CA Vishal Patni
CA Vishal Patni
  • 1 486
  • 120 881
शरीर को जानने पर ही आत्मा को जानने का पुरुषार्थ प्रारंभ होता है, शरीर का मोह तोड़ना ही पुरुषार्थ है
शरीर को जानने पर ही आत्मा को जानने का पुरुषार्थ प्रारंभ होता है, शरीर का मोह तोड़ना ही पुरुषार्थ है
มุมมอง: 40

วีดีโอ

हम संयोगों में कुछ नहीं कर सकते, संयोग और साथी झूठे है, शरीर को पर जानने पर ही अपनी खोज कर सकते है
มุมมอง 472 ชั่วโมงที่ผ่านมา
हम संयोगों में कुछ नहीं कर सकते, संयोग और साथी झूठे है, शरीर को पर जानने पर ही अपनी खोज कर सकते है
मन वचन और काया की क्रिया ही आस्रव है, जितना मन को विश्राम उतना आनंद
มุมมอง 414 ชั่วโมงที่ผ่านมา
मन वचन और काया की क्रिया ही आस्रव है, जितना मन को विश्राम उतना आनंद
आत्मा में सुख खोजना चतुर्थ काल है, पर में सुख को खोजना ही पंचम काल है, इन्हें ही अजैन कहते है
มุมมอง 237 ชั่วโมงที่ผ่านมา
आत्मा में सु खोजना चतुर्थ काल है, पर में सु को खोजना ही पंचम काल है, इन्हें ही अजैन कहते है
ज्ञान सूर्य, रवि आतम की प्राप्ति के लिए अजीव (परायों) का लक्ष्य छोड़ो
มุมมอง 579 ชั่วโมงที่ผ่านมา
ज्ञान सूर्य, रवि आतम की प्राप्ति के लिए अजीव (परायों) का लक्ष्य छोड़ो
रोग निवारण की औषधि, अत्यंत दुर्लभ वस्तु की प्राप्ति
มุมมอง 7012 ชั่วโมงที่ผ่านมา
रोग निवारण की औषधि, अत्यंत दुर्लभ वस्तु की प्राप्ति
निर्मोह होना ही मोक्ष है, क्योंकि समस्त दुख मोह में है
มุมมอง 4814 ชั่วโมงที่ผ่านมา
निर्मोह होना ही मोक्ष है, क्योंकि समस्त दु मोह में है
सम्यक दर्शन क्या है, उसे कैसे पहचाने
มุมมอง 4816 ชั่วโมงที่ผ่านมา
सम्यक दर्शन क्या है, उसे कैसे पहचाने
भाव भासन कैसे करते है, जीव, आस्रव, निर्जरा, मोक्ष तत्व की भाव भासना
มุมมอง 4816 ชั่วโมงที่ผ่านมา
भाव भासन कैसे करते है, जीव, आस्रव, निर्जरा, मोक्ष तत्व की भाव भासना
सही स्थान पर अहम करना ही सम्यक दर्शन है
มุมมอง 3614 วันที่ผ่านมา
सही स्थान पर अहम करना ही सम्यक दर्शन है
बंधन शब्द का भाव भासन, बंधन तत्व (भाव) की पहचान, उस से होने वाल दुख, और मुक्ति से सुख
มุมมอง 5814 วันที่ผ่านมา
बंधन शब्द का भाव भासन, बंधन तत्व (भाव) की पहचान, उस से होने वाल दुख, और मुक्ति से सुख
आस्रव शब्द से नहीं भाव को पहचाने, इच्छा, राग भाव ही आस्रव है, वह दुखी है
มุมมอง 6014 วันที่ผ่านมา
आस्रव शब्द से नहीं भाव को पहचाने, इच्छा, राग भाव ही आस्रव है, वह दुखी है
मनुष्य जीवन का एकमात्र कार्य जागना है, स्वयं को पहचानना है, मोहि जन से दूर रहना है
มุมมอง 7214 วันที่ผ่านมา
मनुष्य जीवन का एकमात्र कार्य जागना है, स्वयं को पहचानना है, मोहि जन से दूर रहना है
संकल्प विकल्प का अभाव कैसे करते है? तत्व निर्णय में उपयोग लगाना, रुचि और मजबूरी से करना
มุมมอง 4121 วันที่ผ่านมา
संकल्प विकल्प का अभाव कैसे करते है? तत्व निर्णय में उपयोग लगाना, रुचि और मजबूरी से करना
मै अनंत काल से सुख की खोज में हु, खोज के कारण गति हो रही है, जिनेंद्र भगवान और आत्मा से खोज का अंत
มุมมอง 5521 วันที่ผ่านมา
मै अनंत काल से सु की खोज में हु, खोज के कारण गति हो रही है, जिनेंद्र भगवान और आत्मा से खोज का अंत
आत्म हित नहीं करना, वो तो अपने आप होता है, हमे आत्मा क्या है यह पहचानना है
มุมมอง 4721 วันที่ผ่านมา
आत्म हित नहीं करना, वो तो अपने आप होता है, हमे आत्मा क्या है यह पहचानना है
मिथ्या भाव और सम्यक भाव ही दुख सुख है
มุมมอง 15821 วันที่ผ่านมา
मिथ्या भाव और सम्यक भाव ही दु सु है
जैन धर्म की विशेषता - मुक्ति का मार्ग प्राप्ति का एकमात्र स्थान
มุมมอง 5421 วันที่ผ่านมา
जैन धर्म की विशेषता - मुक्ति का मार्ग प्राप्ति का एकमात्र स्थान
राग भाव सम्यक दर्शन में बाधक नहीं, आप क्या करते यह महत्वपूर्ण नहीं आप क्या मानते हो यह महत्वपूर्ण है
มุมมอง 13021 วันที่ผ่านมา
राग भाव सम्यक दर्शन में बाधक नहीं, आप क्या करते यह महत्वपूर्ण नहीं आप क्या मानते हो यह महत्वपूर्ण है
वास्तविकता में धर्म क्या है? सुखी होना ही धर्म है, धर्म से ही सुखी होते है
มุมมอง 10528 วันที่ผ่านมา
वास्तविकता में धर्म क्या है? सुखी होना ही धर्म है, धर्म से ही सुखी होते है
जीव की द्रव्य के विराधना का फल, भोगों का फल, तत्व चिंतन की अनिवार्यता
มุมมอง 3128 วันที่ผ่านมา
जीव की द्रव्य के विराधना का फल, भोगों का फल, तत्व चिंतन की अनिवार्यता
"मै आत्मा हु" ऐसा श्रद्धान / प्रतीति दृढ़ करो, मोह से जागो
มุมมอง 106หลายเดือนก่อน
"मै आत्मा हु" ऐसा श्रद्धान / प्रतीति दृढ़ करो, मोह से जागो
सात सत्व का पूर्ण स्वरूप अत्यंत सरल शब्दों में
มุมมอง 101หลายเดือนก่อน
सात सत्व का पूर्ण स्वरूप अत्यंत सरल शब्दों में
काल चक्र, छह काल कौनसे? साल, महीना, दिन, इन सबका स्वरूप (देशमुख नगर पाठशाला)
มุมมอง 36หลายเดือนก่อน
काल चक्र, छह काल कौनसे? साल, महीना, दिन, इन सबका स्वरूप (देशमु नगर पाठशाला)
सम्यक दृष्टि के भोगों और कषायके काल में सम्यक श्रद्धा कैसे बनी रहती है?
มุมมอง 156หลายเดือนก่อน
सम्यक दृष्टि के भोगों और कषायके काल में सम्यक श्रद्धा कैसे बनी रहती है?
इच्छा के माध्यम से आस्रव बंध संवर निर्जरा मोक्ष तत्व का स्वरूप
มุมมอง 52หลายเดือนก่อน
इच्छा के माध्यम से आस्रव बंध संवर निर्जरा मोक्ष तत्व का स्वरूप
राग का दुख स्वरूप, राग उत्पन्न होने का कारण, जितना राग उतना दुख उतना बंधन
มุมมอง 75หลายเดือนก่อน
राग का दु स्वरूप, राग उत्पन्न होने का कारण, जितना राग उतना दु उतना बंधन
जड़ चेतन के स्वरूप की पहचान, जड़ से विरक्तता
มุมมอง 48หลายเดือนก่อน
जड़ चेतन के स्वरूप की पहचान, जड़ से विरक्तता
जड़ चेतन के स्वरूप की पहचान और श्रद्धा
มุมมอง 50หลายเดือนก่อน
जड़ चेतन के स्वरूप की पहचान और श्रद्धा
जिनेंद्र भगवान का इशारा, सम्मोहन से बाहर आने की प्रेरणा
มุมมอง 45หลายเดือนก่อน
जिनेंद्र भगवान का इशारा, सम्मोहन से बाहर आने की प्रेरणा

ความคิดเห็น

  • @truth640
    @truth640 วันที่ผ่านมา

    Sarvgyta kya hai ? Aur isme sidh bhagwan kis prakar jaenge .kyoki unko vikapl nahi hai to bahut se therotical questions kaise janege

  • @dranandjain6705
    @dranandjain6705 7 วันที่ผ่านมา

    😊😊

  • @surendrasalgia7834
    @surendrasalgia7834 9 วันที่ผ่านมา

    Good

  • @vijaykumarijainshivpuri8227
    @vijaykumarijainshivpuri8227 28 วันที่ผ่านมา

    Adrniy bhaiya ko barmbar pranam 🙏🙏🙏

  • @shlok_and_owimahajan
    @shlok_and_owimahajan หลายเดือนก่อน

    जय जिनेंद्र 🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @PushpaJain-np9vo
    @PushpaJain-np9vo หลายเดือนก่อน

    कोई सुनने समझने को तैयार नहीं है

  • @PushpaJain-np9vo
    @PushpaJain-np9vo หลายเดือนก่อน

    बहुत ही सुन्दर चर्चा है।

  • @PushpaJain-np9vo
    @PushpaJain-np9vo หลายเดือนก่อน

    सादर जय जिनेन्द्र सागवाड़ा से 🙏👌,👍👍👍

  • @latapatni632
    @latapatni632 หลายเดือนก่อน

    बहुत सुंदर 🙏

  • @neelamjain410
    @neelamjain410 หลายเดือนก่อน

    Jai Jinendra

  • @neelamjain410
    @neelamjain410 หลายเดือนก่อน

    📱🫵 🙏🙏🙏🥇🥇🥇🥇🥈🥈🥉🥉🏅🎖️🏆📢🏆🏆🥇🥇🥇🥇🥇🫵

  • @neelamjain410
    @neelamjain410 หลายเดือนก่อน

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @neelamjain410
    @neelamjain410 หลายเดือนก่อน

    Nice 👍👍👍😊

  • @RASHMICHHAJER
    @RASHMICHHAJER หลายเดือนก่อน

    True

  • @sarikajain8907
    @sarikajain8907 หลายเดือนก่อน

    Adbhut natika

  • @bipinkothari9696
    @bipinkothari9696 หลายเดือนก่อน

    🙏

  • @neelamjain410
    @neelamjain410 หลายเดือนก่อน

    😊😊🙏🙏🙏

  • @AnubhutiDoshi
    @AnubhutiDoshi หลายเดือนก่อน

    Which state

  • @AnubhutiDoshi
    @AnubhutiDoshi หลายเดือนก่อน

    Which places drama this

    • @vrpatni19
      @vrpatni19 หลายเดือนก่อน

      Chhatrapati Sambhaji Nagar (Aurangabad) Maharshtra

  • @AnubhutiDoshi
    @AnubhutiDoshi หลายเดือนก่อน

    Anumodna

  • @AnubhutiDoshi
    @AnubhutiDoshi หลายเดือนก่อน

    Nice

  • @SunitaJain-t3x
    @SunitaJain-t3x หลายเดือนก่อน

    बहुत सुंदर

  • @anitajain1930
    @anitajain1930 หลายเดือนก่อน

    Bhout sunder hai 🙏

  • @ranjanajain2873
    @ranjanajain2873 หลายเดือนก่อน

    Very nice

  • @anitajain7504
    @anitajain7504 หลายเดือนก่อน

    Bahut suunder....

  • @vijaykumarijainshivpuri8227
    @vijaykumarijainshivpuri8227 หลายเดือนก่อน

    Bahut hi sunder

  • @hiteshjain3190
    @hiteshjain3190 2 หลายเดือนก่อน

    Bhut achi jankari aap se kese contact karskte he

    • @vrpatni19
      @vrpatni19 หลายเดือนก่อน

      @@hiteshjain3190 आप कहा से हो

  • @pravindedhiya
    @pravindedhiya 2 หลายเดือนก่อน

    परिग्रह स्टार्ट ना हो इसलिए केश का लोच करना कहा गया है ?

  • @kandivipul
    @kandivipul 2 หลายเดือนก่อน

    🙏🙏मार्मिक विवेचन,👌

  • @SitaramSankhla-u8c
    @SitaramSankhla-u8c 2 หลายเดือนก่อน

    Kyon insaano paagli ka chooran de raha hai. Be a Desh Premi First. Chooran bechna bund kar de aaj hi.

  • @pravindedhiya
    @pravindedhiya 2 หลายเดือนก่อน

    अभव्य जीव भी जब मनुष्य पर्याय में आता है तो वह भी समझता है कि मैं आत्मा हुं ,शरीर और आत्मा अलग-अलग है .

    • @vrpatni19
      @vrpatni19 2 หลายเดือนก่อน

      @@pravindedhiya वह बस ऐसा कहता ही है ऐसा बिल्कुल भी नहीं मानता, ऐसा मानने लगे तो वह अभव्य नहीं

    • @pravindedhiya
      @pravindedhiya 2 หลายเดือนก่อน

      ​@@vrpatni19 देवलोक के सुख प्राप्त हो इसलिए तो वो चारित्र ग्रहण करता है,परमात्मा ने बताये हुए 7 तत्व में से मोक्ष को छोड़कर बाकी के जैसे बताये वैसे ही मानता है ,अंश मात्र भी फरक नही अगर शरीर-आत्मा को अलग नही माने तो चारित्र क्यो ले ??

  • @ExplainerLover314
    @ExplainerLover314 2 หลายเดือนก่อน

    Sir aap kaha pravachan lete hai🙏🏻

  • @vrpatni19
    @vrpatni19 2 หลายเดือนก่อน

    दोनो प्रश्न का जवाब "नही" है

  • @pravindedhiya
    @pravindedhiya 2 หลายเดือนก่อน

    अभव्य जीव स्वयं को नही जानता ? अभव्य जीव ज्ञानी हो शकता है ??

  • @rajendrapotadar8536
    @rajendrapotadar8536 2 หลายเดือนก่อน

    लढेका कोण ?

  • @ExplainerLover314
    @ExplainerLover314 2 หลายเดือนก่อน

    Sir aap konsi Book padhte ho

  • @ExplainerLover314
    @ExplainerLover314 2 หลายเดือนก่อน

    🙏🏻

    • @vrpatni19
      @vrpatni19 2 หลายเดือนก่อน

      @@ExplainerLover314 मोक्षमार्ग प्रकाशक (Jain literature)

  • @ExplainerLover314
    @ExplainerLover314 2 หลายเดือนก่อน

    Aap konsi book padhte ho❤

  • @vedikaduduskar2009
    @vedikaduduskar2009 2 หลายเดือนก่อน

    Comments pls❤

  • @ExplainerLover314
    @ExplainerLover314 2 หลายเดือนก่อน

    Nice ❤

  • @Sea_view2104
    @Sea_view2104 2 หลายเดือนก่อน

    Sir aapke speaker ki clarity nhi hai bilkul bhi ... warna achi khasi viral ho jaegi video.. Plzzz work karo aap

  • @ShankarChavhan-k2h
    @ShankarChavhan-k2h 2 หลายเดือนก่อน

    Apki bat achi lag rahi hai jay ho apki

  • @samyakjain360
    @samyakjain360 3 หลายเดือนก่อน

    बहुत सुंदर प्रस्तुति

  • @bipinkothari9696
    @bipinkothari9696 3 หลายเดือนก่อน

    🙏

  • @mkmusic103
    @mkmusic103 3 หลายเดือนก่อน

    Baba बनने की डिग्री ले रहे हो क्या

  • @143india5
    @143india5 3 หลายเดือนก่อน

    Aap samjhe ki nhi😂😂😂

  • @kumudjain3767
    @kumudjain3767 4 หลายเดือนก่อน

    🙏