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Jainvidya
เข้าร่วมเมื่อ 26 ส.ค. 2020
जिनधर्म से है प्रेम तो हर पल ये कहना चाहिए ।
मैं रहूं या न रहूं जिनधर्म रहना चाहिए ।।
मैं रहूं या न रहूं जिनधर्म रहना चाहिए ।।
तत्त्वज्ञान से अथवा तत्त्वज्ञान के अभ्यास से उदासीनता आती है ।
तत्त्वज्ञान से अथवा तत्त्वज्ञान के अभ्यास से उदासीनता आती है ।
มุมมอง: 4
วีดีโอ
दीपावली शब्द का प्रयोग उचित अथवा अनुचित ? ( प्रमाण सहित ) - डॉ. वीरसागर जी दिल्ली
มุมมอง 2932 ชั่วโมงที่ผ่านมา
दीपावली शब्द का प्रयोग उचित अथवा अनुचित ? ( प्रमाण सहित ) - डॉ. वीरसागर जी दिल्ली
कल्याण स्वरूप आत्मा का लक्ष्य होने से कल्याण का मार्ग खुलता है ।
มุมมอง 844 ชั่วโมงที่ผ่านมา
कल्याण स्वरूप आत्मा का लक्ष्य होने से कल्याण का मार्ग खुलता है ।
स्व लक्ष्य से किया हुआ अध्ययन ही स्वाध्याय कहलाता है ।
มุมมอง 887 ชั่วโมงที่ผ่านมา
स्व लक्ष्य से किया हुआ अध्ययन ही स्वाध्याय कहलाता है ।
दीपावली का क्या इतिहास है ? दीपावली जैनों का ही पर्व है || ( प्रमाण सहित ) || डॉ. वीरसागर जी दिल्ली
มุมมอง 6K7 ชั่วโมงที่ผ่านมา
दीपावली जैनों का ही पर्व है । ( प्रमाण सहित विवेचन )
अंतर का अपराध मिटे और अपना कल्याण होवे , इसीलिए तीर्थंकर का शासन है ।
มุมมอง 1819 ชั่วโมงที่ผ่านมา
अंतर का अपराध मिटे और अपना कल्याण होवे , इसीलिए तीर्थंकर का शासन है ।
“जीवनपथदर्शन” में से आदर्श जीवन के लिए मार्गदर्शन
มุมมอง 11212 ชั่วโมงที่ผ่านมา
“जीवनपथदर्शन” में से आदर्श जीवन के लिए मार्गदर्शन
ज्ञानानुभूति ही परमार्थ से जिनशासन है। ( श्री समयसार जी - गाथा 15 )
มุมมอง 8814 ชั่วโมงที่ผ่านมา
ज्ञानानुभूति ही परमार्थ से जिनशासन है। ( श्री समयसार जी - गाथा 15 )
भेदज्ञान पूर्वक होने वाले समभाव से ही जीव का कल्याण होता है।
มุมมอง 8616 ชั่วโมงที่ผ่านมา
भेदज्ञान पूर्वक होने वाले समभाव से ही जीव का कल्याण होता है।
चारों अनुयोगों का सार शुद्धात्मा का अवलंबन लेना ही है।
มุมมอง 7719 ชั่วโมงที่ผ่านมา
चारों अनुयोगों का सार शुद्धात्मा का अवलंबन लेना ही है।
जिनेन्द्र भगवान के पास ही सुखी होने की विधि मिलती है , अन्यत्र कहीं नहीं । ( श्री समयसार - गाथा 17 )
มุมมอง 6519 ชั่วโมงที่ผ่านมา
जिनेन्द्र भगवान के पास ही सुखी होने की विधि मिलती है , अन्यत्र कहीं नहीं । ( श्री समयसार - गाथा 17 )
ऐसा पवित्र जन्म कल्याणक हमारे सम्यक्त्व व संयम का निमित्त बने।
มุมมอง 8421 ชั่วโมงที่ผ่านมา
ऐसा पवित्र जन्म कल्याणक हमारे सम्यक्त्व व संयम का निमित्त बने।
वस्तुस्वरूप में इष्ट - अनिष्टपना कुछ भी नहीं है , अपना विचार सम्यक् बनाओ।
มุมมอง 103วันที่ผ่านมา
वस्तुस्वरूप में इष्ट - अनिष्टपना कुछ भी नहीं है , अपना विचार सम्यक् बनाओ।
गुरुजन के वचन को आत्महित के लिए हर्ष से स्वीकार करो ।
มุมมอง 122วันที่ผ่านมา
गुरुजन के वचन को आत्महित के लिए हर्ष से स्वीकार करो ।
जो समभाव से अपने आत्मा को देखता है , उसे परम आलोचना होती है।
มุมมอง 158วันที่ผ่านมา
जो समभाव से अपने आत्मा को देखता है , उसे परम आलोचना होती है।
हे भव्य ! पूरे विश्व में भोगने लायक अतीन्द्रिय रस से भरपूर एकमात्र तेरा शुद्धात्मा ही है ।
มุมมอง 9714 วันที่ผ่านมา
हे भव्य ! पूरे विश्व में भोगने लायक अतीन्द्रिय रस से भरपूर एकमात्र तेरा शुद्धात्मा ही है ।
कर्मफल को भोगने की अभिलाषा मोह का कार्य है।
มุมมอง 13314 วันที่ผ่านมา
कर्मफल को भोगने की अभिलाषा मोह का कार्य है।
दुख दूर करने का उपाय आत्मघात नहीं , आत्मसाधना है ।
มุมมอง 11814 วันที่ผ่านมา
दु दूर करने का उपाय आत्मघात नहीं , आत्मसाधना है ।
कर्मफल भोगने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हम दरिद्र नहीं हैं ।
มุมมอง 27314 วันที่ผ่านมา
कर्मफल भोगने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हम दरिद्र नहीं हैं ।
स्वतंत्रता का आध्यात्मिक भाव समझकर स्वच्छंदता को छोड़ो।
มุมมอง 9414 วันที่ผ่านมา
स्वतंत्रता का आध्यात्मिक भाव समझकर स्वच्छंदता को छोड़ो।
तत्त्वज्ञान के अभ्यास से ही प्रवृत्ति निवृत्ति को प्राप्त होती है , सफल बनती है ।
มุมมอง 21114 วันที่ผ่านมา
तत्त्वज्ञान के अभ्यास से ही प्रवृत्ति निवृत्ति को प्राप्त होती है , सफल बनती है ।
दशहरा/विजयादशमी का जैनधर्म में क्या स्थान है?-पूज्य गुरुदेव श्री कानजी स्वामी जी #jainism #dashahra
มุมมอง 26014 วันที่ผ่านมา
दशहरा/विजयादशमी का जैनधर्म में क्या स्थान है?-पूज्य गुरुदेव श्री कानजी स्वामी जी #jainism #dashahra
स्तुति के तीन प्रकार ( मंदारमेरू पुराण से )
มุมมอง 11621 วันที่ผ่านมา
स्तुति के तीन प्रकार ( मंदारमेरू पुराण से )
जैनधर्म में दशहरे का स्थान ? - डॉ. हुकमचंद जी भारिल्ल #jainism #dashahra
มุมมอง 3.2K21 วันที่ผ่านมา
जैनधर्म में दशहरे का स्थान ? - डॉ. हुकमचंद जी भारिल्ल #jainism #dashahra
अपने को आपरूप ( आत्मपने) अनुभवना ही परम आलोचना है।
มุมมอง 6021 วันที่ผ่านมา
अपने को आपरूप ( आत्मपने) अनुभवना ही परम आलोचना है।
आप द्वारा प्रस्तुत जानकारी निश्चित रूप से प्रमाणिक होती हैं, इसमें संदेह को कोई स्थान नहीं ।
राम पहले हुए mahveer sawmi बाद
Tathyo par baat rakhne ke karan aap ki baat mai sachai saaf jhalakti hai.. Bhartiye sanskriti ka mul jain dharam hi hai... Aur is karan se Sare bhartiye dharam ek se hi hai...tino loko ke nath Bhagwan mahaveer ke Ahimsa ke siddhant duniya ke har kone mai fale... Jiwo aur jine do ke sath hi pure duniya mai dharam ka vikas sambhav hai... 🙏🙏
संजीवजी गोधा तो कुछ अलग बताया है
Aap video send kar dijiye
@@shreyanshjain-o7v PLEASE SEND VIDEO
Vedico ne mandir hi kabja nahi kiya tyohaaro per bhi kabja kiya, cahe vo daslakshan ho use ganeshotsav bana diya, Raksha bandhan ho, dussreha ho, diwali ho etc
🙏
🙏🏻
Great Information 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Adbhut charcha bhaisab 🙏🙏🙏🙏
यथार्थ बात है
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
जो आप बता रहे हैं ऐसा डॉ संजीव गोधा जी ने मना किया है। मैंने कल ही उनका सुना।
Aap vah video send kar dijiye
सभी परम पावन आत्माओं को सादर अभिवादन जय जिनेन्द्र नरेंद्र कुमार जैन जयपुर 🙏🙏🙏
जय जिनेन्द्र अत्यंत उत्तम ऐतिहासिक जानकारी जो शाश्वत जैन धर्म का गौरवशाली प्रभाव बतलाती है हमने अपने नगर सहारनपुर के सभी जैन ग्रुप में शेयर की है अरिहंत जैन
Very good
🙏🙏🙏
Jidhar bhi naya mandir udhar hmare jain ithihas ka hall bnana chahiye
GREAT INFORMATION 🙏
Extra ordinary explanation.
जय जिनेन्द्र सा 🙏🙏🙏 आपने बिल्कुल सही कहा है 🎉🎉
Roj ka time kya hai
समयसार तो है सिद्ध बनने की सिददी का विधान तू इस विधि का करना सम्यक रूप से परिज्ञान
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Wah Bahut hi Badhia Atti Uttam Jai Ho Jai Ho 🙏🙏🙏
Shahgarh sagar Jai jinendra bahut sundar charcha hai 🙏🙏🙏
Shahgarh sagar Jai jinendra bahut sundar charcha hai 🙏🙏🙏
ऐसी बुद्धि माने उत्कृष्ट वात्सल्य भाव। 🕉️🙏
Shahgarh sagar Jai jinendra bahut sundar charcha hai 🙏🙏🙏
बहुत सुंदर
Shahgarh sagar Jai jinendra bahut sundar charcha hai 🙏🙏🙏
Shahgarh sagar Jai jinendra bahut sundar charcha hai 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
Bahut hi Sundar 🙏🙏🙏
Ye bharill ji ki voice nahi lag rahi.
जय जिनेन्द्र, कैलाश जैन शास्त्री, बीकानेर
Kanjaeast
🙏🙏🙏
Shahgarh sagar Jai jinendra dev ki sabhi sadharmiyo ko 🙏🙏🙏
आदरणीय भाईजी सादर जयजिनेन्द्र देवकी बहुत बहुत अच्छा
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
धन्य है वीतराग वाणी नमन
Jai jinedra Bahut sundar vivechan
Jai jinendra bahut sundar vivechan seoni🙏🙏👍👍
🙏🙏🙏
जय जिनेंद्र पंडित जी नोएडा बहुत अनुमोदना बिल्कुल सही कहा आपने
❤❤
J Kahan guru