Gyan aradhna
Gyan aradhna
  • 55
  • 3 599
11 मुखी रुद्राक्ष (ग्यारह मुखी रुद्राक्ष) एक दिव्य और पवित्र माला है, जिसे भगवान शिव का आशीर्वाद
11 मुखी रुद्राक्ष (ग्यारह मुखी रुद्राक्ष) एक दिव्य और पवित्र माला है, जिसे भगवान शिव का आशीर्वाद माना जाता है। यह रुद्राक्ष हनुमानजी का प्रतीक है और इसे धारण करने वाले को आत्मविश्वास, शक्ति और सफलता प्रदान करता है। इसे पहनने के धार्मिक और आध्यात्मिक लाभों के साथ-साथ वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सकारात्मक प्रभाव माना गया है।
11 मुखी रुद्राक्ष के लाभ:
1. आध्यात्मिक लाभ
यह धारण करने वाले को मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता प्रदान करता है।
आध्यात्मिक उन्नति के लिए यह रुद्राक्ष अद्वितीय माना जाता है।
इसे पहनने से सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जाओं से सुरक्षा मिलती है।
हनुमान जी और शिवजी की कृपा से व्यक्ति के भीतर साहस, समर्पण और भक्ति भाव की वृद्धि होती है।The 11 Mukhi Rudraksha Mala is a sacred bead necklace made from 11 Mukhi Rudraksha beads, which hold spiritual significance in Hinduism and are associated with Lord Hanuman. Each bead of this mala is believed to have eleven natural facets (mukhis) and is revered for its spiritual and healing properties. Below is detailed information about the 11 Mukhi Rudraksha Mala:
---
Significance of 11 Mukhi Rudraksha
1. Connection with Lord Hanuman: The 11 Mukhi Rudraksha symbolizes Lord Hanuman, the epitome of devotion, strength, and fearlessness. It is believed to grant the wearer similar qualities.
2. Blessings of Lord Shiva: As Rudraksha beads originate from the tears of Lord Shiva, they inherently carry his blessings, offering spiritual growth and inner peace.
3. Ekadashi Tattva: The bead represents the 11 Rudras and Ekadashi Tattva, signifying control over the 11 senses (five senses, five action organs, and mind).
---
Physical Characteristics
The bead has 11 natural lines or grooves running from one end to the other.
It is usually brown or light-colored with a slightly rough texture.
The mala is made with a string of these beads, often 108+1 in number.
---
Spiritual and Health Benefits
2. स्वास्थ्य संबंधी लाभ
11 मुखी रुद्राक्ष गले, फेफड़ों और पाचन से संबंधित समस्याओं को कम करता है।
यह रक्तचाप को संतुलित करने और हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक है।
तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
व्यक्ति की इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
3. मानसिक और भावनात्मक लाभ
यह रुद्राक्ष आत्मविश्वास बढ़ाने और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार करने में मदद करता है।
भावनात्मक संतुलन बनाए रखने में सहायक है।
पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए ध्यान केंद्रित करने और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में यह फायदेमंद है।
4. व्यावसायिक और भौतिक लाभ
व्यवसाय, करियर और धन संबंधी समस्याओं में यह सकारात्मक परिणाम देता है।
इसे पहनने से व्यक्ति को सफलता, उन्नति और सम्मान मिलता है।
व्यापार और नौकरी में आने वाली बाधाओं को दूर करता है।
---
11 मुखी रुद्राक्ष पहनने का सही तरीका:
1. दिन और समय: इसे सोमवार या किसी शुभ दिन, विशेषकर शिवरात्रि, पूर्णिमा या एकादशी के दिन धारण करें।
2. पवित्रता और मंत्र: इसे धारण करने से पहले इसे गंगाजल से धोकर पवित्र करें और "ॐ ह्रीं हूं नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
3. धारण की विधि: इसे सोने, चांदी, या लाल धागे में पिरोकर गले या कलाई में धारण करें।
4. शुद्ध आचरण: इसे पहनने के बाद सात्विक जीवनशैली अपनाएं। नकारात्मक भावनाओं, मांसाहार और नशीले पदार्थों से बचें।
มุมมอง: 55

วีดีโอ

रुद्राक्ष की माला को हिंदू धर्म और योग परंपराओं में बहुत पवित्र और शक्तिशाली माना गया है। इसका उपयोग
มุมมอง 217 ชั่วโมงที่ผ่านมา
रुद्राक्ष की माला को हिंदू धर्म और योग परंपराओं में बहुत पवित्र और शक्तिशाली माना गया है। इसका उपयोग विशेष रूप से ध्यान, प्रार्थना, और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। रुद्राक्ष को शिव का आशीर्वाद माना जाता है, और यह व्यक्ति के जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि लाने में सहायक होता है। आइए विस्तार से समझें कि रुद्राक्ष की माला का महत्व और इसे पहनने या उपयोग करने के लाभ क्या हैं: र...
रुद्राक्ष धारण करना हिंदू धर्म और विशेष रूप से शिव उपासना में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे आ
มุมมอง 1319 ชั่วโมงที่ผ่านมา
रुद्राक्ष धारण करना हिंदू धर्म और विशेष रूप से शिव उपासना में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे आध्यात्मिक उन्नति, मानसिक शांति, और जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए धारण किया जाता है। धन प्राप्ति और आर्थिक समृद्धि के लिए रुद्राक्ष के विशेष प्रकार और उसे धारण करने के नियमों का पालन करने से लाभ प्राप्त होता है।The use of a Rudraksha mala (rosary) is considered highly auspicious and spiritually ben...
108 बार किसी मंत्र का जाप करने से धन की प्राप्ति के संबंध में कई धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएँ प्र
มุมมอง 12214 ชั่วโมงที่ผ่านมา
108 बार किसी मंत्र का जाप करने से धन की प्राप्ति के संबंध में कई धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएँ प्रचलित हैं। यह मान्यता मुख्य रूप से वैदिक और तांत्रिक परंपराओं से जुड़ी हुई है। यहाँ विस्तार से बताया गया है: 108 का महत्व 1. वैदिक गणित में महत्व: 108 एक विशेष संख्या है। यह ब्रह्मांड और मानव शरीर के कई पहलुओं से जुड़ी है। 1 (ईश्वर), 0 (शून्यता/अंतराल), और 8 (अनंतता) को दर्शाता है। हिंदू धर्म, बौद...
रुद्राक्ष की माला के जाप से धन की प्राप्तिरुद्राक्ष की माला को प्राचीन धर्मग्रंथों और शास्त्रों में
มุมมอง 3416 ชั่วโมงที่ผ่านมา
रुद्राक्ष की माला के जाप से धन की प्राप्ति रुद्राक्ष की माला को प्राचीन धर्मग्रंथों और शास्त्रों में अत्यंत शुभ और शक्तिशाली माना गया है। यह शिवजी का प्रतीक है और इसे धारण करने तथा जाप करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा, आध्यात्मिक उन्नति और समृद्धि प्राप्त होती है। रुद्राक्ष की माला का उपयोग धन और संपत्ति प्राप्ति के लिए विशेष मंत्रों का जाप करते हुए किया जाता है। रुद्राक्ष की माला और धन प्राप...
महा मृत्युंजय मंत्र (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय
มุมมอง 15921 ชั่วโมงที่ผ่านมา
महा मृत्युंजय मंत्र (ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥) को भगवान शिव का अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारी मंत्र माना जाता है। यह मंत्र न केवल आयु, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति के लिए उपयोगी है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और मन की शांति भी प्रदान करता है। महा मृत्युंजय मंत्र और धन की प्राप्ति का संबंध महा मृत्युंजय मंत्र का मुख्य उद्देश्य मृत...
ॐ नमः शिवाय का जाप एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली मंत्र माना जाता है। यह भगवान शिव क
มุมมอง 85วันที่ผ่านมา
ॐ नमः शिवाय का जाप हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली मंत्र माना जाता है। यह भगवान शिव को समर्पित है और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने का साधन है। यह मंत्र व्यक्ति को आध्यात्मिक शक्ति, शांति, और मानसिक संतुलन प्रदान करता है। धन और वैभव प्राप्त करने के संदर्भ में भी इस मंत्र का विशेष महत्व है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं: 1. आध्यात्मिक दृष्टि से धन-वैभव का अर्थ धन केवल भौतिक संपत्ति तक स...
बैकुंठ चतुर्दशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत और पर्व है, जो विशेष रूप से भगवान विष्णु और भगवान
มุมมอง 69วันที่ผ่านมา
बैकुंठ चतुर्दशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत और पर्व है, जो विशेष रूप से भगवान विष्णु और भगवान शिव की उपासना से जुड़ा हुआ है। यह व्रत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन श्रद्धालु भगवान शिव और विष्णु की पूजा कर मोक्ष की प्राप्ति और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इस व्रत का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व अत्यधिक माना जाता है। बैकुंठ चतुर्दशी व्रत का महत्व: 1...
तुलसी विवाह हिंदू धर्म में एक पवित्र और महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो भगवान विष्णु और तुलसी (पवित्र पौध
มุมมอง 9314 วันที่ผ่านมา
तुलसी विवाह हिंदू धर्म में एक पवित्र और महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो भगवान विष्णु और तुलसी (पवित्र पौधे) के बीच विवाह के रूप में मनाया जाता है। इस अनुष्ठान का आयोजन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को होता है, जिसे देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योगनिद्रा के बाद जागते हैं, और उसी दिन तुलसी विवाह का आयोजन होता है। तुलसी विवाह की पौराणिक ...
श्री हरि जयंतीश्री हरि जयंती को भगवान विष्णु के एक अवतार की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसे विश
มุมมอง 5614 วันที่ผ่านมา
श्री हरि जयंती श्री हरि जयंती को भगवान विष्णु के एक अवतार की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसे विशेषकर भक्त भगवान विष्णु के जन्मोत्सव के रूप में मनाते हैं। यह जयंती हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आती है। इसे मोक्षदा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन विशेष पूजा-अर्चना, व्रत और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है। श्री हरि जयंती का महत्व: 1. धार्मिक मह...
गोपाष्टमी:गोपाष्टमी एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण और गौमाता के प्रति श्रद्धा प्र
มุมมอง 3714 วันที่ผ่านมา
गोपाष्टमी और दुर्गाष्टमी दोनों ही हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण पर्व हैं, लेकिन इनके मनाने के कारण और परंपराएँ भिन्न हैं। आइए इन दोनों पर्वों की जानकारी विस्तार से देखें: 1. गोपाष्टमी: गोपाष्टमी एक प्रमु हिन्दू त्योहार है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण और गौमाता के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए मनाया जाता है। इसे कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। गोपाष्टमी मुख्यतः गायों और उनके...
भगवान सहस्त्रबाहु, जिन्हें सहस्रार्जुन या कार्तवीर्य अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है, एक महान राजा
มุมมอง 3814 วันที่ผ่านมา
भगवान सहस्त्रबाहु, जिन्हें सहस्रार्जुन या कार्तवीर्य अर्जुन के नाम से भी जाना जाता है, एक महान राजा और योद्धा थे जो प्राचीन भारत के हैहय वंश के थे। उनके नाम का अर्थ है "हजार भुजाओं वाले," और उनके पास अनगिनत बाहें होने का जिक्र उन्हें असाधारण ताकत का प्रतीक बनाता है। वे अपने समय में शक्ति और वीरता के लिए प्रसिद्ध थे और उन्हें एक महान शासक के रूप में पूजा जाता था। भगवान सहस्त्रबाहु का जन्म और प्र...
ब्रसपति वार (गुरुवार) व्रत कथा:ब्रसपति वार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को समर्पित माना जाता है।
มุมมอง 7914 วันที่ผ่านมา
ब्रसपति वार (गुरुवार) व्रत कथा: ब्रसपति वार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को समर्पित माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से बृहस्पति देवता और विष्णु जी की पूजा की जाती है। यह व्रत सुख-समृद्धि, ज्ञान, और धार्मिकता में वृद्धि के लिए किया जाता है। व्रत कथा सुनने से व्रती को विशेष फल प्राप्त होता है। कथा: पुराने समय में एक नगर में एक धनवान व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ रहता था। उसके पास बहुत धन-संपत्ति थी...
डाला छठ व्रत, जिसे छठ पूजा भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, विशेष रूप से उत्तर भा
มุมมอง 1021 วันที่ผ่านมา
डाला छठ व्रत, जिसे छठ पूजा भी कहा जाता है, हिंदू धर्म का एक प्रमु त्योहार है, विशेष रूप से उत्तर भारत के बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ क्षेत्रों में मनाया जाता है। यह व्रत सूर्य देवता और उनकी पत्नी उषा को समर्पित होता है। डाला छठ व्रत में सूर्य देवता की उपासना की जाती है ताकि वह परिवार की सुख, समृद्धि और आरोग्य की कामना पूरी कर सकें। यह व्रत बहुत ही कठोर नियमों और विधि-विधानों के ...
भाई दूज (या भैया दूज) हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भाई और बहन के बीच प्रेम और स्नेह का
มุมมอง 821 วันที่ผ่านมา
भाई दूज (या भैया दूज) हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भाई और बहन के बीच प्रेम और स्नेह का प्रतीक है। यह त्योहार दीपावली के ठीक बाद आता है और कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इसे अलग-अलग जगहों पर भ्रातृ द्वितीया, भाऊ बीज या यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। भाई दूज का महत्व: 1. पौराणिक कथा: भाई दूज के त्योहार से जुड़ी प्रमु कथा के अनुसार, यमराज अपनी बह...
गोवर्धन पूजा: गोवर्धन पूजा दीवाली के अगले दिन मनाई जाती है और इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है।
มุมมอง 14521 วันที่ผ่านมา
गोवर्धन पूजा: गोवर्धन पूजा दीवाली के अगले दिन मनाई जाती है और इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है।
दीपावली (दीवाली) भारत का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे "प्रकाश का पर्व" या "दीयों का त्योहार"
มุมมอง 6121 วันที่ผ่านมา
दीपावली (दीवाली) भारत का एक प्रमु त्योहार है, जिसे "प्रकाश का पर्व" या "दीयों का त्योहार"
नरक चतुर्दशी (जिसे रूप चतुर्दशी, नरक निवारण चतुर्दशी, या काली चौदस भी कहा जाता है) दीपावली उत्सव के
มุมมอง 9428 วันที่ผ่านมา
नरक चतुर्दशी (जिसे रूप चतुर्दशी, नरक निवारण चतुर्दशी, या काली चौदस भी कहा जाता है) दीपावली उत्सव के
धनतेरस हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है
มุมมอง 33328 วันที่ผ่านมา
धनतेरस हिन्दू धर्म का एक प्रमु पर्व है, जो दीपावली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है
गोवत्स द्वादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है, जिसे विशेष रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह पर्एल
มุมมอง 12228 วันที่ผ่านมา
गोवत्स द्वादशी एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है, जिसे विशेष रूप से महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह पर्एल
कार्तिक कृष्ण पक्ष दशमी तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की दसवीं ति
มุมมอง 74หลายเดือนก่อน
कार्तिक कृष्ण पक्ष दशमी तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की दसवीं ति
पीपल के पेड़ की पूजा हिन्दू धर्म में अत्यंत शुभ मानी जाती है। यह पेड़ न केवल धार्मिक दृप्ति होती है।
มุมมอง 65หลายเดือนก่อน
पीपल के पेड़ की पूजा हिन्दू धर्म में अत्यंत शुभ मानी जाती है। यह पेड़ न केवल धार्मिक दृप्ति होती है।
वैभव लक्ष्मी व्रत मुख्यतः लक्ष्मी माता की पूजा और श्रद्धा से जुड़े एक लोकप्रिय व्रत ह
มุมมอง 86หลายเดือนก่อน
वैभव लक्ष्मी व्रत मुख्यतः लक्ष्मी माता की पूजा और श्रद्धा से जुड़े एक लोकप्रिय व्रत ह
अहोई अष्टमी एक प्रमुख हिन्दू पर्व है, जिसे विशेषकर उत्तर भारत में माताएँ अपने पुत्रों की लंबी आयु
มุมมอง 132หลายเดือนก่อน
अहोई अष्टमी एक प्रमु हिन्दू पर्व है, जिसे विशेषकर उत्तर भारत में माताएँ अपने पुत्रों की लंबी आयु
स्कंद षष्ठी व्रत भगवान स्कंद (कार्तिकेय) की पूजा का विशेष व्रत है, जो तमिल संस्कृति में विशेष रूप से
มุมมอง 26หลายเดือนก่อน
स्कंद षष्ठी व्रत भगवान स्कंद (कार्तिकेय) की पूजा का विशेष व्रत है, जो तमिल संस्कृति में विशेष रूप से
दशरथ चतुर्थी तिथि पर निसंतानो को संतान जिसे भगवान राम के पिता महाराज दशरथ की स्मृति में मनाया गय
มุมมอง 35หลายเดือนก่อน
दशरथ चतुर्थी तिथि पर निसंतानो को संतान जिसे भगवान राम के पिता महाराज दशरथ की स्मृति में मनाया गय
करवा चौथ एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जिसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन
มุมมอง 39หลายเดือนก่อน
करवा चौथ एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जिसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन
भीम, महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक थे, और उन्हें 10,000 हाथियों के बराबर बलवान माना जाता था। य
มุมมอง 6หลายเดือนก่อน
भीम, महाभारत के प्रमु पात्रों में से एक थे, और उन्हें 10,000 हाथियों के बराबर बलवान माना जाता था। य
कार्तिक कृष्ण पक्ष द्वितीया हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की दूसरी तिथि होती है।
มุมมอง 41หลายเดือนก่อน
कार्तिक कृष्ण पक्ष द्वितीया हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की दूसरी तिथि होती है।
असुन्य शयन व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे मुख्य रूप से महिलाएँ अपने पति और परिवार क
มุมมอง 55หลายเดือนก่อน
असुन्य शयन व्रत हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे मुख्य रूप से महिलाएँ अपने पति और परिवार क

ความคิดเห็น

  • @shreeram9259
    @shreeram9259 6 วันที่ผ่านมา

    Har har mahadev ❤❤

  • @ShyamNarayanKewat-o3o
    @ShyamNarayanKewat-o3o 17 วันที่ผ่านมา

    Hai video accha laga

  • @RavikumarKewat-r2v
    @RavikumarKewat-r2v หลายเดือนก่อน

    ये वीडियो मेरे को अच्छा लगा

  • @rambilashKewat-k2t
    @rambilashKewat-k2t หลายเดือนก่อน

    Is me video me

  • @deepakkewat1041
    @deepakkewat1041 หลายเดือนก่อน

    bahut badhiya hai Bhai