सच मे महान हो आज के समय मे मैंने इतने लोगो को सुना सभी से कुछ अच्छा मिला मगर आपके बातों में सीधी बात है सबसे अच्छी बात ये है कि कोई अलग से नही आप ने वही बोला जो सदियो से सभी ज्ञानी को बोलना चाहिए था पर सब को अपने आप को सबसे बड़ा ज्ञानी साबित करनी थी शायद इसलिए आज तक किसी ने पूरी बात बोली ही नही बस वही बोली जिसमे उनका नाम हो बस 🙏🙏🙏🙏
acharyaji muje aapke baate apne dharam ko samjne me bahot help karte ha aur muje apne rishi muniyo ka gyan bahot accha lagta ha me ek engineering student hu aur me aage chalke pure kosis karunga jo bhi kuch karu aapne vedic science ko badava dene ke liye karu
हमारे गुरु बाबा जयगुरूदेव जी महाराज ने कहा , सदैव मेहनत और इमानदारी से काम करना, शाकाहारी रहना, कभी ऐसा नशा मत करना जिससे बुद्धि पागल हो जाए और इसी मनुष्य रूपी मंदिर में रहकर उस सच्चे मालिक का भजन करना, भजन से ही जीवात्मा का कल्याण होगा तथा उस मालिक का दर्शन होगा । कलयुग में कलयुग जाएगा कलयुग में सतयुग आएगा आगे का समय विनाशकारी बचें वहीं जो शाकाहारी 🙏🙏 जयगुरूदेव नाम प्रभु का 🙏🙏
सर, हम जिज्ञासु लोगों को मालूम है काफी कुछ आपकी कृपा से । और हम किसी को तंग भी करना नहीं चाहते । मेरी बड़ी दिली इच्छा है कि एक छोटी और पतली सी पुस्तक बिल्कुल ही सरल आम आदमी को समझ में आये ऐसी हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पारसी, चीनी, रूसी और विश्व की उन तमाम भाषाओं में छपे जहां से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ये पहुंचे । लोग जाने कि वैदिक ज्ञान ये चीज क्या है । मेरा दावा और मुझे पूरी आशा है कि वैदिक विज्ञान को जानने वाला अच्छा नागरिक बनेगा और पूरी प्रकृति से सामंजस्य बैठाकर जीवों से मुहब्बत के साथ रहेगा । अपराध तो वैदिक ज्ञानी कभी करेगा ही नहीं उल्टे सेवा ही करेगा । लेकिन आम आदमी के लिए जरूरत है ये जानने की कि - ईश्वर क्या बला है । ये कैसा है और इसकी कार्यप्रणाली कैसे काम करते हुए आगे बढ़ती है और विशाल रूप में आगे बढ़ती है । जैसे ईश्वर परमतत्व से परमात्मा, आत्मा, जीवात्मा, सूक्ष्म शरीर, प्रेतात्मा, पांच तत्वऔर फिर आगे तमाम अन्य उत्पत्ति के सिद्धांत क्या हैं तथा पुनर्जन्म व कर्मफल के सिद्धांत । इतना सब आम आदमी जान ले तो वो फिर शांत हो जायेगा और कभी गलतफहमी, अंधविश्वास, अंधी आस्था, ग़लत मान्यताओं, विश्वास, गलतफहमी इनका शिकार होने से बचेगा । शुन्य से नौ तक के अंकों कुदरती गणितीय परिभाषा समझायें । खैर वैदिक विज्ञान बेहद रोमांचकारी, दिमाग खोलने वाला, मूर्खता को पूरी तरह से समाप्त करने वाला विज्ञान है सो प्लीज़ इस मानव जाति के और अन्य जीवों के हित के लिए हर धरतीवासी को ये वैदिक ज्ञान वो भी आम आदमी की साधारण सी भाषा में जानने की जरूरत है । और आज इस इंटरनेट फेसबुक व्हाट्सएप की दुनिया में वैदिक ज्ञान दुनिया के हर आदमी तक पहुंचाना बेहद आसान है बशर्ते वो साधारण और हरेक के समझ में आने वाले तरीके से लिखी हो । प्लीज़ कुछ ऐसा करने के बारे में सोचिए सर । इसमें कंप्यूटर में टाइपिंग का काम मैं कर सकता हूं ।
Hame apne bachon ko vadic Sanatan Dharm ke raksha ke liye GURUKULO ke madhayam se brihad lakshya banana hoga . Sampurna Bharat me tarkpurn dhang se dharm ki mahanata aur virat gaharayee ko samzhana hoga
बिन सत संग, विवेक न होइ । श्री राम कृपा ( गुरु ऊर्जा दर्शन-अनुभूति-उपलब्धि पूर्ण सही doing दीक्षा ) बिना, सु-लभ न सोइ ।। प्रकृति में परम ईश्वर का पहले से निर्धारित विधान-व्यवस्था-न्याय-नियम है, बिन अनुभूति परतीति नहि । बिन परतीति प्रीति नहि ।। अनुभवहीन की सेवा-संचालन-नेतृत्व से सर्वत्र विश्व भर में सदा, बरबादी-विनाश-सर्वनाश की शुरुआत-वृद्धि-विस्तार होता रहता है, इतिहास हर एक आचरण-व्यवहार-चरित्र की हर एक पहचान-प्रमाण-परिणाम का रिकॉर्ड है, सदा सर्वत्र विश्व भर में जीवन भर पूर्ण सही हर एक सुरक्षा-शान्ति-खुशहाली सम्पन्न जीवन और जेनरेशनों के जन्म-पोषण-संरक्षण के लिए,
साधुवाद, बहुत सुन्दर वचन हैं। सांख्य दर्शन नदारद रहा और मुझे पेड़ के फल वाले उदाहरण अच्छे नही लगे। पेड़ किसी और के लिए फल नही देते। बीज के पोषण के लिए बीज के ऊपर फल का गूदा होता है। यदि गूदा न हो तो बीज से पौधा बनने में मुश्किल होगी। इस शृष्टि में सबसे बड़ा कर्तव्य वंश वृद्धि है, यहि पेड़ पौधे भी करते हैं, न कि इंसान के लिए फल पैदा करते हैं। जैसे गाय दूध अपने बछड़े को देती है, वो इंसान के लिए दूध नही देती। शृष्टि में सब कुछ इंसान के लिए ईश्वर ने बनाया है यह अब्राहमिक मत है हमारा नहीं।
आचार्य जी प्रणाम।। आपके विचार मुझे बहुत अच्छा लगता है।। मैं पश्चिम बंगाल से हूं।। वैदिक सिद्धांत के अनुसार हमारी जिंदगी का उद्देश्य क्या है ?? और सकाम कर्म से बचके निष्काम कर्म कैसे करें ?? यह 2 विषय के बारे में सही वैदिक शास्त्र के अनुसार जानने की बहुत उत्सुकता हो रही है,,, कृपया सहायता करें।। बहुत धन्यवाद।।
सर जानकारी बढ़िया है । मुझे हमेशा एक सवाल कचोटता है वो ये कि जब अग्नि, जल, पृथ्वी, वायु नहीं रहेंगे आकाश फिर भी रहेगा । लेकिन जब आकाश भी नहीं रहेगा तो वो क्या रहेगा और उसकी कुछ जानकारी मिले तो मन की जिज्ञासा कुछ शांत होगी । प्लीज़ बतायें जरूर ।
Aacharya, mera 1 prashn hai, Mujhe shastron ka adhyan karna suru karna hai, par pata nahi kaha se suru karna hai, aur kaise karna hai, To mera aapse ye anurodh hai ki aap kripya shastron ka 1 sequence bataiye, aur unhe kaise padhna hai, ispar bhi kuch bataiye.. AGAR SAMBHAV HO TO 1 VIDEO IS PAR ZAROOR BANAIYE...
Aacahrya ji parnam apko sunkar Bhut prashan uthte h man Mai unme se ek prashan ki Surya grahan kyo hota h kyo Surya aur chandrma ek sidai Mai aate eska kya Karan h samay mile to ap btaye.
Pranam Acharya ji 🙏🙏🙏🙏 Acharya ji mera ek sabal hai, achcha acharya ji Atma aur Jivatma keya hai???? Keya Reincarnation sacch main hota hai????? Acharya Prasanta ji wo bol raha hai kohi reincarnation nehi hota, kohi kamafal nehi hota......... Plzzzzz Acharya ji ei bishay main alok paat koriye plzzz🙏🙏🙏🙏🙏
Rajnandini ji, namaste 🙏. मैं भी अपनी दो भतीजी का ११वीं में प्रवेश गुरूकुल में ही कराऊंगा २०२० में। मेरे विचार से आप को अंकुर आर्य जी से सम्पर्क करना चाहिए । मै जनपद- बागपत (उ० प्र०) से हूं ।जय हिन्द
मैं बिहार से हु। मुझे पूरी जानकारी दे ताकि मैं एक सिस्टर के 8वी क्लास के बच्चे को भी गुरुकुल में प्रवेश करवा सकू मेरे बच्चे छोटे है पर आने वाले कुछ ही वर्षों में गुरुकुल के लिए इन्हें तैयार करूंगी आप कोई कांटेक्ट नम्बर दे🙏
हे महा आत्मन् समाज मे गीता पठन का कार्य जो चल रहा है उसके माध्यम से समाज जागरण आसान होता दिख रहा है अतः उचित बिधि से इसका ब्याख्यान करिए ताकि गहराई से इसे समझा जा सके !
Prnam acharyji. Muje ek swal hai. Me Hindu dharm me purn rup manta hu. Aur swal ye hai ki hamara manushy yoni janm lene ka ek hi lakshy hai ki aatma ki mukti aur bhagwan k divya dham me moksh pake aatma ko hamesha hamesha k liye rahena. To aacharyji aatma ko ese hi bina koi karm karke moksh nahi mil shakta kya ? Kyu yaha pruthvi par hamara laksh ye hai ki hamare jiv ko pap se, moh Maya se, sabhi indriyo se alag karke moksh Paye. Par aatma ko na to koi bhukh h na to koi pyas h na to koi moh h aur na to koi Maya lagi hue h usme. To acharyaji kya hamari aatma yaha pruthvi par se Nina koi karm kiye ESE hi moksh nahi pa shakti kya ? Kyu ki aachryaji ab ye kalyug me bahut hi kathin ho gaya h sansar se sampurn rup dur hona. Hame. Kuch samadhan dijiye aacharji kaise khud mukt kare ye sansar k moh Maya se
वैदिक धर्म में मेरी रुची और बढ़ गई है
सच है, हमारे ऋषियों के दिए दर्शन का कोई तोड़ ही नही है!
🙏🙏 कोटी कोटी धन्यवाद, इतने सरल रूप में ऋषियों का ज्ञान उपलब्ध कराने के लिए.
सच मे महान हो आज के समय मे
मैंने इतने लोगो को सुना सभी से कुछ अच्छा मिला
मगर आपके बातों में सीधी बात है
सबसे अच्छी बात ये है कि कोई अलग से नही आप ने वही बोला जो सदियो से सभी ज्ञानी को बोलना चाहिए था
पर सब को अपने आप को सबसे बड़ा ज्ञानी साबित करनी थी शायद इसलिए
आज तक किसी ने पूरी बात बोली ही नही
बस वही बोली जिसमे उनका नाम हो बस
🙏🙏🙏🙏
acharyaji muje aapke baate apne dharam ko samjne me bahot help karte ha aur muje apne rishi muniyo ka gyan bahot accha lagta ha me ek engineering student hu aur me aage chalke pure kosis karunga jo bhi kuch karu aapne vedic science ko badava dene ke liye karu
Gud
हमारे गुरु बाबा जयगुरूदेव जी महाराज ने कहा , सदैव मेहनत और इमानदारी से काम करना, शाकाहारी रहना, कभी ऐसा नशा मत करना जिससे बुद्धि पागल हो जाए और इसी मनुष्य रूपी मंदिर में रहकर उस सच्चे मालिक का भजन करना, भजन से ही जीवात्मा का कल्याण होगा तथा उस मालिक का दर्शन होगा ।
कलयुग में कलयुग जाएगा
कलयुग में सतयुग आएगा
आगे का समय विनाशकारी
बचें वहीं जो शाकाहारी
🙏🙏 जयगुरूदेव नाम प्रभु का 🙏🙏
बहुत ही सहज और सरलता से समझाया आचार्य जी आपने ☺
आचार्य जी कोटी कोटी वन्दन आप जैसे आचार्य भारत वर्ष की नीव है 🙏🙏🙏
जीव आत्मा का सारा शंका दूर हो गया इस व्याख्यान से
The argument for jivatma's existence begins at 18:53 and ends at 20:26.
समाज त्याग से चलता है। 🙏🏼🚩
I m medical students but I love our ancient knowledge
आज पेट पर खर्चा नही है चीभ कि ख़र्चा है
सही बोले आप गुरु जी
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत अच्छा व्याख्यान है,आचार्यवर।
आचार्य श्री आपकी विद्वता को प्रणाम किंतु विषय को सारसंक्षेप में रखने की महत्ता इस वक्तव्य में आपने की है किन्तु विषयांतरण बहुत किया गया है
आत्मा के बारे मे अच्छी जानकारी मिली गुरुदेव 🙏
RISHIVAR JI KO SHAT SHAT PRANAM 🙏 . Gurudev ji Thanks for very Rational Views.
महान ज्ञान है आपका
आप हमारे गुरु है आचार्य जी आपको प्रणाम
सांख्य दर्शन ईश्वर पर अवलंबित है, किन्तु प्रचार उसका नास्तिक दर्शन के रूप में करने वाले दोषी है।
नमस्ते आचार्य जी😊😊😊
Namaste
jay jay shree ram, हम आपकें साथ है।
Ye aarthik siddhant mujhe aajtak ka sabse aacha siddhant laga
कोटि कोटि नमन पूज्य आचार्य ज़ी
बहुत ही सुन्दर सुख का मार्ग प्रशस्त किया गया है
bohat accha kaha apne...mujhe bohat accha laga sunke....sab bilkul sahi or satya kaha apne...itni acchi thi bate....
Pranam guruwar ishwar aapko lambi aayu de taki vedo ki siksha sabhi tak pahuch sake Om Namaste
Respected swami jee OmshantihOm! Your lectures is very great, thanks.
कोटी कोटी नमन आचार्य जी
JAI ARYAVART
Acharya ji apki bat se puri tarah sahmat hoo apke gyan vardhak vachan atyant prerna dene wale aur satya achran sikhane wale hain
Apko mera pranaam
Param pita parmatma ko pranaam
सर,
हम जिज्ञासु लोगों को मालूम है काफी कुछ आपकी कृपा से । और हम किसी को तंग भी करना नहीं चाहते ।
मेरी बड़ी दिली इच्छा है कि एक छोटी और पतली सी पुस्तक बिल्कुल ही सरल आम आदमी को समझ में आये ऐसी हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पारसी, चीनी, रूसी और विश्व की उन तमाम भाषाओं में छपे जहां से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक ये पहुंचे । लोग जाने कि वैदिक ज्ञान ये चीज क्या है । मेरा दावा और मुझे पूरी आशा है कि वैदिक विज्ञान को जानने वाला अच्छा नागरिक बनेगा और पूरी प्रकृति से सामंजस्य बैठाकर जीवों से मुहब्बत के साथ रहेगा । अपराध तो वैदिक ज्ञानी कभी करेगा ही नहीं उल्टे सेवा ही करेगा । लेकिन आम आदमी के लिए जरूरत है ये जानने की कि -
ईश्वर क्या बला है । ये कैसा है और इसकी कार्यप्रणाली कैसे काम करते हुए आगे बढ़ती है और विशाल रूप में आगे बढ़ती है । जैसे ईश्वर परमतत्व से परमात्मा, आत्मा, जीवात्मा, सूक्ष्म शरीर, प्रेतात्मा, पांच तत्वऔर फिर आगे तमाम अन्य उत्पत्ति के सिद्धांत क्या हैं तथा पुनर्जन्म व कर्मफल के सिद्धांत । इतना सब आम आदमी जान ले तो वो फिर शांत हो जायेगा और कभी गलतफहमी, अंधविश्वास, अंधी आस्था, ग़लत मान्यताओं, विश्वास, गलतफहमी इनका शिकार होने से बचेगा । शुन्य से नौ तक के अंकों कुदरती गणितीय परिभाषा समझायें ।
खैर वैदिक विज्ञान बेहद रोमांचकारी, दिमाग खोलने वाला, मूर्खता को पूरी तरह से समाप्त करने वाला विज्ञान है सो प्लीज़ इस मानव जाति के और अन्य जीवों के हित के लिए हर धरतीवासी को ये वैदिक ज्ञान वो भी आम आदमी की साधारण सी भाषा में जानने की जरूरत है । और आज इस इंटरनेट फेसबुक व्हाट्सएप की दुनिया में वैदिक ज्ञान दुनिया के हर आदमी तक पहुंचाना बेहद आसान है बशर्ते वो साधारण और हरेक के समझ में आने वाले तरीके से लिखी हो ।
प्लीज़ कुछ ऐसा करने के बारे में सोचिए सर । इसमें कंप्यूटर में टाइपिंग का काम मैं कर सकता हूं ।
Pranaam guru aap k charen may prem pranaam 😍🙏
जय आर्य
Hame apne bachon ko vadic Sanatan Dharm ke raksha ke liye GURUKULO ke madhayam se brihad lakshya banana hoga . Sampurna Bharat me tarkpurn dhang se dharm ki mahanata aur virat gaharayee ko samzhana hoga
Namste acharya ji
aap dhanya hain
aap ko sun kar bahut hi sukh ka anubhaw hota hain
Jay hind wande matram
🙏🙏🙏
आचार्य जी को प्रणाम
Aapne mere jivan k Bhut Sare sanshay dur kiye hai aapko koti koti Naman sadho sadho
Pranam agnivrat guruji
Apke gyne ke parchar ke liye bahut2 dhynavad
You are a proud of Bharat kindly keep working like this for aaryavrat
Bahut behtrin guru ji...Aapko sun kar bahut Kuch samajhane laga hu
Acharya jiAap ki charno mi shat shat parnam
बिन सत संग, विवेक न होइ । श्री राम कृपा ( गुरु ऊर्जा दर्शन-अनुभूति-उपलब्धि पूर्ण सही doing दीक्षा ) बिना, सु-लभ न सोइ ।। प्रकृति में परम ईश्वर का पहले से निर्धारित विधान-व्यवस्था-न्याय-नियम है, बिन अनुभूति परतीति नहि । बिन परतीति प्रीति नहि ।। अनुभवहीन की सेवा-संचालन-नेतृत्व से सर्वत्र विश्व भर में सदा, बरबादी-विनाश-सर्वनाश की शुरुआत-वृद्धि-विस्तार होता रहता है, इतिहास हर एक आचरण-व्यवहार-चरित्र की हर एक पहचान-प्रमाण-परिणाम का रिकॉर्ड है, सदा सर्वत्र विश्व भर में जीवन भर पूर्ण सही हर एक सुरक्षा-शान्ति-खुशहाली सम्पन्न जीवन और जेनरेशनों के जन्म-पोषण-संरक्षण के लिए,
साधुवाद, बहुत सुन्दर वचन हैं। सांख्य दर्शन नदारद रहा और मुझे पेड़ के फल वाले उदाहरण अच्छे नही लगे। पेड़ किसी और के लिए फल नही देते। बीज के पोषण के लिए बीज के ऊपर फल का गूदा होता है। यदि गूदा न हो तो बीज से पौधा बनने में मुश्किल होगी। इस शृष्टि में सबसे बड़ा कर्तव्य वंश वृद्धि है, यहि पेड़ पौधे भी करते हैं, न कि इंसान के लिए फल पैदा करते हैं। जैसे गाय दूध अपने बछड़े को देती है, वो इंसान के लिए दूध नही देती। शृष्टि में सब कुछ इंसान के लिए ईश्वर ने बनाया है यह अब्राहमिक मत है हमारा नहीं।
Uttam vyakhyan acharya ji
धन्यवाद जी
बहुत अच्छी बातें पता चली
Satyavachan....yeh jo brahmaand hai hamaare sar main hai poora bas khud ko jaano brahmaand ko jaan jaoge...guruji satyavachan....
Danyavad acharya ji satya samja ne ke liye
Thanks for knowledge acharya ji😊🙏
Very important and informative, thanks.
महान है आप
Jeevant satya, never seen or met such soul.
Acharyji pranam apki wajah see bahut Gyan mil raha hai
नमन
CharanSparsh pujya Acharyawar....🙏🙏🙏🙏
Jai guru dev
आचार्य जी प्रणाम।।
आपके विचार मुझे बहुत अच्छा लगता है।। मैं पश्चिम बंगाल से हूं।।
वैदिक सिद्धांत के अनुसार हमारी जिंदगी का उद्देश्य क्या है ?? और सकाम कर्म से बचके निष्काम कर्म कैसे करें ??
यह 2 विषय के बारे में सही वैदिक शास्त्र के अनुसार जानने की बहुत उत्सुकता हो रही है,,, कृपया सहायता करें।। बहुत धन्यवाद।।
Dhanywad, apne mere lokhit ke lakshya ko prapt karne ke Marg ko or prashasht Kiya hai.
Buhat acha ved parna buhut acha h is per chalna hi param satya h aap bilkul theak bole rahy ho atamchetan kye jarurat h
Om 🙏🙏
Atisundar
super knowledge
Acharya ji I want to meet you where and when it is possible
Contact on 02969292103
@@vaidicphysics I too want to learn from you guruji 🙏🏽
Namskar aacharya ji ati uttm
सर जानकारी बढ़िया है ।
मुझे हमेशा एक सवाल कचोटता है वो ये कि जब अग्नि, जल, पृथ्वी, वायु नहीं रहेंगे आकाश फिर भी रहेगा । लेकिन जब आकाश भी नहीं रहेगा तो वो क्या रहेगा और उसकी कुछ जानकारी मिले तो मन की जिज्ञासा कुछ शांत होगी ।
प्लीज़ बतायें जरूर ।
प्रणाम आचार्य !
प्रणाम
नमस्ते ओउम् आचार्य जी
Aacharya,
mera 1 prashn hai,
Mujhe shastron ka adhyan karna suru karna hai,
par pata nahi kaha se suru karna hai, aur kaise karna hai,
To mera aapse ye anurodh hai ki aap kripya shastron ka 1 sequence bataiye,
aur unhe kaise padhna hai, ispar bhi kuch bataiye..
AGAR SAMBHAV HO TO 1 VIDEO IS PAR ZAROOR BANAIYE...
सतियार्थ प्रकाश से आरंभ करें उसमे आगे क्या करना है सब मील जाएगा
27:10 golden words
बहुत अच्छा समझाया गुरूजी।
Guru ji aap bikul sahi bol rahen hain.
धन्यवाद
Mughe umid hai ki Rishi prampra app jyse log bhrat me fir se lynge🙏🙏
यज्ञ की परिभाषा सुंदर
Aum Shanti.🙏
🙏
OM
Aacahrya ji parnam apko sunkar Bhut prashan uthte h man Mai unme se ek prashan ki Surya grahan kyo hota h kyo Surya aur chandrma ek sidai Mai aate eska kya Karan h samay mile to ap btaye.
Inse hme prerna lene ki jarurat hai
Mai Srishti ko janna chahta hu swami ji
archarya ji naman
Acharya ji mujhe samkhya darshan me bahot ruchi hai krupaya bataye ki main iska sahi gyan kahase loo
आचार्य उदयन जी, निगम नीडम्, आन्द्रप्रदेश
Pranam🙏
गुरुजी आपको सादर प्रणाम
Sudh mahabharat kon si pade????
Pranam Acharya ji 🙏🙏🙏🙏 Acharya ji mera ek sabal hai, achcha acharya ji Atma aur Jivatma keya hai???? Keya Reincarnation sacch main hota hai????? Acharya Prasanta ji wo bol raha hai kohi reincarnation nehi hota, kohi kamafal nehi hota......... Plzzzzz Acharya ji ei bishay main alok paat koriye plzzz🙏🙏🙏🙏🙏
Shesh. Narayan akinchan. Om om. Om vedic. Dharam. Ki. Jay
सर मुझे मार्गदर्शन दे मै अपने बच्चों को आपके सानिध्य में भेजना चाहती हूँ
आपकी भावना अच्छी है। खेद है कि बच्चों को पढ़ाने के लिए मेरे पास कोई व्यवस्था नहीं है।
Rajnandini ji, namaste 🙏. मैं भी अपनी दो भतीजी का ११वीं में प्रवेश गुरूकुल में ही कराऊंगा २०२० में। मेरे विचार से आप को अंकुर आर्य जी से सम्पर्क करना चाहिए । मै जनपद- बागपत (उ० प्र०) से हूं ।जय हिन्द
मैं बिहार से हु। मुझे पूरी जानकारी दे ताकि मैं एक सिस्टर के 8वी क्लास के बच्चे को भी गुरुकुल में प्रवेश करवा सकू
मेरे बच्चे छोटे है पर आने वाले कुछ ही वर्षों में गुरुकुल के लिए इन्हें तैयार करूंगी
आप कोई कांटेक्ट नम्बर दे🙏
@@rajnandinisingh4111 ji, 9457817699-Veer Singh. मेरी आपसे प्रार्थना है कि कृपया मेरी भतीजी शिखा सैनी का चैनल-Bansuri Tarang भी देखना एक बार जरूर।
videos daily dala kariye
Sanatan Se manushya aatma gyani ban Sakta hai,
please reply acharya ji
Om Aaryavart
हे महा आत्मन् समाज मे गीता पठन का कार्य जो चल रहा है उसके माध्यम से समाज जागरण आसान होता दिख रहा है अतः उचित बिधि से इसका ब्याख्यान करिए ताकि गहराई से इसे समझा जा सके !
Acharya ji pranam 🙏, keya punarjanma sach main hota hai????? Acharya prasanta ji punarjanma nehi manta hai.....
Charan asparsh
You are knowledgeable
Mast video
Oum namaste ji
Very nice lecture and very relevant and meaningful. Swamiji I have contacted you in whatsapp and would like to be associated to the noble cause
Wah ky definition de di
I want to know that is there any another history of Bharat which was finished by Britishers when there rule was there on Bharat
Prnam acharyji. Muje ek swal hai. Me Hindu dharm me purn rup manta hu. Aur swal ye hai ki hamara manushy yoni janm lene ka ek hi lakshy hai ki aatma ki mukti aur bhagwan k divya dham me moksh pake aatma ko hamesha hamesha k liye rahena. To aacharyji aatma ko ese hi bina koi karm karke moksh nahi mil shakta kya ? Kyu yaha pruthvi par hamara laksh ye hai ki hamare jiv ko pap se, moh Maya se, sabhi indriyo se alag karke moksh Paye. Par aatma ko na to koi bhukh h na to koi pyas h na to koi moh h aur na to koi Maya lagi hue h usme. To acharyaji kya hamari aatma yaha pruthvi par se Nina koi karm kiye ESE hi moksh nahi pa shakti kya ? Kyu ki aachryaji ab ye kalyug me bahut hi kathin ho gaya h sansar se sampurn rup dur hona. Hame. Kuch samadhan dijiye aacharji kaise khud mukt kare ye sansar k moh Maya se