फिर तो परमेश्वर के दाहिने कौन बैठेगा? येसु जब शरीर रूप धारण कर इस दुनिया में आए उसके बाद येसु और उसका पवित्र अलग अलग काम करता है।पुराने नियम में येसु शरीर धारण नही किए थे इसलिए यहोवा अर्थात ईश्वर एक ही रूप में थे। येसु और पवित्र आत्मा ईश्वर से ही निकला है। 3 अलग अलग व्यक्तित्व हैं जो ईश्वर से ही निकले हैं। तीनों का कार्य अलग अलग है। फिर येसु कुओं कहते हैं मैं पिता के पास जाऊंगा। स्वर्ग में येसु पिता के दाहिने बैठेगा किओं? ये सब मरने के बाद ही पता चलेगा।अभी येसु से ही प्रार्थना करना चाहिए।येसु ही इस दुनिया में देह धारण कर आए हैं और उनको सब अधिकार दिया गया है।
देखो भाइ आप वचन को प्रार्थना के साथ सीखो। ये वचन है जैसे, इसको आप अवश्य पढ़ो (उत्पत्ति 1:1) आप पुत्र से प्रार्थना करो कोई गलत नही है, लेकिन आप पिता और पवित्र आत्मा का नहीं है बोलकर उनका इन्कार् नही कर सकते, वो तृत्व मे आज भि कार्यकारी है । और इसलिए वचन मे भि लीखा है "पवित्र आत्मा को शोकित मत करो" इसलिए प्रिय भाई प्रार्थना करो पवित्र आत्मा आपको, मुझे हम सबको वचन को सही तरीके से सीखने मे मदद करे।
Thank you Jesus 🙏✝️
प्रभु यीशु मसीह के नाम की महिमा हो! 🙏
Amen❤❤❤🎉🎉
Praise the Lord, brother! May God strengthen you by His Word! 👍❤️
PRAISE THE LORD 🙏
PRAISE THE LORD! 🙏
आमीन
प्रभु यीशु मसीह की महिमा हो! परमेश्वर अपने वचनों के द्वारा आपको विश्वास में और मज़बूत बनाएँ! 🙏
Pastor sahib thank you so much for this. Sermons
We are blessed bcz you talk or speak with holy Bible
Khudabaap apko bohot barkat de
Thanks and may God bless you abundantly through His word. 🙏
फिर तो परमेश्वर के दाहिने कौन बैठेगा? येसु जब शरीर रूप धारण कर इस दुनिया में आए उसके बाद येसु और उसका पवित्र अलग अलग काम करता है।पुराने नियम में येसु शरीर धारण नही किए थे इसलिए यहोवा अर्थात ईश्वर एक ही रूप में थे। येसु और पवित्र आत्मा ईश्वर से ही निकला है। 3 अलग अलग व्यक्तित्व हैं जो ईश्वर से ही निकले हैं। तीनों का कार्य अलग अलग है। फिर येसु कुओं कहते हैं मैं पिता के पास जाऊंगा। स्वर्ग में येसु पिता के दाहिने बैठेगा किओं? ये सब मरने के बाद ही पता चलेगा।अभी येसु से ही प्रार्थना करना चाहिए।येसु ही इस दुनिया में देह धारण कर आए हैं और उनको सब अधिकार दिया गया है।
प्रभु हमारी समझ की आँखों को और ज्योतिर्मय करे, और पवित्र आत्मा हमारी सहायता करे ताकि वचन के सही अर्थ को हम समझ सकें!
देखो भाइ आप वचन को प्रार्थना के साथ सीखो। ये वचन है जैसे, इसको आप अवश्य पढ़ो (उत्पत्ति 1:1) आप पुत्र से प्रार्थना करो कोई गलत नही है, लेकिन आप पिता और पवित्र आत्मा का नहीं है बोलकर उनका इन्कार् नही कर सकते, वो तृत्व मे आज भि कार्यकारी है । और इसलिए वचन मे भि लीखा है "पवित्र आत्मा को शोकित मत करो" इसलिए प्रिय भाई प्रार्थना करो पवित्र आत्मा आपको, मुझे हम सबको वचन को सही तरीके से सीखने मे मदद करे।