judne k lie apne shahar k nazdeeki arya samaj me jake wahan k sadasya bn skte hai. wahan dainic/saptahik yagya hota hai aap usme shamil ho skte hai, dhanyawad.
जय महर्षि दयानंद सरस्वती जी 🙏🏻🙏🏻
Om
जय आर्य समाज 🙏🏻🕉️🚩
जयहो सच्चिदानन्द स्वरूप सृष्टि कर्ता विश्व कर्मा भगवान् की।। जयहो जगत् गुरु महर्षि दयानन्द सरस्वती जी महाराज की। जय हो सत्य सनातन वैदिक धर्म की। वेदों की ज्योति जलती रहे। आर्य समाज अमर रहे।। ओउम् शान्तिः शान्तिः शान्तिः।। आर्य पुत्र।।
इसी तर्क से ही आधुनिक साक्षरों को समझाने में सफलता मिलेगी। धन्यवाद ओउम् 🙏
Om⛳
ओम् जय आर्यावर्त
बहुत बढ़िया संदेश है। इसी तरह ज्ञानवर्धक वीडियो और कार्टून लाया कीजिए।❤❤
आपके सभी बातें वेदों के अनुसार है सभी बातें सत्य हैं लेकिन इंसान इस बात को मानने के लिए तैयार ही नहीं है
अहंकार है उनमें।
अद्भुत 🙏
ओम,
दो मित्रों की बातें की पूरी सीरीज निकाले ताकि समझने में और भी आसानी हो।
धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
Jay sanatan Dharam ki
ૐ 🚩🚩🚩🚩🚩
बहुत अच्छा प्रयास, आपको साधुवाद 🌹🙏
Very good explain brother
bahut hi adbhut, aap sabke prayason ko naman. kripya isi prakaar is series ko chalate rahiye, ye bhut gyanvardhak hai. apne agyaani hindu bhaiyon ki aakhen khul jayengi aur wo satya ko jaan sakenge.
Ishwar ki leela samanya manushya ke liye hoti hai
Bahat bahat bahat sundar, rachak, gyanbardhak, ati uttam alochana, OM, Kripa karke age bi esa pragram karte rahe or hamare gyan ko badhate rahe .Bahat bahat dhanyabad Om sam
Alp budhio ko samjhana ke lia accha tarika hai ishwar inko sad budhi de
🕉️🙏
Very good.
Bahut sundar dhanyawad ji
Sharir ka nash hota hai aatma ka nahi jo siddha ho woh sarvagya bhi ho sakta hai bhook pyas na lagna ,door se dekh lena aadi anek siddhi hoti hai. Sharir bhale hi kast mei ho aatma sada aanand mei hoti hai
Parmatma apni iccha se janam le sakta hai
ॐ।।। *हे मनुष्य अगर तुम पाप कर्म करते हो तो सावधान हो जाओ । क्योंकि जिसने तुमको धरती पर जीवित किया है वही ईश्वर पापियों को बहुत भयानक सजा देगा ।*
*वेद में विभिन्न मंत्रो में आया है। सब कुछ बनाने वाला सिर्फ एक अजन्मा परम तत्त्व परमेश्वर है। कुरान में भी आया है सबकुछ बनाने वाला अल्लाह है*
*अगर हम वेदों के ईश्वर को अल्लाह कहते तो भी गुण एक समान है और दोनो किताबो में भी लिखा है सब कुछ बनाने वाला एक सर्वव्यापी हर प्रकार से शुद्ध चैतन्य है उसकी सीमा अनंत और अनादि है ।*
*अल्लाह शब्द अरब देश में कुरान के आने से पहले भी बोला जाता था। इतिहास में इसका वर्णन मिलता ।*
*अल्लाह नाम के अर्थ का मतलब = अल+ इलाह से बना है । इलाह का मतलब = सब कुछ बनाने वाला , उसका सुरक्षा करने वाला, और पालन- पोषण करने और न्याय करने वाला इत्यादि।*
*कुरान में उस सर्वशक्तिमान परमेश्वर का नाम उसके गुणों के आधार पर है। ।*
*ये बिल्कुल सच बात है की कुरान की एक एक बात सत्य है ।। वेद और कुरान ये दोनो किताब उसी एक सर्वव्यापी परमेश्वर का वचन है ।। इसलिए बोला जाता है वेद और कुरान की रचना किसी मनुष्य ने नही की है । ये तो साक्षात परमेश्वर का कथन वाक्य है। अतः हमें उसका प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए जिसने हम सभी मनुष्यों को बनाया।*
*( वेद के कुछ मंत्र )*
*ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किंच जगत्याञ्जगत् । (यजुर्वेद अध्याय ४० मंत्र २ )*
*अर्थात् जो कुछ इस संसार में और सभी लोक में है,उस सब में व्याप्त होकर जो सृष्टि से परे है वह परमेश्वर कहलाता है ।*
*हिरण्यगर्भ: समवर्त्तताग्रे भूतस्य जात: पतिरेक आसीत् । स दाधार पृथिवीं द्यामुतेमाम् कस्मै देवाय हविषा विधेम ।। ( यजुर्वेद १३/४ )*
*अर्थात् सृष्टि से पूर्व जो सूर्य आदि तेजवाले लोकों का निर्माण किया , और जो कुछ उसने उत्पन्न किया , है और जो करेगा ,उसका स्वामी वही है और आगे भी रहेगा , वही पृथ्वी से लेकर सूर्य तथा सभी लोक तक सभी सृष्टि को बना के धारण कर रहा है ,उस सुखस्वरूप परमेश्वर ही का ध्यान हम सब लोग किया करें ।*
*पर्यगाच्छुक्रमकायमव्रणमस्नाविरंशुद्धमपापविद्धं। कवीर्मनीषी परिभू: स्वयम्भूर्याथातथ्यतोऽर्थान् व्यदधाच्छाश्वतीभ्य: समाभ्य: । ( यजुर्वेद ४०/८ )*
*अर्थात् वह ईश्वर ,सर्व शक्तिमान , न्यायकारी और शरीर से रहित,छिद्र रहित, नस - नाड़ियों के बंधन से रहित , अविद्या आदि दोषों से रहित । वह सर्वज्ञ, सभी जीवों का उत्पत्तिकर्ता और उनके मनों की वृत्तियों को जानने वाला , सभी लोक एवं संसार के निर्माणकर्ता अनादि , उत्पत्ति और विनाश रहित , वहीं परमेश्वर उपासना करने योग्य है ।*
Bhardwaj ji parmeshwar ki Shakti Anant hai sarv vyapak hai vah Shakti na paida Hui hai Varanasi
Arya samaj se kaise Jude
aap aisehi vaidic satsang ko suniye, youtube pr aise anek vaidic channel uplabdh hai jaise ARSH NYAS, VAANPRASTHA SADHAK ASHRAM aadi. aapko in channels pr aisehi anek gyanvardhak video mil jayenge. Aap arya samaj se judne k lie apne shahar k nazdeeki arya samaj me jake wahan k sadasya bn skte hai. wahan dainic/saptahik yagya hota hai aap usme shamil ho skte hai, dhanyawad.
किसी भी नजदीक के आर्य समाज मंदिर में रविवार को जाओ सुबह सुबह
वहां की चीजों को देखो और विद्वान को सुनो
Aap ka gyan adhura hai. Isliye adjal gagri jhalkat jaye
Aap pura krdo
Tum pura krdo