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एक भारत ऐसा भी
India
เข้าร่วมเมื่อ 14 มี.ค. 2021
14 सर्जन, विध्वंस और पुनर्सर्जन - भारत में देवालयों का भव्य इतिहास
जब आप किसी देवालय को भग्नावस्था में देखते हैं, तो क्या सोचते हैं? प्रत्येक प्राचीन देवालय हमारी अनोखी धरोहर है। सदियों तक होती आ रही पूजा अर्चना के साक्षी हैं, कितने ही लोगों ने वहाँ मत्था टेका होगा, कितने ही लोगों ने मन्नतें मानी होगी, कितने ही लोगों ने ईश्वर का साक्षात्कार किया होगा और फिर उसी शाश्वत सनातन श्रद्धा को कुचलने का आक्रांताओ का मैला कुचैला षडयंत्र चला होगा, किन्तु भवन तोड़े जा सकते हैं, श्रद्धा नहीं। भग्न मंदिर का पुनर्निर्माण होता है, जीर्णोद्धार होता है और परंपरा पुन:प्रवाहित हो उठती है। आज हम लेकर आए हैं, एक ऐसे देवालय की कहानी - जो कितनी ही सदियों पुराना है, जंगल के बीच में स्थित है, जीर्णशीर्ण अवस्था में है, किन्तु फिर भी वहाँ हनुमानजी, शिवजी एवं शनिदेव की पूजा नित्य होती है और साथ में पूजा होती है उन अनगिनत शिलाओं की, जो आज भी इस देवालय के भव्य भूतकाल की साक्षी हैं।
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วีดีโอ
13. प्राकृतिक संतुलन
มุมมอง 3332 หลายเดือนก่อน
हम बचपन से यही सीखे हैं, कि पेड़ हमें क्या देता है, नदी हमें क्या देती है, जंगल हमें क्या देता है इत्यादि। प्रकृति को हमने वस्तु का दर्जा देकर ही देखा है, जब तक प्रकृति में दिव्यता के दर्शन नहीं करते, पर्यावरणीय समस्याओं का समाधान नहीं आएगा। इस कथा में मनुष्य और जंगल का संबंध कैसा होता है और प्रकृति प्रेम किसे कहते हैं, उससे जुड़े किस्से आपको मिलेंगे।
12. Smart या सभ्य
มุมมอง 8453 หลายเดือนก่อน
आधुनिकता कुछ मूल्यों को या कुछ (दुर्)गुणों को हमारे बीच में आरोपित करती है, जिन्हें हम बिना पूछे, बिना जाँचे स्वीकार कर लेते हैं। Smartness भी ऐसा ही एक गुण है, जिसके सद्गुण या दुर्गुण होने का प्रश्न उठाना भी मूर्खता का प्रमाण माना जाने लगा है। आज प्रस्तुत है, एक ही episode में दो ऐसी कहानियाँ - जो आपको सोचने पर विवश कर देगी, कि हमें smart बनना चाहिए या सभ्य? क्या होते हैं सभ्य समाज के लक्षण, ज...
11 आशीर्वाद या अभिशाप
มุมมอง 2534 หลายเดือนก่อน
आज श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) के पावन अवसर पर हम आपके लिए एक भारत ऐसा भी की एक नवीन कथा लेकर आए हैं। जीवन में छोटी छोटी परेशानियाँ आने से हम डर जाते हैं, निराश हो जाते हैं, आजकल तो depression का भी जैसे fashion बना हुआ है। ऐसे में एक सकारात्मक और ज़िंदादिल कहानी आपके समक्ष हम प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसका नाम है आशीर्वाद या अभिशाप। ये कहानी एक साधारण ग्रामीण व्यक्ति की है, जो अपने साथ होने वाली दु...
10. योग: कर्मसु कौशलम् को सार्थक करता भारतीय समाज जीवन
มุมมอง 3945 หลายเดือนก่อน
हम सब बातें तो बड़ी सुंदर कर पाते हैं, बड़ी बड़ी उक्तियाँ भी बोल लेते हैं, व्याख्यान भी दे देते हैं, किन्तु जब तक ये सब हमारे व्यवहार में ना हो, इन बातों का महत्त्व व्यर्थ प्रलाप से बहुत ज्यादा श्रेष्ठ नहीं रह जाता है। आज आपके सामने प्रस्तुत है, एक ऐसी कहानी, जिसमें सहज जीवन की अभिव्यक्ति है, भगवद्गीता के बोध का अनायास अनुसरण है और हम सबके लिए ढेर सारी प्रेरणा। ये कहानी आपको संगीत की भी सैर कराएगी...
९. भारतीय मानस_नुक्सान में भी भागीदारी!!
มุมมอง 4096 หลายเดือนก่อน
लाभ में तो सब भागीदारी करना चाहते हैं, यदि किसीको कोई नुक्सान झेलना पड़े, तो उनके परिवारजन कदाचित उनके साथ खड़े हों, लेकिन किसी अनजान व्यक्ति के नुक्सान में भी अपनी हिस्सेदारी दर्ज कराने का मानस भी रहा है। सुनिए एक छोटी सी लेकिन बड़ी ही रोचक कहानी एक भारत ऐसा भी के हमारे आज के अंक में।
८ तीर्थाटन या पर्यटन
มุมมอง 1.8K7 หลายเดือนก่อน
गर्मी के दिन चल रहे हैं, हर कोई घूमना चाहता है, हिमालय में जाना चाहता है और घूमते घूमते मंदिर भी दे लेना चाहता है। कुछ ही दिनों पहले क्या हुआ था ये हमने देखा। यहाँ एक ऐसी कहानी सुनाई गई है, जिसमें राजस्थान के किसी गाँव के कुछ लोग तीर्थयात्रा पर गए थे और उन्होंने तीर्थाटन कैसे किया जाता है और कब किया जाता है - इसकी बड़ी रोचक कथा सुनाई थी। सुनिए उनकी कहानी हमारी जुबानी।
7. एक भारत ऐसा भी फिर से
มุมมอง 7828 หลายเดือนก่อน
ढाई वर्ष पहले जिन कहानियों को हमने कहना शुरू किया था, उन्हें ही लेकर हम फिर से आ रहे हैं, एक नए जोश के साथ, नई कहानियों के साथ और नए साथियों के साथ। भारत के साधारण लोगों की असाधारण कहानियों को सुनने के लिए देखते रहिए एक भारत ऐसा भी।
भारतीय अर्थव्यवस्था - आशीष गुप्ता जी के साथ संवाद (भाग 2)
มุมมอง 1873 ปีที่แล้ว
Bhartiya Arthvyavastha (Traditional Indian Village Economy): Discussion with Shri. Ashish Gupta (Part - 2)
भारतीय अर्थव्यवस्था - आशीष गुप्ता जी के साथ संवाद (भाग १)
มุมมอง 2093 ปีที่แล้ว
Bhartiya Arthvyavastha (Traditional Indian Village Economy): Discussion with Shri. Ashish Gupta (Part - 1)
भारतीय अर्थव्यवस्था बनाम आधुनिक अर्थव्यवस्था
มุมมอง 3913 ปีที่แล้ว
भारतीय अर्थव्यवस्था बनाम आधुनिक अर्थव्यवस्था
Ek Bharat Aisa Bhi - Episode 2 - Welfare State जैसी व्यवस्था का भारतीय स्वरूप
มุมมอง 7063 ปีที่แล้ว
प्रस्तुत है एक भारत ऐसा भी का द्वितीय अंक, एक ऐसी कहानी, जो आपको सोचने पर विवश कर देगी। कहानी यहाँ लिखकर आपका मजा किरकिरा नहीं करेंगे, लेकिन कहानी सुनने के बाद नीचे जो लिखा है, उसे जरूर पढिए। आजकल सरकारों के द्वारा कितनी ही योजनाएँ बनाई जाती हैं, जिससे गरीबों की सहायता हो सके, वृद्धों की सहायता हो सके, विकलांगों की सहायता हो सके और ऐसी योजनाओं से कुछ हद तक इनकी सहायता होती भी है, लेकिन इन सबके ...
Ek Bharat Aisa Bhi - Episode 1 - Intro to the series
มุมมอง 6253 ปีที่แล้ว
Ek Bharat Aisa Bhi - Episode 1 - Intro to the series
Very true and inspiring ❤
🙏🙏🙏
Very nice 👌
Excellent!
ગામલોકોએ પોતાની સૂઝથી મંદિરનાં અવશેષોને ગોઠવ્યાં છે એ પણ પ્રશંસનીય છે!👌🙏
સ્નેહી આશુ, અભિનંદન!👌👍🙏 જગ્યા કઈ છે?
કાકા, આ મંદિર પાવાગઢથી પચીસેક કિલોમીટરના અંતરે જંગલની વચ્ચોવચ સ્થિત છે. ક્યારેક જવું હોય, તો કહેજો, આપણે જઈશું.
Ek bahut hi sarahniya prayas, aur Hume awgat karne ke liye dhanywad🙏
ખુબ સરસ.. જાની સાહેબ 🙏
बहुत बढ़िया पहल है आप लोग बहुत बढ़िया काम कर रहे हैं 🙏🙏
आपके समर्थन के बिना यह प्रस्तुति संभव नहीं थी।
Is karykram k sutradhar aur sanyojak ko kotishah naman
Bharat ki jivantata se judne aur jeene ka sundartam prayas Vinamra nivedan hai ki aap y Sare episode hindi me prasarit karte rahen jisse adhikadhik log jude rah saken aur apni mati ka uthaan karen❤
Well said ! 🙏🏻
जय हो ❤
Do you think there is a word for Sabhya in English Ashu?
People may call it being civil, but I think it differs a lot, it talks about the outward aspect of सभ्यता, may be the presentation and not the intention or reality. We wish to do a series on the difference between some seemingly synonymous translations, but carrying vastly different and at times even opposing connotations, let's see when that becomes possible. Many people have already talked about the difference between religion and धर्म, but society and समाज are largely believed to be the same, idol and Murti are also believed to be the same, sin and Paap are also believed to be the same, but they are very very different. Let's see when we can delve into it.
@@Ashutosh4287 Looking forward to it.
Appreciate Ashutosh!
👌🏻👏🏻
Amazing as always... awesome!
बहुत अद्भुत जी
Yah kavita koun si he
Bahut hi badhiya kam
Ek Bharat aisa hi….punar lautna hai ussi sacchai aur shauryata ki ore!!
Truly inspiring...
I am impressed. Ashirbad aur pyar to three of you🙏
Bahut Sunder❤
Beautiful 👏👏👏
हृदय को स्पर्श करने वाली वीडियो
🙏🙏👌💯
सुंदर
Jay Bharti!
Bhartiya manas❤ kritarth karne wale shabd. Kuch badlav jarur aayega aapke en prayaso se. Aabhar
बदलाव आए ऐसा प्रार्थना हैं 🙏🙏🙏
Aapnaa naitik mulyo, saanskrutik vaarso, hajur adukham sachwaayelo che jaani ne haash thaay ne aapne pn e saacha raate chaalwaa preraayie.. vaah.. Khub shubhechchha
सुन्दर कहानी।❤❤❤
Great story
Wah. Superb.
ॐ
धन्यवाद, आपका सब का।
धन्यवाद, आपका सब का।
This practice used to be there among our family members too till very recently. We called it ‘badari samaaraadhane’ 🙂 Since we have been living in a city, we used to invite all of our extended family members for bhojan and distribute gangaa jal. We are staying in bengaLuru.
हमारे गांव में भी ऐसा ही होता है यात्रा करके जब वापस घर आते हैं तो गांव ओर संबंधी यो को आमंत्रित किया जाता है और सब साथ में बैठकर भोजन करते हैं हमारे यहां इसे गंगाथाली कहते हैं ( गुजरात बनासकांठा)
वाह। बहुत अच्छा शब्द बताया आपने।
बहुत ही सुंदर!!! हरे कृष्ण!!!
Very Nice 👍
Ati sundar.. Aajkal kahan milte hain aise log
ખરેખર સરસ વાર્તા કહી છે
अदभुत ❤
Thanks for the information.
Bahut sundar
अतिशय कल्पक, वेगळ्या वाटेने जाणारा कार्यक्रम! भारतात असूनही पारंपरिक संस्कृतीला, परंपरेला दुरावलेल्यांना, अपरिचित राहिलेल्यांना याच संस्कृतीची नव्याने ओळख करून देण्याचे महत्त्वाचे कार्य आपण करत आहात. धन्यवाद! मालिकेचे शीर्षकगीत अतिशय सुंदर व मार्मिक आहे. त्यातून उपक्रमाचा हेतू स्पष्ट होतो.
खूप खूप धन्यवाद काकू।
धन्यवाद काकू!
Excellent idea! Looking forward for upcoming episodes!
Thanks a lot. We are better prepared this time.
Excellent Asutosh bhaila Excellent. Now don't let it discontinue.
Thank you very much kaka. This time we have better preparedness.
Wah Amazing ❤
Thank you very much Hemalbahen.
Thank you so much Hemal ben..
You are a real dedicated person for real education development.