भ्रमित कर दिया, हवन ,यज्ञ में और पूजा में , पूजा और हवन तो साथ साथ ही होते हैं,सही सही बताऔ जब भगवान् का स्मरण करते हैं दर्शन करते हैं पूजा करते हैं आरती करते हैं यज्ञ करते हैं हवन करते हैं अभिषेक करते हैं तो पत्नी को किस तरफ रखना है स्पष्ट बताएं
Hmko to padit ji ne banye disha me bithaya jbki mene unko bola bhi tha ki mujhe apni pati ke sidhe hath ki trf baithna h pr padit ne bola ki nhi aap ulte hath ki trf baitho jb padit hi galt btaye to kya kre ab puja ka hme shubh fal milega ki nhi
ये शास्त्र उक्त बातें है लेकीन उल्टे साइड बैठे तो उसमे भी कोई बुराई नहीं.... पत्नी को बामंगी माना जाता है ....... पूजामैं अंजल गांठी भी बांधी जाती है जो पति के बाएं भाग होकर पत्नी को बैठाकर ही लगाई जाती है इसलिए आपके पंडित जी ने जो किया गलत नही किया .... जोआपको ये वीडियो बता रहे है उसमे भी सही बता रहे है ...पंडित जी ..... पूजा पाठ मे विधि jada होने के कारण पति पत्नी को बार बार उठाया ni ja सकता वो बात भी उचित नहीं होती.... क्योंकि पूजा के दौरान पत्नी को दाहिने हाथ की ओर बैठना chiye ओर अभिषेक के दौरान बाएं और.....second important बात।। पति का बाया भाग पत्नी का ही माना जाता है इसलिए आप अपने पंडित जी को गलत न समझें...
Pandit ji sahi bol rhe hai mahila apne pati ke dahine hath pe hi baithegi misra ji tum bramit ho aur shayad yajman ko bhi krte honge phle khud toh sikh lo
Shriman aap galat kah rahe hain shaadi ke bad Patni ko Bai aur baithana chahie naak ki daen aur yah Saat sharton Mein Likh Rakha Hai Dhyan se padhiyega
Radhe radhe 🙏🙏
Jai mata di🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹jai shri ram jii🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹
बहुत सुंदर और स्पष्ट बताया है पंडित जी ने हर हर महादेव जय माता दी 🙏🙏🚩🚩🍋🍋
Jai siya ram🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Navratro me jo hawan hota hai Novi din us din pat patni ko kis or bhaithna chahiye pls bataiye
Thank you pandit ji is jankari ke liye...
नमस्तस्यै.नमस्तस्यै. नमस्तस्यै नमो नमः
सादर जय माता की 🙏
Guru g kya Katha me parivar ya bahan ke jodhe ko betha sakte he
Vishnu dev ke path ke time ptni ki kis TRF baithna chahiye
Jay Mata di
Jay shree Ram
Good
नया video upload kijiye गुरुजी पति पत्नी का आरती में किस तरफ खड़े रहना शुभ होता है
Left side
To pandit g vivah karte time left me qu baithate hai
भ्रमित कर दिया, हवन ,यज्ञ में और पूजा में , पूजा और हवन तो साथ साथ ही होते हैं,सही सही बताऔ जब भगवान् का स्मरण करते हैं दर्शन करते हैं पूजा करते हैं आरती करते हैं यज्ञ करते हैं हवन करते हैं अभिषेक करते हैं तो पत्नी को किस तरफ रखना है स्पष्ट बताएं
Hmko to padit ji ne banye disha me bithaya jbki mene unko bola bhi tha ki mujhe apni pati ke sidhe hath ki trf baithna h pr padit ne bola ki nhi aap ulte hath ki trf baitho jb padit hi galt btaye to kya kre ab puja ka hme shubh fal milega ki nhi
ये शास्त्र उक्त बातें है लेकीन उल्टे साइड बैठे तो उसमे भी कोई बुराई नहीं.... पत्नी को बामंगी माना जाता है ....... पूजामैं अंजल गांठी भी बांधी जाती है जो पति के बाएं भाग होकर पत्नी को बैठाकर ही लगाई जाती है इसलिए आपके पंडित जी ने जो किया गलत नही किया .... जोआपको ये वीडियो बता रहे है उसमे भी सही बता रहे है ...पंडित जी ..... पूजा पाठ मे विधि jada होने के कारण पति पत्नी को बार बार उठाया ni ja सकता वो बात भी उचित नहीं होती.... क्योंकि पूजा के दौरान पत्नी को दाहिने हाथ की ओर बैठना chiye ओर अभिषेक के दौरान बाएं और.....second important बात।। पति का बाया भाग पत्नी का ही माना जाता है इसलिए आप अपने पंडित जी को गलत न समझें...
पति पत्नी आरती करते समय किस हाथ तरफ खड़े रहे.
Radhe veer sarvbhuteshu matrarupen sansthita namastasae namastasae namastasae namo namah
Kya aisa hota h ki Rudra Abhishek me dewar apne bhabhi ke shath jode me baith skte Puja me.....plz koi bata do 😔😔😔
Nahi
Kis Shastra mein likha hai uska naam bataiye ki patni ko dahine Taraf baithana chahie Pati ke
Karmkand paddhti pado beta..
Ya fir ved pado
Pandit ji sahi bol rhe hai mahila apne pati ke dahine hath pe hi baithegi misra ji tum bramit ho aur shayad yajman ko bhi krte honge phle khud toh sikh lo
Pakam
Shriman aap galat kah rahe hain shaadi ke bad Patni ko Bai aur baithana chahie naak ki daen aur yah Saat sharton Mein Likh Rakha Hai Dhyan se padhiyega
in in ib