मुझे पता है ये कमेंट डिलीट हों जायेगा, फिर भी जो पढ़ पाए वों जान ले नवरात्र देवी की आराधना का पर्व है बहन बेटियों के सम्मान का पर्व है, ऐसे पर्व मे ये समिति वाले पापी लोगो को अप्सरा दिखा कर कामुक स्त्रियों की प्रतिक्रिति दिखा कर लोगो की नजर नियत ख़राब कर रहे है.। थू है इन पर इन जाहिलों को देवी और अप्सरा मे फर्क नहीं पता। ये समिति वाले सिर्फ इतना बता दे की अप्सरा भोग विलास कामवासना और तप भंग के अलावा किसी और काम के लिए होती थी?
मुझे पता है ये कमेंट डिलीट हों जायेगा, फिर भी जो पढ़ पाए वों जान ले
नवरात्र देवी की आराधना का पर्व है बहन बेटियों के सम्मान का पर्व है, ऐसे पर्व मे ये समिति वाले पापी लोगो को अप्सरा दिखा कर कामुक स्त्रियों की प्रतिक्रिति दिखा कर लोगो की नजर नियत ख़राब कर रहे है.। थू है इन पर
इन जाहिलों को देवी और अप्सरा मे फर्क नहीं पता।
ये समिति वाले सिर्फ इतना बता दे की अप्सरा भोग विलास कामवासना और तप भंग के अलावा किसी और काम के लिए होती थी?
Sahi BAAT bhai
Jal
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